रायपुर । TODAY छत्तीसगढ़ / छत्तीसगढ़ में जमीन की नई रजिस्ट्री (गाइडलाइन) दरों में बढ़ोतरी के विरोध के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि सरकार जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देगी। साय का कहना है कि गाइडलाइन दर को लेकर विभागीय स्तर पर अभी भी चर्चा जारी है और जरूरत पड़ने पर सरकार पुनर्विचार करने के लिए तैयार है।
Chhattisgarh: रजिस्ट्री दरों में बढ़ोतरी पर विवाद, मुख्यमंत्री ने पुनर्विचार के दिए संकेत
रायपुर । TODAY छत्तीसगढ़ / छत्तीसगढ़ में जमीन की नई रजिस्ट्री (गाइडलाइन) दरों में बढ़ोतरी के विरोध के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि सरकार जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देगी। साय का कहना है कि गाइडलाइन दर को लेकर विभागीय स्तर पर अभी भी चर्चा जारी है और जरूरत पड़ने पर सरकार पुनर्विचार करने के लिए तैयार है।
जिला पशु चिकित्सालय में नहीं ऑपरेशन सुविधा ? गौ माता को गाड़ी में लेकर कलेक्टोरेट पहुंची महिला
बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / न्यायधानी में जिला पशु चिकित्सालय की सुविधा पर सवाल उठे हैं। गोलबाजार निवासी वंदना गुप्ता ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में पशु ऑपरेशन की सुविधा नहीं है, जिसके चलते उनकी गाय का प्रसव नहीं हो पा रहा है। वंदना गाय को गाड़ी में बैठाकर कलेक्टोरेट तक मदद की गुहार लेकर पहुंच गईं।
उनका आरोप है कि चर्चित पशु चिकित्सक डॉ. राम ओत्तलवार ने गाय का ऑपरेशन करने से साफ मना कर दिया और उन्हें निजी पशु औषधालय जाने को कहा। वंदना का कहना है कि “जब सरकार अस्पताल है, तो यहां ऑपरेशन क्यों नहीं किया जा रहा ? हमें निजी अस्पताल भेजा जा रहा है।”
कलेक्टर ने दिए कार्रवाई के निर्देश
कलेक्टर संजय अग्रवाल मीटिंग में होने के कारण उनसे मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन मामले की जानकारी मिलते ही उन्होंने पशु पालन विभाग के संयुक्त संचालक को फटकार लगाई। कलेक्टर ने डॉक्टर को नोटिस जारी कर जांच और कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
गाय की जान पर बन आई, कहा — सरकारी अस्पताल में ही मिले इलाज
वंदना ने बताया कि शुक्रवार सुबह 9 बजे वह गाय को जिला पशु चिकित्सालय उपचार हेतु लेकर गई थीं। गाय कमजोर होने के कारण प्रसव में सक्षम नहीं है और बछड़ा पेट में फंसा हुआ है। वंदना का कहना है—
“हम गौ माता को सरकारी अस्पताल लेकर गए थे। लेकिन डॉक्टर ने कहा कि यहां ऑपरेशन की सुविधा नहीं है। हमें निजी क्लिनिक भेज दिया गया। इसलिए हम कलेक्टर से मांग करने आए हैं कि सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन सुविधा शुरू की जाए, ताकि गौ माता की जान बच सके।”
26 दिन से फरार: अमित बघेल 3 दिन की पुलिस रिमांड पर, पहले जाएंगे मां के अंतिम संस्कार में
रायपुर। TODAY छत्तीसगढ़ /विवादित बयानों के मामले में फरार चल रहे छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल को देवेंद्र नगर पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। बघेल पुलिस थाने के बाहर खुद को सरेंडर करने पहुंचे थे, लेकिन थाने से करीब 20 मीटर पहले ही पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें पकड़ लिया। पुलिस इसे कानूनी गिरफ्तारी बता रही है, जबकि समर्थक इसे स्वैच्छिक सरेंडर बता रहे हैं।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अमित बघेल को कोर्ट में पेश किया, जहां न्यायालय ने उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया। इससे पहले उन्हें पुलिस कस्टडी में ही मां के अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव भेजा जाएगा। गौरतलब है कि बघेल की मां का निधन शुक्रवार को हुआ है। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को गांव पथरी में होना है।
समर्थकों ने जी-रोड जाम किया, आम जनता परेशान
गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही बघेल के समर्थकों ने आमापारा जी-रोड पर प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम कर दी। करीब दो घंटे तक दोनों ओर से यातायात बाधित रहा, जिससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में पुलिस और समर्थकों की आपसी समझ से एंबुलेंस को रास्ता दिया गया और एक ओर का रास्ता खोलकर जाम आंशिक रूप से हटाया गया।
26 दिनों से थे फरार, सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी फटकार
अमित बघेल विवादित और आपत्तिजनक बयानों से जुड़े मामलों में करीब 26 दिनों से फरार थे। 26 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए सख्त टिप्पणी की थी। अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा था— “अपनी जुबान पर लगाम रखें। जहां-जहां FIR दर्ज है, वहां की कानूनी प्रक्रिया का सामना करें। कोई राहत नहीं दी जाएगी, कानून अपना काम करेगा।”
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी बयान देते हुए कहा कि अलग-अलग धर्म और संप्रदायों के खिलाफ टिप्पणी करने पर कई जिलों में FIR दर्ज हुई थीं। आज कानून के अनुसार कार्रवाई करते हुए उनकी गिरफ्तारी हुई है।
पुतिन का भारत दौरा: राष्ट्रपति भवन में मिला गार्ड ऑफ ऑनर
नई दिल्ली । TODAY छत्तीसगढ़ / रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं। दौरे का आज दूसरा दिन है, जहां राष्ट्रपति पुतिन ने औपचारिक कार्यक्रमों की शुरुआत राष्ट्रपति भवन पहुंचकर की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान पुतिन ने राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी से हाथ मिलाया, जिसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। पहले रूस का और उसके बाद भारत का राष्ट्रगान बजा।
#WATCH दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। pic.twitter.com/ioWAOplcne
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 5, 2025
सम्मान ग्रहण करने के बाद पुतिन ने गार्ड का निरीक्षण किया और फिर दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ औपचारिक मुलाकात की। इसके बाद रूसी राष्ट्रपति, राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी के साथ राष्ट्रपति भवन से प्रस्थान कर राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहां से वे हैदराबाद हाउस जाएंगे, जहां दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठकें होंगी।
गुरुवार शाम दिल्ली पहुंचे थे पुतिन। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं पहुंचकर रूसी राष्ट्रपति का स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी ने उन्हें रूसी भाषा में अनुवादित ‘गीता’ की प्रति भेंट की। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पीएम मोदी ने लिखा— “गीता की शिक्षाएं दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरणा देती हैं।” एयरपोर्ट पर पुतिन के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसकी पुतिन ने सराहना की। इसके बाद दोनों नेता एक ही वाहन से एयरपोर्ट से रवाना हुए। (IANS)
Chhattisgarh: आदिवासी क्षेत्रों में खनन का विरोध तेज, सरकार पर पूंजीपतियों को लाभ पहुँचाने के आरोप
रायपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / छत्तीसगढ़ में खनन परियोजनाओं को लेकर उबाल तेज होता जा रहा है। विभिन्न संगठनों का आरोप है कि शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक आंदोलनों को दरकिनार कर सरकार पुलिस बल के सहारे परियोजनाओं को आगे बढ़ा रही है, जिससे लोगों में गहरी नाराज़गी व्याप्त है।
जल, जंगल-जमीन के लिए सालों से आदिवासियों के हक़ की आवाज़ बने आलोक शुक्ला ने राजनैतिक लोगों पर खुलकर आरोप लगाया है कि वे केवल बयानबाजी तक सिमित हैं।
आरोप ये भी है कि पिछले 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ की ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी गई। वहीं कांग्रेस के कुछ नेताओं पर भी आरोप लगे कि वे केवल बयान देकर अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं।
(सोर्स/ आलोक शुक्ल जी के फेसबुक वाल से)
कलेक्टोरेट घेराव मामले में FIR के विरोध में कांग्रेस का हल्ला-बोल, सिविल लाइन थाना बना छावनी
बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / कलेक्टोरेट घेराव के दौरान मुख्यमंत्री के पोस्टर के साथ कथित रूप से की गई बदसलूकी के मामले में शहर कांग्रेस व जिला कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्षों पर दर्ज एफआईआर के विरोध में कांग्रेसियों ने मंगलवार को सिविल लाइन थाना पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस भवन से शुरू हुई यह रैली देखते ही देखते हजारों की भीड़ में बदल गई और पुलिस थाने के बाहर घंटों तक नारेबाजी होती रही। स्थिति को देखते हुए थाना परिसर को पुलिस प्रशासन ने छावनी में तब्दील कर दिया।
“शांतिपूर्ण आंदोलन पर एफआईआर दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई”—कांग्रेस
एफआईआर का विरोध, सड़कों पर उतरी कांग्रेस
गौरतलब है कि किसानों, जर्जर सड़कों, बिजली बिल वृद्धि, रजिस्ट्री फीस के बढ़ते भार और गरीबों के मकानों पर की गई कार्रवाई जैसे मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने 27 नवंबर को कलेक्टोरेट घेराव किया था। इसी दौरान सीएम के पोस्टर से कथित दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा ने तत्कालीन जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी और शहर अध्यक्ष विजय पांडेय के खिलाफ एफआईआर की मांग की थी। दबाव में सिविल लाइन पुलिस ने मामला दर्ज किया, जिसके विरोध में आज कांग्रेस सड़कों पर उतर आई।
जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) के अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री ने स्पष्ट किया कि “अगर आंदोलनों पर एफआईआर होने लगी तो जनता अपने अधिकारों के लिए आवाज कैसे उठाएगी ?”
थाने के बाहर घंटों धरना, मार्ग बाधित
कांग्रेसजन जब रैली की शक्ल में सिविल लाइन थाना पहुंचे, तो थाने का गेट बंद कर दिया गया और बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। प्रदर्शनकारियों के बैठ जाने से सड़क पर जाम की स्थिति बन गई। इसी दौरान दो एंबुलेंस आईं, जिन्हें कार्यकर्ताओं ने तुरंत रास्ता देकर मानवीय व्यवहार का संदेश दिया।
जिला कांग्रेस कमेटी (शहर) अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा ने कहा— “27 नवंबर का आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण था। कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, फिर भी एफआईआर करवाई गई। यह विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश है।”
दोनों पूर्व अध्यक्षों ने दी गिरफ्तारी
स्थिति को संभालने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की पहल पर पूर्व जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी और पूर्व शहर अध्यक्ष विजय पांडेय थाना परिसर में पहुंचे और अपनी गिरफ्तारी दी। उनके अंदर जाते ही प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी तेज कर दी।
विजय केशरवानी, निवर्तमान जिला अध्यक्ष ने कहा— “जनहित के मुद्दों के लिए हजार बार जेल जाना मंजूर है। भाजपा सरकार आंदोलन की ताकत से घबरा गई है।”
विजय पांडेय, पूर्व शहर अध्यक्ष ने टिप्पणी की— “भाजपा की सरकार ऊंची दुकान फीका पकवान साबित हो रही है। अपनी असफलताओं पर पर्दा डालने के लिए विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है।”
धान खरीदी में अव्यवस्था पर विधायक ने साधा निशाना
मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया ने राज्य सरकार पर धान खरीदी में अव्यवस्था का आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों को न तो समय पर टोकन मिल रहा और न पंजीयन की समस्याओं का समाधान हो रहा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष का धान उठाव न होने से करोड़ों का धान सड़ गया, जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में ऐसी स्थिति कभी नहीं बनी।
आज गिरफ्तारी देने शहर अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा, जिला कांग्रेस (ग्रामीण) अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री, तत्कालीन जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ,पूर्व शहर अध्यक्ष विजय पांण्डेय, विधायक दिलीप लहरिया, पूर्व विधायक श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, सियाराम कौशिक,पूर्व महापौर रामशरण यादव,राजेन्द्र साहू,पूर्व सभापति शेख नजीरुद्दीन, प्रदेश महामंत्री देवेंन्द्र सिंह,स्वप्निल शुक्ला,नेता प्रतिपक्ष भरत देवांगन,रमाशंकर बघेल,जितेंद पांण्डेय,नरेंद्र बोलर, राकेश शर्मा, ऋषि पांण्डेय, समीर अहमद धर्मेश शर्मा,राजेन्द्र धीवर,लक्ष्मीनाथ साहू, बिहारी देवांगन,जावेद मेमन,विनोद साहू,गीतांजलि कौशिक,शेरू असलम,राजू यादव,मोह अयूब, मोती ठारवानी,सीमा घृतेश,शिल्पी तिवारी, गायत्री लक्ष्मीनाथ साहू,स्वर्णा शुक्ला,सतकली बावरे,अन्नपूर्णा ध्रुव,अब्दुल इब्राहिम,पुष्पेंद्र साहू,अमित भारते,सुनील सोनकर,मोहन श्रीवास,ओम कश्यप,शंकर कश्यप,सीताराम जायसवाल, अमित यादव,मनीष गढेवाल,परदेशी राज,पवन साहू,विकास सिंह, आदिल खैरानी, सैय्यद इमरान,कमलेश दुबे,राजा व्यास,मकसूद अली, करम गोरख,आदेश पांण्डेय,कमल गुप्ता,चन्द्रकांत सोनी,चंद्रहास केशरवानी,आकाश यादव,दीपक रजक,रवि रावत,नीरज जायसवाल,बजरंग बंजारे,रामप्रसाद साहू,सुरेंद्र तिवारी,अंकित प्रजापति,हितेश देवांगन,लक्की मिश्रा,लक्की यादव,शैलेन्द्र मिश्रा,मनोज सिंह, बबलू मगर, देवदत्त शर्मा,दिनेश सूर्यवँशी,बंटी साहू,सुजीत यादव, अमित तिवारी, जीतू यादव,बंटी सिंह,बालचन्द साहू, मनीष सेंगर, साखन दरवे, डिकेश डहरिया, अनस खोखर, अनिल पांण्डेय,हरमेन्द्र शुक्ला,शाहनवाज़ खान,मनोज सिंह,वेद यादव,वीरेंद्र सारथी,अयाज़ खान,रमजान गौरी,सोहराब खान,प्रशांत पांण्डेय,राहुल दुबे,हेरि डेनिएल,शेख आज़म ,शुभलक्ष्मी सिंह,सन्दीप बाजपाई,संजय यादव,राकेश हंस,देवेंन्द्र मिश्रा,चित्रकान्त श्रीवास,आशीष शर्मा,अमित पांण्डेय आदि उपस्थित थे।
न्यू रिवर व्यू रोड पर स्टंटबाजी का वीडियो वायरल, बिना नंबर की कार और ड्रोन जब्त
बिलासपुर । TODAY छत्तीसगढ़ / न्यू रिवर व्यू रोड पर खतरनाक स्टंटबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सिविल लाइन पुलिस तुरंत हरकत में आ गई। बिना नंबर प्लेट की स्विफ्ट कार पर युवक का स्टंट और ड्रोन से बनाई गई वीडियो ने पुलिस को कड़ी कार्रवाई के लिए मजबूर कर दिया। पुलिस ने कार और ड्रोन कैमरा जप्त कर स्टंट करने वाले तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों पर अलग से प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है और उनके ड्राइविंग लाइसेंस के निलंबन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। पुलिस ने आमजन से अपील की है कि सड़क पर स्टंटबाजी कर अपनी और दूसरों की जान जोखिम में न डालें।
‘नकली लाश’ का खेल: बीमा क्लेम के लिए कफ़न में पुतला लेकर पहुंचें श्मशान घाट, कपड़ा व्यापारी गिरफ्तार
गाजियाबाद / दिल्ली । TODAY छत्तीसगढ़ / बीमा की 50 लाख रुपये की रकम झटकने के लिए दो दिल्ली के कपड़ा व्यापारियों ने ऐसा षड्यंत्र रचा कि पुलिस भी हैरान रह गई। गढ़मुक्तेश्वर के घाट पर मंगलवार 27 नवंबर को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दो युवक कार में कथित शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे। दोनों ने चिता सजाई, लकड़ियाँ रखीं और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू ही करने वाले थे कि मौके पर मौजूद एक व्यक्ति की नज़र कफ़न पर पड़ी और उसे शक हो गया। संशय दूर करने के लिए जब उस व्यक्ति ने आगे बढ़कर कफ़न हटाया तो देखकर सभी दंग रह गए। चिता पर रखा ‘शव’ कोई इंसान नहीं, बल्कि प्लास्टिक का पुतला था। यह दृश्य देखते ही वहां मौजूद लोग सन्न रह गए। उसी दौरान अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे ग्रामीणों ने भी यह नज़ारा देखा और तुरंत दोनों युवकों को पकड़ लिया।
नौकर के नाम पर कराया था 50 लाख का बीमा
पकड़े गए आरोपियों की पहचान दिल्ली के कपड़ा व्यापारी कमल सोमानी और आशीष खुराना के रूप में हुई है। जांच में खुलासा हुआ कि दोनों ने अपने नौकर के नाम पर 50 लाख रुपये का लाइफ इंश्योरेंस कराया था। योजना के तहत वे पुतले का अंतिम संस्कार करा कर श्मशान की रसीद लेते, जिसे आधार बनाकर नौकर की मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करवाते और फिर बड़े आराम से बीमे की राशि हासिल कर लेते।
श्मशान घाट कर्मियों की सतर्कता से खुला मामला
गढ़मुक्तेश्वर श्मशान घाट कर्मचारी तब शक में पड़े जब व्यापारियों का व्यवहार संदिग्ध लगा। नियम के अनुसार, दाह-संस्कार से पहले जब चादर हटाई गई तो पुतला देखकर सभी दंग रह गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस पूछताछ में व्यापारियों ने कबूल कर लिया कि पूरा खेल बीमा के 50 लाख रुपये पाने के लिए रचा गया था।
स्विफ्ट कार को “टिन का डब्बा” कहने पर बवाल, युवक को बोनट पर डालकर सड़क पर दौड़ाई कार
सहारनपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक मामूली टिप्पणी को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। बाइक सवार युवक ने स्विफ्ट कार को “टिन का डब्बा” क्या कह दिया, कार सवार युवकों ने भड़ककर उसकी जमकर पिटाई कर दी। इतना ही नहीं, आरोपी युवक को पीटने के बाद उसे कार के बोनट पर डालकर ले जाया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
पुलिस का कहना है कि वीडियो की सत्यता, विवाद का कारण और मारपीट करने वाले युवकों की पहचान की जा रही है। जल्द ही आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
घटना सोमवार देर शाम की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, सड़क पर हुए मामूली विवाद के दौरान बाइक सवार युवक ने स्विफ्ट कार को “टिन का डब्बा” कह दिया। इससे कार सवार युवक आग बबूला हो गए और उन्होंने बाइक सवार को रोककर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। मारपीट के बाद भी उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ। आरोप है कि कार सवारों ने युवक को जबरन कार के बोनट पर बैठाया और उसे सड़क पर लेकर दौड़ाते रहे।
घटना का वीडियो सामने आने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। वीडियो में युवक को बोनट पर बैठा कर ले जाते हुए देखा जा सकता है। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस हरकत में आई और मामले की जांच शुरू कर दी है।
जटगा रेंज में 65 हाथियों की धमक: रातभर चला रेस्क्यू अभियान, कोई जनहानि नहीं
Chhattisgarh: कड़ाके की ठंड और गहरी रात के बावजूद वन कर्मियों ने टार्च की रोशनी और जिप्सी के हूटर की मदद से हाथियों को गांव की सीमा से दूर करने का अभियान शुरू किया। यह रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग तीन से चार घंटे तक चला। पूरी रात डीएफओ और वन विभाग की टीम जंगल में डटी रही तथा ग्रामीणों के बीच रहकर हालात पर नजर बनाए रखी।
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| सांकेतिक तस्वीर / TCG NEWS |
बिलासपुर: बिजली बिल, धान खरीदी और बदहाल सड़कों के खिलाफ विपक्ष का हल्ला बोल
बिलासपुर । TODAY छत्तीसगढ़ / प्रदेश सरकार की नीतियों के विरोध में कांग्रेस ने गुरुवार को बिलासपुर में जोरदार प्रदर्शन किया। नेहरू चौक से कलेक्टोरेट तक निकाले गए इस मार्च में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदेश में अव्यवस्थाओं और नीतिगत गलतियों को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। जर्जर सड़कों से लेकर बिजली बिल, धान खरीदी और पर्यावरणीय क्षति तक कई मुद्दों पर कांग्रेस नेताओं ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया। पार्टी का कहना है कि जनता महंगाई और बदइंतजामी से परेशान है, जबकि सरकार विकास के दावों में उलझी हुई है।
प्रदर्शनकारियों के कलेक्टोरेट पहुंचने से पहले ही पुलिस ने सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ामात कर रखे थे। कांग्रेस के प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस ने कलेक्टोरेट से पहले ही बैरिकेडिंग कर भीड़ को रोकने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी उग्र होकर बैरिकेड तोड़ते हुए आगे बढ़ने लगे। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने वज्र वाहन और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। पानी की तेज धार लगते ही बैरिकेड पर चढ़े जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी समेत कई कांग्रेसी जमीन पर गिर पड़े।
जर्जर सड़कों और स्मार्ट सिटी योजना पर सवाल
कांग्रेस नेताओं ने शहर की लगातार खराब होती सड़कों का मुद्दा उठाया। बरसात के बाद मरम्मत हुए बिना बार-बार सड़कों के टूटने से दुर्घटनाओं और धूलजनित बीमारियों में बढ़ोतरी का आरोप लगाया गया। साथ ही स्मार्ट सिटी फंड से ऐसे क्षेत्र में सड़क निर्माण पर सवाल खड़े किए गए जहाँ एक भी घर नहीं है और सड़क जाकर निजी जमीन में समाप्त हो जाती है। कांग्रेस ने इसे “अव्यवहारिक और जनता की जरूरतों से दूर योजना” करार दिया।
कोयला खनन और जंगलों की कटाई पर विरोध
हसदेव अरण्य और तमनार में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई को लेकर कांग्रेस ने पर्यावरणीय खतरे की चेतावनी दी। पार्टी का कहना है कि कोयला उद्योग से छत्तीसगढ़ के लोगों को अपेक्षित लाभ नहीं मिलता, उल्टा प्रदूषण और जंगलों के नुकसान का बोझ जनता ही उठाती है। किसानों को धान में पानी की खपत का हवाला देकर रोकने, जबकि उद्योगों को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराए जाने को कांग्रेस ने “सरकार की दोहरी नीति” बताया।
बिजली बिलों और स्मार्ट मीटर को लेकर नाराजगी
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार ने पिछले दो वर्षों में पाँच बार बिजली दरें बढ़ाई हैं, जिससे आम उपभोक्ता परेशान है। कम खपत के बावजूद बिल हजारों में पहुँचने के मामले सामने आए हैं। पार्टी ने स्मार्ट मीटरों को लेकर कहा कि बिजली बंद होने पर भी मीटर चलते रहने से जनता में आक्रोश बढ़ा है।
धान खरीदी में अव्यवस्था से किसान परेशान
कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि कई खरीदी केंद्रों में प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हुई है। पंजीयन संबंधी गड़बड़ियों के कारण किसान लगातार भटक रहे हैं। बोरा उपलब्धता को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। पार्टी ने चेतावनी दी कि मौजूदा व्यवस्था में कई किसान अपना धान बेच ही नहीं पाएंगे।
रजिस्ट्री शुल्क में बढ़ोतरी और गरीबों पर ‘बुलडोजर’
पाँच डिसमिल तक की जमीन की रजिस्ट्री रोकने और नई गाइडलाइन से रजिस्ट्री शुल्क बढ़ाने के निर्णय को कांग्रेस ने गरीब और मध्यम वर्ग पर सीधा प्रहार बताया। कांग्रेस का आरोप है कि शहरों में गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलाकर परिवारों को बेघर किया जा रहा है। इससे न सिर्फ उनका आशियाना छिन रहा है बल्कि शहर के पास काम-धंधे के अवसर भी खत्म हो रहे हैं।
CSP सिविल लाइन निमितेश सिंह ने बताया कि कांग्रेस के कलेक्टोरेट मार्च को देखते हुए पुलिस ने पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी। भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक संचालन के लिए बैरिकेडिंग व रूट डायवर्ट किया गया था। वाटर कैनन की कार्रवाई के बावजूद कई प्रदर्शनकारी देर तक डटे रहे, जिससे कुछ समय तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। बाद में पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया।
राम मंदिर कार्यक्रम: ‘निमंत्रण क्यों नहीं मिला, देने वाले जानें’—प्रवीण तोगड़िया
बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / विश्व हिंदू परिषद के पूर्व प्रमुख और वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि वह चार दशक तक राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे, लोगों को मंदिर निर्माण के लिए प्रेरित करते रहे, लेकिन अयोध्या में मंदिर निर्माण पूर्ण होने और भगवा झंडा फहराए जाने के बाद भी उन्हें किसी कार्यक्रम का निमंत्रण नहीं मिला। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद उन्हें कोई नाराजगी नहीं है, बल्कि मंदिर निर्माण पूरा होने की खुशी ही उनके लिए पर्याप्त है।
तोगड़िया ने कहा, “देश के 50 लाख हिंदुओं ने 40 साल तक मेहनत की। उसमें मेरा योगदान भी गिलहरी की तरह रहा। आज मंदिर बन गया, सपना पूरा हो गया। मुझे निमंत्रण क्यों नहीं मिला, यह देने वाले ही बता सकते हैं।”
2014 के बाद उनकी सक्रियता को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वे हमेशा सक्रिय रहे हैं। राम मंदिर आंदोलन के दौरान लगातार सभाएं और आंदोलन के कारण वे अधिक दिखाई देते थे। उन्होंने बताया कि अब वे पूरे देश के एक लाख गांवों में हनुमान चालीसा पाठ अभियान शुरू कर रहे हैं, जिसे वे अपनी निरंतर सक्रियता का प्रमाण बताते हैं।
हिंदू सुरक्षा के प्रश्न पर तोगड़िया ने कहा कि देश में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिनसे सुरक्षा की आवश्यकता स्पष्ट होती है। उन्होंने कहा, “पहलगाम में लोग क्यों मारे गए? दिल्ली में ब्लास्ट क्यों हुआ? हिंदुओं को सुरक्षा की जरूरत पहले भी थी, आज भी है और आगे भी रहेगी।”
सामूहिक हनुमान चालीसा के उद्देश्य पर उन्होंने कहा कि जैसे नमाज़ सामूहिक रूप से मस्जिद में पढ़ी जाती है, उसी तरह संगठन की मजबूती के लिए सामूहिक पाठ आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों के माध्यम से न केवल धार्मिक गतिविधियाँ होंगी, बल्कि आदिवासी क्षेत्रों में अनाज वितरण और स्वास्थ्य सुविधाएँ देकर सेवा कार्य भी किए जाएंगे, जिससे धर्मांतरण जैसी समस्याओं पर रोक लगाई जा सके।
लव जिहाद और धर्मांतरण पर पूछे गए सवाल पर तोगड़िया ने कहा कि यह चुनौती अब भी मौजूद है, इसलिए हनुमान चालीसा केंद्रों के जरिए समाज को संगठित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य देश में हिंदू समाज की सेवा और संगठन को मजबूत करना है।












