ख़बर लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
ख़बर लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

रायपुर में करणी सेना की महापंचायत, राजगीत का अपमान; पुलिस कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन में जुटे मुठ्ठी भर लोग


रायपुर ।
  TODAY छत्तीसगढ़  / राजधानी में सूदखोरी के आरोपी हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह और रोहित तोमर के खिलाफ हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में रविवार को राजपूत करणी सेना ने महापंचायत आयोजित की। संगठन से जुड़े कार्यकर्ता अलग-अलग जिलों से रायपुर पहुंचे और तोमर परिवार के घर के सामने मैदान में इकट्ठा हुए।

महापंचायत के बाद करणी सेना के प्रतिनिधि शाम चार बजे गृहमंत्री विजय शर्मा के शासकीय निवास के सामने पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए। सेना की ओर से यह कार्रवाई आठ सूत्रीय मांग पत्र के आधार पर की जा रही है।


कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ी राजगीत ‘अरपा पैरी के धार’ को बजाकर की गई। लेकिन आयोजन के दौरान कई कार्यकर्ता गीत बजने के समय बैठे रहे, जिससे विवाद की स्थिति बनी। राजगीत के दौरान खड़े होकर सम्मान देने का नियम अधिसूचित है और पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले में प्रकरण दर्ज करने पर विचार किया जा रहा है। 
सेना क्या मांग कर रही है ?

करणी सेना का कहना है कि तोमर परिवार और संगठन से जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज मामले राजनीतिक और आधारहीन हैं। संगठन ने सरकार से निम्न मांगें की हैं — प्रमुख मांगों में संबंधित टीआई और सीएसपी पर कार्रवाई, सूदखोरी प्रकरणों में दर्ज एफआईआर को निरस्त किया जाये, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की कार्यशैली की जाँच समेत अन्य मुद्दे हैं।  


गृहमंत्री विजय शर्मा के कार्यालय ने फिलहाल इस मामले पर टिप्पणी नहीं की है। पुलिस का कहना है कि शिकायतों और मांगों को विधि अनुसार जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

Chhattisgarh: रजिस्ट्री दरों में बढ़ोतरी पर विवाद, मुख्यमंत्री ने पुनर्विचार के दिए संकेत


रायपुर ।
  TODAY छत्तीसगढ़  / छत्तीसगढ़ में जमीन की नई रजिस्ट्री (गाइडलाइन) दरों में बढ़ोतरी के विरोध के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि सरकार जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देगी। साय का कहना है कि गाइडलाइन दर को लेकर विभागीय स्तर पर अभी भी चर्चा जारी है और जरूरत पड़ने पर सरकार पुनर्विचार करने के लिए तैयार है।


मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि वर्ष 2017 के बाद से राज्य में जमीन की गाइडलाइन दरों में कोई संशोधन नहीं किया गया था, जबकि नियमों के अनुसार हर वर्ष इन दरों को अपडेट किया जाना चाहिए। साय ने कहा कि गाइडलाइन में बढ़ोतरी के कुछ सकारात्मक पहलू भी हैं, लेकिन वे अभी जनता को स्पष्ट रूप से समझ नहीं आ रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यदि नई दरों से आम लोगों को असुविधा होती है, तो सरकार स्थिति की समीक्षा कर राहत विकल्पों पर विचार करेगी।


नई गाइडलाइन दरों को वापस लेने की मांग तेज होती जा रही है। भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि दरों में वृद्धि से राज्य की अर्थव्यवस्था और रियल एस्टेट क्षेत्र प्रभावित हो सकता है। वहीं, विपक्षी दल इसके विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और दरों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

Chhattisgarh: DSP पर धोखाधड़ी और धमकी के आरोप, अधिकारी ने किया इनकार

DSP कल्पना वर्मा 
रायपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  / छत्तीसगढ़ में तैनात महिला डीएसपी कल्पना वर्मा पर एक दंपति ने गंभीर आरोप लगाए हैं। दंपति का कहना है कि कल्पना वर्मा ने प्रेम संबंध और शादी का दबाव बनाकर करोड़ों रुपये वसूले। वहीं डीएसपी ने इन आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है।


पीड़ित दीपक टंडन का कहना है कि उनकी मुलाकात वर्ष 2021 में डीएसपी कल्पना वर्मा से हुई, जिसके बाद उनके बीच निजी संबंध बन गए। दीपक के मुताबिक यह संबंध लगभग चार साल तक चला। उनका दावा है कि इस दौरान डीएसपी कल्पना वर्मा ने अलग-अलग जरूरतों का हवाला देकर उनसे दो करोड़ रुपये से अधिक की राशि ली। दीपक का आरोप है कि जब डीएसपी ने शादी का दबाव बनाया और उन्होंने पत्नी से तलाक देने से इनकार किया, तो पैसे को लेकर विवाद बढ़ गया। दीपक का कहना है कि विवाद के बाद उन्होंने वसूली गई रकम वापस करने की मांग शुरू की। 
दीपक के अनुसार, दो साल चले रिश्ते में कल्पना को बैंक-ऑनलाइन पेमेंट से ढाई करोड़ (Love Affair Extortion 2.5 Crore) दिए, जिसमें 12 लाख की हीरा की अंगूठी, 10 लाख का ब्रेसलेट, 5-5 लाख सोने की चेन-टॉप्स, महंगे कपड़े और मॉल में शॉपिंग खरीदारी शामिल है। इसके अलावा दीपक ने यह भी दावा किया है कि दबाव में उसने VIP रोड के एटमॉस्फेरिया होटल DSP के भाई के नाम रजिस्टर कराया। दीपक ने इसके लिए मोटी रकम चुकाई लेकिन कल्पना ने 30 लाख लगाकर अपने नाम कर लिया। इतना ही नहीं, DSP ने कारोबारी की पत्नी बरखा के नाम 22 लाख टोयोटा हाइराइडर कार भी कब्जे में ले ली। बरखा ने अपनी शिकायत में पति को बचाने की गुहार लगाई है। 


दीपक की पत्नी, बरखा टंडन का कहना है कि उनके पति देर रात तक डीएसपी से वीडियो कॉल पर बात करते थे और विरोध करने पर भी यह सिलसिला जारी रहा। बरखा ने दावा किया कि कल्पना वर्मा ने उनसे 45 लाख रुपये के चेक पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया, जिसे बाद में बैंक से निकाल लिया गया। बरखा का आरोप है कि इसके बाद डीएसपी ने उल्टा उनके और उनके पति के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करवा दी। दंपति का कहना है कि उन्होंने अपने दावों से जुड़े स्क्रीनशॉट भी पुलिस अधिकारियों को सौंपे हैं।


इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए डीएसपी कल्पना वर्मा ने दंपति द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को “बेबुनियाद, झूठा और उन्हें फंसाने की कोशिश” बताया है। उनका कहना है कि इस आरोप के पीछे निजी स्वार्थ और दबाव बनाने की रणनीति है।


अधिकारियों के अनुसार, यह मामला अभी प्राथमिक स्तर पर है और दंपति द्वारा की गई शिकायत पर संबंधित विभाग दस्तावेज़ों और डिजिटल साक्ष्यों की जांच कर रहा है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

📌 महत्वपूर्ण:
रिपोर्ट में शामिल सभी आरोप एक पक्ष द्वारा लगाए गए हैं। इस मामले में पुलिस जांच जारी है, और किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले आधिकारिक जांच का परिणाम आना बाकी है।

Bilaspur Police: ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड के मामले में दो अंतरराज्यीय आरोपियों को बिहार से गिरफ्तार किया

आरोपी कम ब्याज पर 50 लाख का लोन और PM समृद्धि योजना में 30% छूट का झांसा देते थे।

बिलासपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  / छत्तीसगढ़ के बिलासपुर रेंज साइबर थाना ने ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड के एक मामले में कार्रवाई करते हुए बिहार के वैशाली ज़िले से दो लोगों को गिरफ़्तार किया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी खुद को वित्तीय संस्थाओं का अधिकारी बताकर कम ब्याज पर लोन और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देते थे। पुलिस का कहना है कि ये दोनों आरोपी एक मेडिकल व्यवसायी से 50 लाख रुपये का लोन दिलाने का वादा कर प्रधानमंत्री समृद्धि योजना के नाम पर 73 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर चुके थे।


सकरी के रहने वाले मेडिकल व्यवसायी राजेश पांडे ने पुलिस को बताया कि फरवरी 2024 से सितंबर 2025 के बीच उन्हें अलग-अलग मोबाइल नंबरों से कई कॉल आए। कॉल करने वाले खुद को श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस लिमिटेड, मुंबई का अधिकारी बताते थे।

पीड़ित का कहना है कि कम ब्याज पर 50 लाख रुपये का लोन और योजना के तहत 30 प्रतिशत छूट का लालच देकर उनसे लगातार ऑनलाइन भुगतान कराया गया। बाद में पता चला कि खाते और दस्तावेज़ फर्जी थे।


जांच में पता चला कि गिरोह फर्जी सिम कार्ड और फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल कर रहा था। इन्हीं खातों के जरिए ठगी की रकम जमा कर अन्य खातों में ट्रांसफर की जाती थी।

साइबर क्राइम पोर्टल, बैंक खातों की पड़ताल और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर पुलिस की टीम बिहार पहुंची। दो दिनों की तलाश के बाद विकास कुमार उर्फ विक्रम सिंह और अमन कुमार सिंह उर्फ पीयूष को हिरासत में लिया गया। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे दिल्ली में किराये के मकान से ऑनलाइन ठगी का काम करते थे।


पुलिस ने ऑनलाइन लोन और सरकारी योजनाओं से जुड़े लालच में आने से बचने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि लोन या योजना से जुड़ी जानकारी हमेशा संबंधित संस्थाओं की आधिकारिक वेबसाइट या कार्यालय से ही सत्यापित की जानी चाहिए।

BILASPUR POLICE: अटल आवास में छापा, संदेही के पास से 14 लाख रुपये जब्त


बिलासपुर ।
 TODAY छत्तीसगढ़  / शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मधुबन स्थित अटल आवास में पुलिस एवं एसीसीयू की संयुक्त कार्रवाई में एक संदेही के घर से 14 लाख रुपये नगद जब्त किए गए। रकम के स्रोत के संबंध में संदेही कोई संतोषजनक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। कार्रवाई थाना सिटी कोतवाली, तारबाहर थाना एवं एसीसीयू टीम द्वारा संयुक्त रूप से की गई।

जानकारी के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली थी कि विजेंद्र बैस (38 वर्ष), निवासी अटल आवास मधुबन, पिछले कुछ महीनों से अत्यधिक धनराशि खर्च कर रहा है। सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार संयुक्त टीम ने शनिवार को उसके निवास पर रेड की कार्रवाई की। तलाशी के दौरान घर से 14 लाख रुपये नगद बरामद हुए।

पुलिस ने विजेंद्र बैस को रकम के स्रोत से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए नोटिस जारी किया। लेकिन संतोषजनक जानकारी न मिलने पर बरामद रकम को बीएनएसएस की धारा 106 के तहत जप्त कर लिया गया। पुलिस अब राशि के संभावित स्रोत और उपयोग की जांच में जुटी है।

डॉ. आंबेडकर ज्ञान केन्द्र में श्रद्धांजलि समारोह, संविधान मूल्यों पर जोर

ज्ञान केन्द्र में डॉ. आंबेडकर को नमन

बिलासपुर ।
 TODAY छत्तीसगढ़  / भारत रत्न एवं संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर शनिवार को बिलासपुर स्थित डॉ. आंबेडकर ज्ञान केन्द्र में श्रद्धांजलि एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह वही केंद्र है जहां निर्धन एवं जरूरतमंद विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग दी जाती है। हर वर्ष 6 दिसंबर को डॉ. आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है।

कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब के तैलचित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद उपस्थित पदाधिकारियों, अतिथियों एवं विद्यार्थियों ने दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें नमन किया। कार्यक्रम में प्रो. जी.पी. रात्रे, कमल डहरिया, सी.एस. खांडे, जितेंद्र पाटले, विन्द्राप्रसाद सहित ज्ञान केन्द्र के विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

वक्ताओं ने डॉ. आंबेडकर के भारतीय संविधान निर्माण में योगदान, सामाजिक न्याय की स्थापना, समानता एवं बंधुता के लिए किए गए संघर्ष और उनके अद्वितीय विचारों पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने युवाओं से डॉ. आंबेडकर के आदर्शों को आत्मसात कर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का आह्वान किया।

कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में संवैधानिक मूल्यों और सामाजिक समानता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। ज्ञान केन्द्र द्वारा समय–समय पर डॉ. आंबेडकर के जीवन, विचार और संघर्ष से जुड़ी गतिविधियां आयोजित की जाती हैं, जिनसे विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलती है।

ब्लैक स्पॉट का निरीक्षण: सड़कों पर खड़े वाहनों पर होगी कार्रवाई, हाईवे पेट्रोलिंग को निर्देश


बिलासपुर ।
 TODAY छत्तीसगढ़  / सड़क हादसों में कमी लाने दिशा में बिलासपुर यातायात पुलिस सक्रिय दिखाई दे रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर यातायात पुलिस ने जिले के ब्लैक स्पॉट क्षेत्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पुलिस मुख्यालय रायपुर के सहायक पुलिस महानिरीक्षक (एआईजी) संजय शर्मा भी शामिल हुए।

यातायात विभाग ने सेंदरी तिराहा, मस्तूरी बायपास तिराहा और भदौरा चौक जैसे दुर्घटनाजन्य स्थलों का विस्तार से जायजा लिया। निरीक्षण में सेंदरी तिराहा और भदौरा चौक में अंडर ब्रिज निर्माण की आवश्यकता बताई गई। वहीं मस्तूरी बायपास तिराहे पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, रंबल स्ट्रिप और गति नियंत्रक उपाय लागू करने के सुझाव दिए गए। टीम ने हाईवे से जुड़ने वाले सहायक मार्गों पर भी अंडर ब्रिज की जरूरत पर जोर दिया।

निरीक्षण के दौरान हाईवे पेट्रोलिंग टीम को दिशा-निर्देश देते हुए वाहनों को सड़कों पर खड़े न रहने देने और दुर्घटना की स्थिति में तत्काल क्षेत्र को सुरक्षित करते हुए यातायात सुगम बनाए रखने की सलाह दी गई। साथ ही हर वाहन में फर्स्ट एड बॉक्स अनिवार्य रूप से रखने और नियमों का पालन न करने वालों पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए।

यातायात पुलिस ने ब्लैक स्पॉट क्षेत्रों में साफ-सफाई, अतिक्रमण हटाने, झाड़ियों को काटने, ठेलों को व्यवस्थित करने, स्पीड लिमिट बोर्ड, रंबल स्ट्रिप, मल्टीपल ब्रेकर और ‘गो स्लो’ संकेतक बोर्ड लगाने की सिफारिश की। सभी बिंदुओं पर विस्तृत प्रतिवेदन तैयार कर संबंधित विभागों को भेज दिया गया है, ताकि सुधारात्मक कार्य जल्द शुरू किए जा सकें।

प्रसूता को मिली दूषित दवा: कैल्शियम सिरप में मिला मांस का टुकड़ा, अस्पताल में हड़कंप


रायपुर ।
 TODAY छत्तीसगढ़  / प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में लापरवाही का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। कुछ दिन पहले बीजापुर में आंखों के ऑपरेशन में बरती गई लापरवाही सुर्खियों में थी। अब राजधानी रायपुर से एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूता को दिए गए कैल्शियम सिरप की बोतल में मांस का टुकड़ा पाया गया।

यह मामला देवपुरी स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है। सिरप पीने के दौरान परिजन को बोतल में संदिग्ध रूप नजर आया। संदेह होने पर प्रसूता का पति सिरप की बोतल लेकर सीधे स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गया। बोतल में मिला मांस का टुकड़ा कथित रूप से कैलसिड कंपनी के कैल्शियम सिरप में पाया गया। जानकारी के अनुसार, यह सिरप दवा निगम के माध्यम से अस्पताल को उपलब्ध कराया गया था।

घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी ने बोतल को जांच के लिए सुरक्षित रख लिया है। उनका कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। वहीं, इस घटना से अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते सिरप न परोसा जाता तो मरीज की जान पर भी बन सकती थी।

इस घटना के बाद देवपुरी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर भारी आक्रोश देखा जा रहा है। अब देखना होगा कि जांच में क्या सच सामने आता है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है। 

जिला पशु चिकित्सालय में नहीं ऑपरेशन सुविधा ? गौ माता को गाड़ी में लेकर कलेक्टोरेट पहुंची महिला


बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  / न्यायधानी में जिला पशु चिकित्सालय की सुविधा पर सवाल उठे हैं। गोलबाजार निवासी वंदना गुप्ता ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में पशु ऑपरेशन की सुविधा नहीं है, जिसके चलते उनकी गाय का प्रसव नहीं हो पा रहा है। वंदना गाय को गाड़ी में बैठाकर कलेक्टोरेट तक मदद की गुहार लेकर पहुंच गईं

उनका आरोप है कि चर्चित पशु चिकित्सक डॉ. राम ओत्तलवार ने गाय का ऑपरेशन करने से साफ मना कर दिया और उन्हें निजी पशु औषधालय जाने को कहा। वंदना का कहना है कि “जब सरकार अस्पताल है, तो यहां ऑपरेशन क्यों नहीं किया जा रहा  ? हमें निजी अस्पताल भेजा जा रहा है।”

कलेक्टर ने दिए कार्रवाई के निर्देश

कलेक्टर संजय अग्रवाल मीटिंग में होने के कारण उनसे मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन मामले की जानकारी मिलते ही उन्होंने पशु पालन विभाग के संयुक्त संचालक को फटकार लगाई। कलेक्टर ने डॉक्टर को नोटिस जारी कर जांच और कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

गाय की जान पर बन आई, कहा — सरकारी अस्पताल में ही मिले इलाज

वंदना ने बताया कि शुक्रवार सुबह 9 बजे वह गाय को जिला पशु चिकित्सालय उपचार हेतु लेकर गई थीं। गाय कमजोर होने के कारण प्रसव में सक्षम नहीं है और बछड़ा पेट में फंसा हुआ है। वंदना का कहना है—

“हम गौ माता को सरकारी अस्पताल लेकर गए थे। लेकिन डॉक्टर ने कहा कि यहां ऑपरेशन की सुविधा नहीं है। हमें निजी क्लिनिक भेज दिया गया। इसलिए हम कलेक्टर से मांग करने आए हैं कि सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन सुविधा शुरू की जाए, ताकि गौ माता की जान बच सके।”

26 दिन से फरार: अमित बघेल 3 दिन की पुलिस रिमांड पर, पहले जाएंगे मां के अंतिम संस्कार में

Chhattisgarh: विवादित बयानों के मामले में करीब 26 दिनों से फरार चल रहे छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल को देवेंद्र नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बघेल खुद थाने पहुंचे थे, लेकिन अंदर जाने से पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।


रायपुर।  TODAY छत्तीसगढ़  /विवादित बयानों के मामले में फरार चल रहे छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल को देवेंद्र नगर पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। बघेल पुलिस थाने के बाहर खुद को सरेंडर करने पहुंचे थे, लेकिन थाने से करीब 20 मीटर पहले ही पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें पकड़ लिया। पुलिस इसे कानूनी गिरफ्तारी बता रही है, जबकि समर्थक इसे स्वैच्छिक सरेंडर बता रहे हैं।

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अमित बघेल को कोर्ट में पेश किया, जहां न्यायालय ने उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया। इससे पहले उन्हें पुलिस कस्टडी में ही मां के अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव भेजा जाएगा। गौरतलब है कि बघेल की मां का निधन शुक्रवार को हुआ है। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को गांव पथरी में होना है।

समर्थकों ने जी-रोड जाम किया, आम जनता परेशान

गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही बघेल के समर्थकों ने आमापारा जी-रोड पर प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम कर दी। करीब दो घंटे तक दोनों ओर से यातायात बाधित रहा, जिससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में पुलिस और समर्थकों की आपसी समझ से एंबुलेंस को रास्ता दिया गया और एक ओर का रास्ता खोलकर जाम आंशिक रूप से हटाया गया।

26 दिनों से थे फरार, सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी फटकार

अमित बघेल विवादित और आपत्तिजनक बयानों से जुड़े मामलों में करीब 26 दिनों से फरार थे। 26 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए सख्त टिप्पणी की थी। अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा था— “अपनी जुबान पर लगाम रखें। जहां-जहां FIR दर्ज है, वहां की कानूनी प्रक्रिया का सामना करें। कोई राहत नहीं दी जाएगी, कानून अपना काम करेगा।”

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी बयान देते हुए कहा कि अलग-अलग धर्म और संप्रदायों के खिलाफ टिप्पणी करने पर कई जिलों में FIR दर्ज हुई थीं। आज कानून के अनुसार कार्रवाई करते हुए उनकी गिरफ्तारी हुई है।

Bilaspur: स्वस्थ मृदा से बनेगा स्वस्थ शहर, कृषि विज्ञान केंद्र में विशेषज्ञों की राय


बिलासपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  / विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र, बिलासपुर में ‘स्वस्थ मृदा, स्वस्थ शहर’ थीम पर जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्र प्रभारी एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शिल्पा कौशिक ने की। उन्होंने मिट्टी के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए रासायनिक खादों के दुष्प्रभाव और प्राकृतिक खेती के महत्व पर विशेष जोर दिया।

कार्यक्रम में डॉ. अमित शुक्ला ने मिट्टी की महत्ता और उसके स्वास्थ्य को सुधारने के वैज्ञानिक उपायों की विस्तृत जानकारी दी। श्री जयंत साहू ने किसानों को खेत की मिट्टी की जांच करवाकर मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार उर्वरकों का प्रयोग करने की सलाह दी।

केंद्र की वैज्ञानिक डॉ. एकता ताम्रकार ने कहा कि कीटनाशकों और रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी लगातार दूषित हो रही है। जागरूकता की शुरुआत घर, मोहल्ला और फिर शहर स्तर तक ले जाना आवश्यक है, तभी ‘स्वस्थ मृदा, स्वस्थ शहर’ का लक्ष्य पूरा होगा। कृषि विशेषज्ञ श्रीमती हेमकांति बंजारे ने धान की फसल में रोपा की तुलना में कतार बोनी पद्धति को लाभकारी बताया। डॉ. निवेदिता पाठक ने पोषण वाटिका में रासायनिक खाद की जगह जैविक खाद के प्रयोग को बेहतर विकल्प माना। वहीं डॉ. स्वाति शर्मा ने रासायनिक कीटनाशकों के स्थान पर जैविक कीटनाशकों को अपनाने पर बल दिया।


कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारी एवं कर्मचारी — डॉ. शिल्पा कौशिक, डॉ. अमित शुक्ला, श्री जयंत साहू, डॉ. निवेदिता पाठक, श्रीमती सुशीला ओहदार, डॉ. स्वाति शर्मा, श्री इंद्रराम पटेल और राजू कश्यप उपस्थित रहे। कृषि महाविद्यालय, बिलासपुर के छात्र-छात्राओं सहित बड़ी संख्या में किसानों ने भी सहभागिता दर्ज कर कार्यक्रम को सफल बनाया।

पुतिन का भारत दौरा: राष्ट्रपति भवन में मिला गार्ड ऑफ ऑनर


नई दिल्ली ।
  TODAY छत्तीसगढ़  / रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं। दौरे का आज दूसरा दिन है, जहां राष्ट्रपति पुतिन ने औपचारिक कार्यक्रमों की शुरुआत राष्ट्रपति भवन पहुंचकर की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान पुतिन ने राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी से हाथ मिलाया, जिसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। पहले रूस का और उसके बाद भारत का राष्ट्रगान बजा।

सम्मान ग्रहण करने के बाद पुतिन ने गार्ड का निरीक्षण किया और फिर दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ औपचारिक मुलाकात की। इसके बाद रूसी राष्ट्रपति, राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी के साथ राष्ट्रपति भवन से प्रस्थान कर राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहां से वे हैदराबाद हाउस जाएंगे, जहां दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठकें होंगी।

गुरुवार शाम दिल्ली पहुंचे थे पुतिन। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं पहुंचकर रूसी राष्ट्रपति का स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी ने उन्हें रूसी भाषा में अनुवादित ‘गीता’ की प्रति भेंट की। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पीएम मोदी ने लिखा— “गीता की शिक्षाएं दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरणा देती हैं।” एयरपोर्ट पर पुतिन के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसकी पुतिन ने सराहना की। इसके बाद दोनों नेता एक ही वाहन से एयरपोर्ट से रवाना हुए। (IANS)

RAIPUR: ट्रैफिक समस्या को दूर करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल, रिंग रोड-1 की सर्विस रोड होगी 11 मीटर चौड़ी


नई दिल्ली/रायपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  / रायपुर शहर की ट्रैफिक समस्या को दूर करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल को केंद्र सरकार की मंजूरी मिल गई है। सांसद बृजमोहन अग्रवाल के प्रयासों पर केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एनएच-53 रिंग रोड नंबर-1 की सर्विस रोड चौड़ीकरण परियोजना को स्वीकृति प्रदान कर दी है।

संसद भवन में हुई विशेष मुलाकात के दौरान सांसद अग्रवाल ने रायपुर में बढ़ते ट्रैफिक दबाव, स्थानीय नागरिकों को हो रही समस्या और सर्विस रोड की अपर्याप्त चौड़ाई का मुद्दा मजबूती से उठाया। उनके तथ्यात्मक और जनहितकारी तर्कों से प्रभावित होकर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने तुरंत परियोजना को मंजूरी देते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।

5 मीटर से बढ़कर 11 मीटर होगी सर्विस रोड

सांसद अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव के मुताबिक मौजूदा 5 मीटर सर्विस रोड को बढ़ाकर 11 मीटर किया जाएगा। यह चौड़ीकरण टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच किया जाना है, जो शहर का सबसे व्यस्त मार्ग है और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधीन आता है।

तेजी से बढ़ते शहरीकरण से बढ़ा ट्रैफिक

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि रिंग रोड-1 को कभी शहर की सीमा के बाहर बनाया गया था, लेकिन तेज शहरीकरण के कारण इसके आसपास अब बड़ी आवासीय कालोनियां और व्यावसायिक परिसरों का विकास हो चुका है। ऐसे में भारी और स्थानीय वाहनों का दबाव काफी बढ़ गया है, जिससे 5 मीटर चौड़ाई पर्याप्त नहीं रह गई।

जाम से राहत, आपातकालीन वाहनों की आवाजाही सुगम

सर्विस रोड के चौड़ीकरण से स्थानीय यातायात को मेन हाईवे से अलग किया जा सकेगा। 11 मीटर चौड़ी लेन पर वाहनों का दबाव विभाजित होगा, जिससे एनएच-53 पर जाम की समस्या में कमी आएगी। साथ ही आम नागरिकों, व्यापारी वर्ग, कार्यालय आने-जाने वालों एवं एंबुलेंस/आपात वाहनों की आवाजाही में उल्लेखनीय सुधार होगा।

“जनहित मेरा पहला लक्ष्य” — सांसद अग्रवाल

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि रायपुरवासियों की सुविधा और सुरक्षित यातायात व्यवस्था उनकी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्वीकृति रायपुर की वर्षों पुरानी ट्रैफिक समस्या के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण जीत है।

Chhattisgarh: रोज़ के झगड़े ने ली जान, छोटे भाई ने बड़े भाई को मौत के घाट उतारा


दुर्ग  / भिलाई।
  TODAY छत्तीसगढ़  / पुराने भिलाई थाना क्षेत्र के पुरैना में पिछले दिनों आपसी रंजिश में छोटे भाई ने बड़े भाई की हत्या कर दी। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने आरोपी छोटे भाई और उसकी पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। मृतक के शव को सुपेला के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार को परिजनों को सौंप दिया गया। 

विवाद के बाद उतारा मौत के घाट

मृतक के साले सुखदेव सिंह के अनुसार, मृतक राजू निर्मलकर ठेका मजदूर था, जबकि छोटा भाई कोई कार्य नहीं करता था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच सुबह से ही बहस चल रही थी। दोपहर को दोनों ने एक-दूसरे पर चाकू से हमला करने की कोशिश भी की, लेकिन पड़ोसियों की दखल पर मामला शांत हो गया।

शाम होते-होते विवाद फिर भड़क उठा। आरोप है कि इसी दौरान छोटे भाई ने अपनी पत्नी से हंसिया मंगाई और ताव में आकर बड़े भाई पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। हमले में राजू के पैरों में गंभीर चोटें आईं और अत्यधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई।

पुलिस जांच जारी

सूचना मिलते ही पुरानी भिलाई पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी छोटे भाई व उसकी पत्नी को हिरासत में लिया। पुलिस पूछताछ में यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि हत्या की योजना पहले से थी या वारदात अचानक गुस्से में की गई।

Chhattisgarh: लापता आरक्षक का शव पेड़ से लटका मिला, पुलिस जांच में जुटी


जगदलपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  / तीन दिन से लापता चल रहे पुलिस आरक्षक का शव जंगल में फांसी के फंदे पर लटका मिला। शव की पहचान पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक डमरू नायक (29) निवासी ग्राम बजवंड के रूप में हुई है। घटना सामने आते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव को पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

3 दिसंबर की शाम से था लापता

जानकारी के अनुसार, आरक्षक डमरू नायक 3 दिसंबर की शाम अपने घर से निकले थे, जिसके बाद वे वापस नहीं लौटे। परिजनों ने लगातार खोजबीन करने के बाद कोतवाली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस की टीम आरक्षक की तलाश में जुटी हुई थी।

जंगल में पेड़ से लटका मिला शव

तलाश के दौरान गुरुवार को कोतवाली पुलिस को ग्राम आसना के जंगल में एक शव लटकने की सूचना मिली। मौके पर पहुंचने पर देखा गया कि एक युवक का शव पेड़ से फांसी पर लटका हुआ है। पुलिस ने शव की पहचान गुमशुदा आरक्षक डमरू नायक के रूप में कर ली।

प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की आशंका

पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया मृतक द्वारा मानसिक या व्यक्तिगत परेशानियों के चलते आत्महत्या की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। मृतक के मोबाइल, परिजनों और सहकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

अचानक हुई इस घटना से परिजन गहरे सदमे में हैं। शव मिलने की सूचना के बाद घर में मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मृत्यु का कारण स्पष्ट हो पाएगा।

पूर्व उपसरपंच का शव भैंसाझार के जंगल में मिला, हत्या की आशंका से क्षेत्र में सनसनी


रतनपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  / तीन दिसंबर से लापता चल रहे भैंसाझार ग्राम पंचायत के पूर्व उपसरपंच सूर्या प्रकाश बघेल (37) का शव गुरुवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में जंगल में मिला। जंगल के भीतर नाली के पास खून से लथपथ शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान मिलने से हत्या की आशंका गहरा गई है। पुलिस ने अज्ञात आरोपी या आरोपियों की तलाश तेज कर दी है।

तीन दिसंबर से थे लापता

जानकारी के अनुसार, सूर्या प्रकाश बघेल मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे घर से निकले थे। शाम तक वापस न लौटने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की, परंतु देर रात तक कोई सुराग नहीं मिल सका। इसी बीच शाम करीब छह बजे उनका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ हो गया। परेशान परिजनों ने रात में ही रतनपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 

जंगल में बाइक मिली तो बढ़ा संदेह

गुरुवार सुबह परिजन व ग्रामीण भैंसाझार के आसपास के घने जंगल में तलाश के लिए निकले। इसी दौरान झाड़ियों के पास खड़ी एक पैशन बाइक (क्रमांक CG 11 BL 6975) दिखाई दी। बाइक देखकर शक गहरा गया। खोजबीन आगे बढ़ाने पर करीब 200 मीटर भीतर नाली के पास उनका खून से सना शव मिला। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। 

फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड ने की जांच

सूचना मिलते ही रतनपुर थाना प्रभारी एसआई कमलेश बंजारे पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर में फॉरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वॉड की टीम भी मौके पर पहुंच गई। प्रारंभिक जांच में मृतक के सिर सहित कई स्थानों पर गंभीर चोटें पाई गईं। पुलिस का मानना है कि वारदात जंगल में ही की गई होगी या फिर शव यहां लाकर फेंका गया होगा। आसपास से खून और अन्य साक्ष्य भी बरामद किए गए हैं।

कॉल डिटेल और अंतिम लोकेशन की पड़ताल

पुलिस ने घटना को हत्या का मामला मानते हुए मृतक के मोबाइल कॉल डिटेल, अंतिम लोकेशन और हाल के संपर्कों की जांच शुरू कर दी है। आसपास के संदिग्ध लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे।

गांव में शोक और आक्रोश

पूर्व उपसरपंच की संदिग्ध मौत से भैंसाझार सहित आसपास के गांवों में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

Chhattisgarh: 19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में बिलासपुर के स्काउट्स गाइड्स का उत्कृष्ट प्रदर्शन


बिलासपुर।  
TODAY छत्तीसगढ़  /  भारत स्काउट्स एवं गाइड्स की 19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी तथा डायमंड जुबली ग्रैंड फिनाले में बिलासपुर के स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स ने भागीदारी की। 23 से 29 नवम्बर तक लखनऊ, (उ. प्र.) में 19वीं राष्ट्रीय डायमंड जुबली जम्बूरी का भव्य आयोजन वृंदावन परिसर में हुआ। जिसमें देश- विदेश से 35 हजार से अधिक प्रतिभागी सम्मिलित हुए। स्कूल शिक्षा मंत्री माननीय गजेन्द्र यादव ,भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के राज्य मुख्य आयुक्त इंद्रजीत सिंह खालसा व राज्य सचिव जितेन्द्र कुमार साहू के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ से 363 के दल ने जम्बूरी में भागीदारी की और उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
 बिलासपुर कलेक्टर एवं संरक्षक भा.स्का.एवं गा. संजय अग्रवाल , जिला मुख्य आयुक्त चन्द्र प्रकाश बाजपेयी, जिला शिक्षा अधिकारी/ पदेन जिला आयुक्त स्काउट विजय टांडे के मार्गदर्शन में जिले के दल में गाइड  प्रभारी के रूप में डॉ.पूनम सिंह ,जिला संगठन आयुक्त गाइड एवं स्काउट प्रभारी के रूप में संतोष कुमार त्रिपाठी, जिला प्रशिक्षण आयुक्त स्काउट के द्वारा सेवाएं दी गईं। स्टेट कांटीजेंट लीडर स्काउट डॉ.पूनम सिंह साहू, गाइड श्रीमती सरिता पाण्डेय ने छ.ग.टीम का नेतृत्व किया। जिले के 06 स्काउट एवं ,08 गाइड व 03 सर्विस रोवर,01 सर्विस रेंजर के रूप में सम्मिलित हुएं एवं  विभिन्न- मार्च पास्ट, लोक नृत्य, फूड प्लाजा, स्किल- ओ- रामा, फिजिकल डिस्प्ले, कलर पार्टी, एथनिक फैशन शो, राज्य प्रदर्शनी, रंगोली, पायनियरिंग प्रोजेक्ट, स्टेट गेट, कैंप क्राफ्ट, चलित झांकी, कैंप फायर, टेंट पिचिंग, यूथ प्रोग्राम एवं एडवेंचर आदि प्रतियोगिता एवं गतिविधियों में भागीदारी निभाया। एवं विभिन्न साहसिक खेलों का भी लुत्फ उठाया गया। 
प्रतिभागियों को सेना के हथियारों को देखने और उसकी उपयोगिता की जानकारी मिली तथा सम- सामयिक विषयों से संबंधित स्टॉल्स का अवलोकन किया गया। जम्बूरी का उद्घाटन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल माननीय श्रीमती आनंदी बेन पटेल ने किया तथा समापन देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी के द्वारा अयोध्या भ्रमण हेतु बस एवं भोजन की व्यवस्था की गणमान्यजनों ने भी जम्बूरी में उपस्थिति दी। जिला संगठन आयुक्त स्काउट चन्द्र महेन्द्र बाबू टंडन ने बताया कि राष्ट्रीय जम्बूरी का आयोजन चार साल के अंतराल पर होता है। जिले से प्रत्येक जम्बूरी में स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स की भागीदारी हो रही है।  

“कभी यह मत सोचिए कि आप पीछे रह गए हैं, यदि आप प्रयास करना नहीं छोड़ते, तो आप हमेशा पहले स्थान पर हो सकते हैं’’- पूर्व राष्ट्रपति

Bilaspur: अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पूर्व राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री हुए शामिल। दीक्षांत उदबोधन में पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने छात्रों को दी प्रेरणा और मार्गदर्शन। 


बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़  /  अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के छठवें दीक्षांत समारोह का आयोजन आज पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद के मुख्य आतिथ्य में गरिमामय वातावरण में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल श्री रमेन डेका ने की। अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव तथा उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा शामिल हुए। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य डॉ. दिवाकर नाथ वाजपेयी उपस्थित रहे। समारोह में 64 शोद्यार्थियों को शोध उपाधि, 92 गोल्ड मेडल एवं 36950 स्नातक एवं स्नातकोत्तर उपाधि दी गई।   

विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने स्नातक छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ दीं और उन्हें शिक्षा, आत्मविश्वास, संकल्प और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान देने के महत्व पर प्रेरित किया। पूर्व राष्ट्रपति श्री कोविंद ने कहा कि यह दिन छात्रों के जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने विद्यार्थियों, विशेषकर पदक विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि उनकी यह उपलब्धि केवल उनकी मेहनत का परिणाम नहीं है, बल्कि इसके पीछे माता-पिता का त्याग, परिवार का सहयोग और गुरुओं का अमूल्य मार्गदर्शन भी निहित है। यह हर विद्यार्थी के लिए एक सुनहरा यादगार पल है, जिसे वे जीवनभर याद रखेंगे।

उन्होंने कहा कि देश के विश्वविद्यालयों में बेटियाँ शिक्षा के क्षेत्र में कई बार बेटों से आगे निकल रही हैं और इस विश्वविद्यालय के स्वर्ण पदक विजेताओं में भी बेटियों की संख्या उल्लेखनीय है। पूर्व राष्ट्रपति ने युवा पीढ़ी की ऊर्जा और आत्मविश्वास की सराहना करते हुए कहा कि भारत आज दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में अग्रणी है और वर्तमान युवा इसका ऐतिहासिक साक्षी और भागीदार हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से स्नातक होना शिक्षा की पूर्णता नहीं है, बल्कि इक्कीसवीं सदी में सफलता के लिए निरंतर सीखना, कौशल निखारना और आत्मविकास अनिवार्य है। उन्होंने विद्यार्थियों से आत्म-प्रबंधन, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और प्रभावी संचार जैसी क्षमताओं के विकास की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही सफलता मिलने पर आत्ममंथन और विनम्रता बनाए रखने की सीख दी। उन्होंने अपने जीवन का अनुभव साझा करते हुए बताया कि उनके पालन-पोषण के दौरान कठिनाइयाँ और सीमित संसाधन रहे, लेकिन निरंतर प्रयास और ईश्वर की कृपा से वे उच्चतम पदों तक पहुँचे। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि-“कभी यह मत सोचिए कि आप पीछे रह गए हैं। यदि आप प्रयास करना नहीं छोड़ते, तो आप हमेशा पहले स्थान पर हो सकते हैं।” उन्होंने छात्रों से अपने सपनों को साकार करने के लिए परिश्रम करने, भारतीय संस्कृति, मूल्यों और जड़ों से जुड़े रहने और योग व विज्ञान जैसी भारतीय विरासत को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान देने का संकल्प लेने के महत्व को भी रेखांकित किया। समापन में उन्होंने कहा कि छात्रों को अपनी उपाधि, शिक्षा और संस्कारों का उपयोग करते हुए अपने माता-पिता, गुरुओं, विश्वविद्यालय और देश का नाम रौशन करना चाहिए। उन्होंने सभी स्नातकों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं और उन्हें प्रेरित किया कि वे हमेशा आगे बढ़ते रहें। 

संयम, अनुशासन और सकारात्मक सोच के साथ जीवन में आगे बढ़े युवा : राज्यपाल

छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका ने अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में अनेक चुनौतियाँ आती हैं, जिनमें कभी-कभी हम गिरते भी हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह है कि हर बार स्वयं को संभालकर फिर से खड़ा होना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में गिरावट से भयभीत न हों और हमेशा उठने का साहस रखें। राज्यपाल ने अनुशासन को जीवन में सफलता की मजबूत नींव बताते हुए कहा कि जीवन एक सुंदर यात्रा है, और इसे उद्देश्यपूर्ण, सकारात्मक और सार्थक ढंग से जीना प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के पास असीम अवसर और व्यापक संभावनाएँ हैं और शिक्षा केवल डिग्री तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। इसके साथ ही शिक्षक और विद्यार्थी के बीच मजबूत, विश्वासपूर्ण और प्रेरक संबंध बनाना अत्यंत आवश्यक है। मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर ध्यान आकर्षित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आज तनाव एक बड़ी चुनौती बन चुका है। इसलिए योग, ध्यान और नियमित शारीरिक गतिविधि को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाना जरूरी है। उन्होंने विद्यार्थियों से यह भी आग्रह किया कि वे जीवन में ऐसा कार्य चुनें जिसमें तनाव कम हो, पारदर्शिता हो और जिससे स्वयं, समाज और राष्ट्र का सकारात्मक परिवर्तन संभव हो। राज्यपाल ने कहा कि ऐसा कार्य ही सच्चा संतोष, सम्मान और वास्तविक सफलता प्रदान करता है। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने सभी विद्यार्थियों से कहा कि वे संयम, अनुशासन और सकारात्मक सोच के साथ अपने जीवन में आगे बढ़ें। उन्होंने सभी स्नातकों के उज्ज्वल भविष्य और सफलता की कामना की। उन्होंने सबका अलग-अलग आईक्यू होने की बात कहते हुए सबको अपनी क्षमता के अनुसार कार्य करने की अपील की।

राज्य की जरूरतों के अनुरूप अनुसंधानों पर ध्यान दें विश्वविद्यालय : मुख्यमंत्री 

कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी और उन्हें जीवन में नैतिकता, समर्पण और समाजोपयोगी योगदान की प्रेरणा दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समारोह केवल औपचारिक आयोजन नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों के सपनों, संकल्पों और संघर्षों का उत्सव है। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप बहुविषयक अध्ययन, कौशल आधारित शिक्षण, चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम, अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट और आधुनिक पाठ्यचर्या जैसी व्यवस्थाओं को लागू करने की सराहना की, जिससे छात्र वैश्विक अवसरों का लाभ उठा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि विवि में डिजिटलईजेशन के माध्यम से विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश प्रक्रिया, परीक्षा फॉर्म, ट्रांसक्रिप्ट और डिग्री प्रमाणपत्र जैसी सेवाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराया गया है। इस नई प्रणाली से छात्रों को सरल, पारदर्शी और त्वरित सेवाएँ मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि पीएम उषा के तहत वित्तीय सहायता नए प्रयोगशालाओं, स्मार्ट कक्षाओं, डिजिटल लाइब्रेरी और आधुनिक अकादमिक अवसंरचना के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी। इससे विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा में गुणवत्ता और नवाचार को सुनिश्चित कर सकेगा। 

मुख्यमंत्री ने अनुसंधान के महत्व को भी रेखांकित किया और कहा कि विश्वविद्यालयों को राज्य की आवश्यकताओं के अनुरूप कृषि विज्ञान, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक संरचना, भाषासाहित्य और तकनीकी नवाचार जैसे क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शोध को प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को यह संदेश भी दिया कि यह उपाधि उनके जीवन में नए अध्याय की शुरुआत है और इसे समाज एवं राष्ट्र के विकास में योगदान देने के लिए उपयोग करना चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए निरंतर परिश्रम किया। मुख्यमंत्री ने सभी दीक्षार्थियों को उज्ज्वल भविष्य और सफलता की शुभकामनाएँ दी। दीक्षांत समारोह ने विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों को ज्ञान, अनुशासन और प्रेरणा का एक उत्सव प्रदान किया और अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय की उच्च शिक्षा में गुणवत्ता और नवाचार की प्रतिबद्धता को उजागर किया।

उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य ने अपने 25 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं और यह सभी नागरिकों के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी के मार्गदर्शन में बने इस प्रदेश ने शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा महाविद्यालयों के सतत मार्गदर्शन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की तथा सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ दीं। उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने कहा कि दीक्षांत समारोह छात्रों के परिश्रम, संघर्ष और लगन का सम्मान है। उन्होंने मेधावी छात्रों को विशेष बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत कई सुधारात्मक पहलें की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है तथा 20 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है, जिससे शैक्षणिक अधोसंरचना और अधिक मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को प्राप्त उपाधि केवल प्रमाण पत्र नहीं, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जो उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करता है। अतिथियों ने विश्वविद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका कन्हार का भी विमोचन किया। कार्यक्रम में स्वागत भाषण विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य डॉ. अरूण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने दिया। 

Chhattisgarh: आदिवासी क्षेत्रों में खनन का विरोध तेज, सरकार पर पूंजीपतियों को लाभ पहुँचाने के आरोप


रायपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  छत्तीसगढ़ में खनन परियोजनाओं को लेकर उबाल तेज होता जा रहा है। विभिन्न संगठनों का आरोप है कि शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक आंदोलनों को दरकिनार कर सरकार पुलिस बल के सहारे परियोजनाओं को आगे बढ़ा रही है, जिससे लोगों में गहरी नाराज़गी व्याप्त है। 
जल, जंगल-जमीन के लिए सालों से आदिवासियों के हक़ की आवाज़ बने आलोक शुक्ला ने राजनैतिक लोगों पर खुलकर आरोप लगाया है कि वे केवल बयानबाजी तक सिमित हैं।   
आरोप है कि पिछले दो वर्षों में सरकार का मुख्य उद्देश्य आदिवासियों की जंगल-जमीन छीनकर निजी कंपनियों के हवाले करना बन गया है। हसदेव अरण्य में कथित तौर पर फर्जी ग्रामसभा प्रस्ताव की जांच रिपोर्ट आने के बाद भी परसा और PEKB कोल ब्लॉक के लिए भारी पुलिस बल तैनात कर पेड़ों की कटाई कराई गई। अब दोबारा पेड़ों की कटाई की तैयारी की जा रही है।

इधर रायगढ़ में भी विरोध के बावजूद गारे–पेलमा कोल ब्लॉक के लिए पेड़ काटकर खदान संचालन शुरू कर दिया गया। स्थानीय लोगों के व्यापक विरोध के बावजूद गारे–पेलमा-1 की जनसुनवाई फिर करवाई जा रही है। हाल ही में अंबुजा-अदाणी परियोजना की जनसुनवाई के दौरान प्रशासन की सख्ती के चलते लोगों को सड़क काटकर धरना पर बैठना पड़ा।

मेनपाट में भी बक्साइट खनन के लिए भारी विरोध के बीच जनसुनवाई जबरन आयोजित कराई गई। बस्तर में नंदराज पहाड़ की कथित फर्जी ग्रामसभा निरस्त होने के बावजूद खनन की तैयारी जारी है। आंदोलनकारी संगठनों का कहना है कि आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के हनन पर मुख्यमंत्री की चुप्पी चिंता का विषय है।  
आरोप ये भी है कि पिछले 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ की ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी गई। वहीं कांग्रेस के कुछ नेताओं पर भी आरोप लगे कि वे केवल बयान देकर अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं।

 (सोर्स/ आलोक शुक्ल जी के फेसबुक वाल से)

Chhattisgarh: बीजापुर में सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता, 12 नक्सली ढेर; तीन जवान शहीद, दो घायल

सांकेतिक तस्वीर/ TCG NEWS 
बीजापुर।  TODAY छत्तीसगढ़  /  नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत बीजापुर जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की। घने जंगलों में चली भीषण मुठभेड़ में बलों ने 12 माओवादियों को ढेर कर दिया। क्षेत्र में अभी भी सर्च और कॉम्बिंग ऑपरेशन जारी है।

मुठभेड़ के दौरान DRG बीजापुर के प्रधान आरक्षक मोनू वडाड़ी, आरक्षक दुकारू गोंडे और आरक्षक रमेश सोड़ी ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए शहादत दी। सरकार ने तीनों वीर जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। इस मुठभेड़ में दो अन्य जवान घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि दोनों खतरे से बाहर हैं और उनका समुचित इलाज कराया जा रहा है। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई है।

अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जब तक बस्तर के अंतिम गाँव में शांति, सुरक्षा और विकास का प्रकाश नहीं पहुँचता, अभियान निर्बाध जारी रहेगा। 

सरकार का कहना है कि जवानों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। लगातार मिल रही सफलताएँ यह संकेत देती हैं कि लाल आतंक का अंत अब निकट है। सुरक्षा बल और सरकार “माओवाद के पूर्ण खात्मे” के संकल्प पर दृढ़ता से आगे बढ़ रहे हैं।


© all rights reserved TODAY छत्तीसगढ़ 2018
todaychhattisgarhtcg@gmail.com