[TODAY छत्तीसगढ़ ] / बिलासपुर नगर निगम में राजेंद्र नगर वार्ड से निर्दलीय पार्षद संजय यादव ने आज भाजपा में प्रवेश कर लिया है। नगरीय निकाय मंंत्री अमर अग्रवाल और भारतीय जनता पार्टी में आस्था जाहिर करते हुए संजय ने बताया की अमर अग्रवाल के नेतृत्व में बिलासपुर का सर्वांगीण विकास हुआ है। बिलासपुर की जनता ने उन्हें चार बार जीत दिलाकर मंत्री बनाया है, इस बार भी आम मतदाता उन्हें अपना आशीर्वाद देंगे। उन्होंने अपना अनुभव बतौर पार्षद रहते हुए महसूस किया कि जनहित और विकास के लिए जरूरी है कि मतदाता भाजपा का साथ दें।
उल्लेखनीय है कि संजय यादव पिछली बार निर्दलीय चुनाव लड़कर राजेंद्र नगर वार्ड से पार्षद बने, उसके पहले भी वे उसी वार्ड से निर्दलीय पार्षद के रूप में काम कर चुके हैं । संजय यादव ने पिछले चुनाव में भाजपा नेता राजेन्द्र भण्डारी को हराया है। संजय यादव जिस वार्ड के पार्षद है उसी वार्ड के निवासी मंत्री अमर अग्रवाल भी हैं। भाजपा को यहां से अपेक्षित सफलता संजय यादव के चलते नहीं मिल रही थी लेकिन संजय के भाजपा में प्रवेश करने से सीधा फायदा भाजपा को होगा ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं । संजय यादव को भाजपा में प्रवेश दिलाकर मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा की कर्मठ लोगों का भाजपा ने हमेशा स्वागत किया है। संजय यादव जुझारू, योग्य और मेहनती नेता हैं। जाहिर सी बात है कि भाजपा प्रवेश के बाद संगठन को फायदा होगा। उन्होने कहा की संजय ने जनहित को ध्यान में रखते हुए भाजपा में प्रवेश लिया है। आज अमर अग्रवाल के हांथो राजेन्द्र स्थित निवास कार्यालय में एल्डरमेन मकबुल अली की अगुवाई में श्रीवास, मुस्लिम और अन्य समाज के युवाओं महिलाओं नें बडी संख्या में भाजपा की सदस्यता ली।
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की अधिसूचना जारी होते ही नामांकन दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दूसरे चरण में राज्य की 72 सीटों पर मतदान होना है। आज बिलासपुर जिले की सात विधानसभा सीटों के लिए शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया के दौरान विभिन्न पार्टी के नेता सक्रिय नज़र आये। आज नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन जिले की किसी भी विधानसभा सीट के लिए कोई भी पर्चा दाखिल नहीं किया गया । शुक्रवार को विभिन्न दल और स्वतंत्र दावेदारों ने 7 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 45 नामांकन पत्र खरीदे। अगर सिर्फ बिलासपुर विधानसभा सीट की बात करें तो यहां से आज भाजपा उम्मीदवार अमर अग्रवाल ने नामांकन पर्चा खरीदा। इसके अलावा कांग्रेस के अशोक अग्रवाल-अटल श्रीवास्तव ने भी नामांकन फार्म खरीदा। इसी तरह मरवाही विधानसभा से 3, कोटा से 5 ,तखतपुर से 5 ,बिल्हा से 13, बिलासपुर से 12 , बेलतरा से 3 और मस्तूरी से चार उम्मीदवारों ने नामांकन फार्म खरीदे हैं।
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / जिला दण्डाधिकारी बिलासपुर पी दयानंद ने शहर में गुण्डागर्दी का पर्याय बन चुके हिस्ट्रीशीटर हितेंद्र पर रासुका के तहत कार्रवाई किये जाने की अनुशंसा पर मुहर लगा दी है। चुनावी माहौल को देखते हुये इसे बड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। प्रदेश में चुनावी माहौल में किसी हिस्ट्रीशीटर पर संभवत: रासुका की ये पहली कार्रवाई होगी । आज से दूसरे चरण के लिये बिलासपुर सहित प्रदेश भर में नामांकन की शुरुआत भी हो गई है जिसे देखते हुए पी दयानंद ने पुलिस अधीक्षक बिलासपुर से मिले हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ कारवाही के प्रस्ताव पर सुनवाई के बाद फैसला सुनाया। यहां ये बताना लाजिमी होगा की पिछले एक दशक बाद किसी आदतन अपराधी के खिलाफ रासुका की कारवाही की गई है।
हितेंद्र सिंह पर बिलासपुर के विभिन्न थानों में कई गंभीर मामले दर्ज हैं। हिस्ट्रीशीटर हितेंद्र सिंह अपहरण, धोखाधड़ी, अवैध शराब की बिक्री, गुंडागर्दी कर मारपीट के अलावा 8 और मामले दर्ज हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगने के बाद आरोपी की तीन माह तक जमानत नहीं हो सकती है। रासुका लगने से पहले सरकंडा थाना के टीआई का बयान दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस की तरफ से जिला दण्डाधिकारी पी दयानंद को एनएसए की कार्रवाई के लिये प्रतिवेदन भेजा गया। जिसके बाद दयानंद ने तुरंत आकाशनगर बहतराई निवासी हितेंद्र सिंह पिता स्व दिनेश कुमार सिंह पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 की धारा 3(2) के तहत एनएसए की कार्रवाई की है और तत्काल आगामी तीन माह तक केंद्रीय जेल बिलासपुर में बंद करने के निर्देश दिये हैं। अगले तीन महीने तक आरोपी हितेंद्र की जमानत नहीं हो सकेगी।
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / बस्तर के जरिए एक बार फिर सत्ता की दहलीज पर भाजपा को पहुंचाने की जिम्मेदारी संभाली है मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने। डाक्टर रमन सिंह कल से बस्तर इलाके में आक्रामक चुनाव प्रचार अभियान के जरिये जनता की नब्ज पकड़ेंगे। पहले चरण के लिए होने वाले मतदान के लिए कल 27 अक्टूबर से मुख्यमंत्री रमन सिंह का प्रचार अभियान शुरू हो रहा है। पहले चरण के मुकाबले में 18 सीटों पर मतदान होना है। उसी के मद्देनज़र उनकी यह शुरूआत सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा सीट से होगी। प्रचार अभियान के पहले दिन मुख्यमंत्री चार सभाओं को संबोधित करेंगे। कोंटा के अलावा वे नारायणपुर, दंतेवाड़ा और जगदपुर विधानसभाओं में चुनावी रैली कर जनता को सम्बोधित करेंगे।
बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत कई केंद्रीय नेताओं के दौरे होंगे। प्रचार अभियान को लेकर मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने कहा है कि- अब चुनाव थमने तक मेरा हेलीकॉप्टर चलता रहेगा। मेरा लक्ष्य है कि अधिकांश विधानसभा में मैं खुद जाऊं ।
.हिन्दुत्व के नाम पर वोट मांगेंगे योगी -
छत्तीसगढ़ में चौथी बार सरकार बनाने बीजेपी अपने तमाम बड़े चेहरों को चुनावी अभियान में तैनात कर रही है। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य के एक बड़े हिस्से में प्रचार अभियान की अगुवाई करेंगे। सम्भवतः योगी का दौरा दूसरे चरण के चुनावी मुकाबले के लिए होगा। योगी हिन्दुत्व के मुद्दे पर आक्रामक प्रचार करेंगे। बीजेपी सूत्रों की माने तो उत्तरी छत्तीसगढ़ में योगी आदित्यनाथ बीजेपी के पक्ष में समर्थन जुटाने आएंगे। हालांकि इस संबध में पार्टी द्वारा कोई विस्तृत कार्यक्रम की घोषणा नहीं की गई है।
मुंबई से आया 30 प्रचार रथ -
चुनावी कैंपेनिंग के लिए बीजेपी ने मुंबई से 30 प्रचार रथ मंगाए जाने की खबर भी है। उस प्रचार रथ में एलईडी भी लगाई गई है। पहले चरण के चुनावी अभियान में यह प्रचार रथ बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने में मददगार होगा। रथ में लगाए गए एलईडी डिस्प्ले के जरिए बीजेपी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों को दिखाया जायेगा।
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / इस बार करवा चौथ शनिवार 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन सभी शादी-शुदा महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए व्रत रखेंगी, तो कुछ अपने व्रतों का उद्यापन करेंगी। दरअसल, किसी बीमारी या इच्छा के चलते जो महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखने में असमर्थ होती हैं, वो करवा चौथ के दिन ही अपने व्रत का उद्यापन कर सकती हैं लेकिन इस बार महिलाएं अपने करवा चौथ के व्रत का उद्यापन नहीं कर पाएंगी।
करवा चौथ का व्रत हर महिला के लिए बेहद खास होता है। इस दिन सभी महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। करवा चौथ नजदीक आते ही सुहागिन महिलाएं कुछ दिन पहले से तैयारी शुरू कर देती हैं। इसके लिए महिलाएं व्रत और पूजा को इस विधि से करें तो आपके सुहाग की उम्र और भी लंबी होगी। इस बार करवा चौथ का व्रत 27 अक्टूबर को रखा जाएगा। यह व्रत सुबह सूर्योदय से पूर्व प्रात: 4 बजे प्रारंभ होकर रात में चंद्रमा दर्शन के बाद पूर्ण होता है। ज्योतिषाचार्य पंडित संतराम के अनुसार 05 बजकर 36 मिनट से 06 बजकर 53 मिनट तक पूजा का शुभ मुर्हूत है। वहीं चंद्र दर्शन का समय रात्रि 7 बजकर 55 मिनट पर होगा। ऐसे में सुहागिनें चांद को अर्घ्य देकर ही व्रत खोलें।
कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करक चतुर्थी या करवा-चौथ व्रत करने का विधान है। इस दिन गेहूं अथवा चावल के दानें हाथ में लेकर कथा सुननी चाहिए। बालू अथवा सफेद मिट्टी की वेदी पर शिव-पार्वती, स्वामी कार्तिकेय, गणेश एवं चंद्रमा की मूर्तियों की स्थापना करें। यदि मूर्ति ना हो तो सुपारी पर धागा बांध कर उसकी पूजा की जाती है। इसके बाद अखंड सौभाग्य की कामना करते हुए देवी देवताओं का स्मरण करें और करवे सहित बायने(खाने) पर जल, चावल और गुड़ चढ़ायें। रात में चंद्रमा उदय होने पर छलनी की ओट में चंद्रमा का दर्शन करके अर्घ्य देने के पश्चात व्रत खोलना शुभप्रद रहता है। वहीं व्रत रखने वाली स्त्री को काले और सफेद कपड़े पहनने से बचना चाहिए। इस दिन लाल और पीले रंग के कपड़े पहनना विशेष फलदायी होता है। इस दिन महिलाओं को चाहिए कि वे पूर्ण श्रृंगार करें और अच्छा भोजन खाएं। इस दिन पति की लंबी उम्र के साथ संतान सुख भी मिल सकता है।
मान्यताओं के अनुसार, सबसे पहले माता पार्वती ने यह व्रत शिवजी के लिए रखा था। इसके बाद ही उन्हें अखंड सौभाग्य प्राप्त किया था। इसलिए इस व्रत में भगवान शिव एवं माता पार्वती की पूजा की जाती है। वहीं महाभारत में पांडवों की विजय के लिए द्रौपदी द्वारा भी इस व्रत को रखा गया था।
0 क्यों नहीं कर पाएंगी करवा चौथ व्रत का उद्यापन
हिंदु मान्यताओं के मुताबिक जब भी शुक्र अस्त रहता है, उस दौरान व्रत का उद्यापन नहीं किया जाता। हालांकि पूजा-पाठ, उपवास या फिर बाकि किसी भी धार्मिक कार्यों में कोई बाधा नहीं आती। इस बार शुक्र करवा चौथ से 11 दिन पहले यानी 16 अक्टूबर को अस्त हो चुका है। ऐसे में जो भी महिलाएं 27 अक्टूबर को अपने करवा चौथ व्रत के उद्यापन के बारे में सोच रही थीं, उन्हें एक और साल का इंतज़ार करना होगा।
भारत और विश्व के इतिहास में आज का दिन ख़ास मायने रखता है, आज के दिन कई ऐसे घटनाक्रम हुए जिनका जिक्र अब इतिहास के पन्नों में मिलता है। 0 आज 26 अक्टूबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
1774 - फिलाडेल्फिया में अमेरिका की पहली महाद्वीपीय कांग्रेस स्थगित।
1858 - एच.ई. स्मिथ ने वॉशिंग मशीन का पेटेंट कराया।
1905 - नॉर्वे ने स्वीडन से स्वतंत्रता प्राप्त की।
1934 - महात्मा गांधी के संरक्षण में अखिल भारतीय ग्रामीण उद्योग संघ की स्थापना।
1943 - कलकत्ता (तत्कालीन कोलकाता) में हैजे की महामारी से अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में 2155 लोगों की मौत।
1947 - राजा हरि सिंह जम्मू-कश्मीर काे भारत में विलय करने पर सहमत हुए।
इराक में ब्रिटिश सेना का कब्जा हटा।
1950 - संत मदर टेरेसा ने कलकत्ता में चैरिटी मिशन की स्थापना की।
1951 - विंस्टन चर्चिल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने।
1969 - चांद पर कदम रखने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और एडविन एल्ड्रिन मुंबई आये।
1975 - मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात अमेरिका की आधिकारिक यात्रा करने वाले देश के पहले राष्ट्रपति बने।
1976 - त्रिनिदाद एंड टोबैगो गणराज्य को ब्रिटेन से आजादी मिली।
1980 - इजरायल के राष्ट्रपति यित्झाक नावोन मिस्र की यात्रा करने वाले पहले इजरायली राष्ट्रपति बने।
1994 - इस्रायल और जार्डन के बीच अरावा क्रासिंग पर बहुप्रतीक्षित शांति संधि सम्पन्न।
1999 - उच्चतम न्यायालय ने आजीवन कारावास की अवधि 14 वर्ष तय की।
2001 - जापान ने भारत और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ लगे प्रतिबंधों को हटाने की घोषणा की।
2005 - वर्ष 2006 को भारत-चीन मैत्री वर्ष के रूप में मनाने का फैसला।
2006 - इस्रायल में एक मंत्री ने भारत से बराक सौदे पर जांच की मांग की।
2007 - अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का महत्त्वपूर्ण यान डिस्कवरी अंतर्राष्ट्रीय स्पेश स्टेशन पर सफलतापूर्वक उतरा। अमेरिका ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स तथा वहाँ के बैंकों पर प्रतिबन्ध लगाया।
2012 - बर्मा में हिंसक झड़पों में 64 लोगों की मौत।
अफ़ग़ानिस्तान में एक मस्जिद में आत्मघाती हमले में 41 की मौत, 50 घायल।
2015 - उत्तर पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान के हिंदूकुश पर्वत श्रृंखला में 7.5 तीव्रता वाले भूकंप से 398 लोगों की मौत, 2536 घायल।
0 आज जिनका जन्म हुआ
1775 - बहादुरशाह ज़फ़र - भारत में मुग़लों का अंतिम सम्राट।
1924 - ठाकुर प्रसाद सिंह - भारत में नवगीत विधा के कवियों में में से एक थे।
1971 - प्रीति सिंह - भारतीय साहित्यकार, उपन्यासकार एवं सम्पादिका।
1923 - राम प्रकाश गुप्ता - 'भारतीय जनता पार्टी' के प्रसिद्ध नेता तथा उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री तथा मध्य प्रदेश के राज्यपाल।
1890 - गणेशशंकर विद्यार्थी - स्वाधीनता संग्राम में गणेशशंकर विद्यार्थी का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा।
1886 - गोदावरीश मिश्र - उड़ीसा के प्रसिद्ध समाज सुधारक, साहित्यकार और सार्वजनिक कार्यकर्ता।
0 आज जिनका निधन हुआ
1947 - लॉर्ड लिटन द्वितीय - बंगाल के ब्रिटिश गवर्नर (1922-27 ई.) और मंचूरिया थे।
1955 - डी. वी. पलुस्कर, प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक
1981 - दत्तात्रेय रामचन्द्र बेंद्रे - भारत के प्रसिद्ध कन्नड़ कवि और साहित्यकार
2000- मन्मथनाथ गुप्त- प्रमुख क्रान्तिकारी तथा लेखक
1956 - बलराज भल्ला - प्रसिद्ध क्रांतिकारी तथा महात्मा हंसराज के पुत्र।














