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तेज रफ्तार ट्रक ने स्कॉर्पियो को मारी टक्कर, पांच की मौके पर मौत


जांजगीर-चांपा। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  सुकली चौक हाइवे पर बीती रात हुए भीषण सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत के बाद पुलिस ने फरार ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है। देर रात करीब 12:30 बजे ग्राम सुकली एनएच रोड में तेज रफ्तार ट्रक ने लापरवाहीपूर्वक चलाते हुए एक स्कॉर्पियो को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि स्कॉर्पियो में सवार सभी पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। भीषण सड़क दुर्घटना के बाद क्षेत्र में शोक का माहौल है।

हादसे की सूचना मिलते ही जांजगीर थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घायलों को रात में ही अस्पताल पहुंचाकर इलाज शुरू कराया। हादसे के बाद ट्रक चालक अजीत कुमार (23), पिता हरिंदर राय, निवासी मूडा, थाना गोरखा, जिला छपरा (बिहार) घटना स्थल से फरार हो गया था।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय (IPS) के निर्देश तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप के मार्गदर्शन में पुलिस की टीम ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपी चालक को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उसे विधिवत गिरफ्तार कर लिया गया।



जशपुर स्कूल में दर्दनाक हादसा: प्रिंसिपल पर आरोप, छात्रा ने की आत्महत्या

सांकेतिक तस्वीर / TCG NEWS 

पारिवारिक तनाव ने ली दो जानें, पति-पत्नी के विवाद का अंत गोलीबारी से


राजकोट।
   TODAY छत्तीसगढ़  /  राजकोट में पति-पत्नी के विवाद ने शुक्रवार सुबह एक भयावह मोड़ ले लिया, जब 42 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी पत्नी को गोली मारने के बाद खुदकुशी कर ली। घटना नागेश्वर सोसाइटी की एक आवासीय इमारत की पार्किंग में हुई और पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया।

पुलिस के अनुसार, मृतक लालजी पढ़ियार शुक्रवार सुबह अपनी पत्नी तृषा पढ़ियार से मिलने पहुंचे थे। बातचीत के दौरान दोनों के बीच विवाद बढ़ा और लालजी ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से तृषा पर गोली चला दी। इसके तुरंत बाद उन्होंने खुद को भी गोली मार ली। लालजी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल तृषा ने इलाज के दौरान दो दिन बाद दम तोड़ दिया।

लंबे समय से चल रहा था तनाव

एसीपी राधिका भाराई ने बताया कि पति-पत्नी के बीच पिछले डेढ़ महीने से तनाव चल रहा था। एक झगड़े के बाद तृषा अपने घर से निकलकर अपनी मित्र के पास रहने चली गई थीं। पुलिस का कहना है कि लालजी लगातार उन्हें घर लौटने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन तृषा राज़ी नहीं थीं।

अवैध संबंध के शक की जांच

परिवार और परिचितों से पूछताछ में सामने आया कि लालजी को अपनी पत्नी पर अवैध संबंधों का शक था। उनका मानना था कि तृषा का उनके ही एक पारिवारिक भतीजे विशाल से करीबी संबंध है। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है। हालाँकि, विशाल ने इस आरोप से इनकार किया है और कहा है कि उनका तृषा से कोई अनैतिक संबंध नहीं था और वे केवल पारिवारिक रूप से मिलते-जुलते थे।

वारदात का सीसीटीवी वीडियो सामने

सीसीटीवी फुटेज में दिखता है कि तृषा योग क्लास से लौटकर सुबह करीब 9:45 बजे अपार्टमेंट की पार्किंग में पहुंचती हैं। कुछ ही देर बाद लालजी भी वहाँ आते हैं। दोनों के बीच कहासुनी होती है और फिर लालजी हथियार निकालते हैं। इसके बाद पार्किंग क्षेत्र में अफरा-तफरी मच जाती है। पुलिस का कहना है कि वे सीसीटीवी फुटेज, फोन रिकॉर्ड और दंपति के रिश्तों में आए तनाव सहित सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है।

GGU छात्र अर्सलान की मौत मामले में बड़ी कार्रवाई, सुरक्षा अधिकारी-वार्डन सहित कई पर केस दर्ज


 बिलासपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /  गुरुघासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (GGU) में छात्र की मौत के मामले में कोनी थाना पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार मानते हुए सुरक्षा अधिकारी, वार्डन और अन्य कर्मियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के निर्देश दिए थे।

तालाब में मिला था छात्र का शव

23 अक्टूबर 2025 को बिहार के कादिरपुर निवासी छात्र अर्सलान अंसारी का शव विश्वविद्यालय परिसर स्थित सरस्वती मंदिर रोड के पास बांधा तालाब में तैरता मिला था। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की थी।

जांच में सामने आया कि घटना स्थल पर न सुरक्षा बाड़ा, न चेतावनी बोर्ड लगा हुआ है। बांधा तालाब गहरा और फिसलनभरा क्षेत्र है। यहां वर्जित क्षेत्र का कोई बोर्ड नहीं लगाया गया था। सुरक्षा बाड़ा या रोकथाम की कोई व्यवस्था नहीं थी। छात्र सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों ने कर्तव्य में गंभीर लापरवाही बरती है । इन्हीं लापरवाहियों के कारण दुर्घटना होना पाया गया, जिसे कानून में संज्ञेय अपराध माना जाता है।

इन धाराओं में दर्ज हुआ केस

कोनी थाना पुलिस ने सुरक्षा अधिकारी, वार्डन और अन्य जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ धारा 106(1) और 3(5) BNS के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जांच आगे भी जारी रहेगी और जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

आपको बता दें कि मूलत: बिहार के कादिरपुर निवासी छात्र अर्सलान अंसारी गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में B.Sc फिजिक्स थर्ड ईयर का स्टूडेंट था। वह यूनिवर्सिटी कैंपस के हॉस्टल में रहता था। छात्र अंसारी 21 अक्टूबर से हॉस्टल से लापता था। इस बीच 23 अक्टूबर को कैंपस में स्थित तालाब में लाश मिली।

शराब के पैसे नहीं देने पर बेटे ने बुजुर्ग पिता को पीटा, किराना दुकान में लगाई आग

 


बिलासपुर।
 TODAY छत्तीसगढ़  /  कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम जलसों में शराब के पैसों को लेकर बेटे की हैवानियत सामने आई है। 78 वर्षीय लल्लूलाल श्रीवास्तव ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनका बेटा राजेश श्रीवास्तव शराब पीने का आदी है। 17 नवंबर की शाम करीब 4 बजे वह घर पहुंचा और शराब पीने व मोटरसाइकिल ठीक कराने के लिए पैसे मांगने लगा। पिता ने उसे 500 रुपए दिए, लेकिन इसके बाद भी वह नहीं माना।

बताया गया कि कुछ देर बाद राजेश अपने साथी मुरली तिर्की के साथ फिर घर पहुंचा और दोबारा शराब के लिए पैसे मांगने लगा। जब पिता ने मना किया तो दोनों ने मिलकर बुजुर्ग पर गंदी-गंदी गालियां दीं और जान से मारने की धमकी देते हुए उनकी पिटाई कर दी। इसी दौरान पैसे न मिलने से उग्र हुए आरोपी राजेश ने पिता की किराना दुकान में आग लगा दी, जिससे दुकान में रखे लगभग 70,000 रुपए के सामान जलकर नष्ट हो गए।

प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए तुरंत कार्रवाई की। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर कोनी थाना टीम ने ग्राम जलसों में दबिश देकर दोनों आरोपियों— राजेश श्रीवास्तव (45 वर्ष) और मुरली तिर्की (35 वर्ष) को हिरासत में लिया। पूछताछ में दोनों ने अपराध कबूल कर लिया। पुलिस ने विधिवत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में रिमांड पर पेश किया है।

कर्नाटक के चिड़ियाघर में चार दिन में 31 काले हिरणों की मौत, जीवाणु संक्रमण की आशंका


बेलगावी।
 TODAY छत्तीसगढ़  /  कर्नाटक के बेलगावी जिले में स्थित कित्तूर रानी चेन्नम्मा चिड़ियाघर से एक बेहद चिंताजनक खबर सामने आई है। यहां जीवाणु संक्रमण के चलते चार दिनों में 31 काले हिरणों की मौत हो गई है। लगातार हो रही मौतों के बाद चिड़ियाघर में अब सिर्फ 7 काले हिरण बचे हैं। मामला सामने आते ही सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।

4 दिनों में ऐसे हुईं मौतें

चिड़ियाघर सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार को 8 हिरणों की मौत हुई। इसके बाद शनिवार को हालात बिगड़ते गए और 20 हिरणों ने दम तोड़ दिया। पिछले दो दिनों में तीन और हिरण मर गए। ये सभी हिरण 4 से 6 साल की उम्र के थे और गडग के बिंकदत्ती चिड़ियाघर से बेलगावी लाए गए थे।

चिड़ियाघर के उप निदेशक नागेश बालेहोसुर ने बताया कि 29वें हिरण की मौत शनिवार रात, 30वें की रविवार शाम और एक घायल हिरण की मौत सोमवार सुबह हुई। अंतिम हिरण की मौत संक्रमण से हुई या पैर में लगी चोट से, यह पोस्टमार्टम के बाद तय होगा।

मंत्री खुद पहुंचे बेलगावी, अधिकारियों को फटकार

वन मंत्री ईश्वर खंड्रे सोमवार को बेलगावी पहुंचे और चिड़ियाघर अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे मामले की समीक्षा की। उन्होंने मौतों पर दुख जताते हुए बीमारी के स्रोत और फैलाव की दिशा में तुरंत जांच करने के आदेश दिए।

विसरा जांच के लिए भेजा गया

हिरणों के विसरा के सैंपल बेंगलुरु स्थित बन्नेरघट्टा वन्य प्राणी रोग निदान प्रयोगशाला भेजे गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि इतने बड़े पैमाने पर काले हिरणों की अचानक मौत इस चिड़ियाघर में पहली बार हुई है। डॉक्टरों को जानवरों के इलाज के लिए पर्याप्त समय भी नहीं मिल पाया।

स्थानीय प्रशासन अलर्ट

लगातार मौतों के बाद चिड़ियाघर प्रशासन और वन विभाग हाई अलर्ट पर है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही असल वजह स्पष्ट हो पाएगी।

छत्तीसगढ़: झोलाछाप इलाज और झाड़-फूंक पर भरोसा तीन मासूमों की जान ले गया, गांव में दहशत


रायपुर / गरियाबंद। 
TODAY छत्तीसगढ़  /  छत्तीसगढ़ के गरियाबंद ज़िले में एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत ने इलाके को सदमे में डाल दिया है। मामला अमलीपदर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम धनौरा का है, जहां झोलाछाप इलाज और झाड़-फूंक के सहारे पर निर्भरता बच्चों के लिए घातक साबित हुई।

धनौरा निवासी डमरूधर नागेश अपने परिवार के साथ मक्का तुड़ाई के लिए उदंती अभ्यारण्य क्षेत्र स्थित अपने ससुराल गए थे। इसी दौरान उनकी 8 वर्षीय बेटी अनिता, 7 वर्षीय बेटा और 4 वर्षीय गोरेश्वर अचानक बुखार से बीमार पड़ गए। परिवार ने प्राथमिक उपचार के लिए स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर का सहारा लिया। स्थिति गंभीर होने पर परिवार लौट तो आया, लेकिन गांव में भी अस्पताल जाने के बजाय झाड़-फूंक पर ही भरोसा करता रहा। ग्रामीणों द्वारा बार–बार अस्पताल ले जाने की सलाह देने के बावजूद परिवार ने इसे नजरअंदाज़ कर दिया।

11 नवंबर को सबसे पहले 8 वर्षीय अनिता की मौत हो गई। दो दिन बाद 13 नवंबर को 7 वर्षीय बेटे की मृत्यु हुई और उसी दिन कुछ घंटे बाद 4 वर्षीय छोटे बेटे का भी निधन हो गया। एक ही परिवार में तीन बच्चों की लगातार मौत से गांव में गहरा शोक है और बीमारी को लेकर दहशत फैल गई है।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यू. एस. नवरत्न के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच दल गांव भेजा गया है। अधिकारी मानते हैं कि इस वनांचल क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और झोलाछाप डॉक्टरों की पहुंच ग्रामीणों को पारंपरिक उपचार की ओर धकेलती है। ऐसे ही मामलों में पहले भी यहां सर्पदंश से जानें जा चुकी हैं।

जिले के सीएमएचओ के अनुसार, रायपुर से एक विशेष टीम भी गांव पहुंचकर विस्तृत जांच करेगी। स्वास्थ्य विभाग अब इस आदिवासी बहुल क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाने की तैयारी कर रहा है, ताकि लोग आधुनिक चिकित्सा सेवाओं पर भरोसा कर सकें और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

नो-एंट्री में रेत से भरे हाईवा ने बुजुर्ग को कुचला, मौके पर मौत

 


बिलासपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /  तोरवा थाना क्षेत्र के पुराने पावर हाउस चौक के पास सोमवार शाम एक तेज रफ्तार हाईवा ने स्कूटी सवार को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब नो-एंट्री अवधि में रेत से भरा हाईवा मुख्य मार्ग से गुजर रहा था।

पुलिस के अनुसार 16 नवंबर 2025 की शाम करीब 6:45 बजे सूचना मिली कि हाईवा वाहन क्रमांक CG 10 BP 9348 ने स्कूटी को कुचल दिया है। पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुँची तो वाहन के पिछले पहियों के नीचे स्कूटी के साथ एक व्यक्ति बुरी तरह दबा हुआ मिला। मृतक की पहचान राधेश्याम सिदार (45 वर्ष), निवासी देवरीखुर्द के रूप में हुई। टक्कर इतनी भीषण थी कि स्कूटी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।

पुलिस ने हाईवा चालक चंद्रशेखर यादव (41 वर्ष), निवासी करूमहु, थाना मुलमुला (जांजगीर-चांपा) को मौके से ही हिरासत में ले लिया। वाहन की नो-एंट्री अवधि में आवाजाही तथा रेत परिवहन से संबंधित दस्तावेजों की मांग की गई, पर चालक कोई वैध अनुमति या रॉयल्टी प्रस्तुत नहीं कर सका।

पुलिस द्वारा बताया गया कि चालक ने प्रतिबंधित क्षेत्र में भारी वाहन चलाकर लापरवाहीपूर्वक दुर्घटना कारित की, जिसके चलते उस पर बीएनएस की धारा 105(बी) तथा मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 115/194 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। हाईवा को जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार करते हुए 17 नवंबर 2025 को न्यायालय में पेश किया गया।

तालाब में डूबे चार छात्र, दो को बचाया गया; एक का शव बरामद, एक लापता

 

सांकेतिक तस्वीर TCG NEWS 

बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  जिले के तोरवा थाना क्षेत्र के महमंद स्थित लाल खदान तालाब में नहाने गए चार छात्रों के डूबने से रविवार शाम क्षेत्र में सनसनी फैल गई। करीब 4 बजे हुए हादसे में स्थानीय लोगों ने दो छात्रों—पवन और यश दुबे—को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। तीसरे छात्र उदयन का शव देर शाम बरामद हुआ, जबकि चौथे छात्र साईं का अब तक कोई पता नहीं लग सका है।

गोताखोरों की मदद से तलाश जारी

लापता छात्र की खोज के लिए एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है। गोताखोर तालाब के गहरे हिस्सों में लगातार तलाशी अभियान चला रहे हैं। परिजन घटना स्थल पर चिंतित अवस्था में मौजूद हैं और सुरक्षित मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।

तालाब में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

स्थानीय लोगों के मुताबिक लाल खदान तालाब में इससे पहले भी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सुरक्षा उपाय नदारद हैं। न तो चेतावनी संकेत लगाए गए हैं और न ही नहाने पर रोक लगाने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं। क्षेत्रवासियों ने कई बार बैरिकेडिंग और सुरक्षा व्यवस्था की मांग की थी, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के चलते हादसे थम नहीं रहे।

क्षेत्र में शोक का माहौल

घटना के बाद पूरे इलाके में शोक और दहशत का माहौल है। प्रशासन ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं और तालाब क्षेत्र में भविष्य में कड़े सुरक्षा उपाय लागू करने की बात कही है।


रेल हादसे पर गहरा दुःख जताते हुए साव बोले, सरकार पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी

 


बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज बिलासपुर शहर के विभिन्न अस्पतालों का दौरा कर रेल हादसा में घायल मरीजों की हालत का जायजा लिया। उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ लाभ की कामना की।उन्होंने हादसे पर दुख जताया। श्री साव ने कहा कि पीड़ित परिवारों को राज्य सरकार हरसंभव मदद प्रदान करेगी। उप मुख्यमंत्री ने अस्पताल के डॉक्टरों को बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि कल बिलासपुर के लाल खदान के समीप रेल हादसे में 11 लोगों की मृत्यु और 20 लोग घायल हो गए हैं। घायल लोगों का इलाज शहर के सिम्स, अपोलो, रेलवे अस्पताल और अरपा मेड सिटी अस्पताल में चल रहा है। उप मुख्यमंत्री ने इन सभी अस्पतालों का दौरा कर मरीजों से मुलाकात की और उनके परिजनों को ढाढस दिलाया । 

उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज बिलासपुर शहर के विभिन्न अस्पतालों का दौरा कर रेल हादसा में घायल मरीजों की हालत का जायजा लिया। उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ लाभ की कामना की।श्री साव ने अस्पताल के डॉक्टरों को बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि कल बिलासपुर के लाल खदान के सम ऐप रेल हादसे में 11 लोगों की मृत्यु और 20 लोग घायल हो गए हैं। घायल लोगों का इलाज शहर के सिम्स, अपोलो, रेलवे अस्पताल और अरपा मेड सिटी अस्पताल में चल रहा है। उप मुख्यमंत्री ने इन सभी अस्पतालों का दौरा कर मरीजों से मुलाकात की और उनके परिजनों को ढाढस दिलाया ।

इस अवसर पर महापौर पूजा विधानी, कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसपी रजनेश सिंह,सिम्स के डिन रमनेश मूर्ति, निगम सभापति विनोद सोनी,नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल सहित रेलवे प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।



मुख्यमंत्री ने ट्रेन दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया, दिवंगतों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा

 


रायपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बिलासपुर के पास हुई ट्रेन दुर्घटना को अत्यंत दुःखद और पीड़ादायक बताया है। उन्होंने इस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिजनों को यह असहनीय दुख सहने की शक्ति दें।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार ने दुर्घटना में दिवंगत हुए यात्रियों के परिजनों को ₹5 लाख तथा घायलों को ₹50 हज़ार की आर्थिक सहायता राशि देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि घायलों के समुचित एवं निःशुल्क इलाज की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है और जिला प्रशासन को तत्काल प्रभाव से राहत एवं बचाव कार्यों को तेज़ी से संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन एवं रेलवे की टीमें राहत और बचाव कार्य में पूरी तत्परता से जुटी हुई हैं। घायलों के उपचार के लिए सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएँ और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है तथा हर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

SECR BILASPUR: मालगाड़ी और गेवरा मेमू ट्रेन की टक्कर, छह की मौत, कई घायल

 


बिलासपुर। 
  TODAY छत्तीसगढ़  /  दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मुख्यालय बिलासपुर से कुछ ही दूरी पर मंगलवार शाम एक बड़ा रेल हादसा हुआ है। गेवरा से बिलासपुर आ रही मेमू पैसेंजर ट्रेन की टक्कर गतौरा स्टेशन के पास एक मालगाड़ी से हो गई। शुरुआती जानकारी के मुताबिक हादसे में छः लोगों की मौत हुई है, जबकि कई यात्री घायल हुए हैं।

स्थानीय प्रशासन और रेलवे की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। घायलों को आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल से मिली तस्वीरों में पैसेंजर ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के गार्ड डिब्बे के ऊपर चढ़ा हुआ दिखाई दे रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के वक्त पैसेंजर ट्रेन की रफ्तार काफी तेज़ थी। टक्कर के बाद सामने के डिब्बे पटरी से उतर गए और कई यात्रियों के फँस जाने की खबर है।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि एक ही ट्रैक पर दोनों ट्रेनें कैसे आ गईं। अधिकारियों का कहना है कि सिग्नलिंग सिस्टम या मानवीय त्रुटि इसकी वजह हो सकती है। बिलासपुर रेलवे जोन देश के सबसे अधिक मुनाफा देने वाले जोनों में से एक है। ऐसे में यह हादसा रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। 

अधिकारियों के अनुसार, यह दुर्घटना बिलासपुर स्टेशन के पास उस समय हुई जब गेवरा से आ रही मेमू लोकल ट्रेन की टक्कर सामने खड़ी एक मालगाड़ी से हो गई। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है।

रेलवे ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक तौर पर माना जा रहा है कि यह हादसा सिग्नलिंग सिस्टम की गड़बड़ी या मानवीय त्रुटि के कारण हुआ हो सकता है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा भी की है।

रेलवे के अनुसार,

  • मृतकों (casualties) के परिजनों को ₹10 लाख,

  • गंभीर रूप से घायल यात्रियों को ₹5 लाख,

  • और सामान्य रूप से घायल यात्रियों को ₹1 लाख की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि घटना स्थल से मलबा हटाने और ट्रैक बहाली का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। दुर्घटना के सही कारणों का पता जांच रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा। इधर हादसे की जानकारी लगते ही जिले के आला अफसरान मौके पर पहुंचें, कल, कलेक्टर संजय अग्रवाल ने घटना स्थल से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को वस्तुस्थिति की जानकारी दी। 



रायपुर: सिलतरा स्थित गोदावरी प्लांट में बड़ा हादसा, 6 की मौत


TODAY
 छत्तीसगढ़  /  
रायपुर, 26 सितम्बर । राजधानी रायपुर के सिलतरा चौकी क्षेत्र में शुक्रवार को गोदावरी प्लांट में बड़ा हादसा हो गया। प्लांट में मेंटेनेंस कार्य के बाद जांच करने पहुंचे कर्मचारियों पर अचानक भारी सिल्ली गिर गई। इस दर्दनाक घटना में करीब आधा दर्जन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए।

राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी 

घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। आशंका जताई जा रही है कि कुछ लोग अब भी मलबे में दबे हो सकते हैं। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया। अचानक हुए इस हादसे से प्लांट परिसर में अफरा-तफरी का माहौल है। प्रशासन ने मृतकों की पहचान और हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। 

मुख्यमंत्री ने जताया दुःख - 

 इस हादसे को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गहरी संवेदना व्यक्त की है।  मुख्यमंत्री श्री साय ने मृत लोगों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए घायल मजदूरों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। 


CHHATTISGARH : सड़क हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत


जगदलपुर / 
 TODAY छत्तीसगढ़  / सड़क हादसे में आज एक परिवार देखते ही देखते उजड़ गया। तेज रफ्तार ट्रक की ठोकर से पति-पत्नी और बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई, सड़क हादसे में मारे गये लोगों की लाश देखकर आम राहगीर विचलित उठे। घटना छत्तीसगढ़ के जगदलपुर की है जिसमें एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। 

शहर के लालबाग से होते हुए आमागुडा चौक पर नेशनल हाइवे में मंगलवार की रात एक सडक़ दुर्घटना में हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया। तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने पति-पत्नी सहित 12 वर्षीय पुत्र की मौके पर मौत हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार परिवार पडोसी राज्य ओडि़सा माचाहांडी के रहने वाले थे। मृतक वासुदेव मांझी और पत्नी अनिता मांझी पुत्र तिरुपति मांझी जान चली गई।

जानकारी देते हुए थाना प्रभारी ने बताया कि ओडि़सा के रहने वाले परिवार के लोग जगदलपुर अपने रिश्तेदार के घर नयामुण्डा आये हुए थे, वहां से वापसी जाने के दौरान आमागुड़ा चौक के पास बस्तर की ओर से आ रही एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार दंपति को अपने चपेट में ले लिया। इस हादसे में जहां पति पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई, वही बच्चे को गंभीर हालत में अस्पताल भिजवाया गया। जहाँ उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई।

रेलवे की लापरवाही : कोच और इंजन के बीच दबने से शंटमैन की मौत, इंजन छोड़ ड्राइवर भाग गया

    
बरौनी /  TODAY छत्तीसगढ़  /  रेलवे की लापरवाही ने अपने ही कर्मचारी की जान ले ली. मिली जानकारी के अनुसार कल (9 नवंबर) सुबह करीब 9 बजे बिहार के बेगूसराय जिले के बरौनी स्टेशन पर एक शंटमैन लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस (15204) ट्रेन की शंटिंग का काम कर रहा था. कोच की कपलिंग खोलने के दौरान इंजन पीछे आ जाने से शंटमैन की कोच और इंजन के बीच दब जाने से मौत हो गई.

बरौनी जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर हुए इस हादसे में मरने वाले रेलवे कर्मचारी की पहचान दलसिंह सराय गांव के रहने वाले 35 वर्षीय अमर कुमार रावत के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि जिस समय इंजन ने रेलवे कर्मचारी को कोच की ओर धक्का दिया उस समय प्लेटफॉर्म पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया, लेकिन इंजन छोड़ ड्राइवर भाग गया. स्थानीय लोगों के अनुसार ड्राइवर ने पहले तो गलत तरीका अपनाते हुए इंजन को पीछे किया और फिर हादसा देख भाग खड़ा हुआ. वहीं, इस हादसे पर स्थानीय रेलवे यूनियन ने रेल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि कपलिंग का काम करने के लिए कम से कम चार कर्मचारियों की जरूरत होती है, लेकिन यहां सिर्फ एक शंटमैन और ड्राइवर से ये काम कराया जा रहा था जिससे सही कोऑर्डिनेशन नहीं बन सका और रेल कर्मी की जान चली गई.

Chhattisgarh : सड़क किनारे डम्फर में घुसी यात्री बस, कई यात्री घायल


 जगदलपुर । 
TODAY छत्तीसगढ़  / बीजापुर से रायपुर के लिए निकली यात्री बस रविवार की सुबह 5 बजे सडक़ किनारे खड़ी ट्रक से जा टकराई। हादसे में बस में सवार 7 यात्री घायल हुए है, जबकि कुछ को मामूली चोट आई है। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुँची, पुलिस की सहायता से घायलों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भेजा गया। 

केशकाल पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक़ शनिवार की रात को बीजापुर से यात्रियों को लेकर रायपुर के लिए निकली पायल ट्रेवल्स की बस रविवार सुबह चालक की लापरवाही के चलते सड़क किनारे खड़े डम्फर से टकरा गई। घटना सिंगनपुर गुलबापारा के पास की है । हादसे में 7 यात्री घायल हो गए, बताया जा रहा है कि दुर्घटना के वक्त बस में सवार अधिकांश यात्री सो रहे थे। 

Uttarakhand : यात्रियों से भरी बस खाई में गिरी, 36 की मौत 7 गंभीर


 देहरादून / 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  उत्तराखंड के अल्मोड़ा में कूपी के पास आज सुबह 8 बजे यात्रियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में 36 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 6 घायल जिनका इलाज जारी हैं। डॉक्टरों के मुताबिक घायलों की स्थिति भी नाजुक है। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त बस में 45 लोग सवार थे। 

कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत ने बताया, 'बस नदी से करीब 10 फीट पहले पेड़ में फंसकर रुक गई। खाई में गिरने के दौरान झटके से कई यात्री खिड़कियों से बाहर जा गिरे।' बस किनाथ से रामनगर जा रही थी।

दीपावली की छुट्‌टी के बाद सोमवार को पहला वर्किंग डे था। इसलिए बस पूरी भरी हुई थी। ज्यादातर स्थानीय लोग सवार थे। पुलिस ने बताया कि बस गढ़वाल मोटर्स ओनर्स यूनियन लिमिटेड की थी। 

Chhattisgarh : बच्चों से भरी वैन नदी में जा गिरी, ग्रामीणों की मदद से बड़ा हादसा टला


सक्ती।  TODAY छत्तीसगढ़  /  जिले के हसौद थाना क्षेत्र के पिसौद में आज सुबह बच्चों से भरी स्कूल वैन चालक की लापरवाही के चलते सोन नदी में गिर गई। स्कूल वैन में 15 बच्चे सवार होकर स्कूल जा रहे थे। ये सभी बच्चे एक निजी स्कूल के छात्र हैं, जो घर से संस्था की वैन में सवार होकर निकले थे। आस-पास के लोगों की मदद से सभी बच्चों को किसी अप्रिय घटना से पहले ही बचा लिया गया है।  

जानकारी के अनुसार ग्राम पिसौद के बच्चे पास ही ग्राम हसौद के एक निजी स्कूल में पढ़ते हैं। रोज की तरह आज सुबह भी बच्चे घर से स्कूल वैन में सवार होकर निकले, बच्चों से भरी वैन जब सोन नदी के पुल पर पहुँची तो अचानक चालक का वाहन से नियंत्रण बिगड़ा और वैन सीधे नदी में जा गिरी। बच्चों से भरी वैन को नदी में गिरता हुआ कुछ ग्रामीणों ने देखा, इधर चीख-पुकार का शोर सुन लोगों की भीड़ जुटने लगी।  

कुछ ग्रामीणों ने तत्काल नदी में छलांग लगा दी और बारी-बारी से बच्चों को पानी से बाहर निकाला गया। पानी से बाहर निकाले गए कुछ बच्चों की हालत खराब बताई जा रही है जिन्हें पास के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा दिया गया है। 

हादसे के बाद कुछ लोगों का कहना है कि इलाके के अधिकांश निजी स्कूलों के वाहन कंडम हो चले हैं लेकिन संस्था संचालक व्यक्तिगत लाभ की प्राथमिकता में बच्चों की जिंदगी को दांव पर लगाये बैठे हैं। 


निर्माणाधीन इमारत ढहने से तीन लोगों की मौत, 12 मजदूरों के फंसे होने की आशंका


बेंगलुरु / 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  मंगलवार को एक निर्माणाधीन इमारत ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई और कम से कम 12 मजदूरों के फंसे होने की आशंका है. मलबे से दो मजदूरों को रेस्क्यू किया गया है. यह घटना शहर के हेनूर इलाके में भारी बारिश के बीच हुई.

सूत्रों ने बताया कि मौके पर फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज की टीम मौजूद है. उन्होंने तीन लोगों के शव बरामद किए जाने की पुष्टि की है. फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए राहत बचाव का काम चल रहा है.

बेंगलुरु में मंगलवार को हुई भारी बारिश ने शहर के कई हिस्सों में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. जलभराव की वजह से सड़कें नदियों में तब्दील हो गई हैं और वाहनों के अर्ध-डूबने की कई तस्वीरें सामने आई हैं. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि भारी बारिश की वजह से लोग अपने घरों के अंदर पानी भरने की शिकायत कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस  में कहा कि भारी बारिश की स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है. उन्होंने कहा, "हम हालात की गहन निगरानी कर रहे हैं. सभी आवश्यक तैयारियां की जा चुकी हैं. प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया जा रहा है, और जल्द से जल्द राहत उपाय लागू किए जाएंगे."

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, कर्नाटक के कई हिस्सों में आज भी भारी बारिश के आसार हैं, खासकर दक्षिण आंतरिक और तटीय कर्नाटक में. इनके अलावा, पड़ोसी राज्य केरल और तमिलनाडु में भी भारी वर्षा की संभावना है.

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मौजूदा समस्या के जल्द ही समाधान की मांग की है, जबकि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) भी आपातककालीन सेवाएं लागू की हैं. अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया है कि प्रभावित स्थानों पर आवश्यक उपायों को लागू किया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके. 

तेज रफ़्तार हाईवा चालक की लापरवाही से दो छात्रों की मौत, तीसरा गंभीर

 धमतरी /  TODAY छत्तीसगढ़  / आज रविवार सुबह धमतरी में 3 लोगों को एक हाईवा चालाक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुये रौंद दिया। हादसे में 12 वर्ष के 2 छात्र की मौत हो गई वही एक गंभीर रूप से घायल है। बताया जा रहा है कि हाईवा रेत लेने जा रहा था। सड़क हादसे की खबर मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुँची, वाहन कब्जे में लिया। हादसे के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया है, इधर घटना के बाद गांव में आक्रोशित भीड़ ने चक्काजाम कर दिया ।  मामला जिले के केरेगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सलोनी का है। अलसुबह 2 छात्र मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। इस बीच एक हाईवा धमतरी से सलोनी की ओर रेत भरने जा रहा था, तभी हाईवा ने छात्रों को अपनी चपेट में ले लिया। जिसमे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। तीसरा व्यक्ति रोड किनारे में जा गिरा, इसके बाद तत्काल केरेगांव थाना में सूचना दी गई। मौके पर पुलिस पहुंची। शव को जिला अस्पताल मच्युरी में भेज दिया गया।

घटना की भनक लगते ही ग्रामीण मौके पर जुट गए और चक्काजाम कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों की मांग थी कि गाँव के भीतरी रास्ते से रेत ढोने वाले भारी वाहनों की आवाजाही बंद कराई जाए। आक्रोशित ग्रामीणें ने करीब 6 घंटे तक यातायात बाधित रखा जिसके चलते आम राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिला प्रशासन की ओर से आये जिम्मेदार अधिकारियों की समझाईश और आश्वासन पर गुस्साई भीड़ सड़क से हटी।  

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