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पुतिन का भारत दौरा: राष्ट्रपति भवन में मिला गार्ड ऑफ ऑनर


नई दिल्ली ।
  TODAY छत्तीसगढ़  / रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं। दौरे का आज दूसरा दिन है, जहां राष्ट्रपति पुतिन ने औपचारिक कार्यक्रमों की शुरुआत राष्ट्रपति भवन पहुंचकर की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान पुतिन ने राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी से हाथ मिलाया, जिसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। पहले रूस का और उसके बाद भारत का राष्ट्रगान बजा।

सम्मान ग्रहण करने के बाद पुतिन ने गार्ड का निरीक्षण किया और फिर दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ औपचारिक मुलाकात की। इसके बाद रूसी राष्ट्रपति, राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी के साथ राष्ट्रपति भवन से प्रस्थान कर राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहां से वे हैदराबाद हाउस जाएंगे, जहां दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठकें होंगी।

गुरुवार शाम दिल्ली पहुंचे थे पुतिन। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं पहुंचकर रूसी राष्ट्रपति का स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी ने उन्हें रूसी भाषा में अनुवादित ‘गीता’ की प्रति भेंट की। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पीएम मोदी ने लिखा— “गीता की शिक्षाएं दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरणा देती हैं।” एयरपोर्ट पर पुतिन के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसकी पुतिन ने सराहना की। इसके बाद दोनों नेता एक ही वाहन से एयरपोर्ट से रवाना हुए। (IANS)

रायपुर में DGP/IGP कॉन्फ्रेंस का पहला दिन, सुरक्षा तंत्र पर हुई गहन चर्चा


रायपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /   राजधानी रायपुर में आयोजित DGP/IGP कॉन्फ्रेंस के पहले दिन देश की सुरक्षा व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत मंथन किया गया। देशभर से पहुंचे शीर्ष पुलिस अधिकारी राष्ट्रीय सुरक्षा, आंतरिक चुनौतियों और आधुनिक policing से जुड़े मुद्दों पर अपने अनुभव और विचार साझा करते नजर आए। इस आशय का ट्वीट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर किया है। 

सम्मेलन के दौरान अधिकारियों ने बतौर मंच इसका महत्व रेखांकित करते हुए कहा कि यह कॉन्फ्रेंस देशभर के पुलिस बलों के लिए सर्वोत्तम कार्य-प्रणालियों और नवीन नवाचारों को साझा करने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करती है। बदलती सुरक्षा जरूरतों को देखते हुए आपसी समन्वय और तकनीकी उन्नयन पर भी विशेष जोर दिया गया।

पहले दिन की बैठकों में राष्ट्रीय सुरक्षा से लेकर साइबर क्राइम, कानून-व्यवस्था और खुफिया व्यवस्था को मजबूत करने जैसे मुद्दों पर व्यापक विमर्श हुआ। सम्मेलन के आगामी सत्रों में भी कई अहम विषयों पर चर्चा जारी रहने की संभावना है।

राजनीतिक समीक्षा: बिहार में नीतीश की वापसी, मोदी की मौजूदगी ने बदला सत्ता समीकरण का संदेश

 


पटना। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार की राजनीति में गुरुवार को हुआ शपथ ग्रहण केवल एक संवैधानिक औपचारिकता नहीं था, बल्कि सत्ता के बदलते समीकरणों और भविष्य की दिशा का गहरा संकेत भी था। एनडीए को मिली बंपर जीत के बाद नीतीश कुमार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद संभाला। यह संयोजन ही दिखाता है कि भाजपा और जेडीयू के बीच सत्ता संतुलन को नए सिरे से गढ़ा जा रहा है। इसी बीच एक वीडियो जिसमें नितीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाँव छूकर आशीर्वाद ले रहे हैं, खूब वायरल हो रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने X हैंडल पर वीडियो शेयर किया है। 

मोदी–नीतीश की गर्मजोशी: पुरानी दूरियों पर विराम ?

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम के राजनीतिक वजन को कई गुना बढ़ा दिया। मंच पर मोदी और नीतीश की मुस्कुराहटें, सहज बातचीत और साझा फ्रेम से यह स्पष्ट संदेश गया कि दोनों दल आने वाले वर्षों में टकराव के बजाय ‘समन्वय की राजनीति’ आगे बढ़ाना चाहते हैं। बीते कुछ वर्षों में दिल्ली–पटना संबंधों में जो उतार-चढ़ाव दिखा था, इस मंच ने उस दूरी को कम करने की कोशिश के रूप में भी देखा गया।

एनडीए की आंतरिक राजनीति का संतुलन

दो उप मुख्यमंत्रियों की तैनाती केवल प्रशासनिक कदम नहीं है; यह एनडीए के भीतर शक्ति वितरण की रणनीतिक प्रक्रिया भी है। सम्राट चौधरी भाजपा के ओबीसी नेतृत्व को मजबूती देते हैं। विजय सिन्हा संगठन और विधानसभा राजनीति में भाजपा के बढ़ते प्रभाव का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन दोनों के बीच नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री पद पर बैठना स्पष्ट करता है कि जेडीयू अभी भी सत्ता की धुरी है, लेकिन भाजपा अपनी शक्तियों को संतुलित तरीके से स्थापित कर चुकी है।

राजनीतिक संदेश और चुनावी भविष्य

इस समारोह में केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न दलों के नेताओं की मौजूदगी ने यह दिखाया कि केंद्र और राज्य सरकार आने वाले महीनों में ‘विकास–केंद्रित गठबंधन राजनीति’ की नई कथा गढ़ने की कोशिश करेंगे। मोदी और नीतीश दोनों के वक्तव्यों में “जनता की सेवा” और “विकास की ऊंचाइयों” पर जोर दिया गया—जो 2029 की दूरगामी राजनीतिक तैयारी की ओर संकेत भी है।

 एक नया अध्याय या पुराना समीकरण ?

बिहार में नीतीश कुमार की सरकार वापस आने के साथ ही यह बहस फिर तेज हो गई है कि क्या नीतीश–मोदी की यह नजदीकी स्थायी है या केवल राजनीतिक अनिवार्यता के तहत बनी है। फिलहाल के संकेत बताते हैं कि दोनों पक्ष स्थिर शासन और साझा राजनीतिक लाभ के लिए एक तालमेल वाला मॉडल अपनाने के मूड में हैं। इस शपथ ग्रहण ने साफ कर दिया है कि बिहार की राजनीति नई रफ्तार पकड़ चुकी है—और इसकी दिशा आने वाले महीनों में राज्य व राष्ट्रीय राजनीति दोनों को प्रभावित करेगी।  


बिहार: नीतीश कुमार ने दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा बने डिप्टी सीएम


पटना। 
TODAY छत्तीसगढ़  /   बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पटना के गांधी मैदान में दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित एनडीए के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। समारोह के दौरान नीतीश कुमार मंच पर पहुंचे और प्रधानमंत्री के चरण स्पर्श करने के लिए झुके, लेकिन प्रधानमंत्री ने उन्हें रोकते हुए शुभकामनाएँ दीं।

सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा बने उपमुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री के बाद सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद नई कैबिनेट के सदस्यों को शपथ दिलाई गई।

कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ली

शपथ समारोह में विभिन्न विभागों के लिए कुल 26 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण के बाद सभी मंत्री प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे और आशीर्वाद लिया।

शपथ लेने वाले मंत्रियों में शामिल हैं: सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, डॉ. दिलीप जायसवाल, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, नितिन नवीन, राम कृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन, सुनील कुमार, मो. जमा खान, संजय सिंह ‘टाइगर’, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निसाद, लवकेन्द्र कुमार रोशन, श्रेयसी सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश। 

नई सरकार के गठन के साथ नीतीश कुमार ने एक बार फिर एनडीए के साथ मिलकर राज्य की बागडोर संभाल ली है।

बांग्लादेश: पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराध में अदालत ने दोषी ठहराया, फांसी की सजा सुनाई


 ढाका/नई दिल्ली।
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराध और निहत्थे नागरिकों पर गोली चलाने के आरोप में दोषी ठहराते हुए अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है। अदालत द्वारा दिया गया यह फैसला देश की राजनीतिक परिस्थितियों को झकझोरने वाला माना जा रहा है।

फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए शेख हसीना ने कहा कि यह निर्णय “राजनीति से प्रेरित और पक्षपाती” है। उन्होंने बताया कि उन्हें पहले से ही ऐसे फैसले की आशंका थी। हसीना के अनुसार उन्हें निष्पक्ष न्याय नहीं मिला और यह सजा पूर्वाग्रह के आधार पर दी गई है।

अदालत ने अपने फैसले में कहा कि जांच और गवाहों के बयान से साबित हुआ है कि छात्र आंदोलन को दबाने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा घातक हथियारों तथा ड्रोन के इस्तेमाल का आदेश स्वयं शेख हसीना ने दिया था। अदालत ने यह भी टिप्पणी की कि हिंसा को रोकने की जिम्मेदारी होने के बावजूद हसीना ने कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया।

मामले में पुलिस महानिरीक्षक (IGP) की संलिप्तता के भी सबूत सामने आए हैं। अदालत के अनुसार 19 जुलाई के बाद गृह मंत्री के आवास में लगातार बैठकें हुईं, जिनमें छात्र आंदोलन को कठोरता से दबाने के निर्देश दिए गए। पूछताछ में IGP ने भी अपनी भूमिका स्वीकार की।

न्यायालय ने कुल 54 गवाहों के बयान सुने और देशभर से एकत्रित किए गए दस्तावेजों, वीडियोज़ एवं सबूतों की जांच की। साथ ही संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्टों का भी अध्ययन किया गया, जिनसे यह निष्कर्ष निकला कि मानवता के खिलाफ अपराध हसीना और उनके निकट सहयोगियों के आदेशों पर किए गए।

इस फैसले के बाद बांग्लादेश की राजनीति में बड़ा भूचाल आने की संभावना जताई जा रही है। अदालत द्वारा दी गई यह सजा आने वाले समय में क्षेत्रीय राजनीति और देश की स्थिरता पर गहरा प्रभाव डाल सकती है।

भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर प्रधानमंत्री ने श्रद्धासुमन अर्पित किए, आवाम ने आत्मीयता के साथ स्वागत किया


डेडियापाड़ा।
   TODAY छत्तीसगढ़  /  जनजातीय गौरव दिवस पर गुजरात के डेडियापाड़ा में भगवान बिरसा मुंडा जी की प्रतिमा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जीवन और आदर्श देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा। 

इस ख़ास मौके पर डेडियापाड़ा में गुजरात के आवाम ने आत्मीयता के साथ स्वागत किया। श्री मोदी ने कहा भगवान बिरसा मुंडा जी की जयकारों के बीच राज्य की नारीशक्ति और युवा साथियों की बड़ी भागीदारी ने एक नई ऊर्जा से भर दिया। 

RSS के 100 साल: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर डाक टिकट और स्मारक सिक्के की खासियत, पीएम मोदी ने किया विमोचन”


TODAY छत्तीसगढ़  / नई दिल्ली, 1 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्षों के इतिहास का यह एक अहम पड़ाव है। 1963 में गणतंत्र दिवस परेड के दौरान आरएसएस के स्वयंसेवक ने राजपथ पर मार्च किया था. इसी राजपथ को अब कर्तव्य पथ कहा जाता है. यह उस समय के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के अनुरोध पर हुआ था, जिन्होंने 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान आरएसएस कार्यकर्ताओं के बेहतरीन प्रयासों को स्वीकार किया था. आरएसएस भी उस पल को गर्व के साथ याद करता है.

उस यादगार पल को अब सरकार ने एक विशेष स्मारक डाक टिकट में उतारा है, जिसे ‘आरएसएस के 100 साल’ के मौके पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में जारी किया. प्रधानमंत्री ने इस दौरान एक स्मारक सिक्का भी जारी किया, जिसमें ‘भारत माता’ के सामने पारंपरिक मुद्रा में खड़े आरएसएस स्वयंसेवक दिखाए गए हैं. यह मुद्रा हर आरएसएस कार्यक्रम में मानक के रूप में दिखती है. यह स्मारक सिक्का शुद्ध चांदी का है और इसका मूल्यवर्ग 100 रुपये है.  

सिक्के के पिछले हिस्से पर भारत माता की छवि के साथ तीन स्वयंसेवक गर्भित मुद्रा में देवी को सलामी देते हुए दिखते हैं, जबकि सिक्के के आगे की ओर अशोक स्तंभ का शेर चिन्ह अंकित है. वहीं विशेष डाक टिकट में उन राहत कार्यों को भी दर्शाया गया है, जिन्हें आरएसएस प्राकृतिक आपदाओं के दौरान लोगों की मदद के लिए अंजाम देता है. प्रधानमंत्री की मौजूदगी वाले इस कार्यक्रम का शीर्षक रखा गया है- मातृभूमि की सेवा के लिए सदा समर्पित’.

प्रधानमंत्री मोदी आज 1 अक्टूबर को दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आरएसएस के शताब्दी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. उन्होंने डाक टिकट और सिक्का जारी करने के साथ ही सभा को संबोधित भी किया. डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में महाराष्ट्र के नागपुर में आरएसएस की नींव एक स्वयंसेवक-आधारित संगठन के रूप में रखी थी, जिसका उद्देश्य नागरिकों में सांस्कृतिक जागरूकता, अनुशासन, सेवा और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देना था.

संघ के 100 बरस पर पीएमओ ने क्या कहा?

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि आरएसएस को भारत के राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के लिए जनता से जुड़ा एक अनोखा आंदोलन माना जाता है. इसका उदय विदेशी शासन के लंबे दौर के बाद हुआ और इसकी बढ़ती लोकप्रियता का कारण भारत की राष्ट्रीय गौरव भावना से गहरा जुड़ाव है.

इसमें कहा गया है कि संघ का मूल उद्देश्य देशभक्ति और राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण है. इसमें कहा गया है, ‘यह मातृभूमि के प्रति समर्पण, अनुशासन, आत्म-संयम, साहस और वीरता का संचार करता है.’ संघ का अंतिम लक्ष्य ‘राष्ट्र का सर्वांगीण विकास’ है, जिसके लिए हर स्वयंसेवक खुद को समर्पित करता है.’

पिछली एक सदी में आरएसएस ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक कल्याण और आपदा राहत में अहम भूमिका निभाई है. पीएमओ के मुताबिक, आरएसएस के स्वयंसेवकों ने बाढ़, भूकंप और चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं में राहत और पुनर्वास कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लिया है. इसके अलावा, आरएसएस से जुड़े विभिन्न संगठनों ने युवाओं, महिलाओं और किसानों को सशक्त बनाने, जनभागीदारी को बढ़ावा देने और स्थानीय समुदायों को मजबूत करने में योगदान दिया है.

पीएमओ ने कहा कि शताब्दी समारोह न केवल आरएसएस की ऐतिहासिक उपलब्धियों का सम्मान करते हैं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक यात्रा में उसके स्थायी योगदान और राष्ट्रीय एकता के संदेश को भी उजागर करते हैं.

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प्रधानमंत्री ने लॉन्च किया BSNL 4G स्वदेशी नेटवर्क, 97,500 मोबाइल टावर का उद्घाटन

 TODAY छत्तीसगढ़  /  नई दिल्ली, 27 सितम्बर।  BSNL की स्वदेशी 4G सर्विस लॉन्च हो गई है. पीएम मोदी ने ओडिशा से इस सर्विस को लॉन्च किया है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने 97,500 मोबाइल टावर्स का भी उद्घाटन किया है. BSNL 4G सर्विस पूरी तरह से स्वदेशी टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है और इसे फ्यूचर में अपग्रेड भी किया जा सकता है. इस सर्विस से बड़ी संख्या में लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी.

BSNL 4G सर्विस लॉन्च हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के स्वदेशी 4G नेटवर्क को लॉन्च किया है. ओडिया के झारसुगुड़ा से पीएम मोदी ने इन नेटवर्क को लॉन्च किया है. इसे भारतीय टेलीकॉम सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है. 

बीएसएनएल के 4G नेटवर्क को कंपनी के 25 साल पूरे होने पर लॉन्च किया गया है. इसका उद्देश्य देश के ग्रामीण इलाकों तक बेहतर कनेक्टिविटी को पहुंचाना है. जहां प्राइवेट टेलीकॉम ऑपरेटर्स लंबे समय से 4G सर्विस ऑफर कर रहे थे और अब 5G में अपग्रेड कर रहे हैं. वहीं BSNL 4G का आधिकारिक लॉन्च अब हुआ है. बीएसएनएल इस रेस में लेट शामिल हुआ है.  

20 लाख नए सब्सक्राइबर्स जुड़ेंगे 

BSNL 4G के लॉन्च पर अधिकारियों ने इसे डिजिटल इंडिया के लिए एक माइलस्टोन बताया है. उन्होंने बताया कि इस सर्विस से 20 लाख नए सब्सक्राइबर्स जुड़ेंगे. कंपनी का कहना है कि स्वदेशी 4G नेटवर्क का रोलआउट प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया विजन के मुताबिक है. ये कंपनी के 5G अपग्रेड का रास्ता बनाएगा. 

बिहार की महिलाओं के कल्याण के लिए डबल इंजन सरकार समर्पित भाव से कार्य कर रही है - मोदी



TODAY छत्तीसगढ़  /   पटना, 26 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 में जीएसटी में और कटौती के संकेत दिए. उन्होंने 2017 से लागू जीएसटी सुधारों के जरिए आम जनता, किसानों और व्यवसायों को हुई बचत का जिक्र किया. जरूरी सामान, ट्रैक्टर, स्कूटर और रोजमर्रा की वस्तुओं पर टैक्स घटा है. मोदी ने 2014 से पहले भारी टैक्स बोझ की तुलना आज की आसान दरों से की. उन्होंने कहा कि आर्थिक मजबूती के साथ टैक्स का बोझ और घटता जाएगा. इससे देशवासियों को स्थायी राहत और बचत मिलेगी. 

 ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ का शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का उद्घाटन करते हुए करदाताओं और आम जनता को बड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) में हाल ही में की गई भारी कटौती तो बस शुरुआत है. भविष्य में टैक्स दरों में कटौती करने का काम जारी रहेगा. पीएम मोदी ने इस दौरान 2014 से अब तक टैक्स स्ट्रक्चर में आए बदलावों और बचत के उदाहरण देकर जीएसटी सुधारों की उपलब्धियां गिनाईं.

नवरात्रि पर मिला जीएसटी कटौती का तोहफा

22 सितंबर 2025, नवरात्रि के पहले दिन केंद्र सरकार ने जीएसटी में बड़े पैमाने पर कटौती का ऐलान किया था. इसके बाद से उपभोक्ताओं और कारोबारियों में राहत की लहर देखी गई. अब प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि टैक्स कटौती का सिलसिला यहीं खत्म नहीं होगा. उन्होंने कहा, “आज देश जीएसटी बचत उत्सव मना रहा है. हम यहीं नहीं रुकेंगे. जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, टैक्स का बोझ और कम होता जाएगा.”

2014 से पहले का टैक्स जंजाल

पीएम मोदी ने भाषण के दौरान 2014 से पहले की कर प्रणाली को याद दिलाते हुए कहा कि तब टैक्स की जटिलता इतनी अधिक थी कि न बिजनेस चलाना आसान था और न ही आम परिवार का बजट बन पाता था. उन्होंने कहा कि एक हजार रुपये की शर्ट पर तब 117 रुपये टैक्स लगता था. 2017 में जीएसटी आने के बाद यह घटकर 50 रुपये हुआ और अब 22 सितंबर 2025 के सुधार के बाद सिर्फ 35 रुपये टैक्स देना होगा. टूथपेस्ट, तेल और शैंपू पर 2014 में 100 रुपये खर्च करने पर 31 रुपये टैक्स लगता था. जीएसटी लागू होने के बाद यह घटकर 18 रुपये रह गया और अब वही सामान 105 रुपये में मिल रहा है.

परिवार की बचत पर जीएसटी का असर

मोदी ने बताया कि 2014 से पहले कोई परिवार अगर सालाना 1 लाख रुपये की खरीदारी करता था, तो उसे 25,000 रुपये टैक्स देना पड़ता था. लेकिन अब “नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी” के बाद यही टैक्स 5-6 हजार रुपये रह गया है. उन्होंने कहा कि जरूरत की अधिकांश चीजों पर अब केवल 5% जीएसटी है, जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की बचत बढ़ी है.

किसानों और वाहन खरीदारों को सीधी राहत

प्रधानमंत्री ने किसानों और वाहन मालिकों की बचत का उदाहरण भी दिया. उन्होंने कहा कि 2014 से पहले एक ट्रैक्टर पर 70,000 रुपये टैक्स देना पड़ता था, अब वही टैक्स 30,000 रुपये रह गया है, जिससे किसान को 40,000 रुपये की बचत हो रही है. थ्री-व्हीलर पर पहले 55,000 रुपये टैक्स देना होता था, अब यह घटकर 35,000 रुपये हो गया है. उन्होंने कहा कि स्कूटर अब 2014 की तुलना में 8,000 रुपये सस्ता, जबकि मोटरसाइकिल 9,000 रुपये सस्ती हो गई है.

CHHATTISGARH : राज्य में नक्सल उन्मूलन और विकास कार्यों पर PM से CM ने की चर्चा


 नई दिल्ली / 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके निवास पर मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में पिछले नौ महीनों के दौरान हुए विकास कार्यों की जानकारी दी, जिसमें कृषि, कौशल विकास और शिक्षा के क्षेत्र में की गई प्रमुख पहलों को रेखांकित किया गया। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में हाल ही हुए सफल नक्सल ऑपरेशन की जानकारी प्रधानमंत्री से साझा की। प्रधानमंत्री ने इस ऑपरेशन की सफलता पर सुरक्षा बलों के साहस की सराहना की। मुलाकात के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आठ लाख आवास स्वीकृत किये जाने पर नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री को माओवाद के खिलाफ राज्य में चल रहे ऑपरेशन और विकास कार्यों की प्रगति पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के हालिया ऑपरेशन का जिक्र करते हुए बताया कि सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया है, जो राज्य में अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन है। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ में चल रहे विकास कार्यों का ब्योरा भी प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया राज्य सरकार सड़कों, स्कूलों, अस्पतालों और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। रोजगार सृजन और ग्रामीण विकास के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोग मुख्यधारा से जुड़ सकें। प्रधानमंत्री मोदी ने इस सफलता की प्रशंसा की और कहा कि इससे न केवल राज्य में शांति बहाल हो रही है, बल्कि विकास की राह भी आसान हो रही है।

मुख्यमंत्री साय ने बताया कि बस्तर और आदिवासी अंचलों में युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए सरकार विशेष योजनाएँ चला रही है। इन योजनाओं के तहत युवाओं को विभिन्न तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं, जिससे वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें। यह पहल राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

कृषि के क्षेत्र में, मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री को बताया कि छत्तीसगढ़ में डिजिटल तकनीक और उन्नत कृषि विधियों का व्यापक प्रयोग हो रहा है। इससे किसानों की उत्पादकता और उनकी आय में वृद्धि हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये प्रयास प्रधानमंत्री के "विकसित भारत 2047" के लक्ष्य के साथ मेल खाते हैं, और छत्तीसगढ़ इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में भी राज्य ने बड़े बदलाव किए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि आदिवासी अंचलों में बच्चों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा प्रदान की जा रही है, जिससे बच्चों की शैक्षणिक प्रगति में सुधार हो रहा है। साथ ही, तकनीकी शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि राज्य के बच्चे आधुनिक तकनीकों में प्रशिक्षित हो सकें और भविष्य के लिए तैयार हो सकें।

प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ सरकार के इन प्रयासों की सराहना की और कहा कि राज्य की विकास यात्रा अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा है। उन्होंने मुख्यमंत्री साथ को राज्य की प्रगति के लिए और भी अधिक समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बड़ी संख्या में आवास की स्वीकृति के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत लाखों परिवारों को अपने घर का सपना साकार हुआ है, जिससे उनके जीवन में स्थिरता और सुरक्षा का भाव उत्पन्न होगा।

अनुच्छेद 370 : आज का फैसला सिर्फ कानूनी फैसला नहीं है; यह आशा की किरण है, उज्जवल भविष्य का वादा है - मोदी


 नई दिल्ली।
TODAY छत्तीसगढ़  /   सुप्रीम कोर्ट से सोमवार को मोदी सरकार को बड़ी राहत मिली. सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले को बरकरार रखा है. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग हैं. इसकी कोई आंतरिक संप्रभुता नहीं है. सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल साइट X पर लिखा है कि "अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर आज का सुप्रीम कोर्ट का फैसला ऐतिहासिक है और 5 अगस्त 2019 को भारत की संसद द्वारा लिए गए फैसले को संवैधानिक रूप से बरकरार रखता है; यह जम्मू, कश्मीर और लद्दाख में हमारी बहनों और भाइयों के लिए आशा, प्रगति और एकता की एक शानदार घोषणा है। न्यायालय ने, अपने गहन ज्ञान से, एकता के मूल सार को मजबूत किया है जिसे हम, भारतीय होने के नाते, बाकी सब से ऊपर प्रिय मानते हैं और संजोते हैं।

मैं जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लचीले लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपके सपनों को पूरा करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता अटूट है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि प्रगति का लाभ न केवल आप तक पहुंचे, बल्कि इसका लाभ हमारे समाज के सबसे कमजोर और हाशिए पर रहने वाले वर्गों तक भी पहुंचे, जो अनुच्छेद 370 के कारण पीड़ित थे।

आज का फैसला सिर्फ कानूनी फैसला नहीं है; यह आशा की किरण है, उज्जवल भविष्य का वादा है और एक मजबूत, अधिक एकजुट भारत के निर्माण के हमारे सामूहिक संकल्प का प्रमाण है।" 


‘मेक इन इंडिया’ की तर्ज पर ‘वेड इन इंडिया’ जैसे आंदोलन की जरूरत है - नरेंद्र मोदी

 

देहरादून।  TODAY छत्तीसगढ़  /   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश को ‘मेक इन इंडिया' की तर्ज पर ‘वेड इन इंडिया' जैसे आंदोलन की जरूरत है. प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही प्रभावशाली उद्योगपतियों से प्रति वर्ष अपने परिवार के किसी सदस्य की उत्तराखंड में ‘डेस्टिनेशन वेडिंग' करने की अपील की. पीएम मोदी ने यहां ‘एफआरआई' में उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि करोड़पति और अरबपति कारोबारियों के बीच ‘डेस्टिनेशन वेडिंग' के लिए विदेश जाना चलन बन गया है. 

पीएम मोदी ने अपने पिछले मन की बात कार्यक्रम के दौरान संपन्न कारोबारी परिवारों से विदेश जाने के बजाय देश में ही विवाह समारोह आयोजित करने का आह्वान किया था. उन्होंने कहा, ‘‘एक पुरानी कहावत है कि शादियां आसमान में बनती हैं. फिर क्यों युवा लोग विवाह के लिए विदेश जाने के बजाए देवताओं की भूमि (देवभूमि) पर आते. युवा और धनाढ्य जोड़ों से मेरा कहना है कि ‘मेक इन इंडिया' की तर्ज पर ‘वेड इन इंडिया' जैसे आंदोलन की जरूरत है.''

पीएम मोदी ने कहा कि अगर उत्तराखंड में ‘डेस्टिनेशन वेडिंग' की प्रथा शुरू होती है और पांच साल तक जारी रहती है तो यह एक अंतरराष्ट्रीय विवाह स्थल के रूप में उभरेगा.

उन्होंने कहा,‘‘ यदि अमीर कारोबारी परिवार अपने परिवार के सदस्यों का विवाह अगले पांच वर्ष तक उत्तराखंड में वर्ष में एक बार आयोजित करना शुरू कर दें और अगर यहां वर्ष में पांच हजार विवाह भी होने लगें, तो एक उपयुक्त बुनियादी ढांचा विकसित होगा और यह स्थान एक प्रमुख विवाह स्थल के रूप में उभरेगा.' (साभार / NDTV)

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पूज्य बाबासाहेब भारतीय संविधान के शिल्पकार होने के साथ-साथ सामाजिक समरसता के अमर पुरोधा थे - मोदी


 नई दिल्ली।
  TODAY छत्तीसगढ़  /   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. प्रधानमंत्री मोदी ने और कहा कि बाबा साहेब न सिर्फ संविधान के शिल्पकार थे बल्कि शोषितों और वंचितों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले सामाजिक समरसता के पुरोधा भी थे.

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट पर लिखा, "पूज्य बाबासाहेब भारतीय संविधान के शिल्पकार होने के साथ-साथ सामाजिक समरसता के अमर पुरोधा थे, जिन्होंने शोषितों और वंचितों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. आज उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें मेरा सादर नमन." बता दें कि बाबासाहेब आंबेडकर का निधन छह दिसंबर 1956 को हुआ था.

छग विधानसभा चुनाव 2023 : 'मोदी की गारंटी' पर मुहर, बघेल से भरोसा टूटता दिख रहा


 रायपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /   छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों के लिए आज मतगणना जारी है. शुरुआती रुझानों में एक बड़ी खबर सामने आ रही है. रुझानों में कांग्रेस के 8 मंत्री अपने निकट प्रतिद्वंदी से पीछे चल रहे हैं. जो मंत्री पीछे चल रहे हैं उनमें, साजा से रविन्द्र चौबे, कवर्धा से मोहम्मद अकबर, आरंग से शिवकुमार डहरिया, कोंडागांव से मोहन मरकाम, सीतापुर से अमरजीत भगत, नवागढ़ से रुद्र गुरु और कोरबा से जय सिंह अग्रवाल पीछे चल रहे हैं. TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

कबीरधाम जिले का जिला मुख्यालय होने की वजह से कवर्धा (Kawardha) सीट काफी चर्चित सीट है. 2018 में कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद अकबर (Mohammad Akbar) ने बीजेपी के अशोक साहू को हराया था. पिछले चुनाव में यहां 82.2% वोटिंग हुई थी. जिसमें मोहम्मद अकबर (Mohammad Akbar) ने अशोक साहू को 24.7% वोटों के मार्जिन (59284 वोटों से) से हराया था. ये सीट हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का गृहग्राम है. उन्होंने अपना पहला चुनाव कवर्धा से ही लड़ा था. वे यहां से विधायक रह चुके हैं. इस बार भाजपा ने यहां से विजय शर्मा को मौका दिया है.

साजा (Saja) विधानसभा बेमेतरा जिले की महत्वपूर्ण सीट है. ये प्रदेश के शिक्षा मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता रविंद्र चौबे (Ravindra Choubey) की सीट है. वे यहां से लगातार चुनाव लड़ते रहे हैं. 2018 में रवीन्द्र चैबे ने बीजेपी उम्मीदवार लाभचंद बाफना को हराया था. 2018 में यहां कुल 79.8 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस चुनाव में रवीन्द्र चौबे (Ravindra Choubey) ने लाभचंद बाफना को 31535 वोटों से हराया था. जो कि कुल वोट का 17.6 प्रतिशत था. इस बार भाजपा ने यहां से इश्वर साहू को उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि बीते महीनों ये सीट बिरनपुर घटना को लेकर चर्चा में थी.

रायपुर जिले की महत्वपूर्ण सीटों में से एक आरंग (Aarang) सीट में इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया (Shiv Kumar Dahria) यहां से वर्तमान विधायक हैं. आरंग (SC) विधानसभा सीट से साल 2018 में शिवकुमार डहरिया ने बीजेपी उम्मीदवार संजय ढीढी को हराया था. पिछले चुनाव में यहां 76.1 प्रतिशत मतदान हुआ था. 2018 में डहरिया ने संजय ढीढी को 25077 वोटों से हराया था. इस यहां कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है. भाजपा ने यहां गुरु खुशवंत सिंह को उम्मीदवार बनाया है. जो कि सतनामी समाज के गुरु हैं. चूंकि शिव डहरिया भी इसी समाज से आते हैं, इस लिहाज से यहां का मुकाबला भी देखने लायक है.

कोरबा (Korba) सीट अनारक्षित सीट है. यह कोरबा का जिला मुख्यालय भी है. प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल (Jaisingh Agarwal) यहां से वर्तमान विधायक हैं. 2018 में कांग्रेस उम्मीदवार जयसिंह अग्रवाल ने बीजेपी उम्मीदवार विकास महतो को हराया था. यहां 71.1 प्रतिशत मतदान हुआ था. जयसिंह अग्रवाल (Jaisingh Agarwal) ने विकास महतो को 11806 वोटों से से हराया था. इस बार भाजपा ने यहां से लखन देवांगन को मौका दिया है.

नवागढ़ (Nawagarh) सीट बेमेतरा जिले में आती है. जो कि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. वर्तमान में कांग्रेस के गुरुदयाल बंजारे यहां से विधायक हैं. लेकिन इस बार पार्टी ने यहां से प्रदेश के पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार (Guru Rudra Kumar) को टिकट दी है. रुद्र गुरु सतनामी समाज के गुरु हैं और समाज का बड़ा चेहरा हैं. 2018 में कांग्रेस के गुरुदयाल सिंह बंजारे ने बीजेपी उम्मीदवार पूर्व मंत्री दयालदास बघेल को हराया था. 2018 में यहां 72.2 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. गुरुदयाल सिंह बंजारे ने दयालदास बघेल को 33200 वोटों से हराया था. इस बार भाजपा ने यहां से पूर्व मंत्री और पिछले बार के प्रत्याशी दयालदास बघेल पर फिर से भरोसा जताया है.

सरगुजा की सीतापुर (Sitapur) विधानसभा सीट खास सीटों मे से एक है. यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत (Amarjeet Bhagat) यहां से वर्तमान विधायक हैं. 2018 में अमरजीत भगत ने भाजपा प्रत्याशी प्रोफेसर गोपाल राम को हराया था. पिछले चुनाव में यहां 78.5 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. अमरजीत भगत (Amarjeet Bhagat) ने प्रोफेसर गोपाल राम को 36137 वोटों से हराया था. इस बार अमरजीत भगत के खिलाफ भाजपा ने राम कुमार टोप्पो को उम्मीदवार बनाया है.

कोण्डागांव सीट (Kondagaon) अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री मोहन मरकाम (Mohan Markam) यहां से वर्तमान विधायक हैं. 2018 में मोहन मरकाम ने बीजेपी की लता उसेंडी को हराया था. यहां 80.7 प्रतिशत मतदान हुआ था. मोहन मरकाम (Mohan Markam) ने लता उसेंडी को 1796 वोटों से हराया था. इस बार भाजपा ने यहां से फिर से लता उसेंडी पर भरोसा जताया है.


PM को CM भूपेश की चिठ्ठी, ON LINE बेटिंग के अवैध कारोबार से जुड़े सभी प्लेटफॉर्म को बैन किया जाये



रायपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /   मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर ऑनलाईन बेटिंग के अवैध कारोबार से जुड़े प्लेटफॉर्म, वेब, ए.पी.के., टेलीग्राम, इंस्टाग्राम, यू.आर.एल. को पूरी तरह से बंद करने की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल साईट X पर शेयर किया है।  



सिल्क्यारा सुरंग से बचाये गए श्रमिकों से प्रधानमंत्री ने दूरभाष पर बातचीत की, देखिये VIDEO


 नई दिल्ली।  TODAY छत्तीसगढ़  /   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तराकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में 17 दिन से फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकाल लिये जाने पर ख़ुशी जाहिर की है। उन्होंने इस रेस्क्यू आपरेशन में लगे तमाम लोगों,एजेंसियों का शुक्रिया अदा करते हुये इस सुखद ख़बर को भाव विभोर होने वाला पल बताया है। सिल्क्यारा सुरंग से बचाये गए श्रमिकों से आज प्रधानमंत्री ने दूरभाष पर बातचीत की और उनका कुशलक्षेम जाना है।

 

तेजस में उड़ान : ' हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में विश्व में किसी से कम नहीं हैं ' - नरेंद्र मोदी

"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में एचएएल के अपने दौरे के दौरान लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी है. इसकी कुछ तस्वीरें सामने आई हैं। पीेएम नरेंद्र मोदी ने इसकी तस्वीरें साझा करते हुए कहा कि कि हमारी मेहनत और लगन के कारण हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में विश्व में किसी से कम नहीं हैं। "

बेंगलुरु।  TODAY छत्तीसगढ़  /   आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के दौरे के दौरान लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी. पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा,  “मैं आज तेजस में उड़ान भरते हुए अत्यंत गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी मेहनत और लगन के कारण हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में विश्व में किसी से कम नहीं हैं. भारतीय वायुसेना, DRDO और HAL के साथ ही समस्त भारतवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं.' 



 

Independence Day 2021: सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारे हर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है - मोदी

TODAY छत्तीसगढ़  /  नई दिल्ली.  देश आज 75वां स्वंत्रता दिवस (Independence day 2021) मना रहा है. इस ऐतिहासिक मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से एक बेहद खास नारा दिया- सबका साथ,सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास. पीएम मोदी पिछले कई सालों से लगातार सबका साथ और सबका विकास की बात करते आ रहे हैं. लेकिन आज उन्होंने देश की विकास यात्रा में आम जनता को भागीदार बनाने के लिए दो और चीज़ें जोड़ दीं. वो हैं- सबका विश्वास और सबका प्रयास. हमेशा की तरह देश को विकास के रास्तों पर ले जाने की बात करने वाले पीएम मोदी ने एक बार फिर से कहा कि 21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई भी बाधा रोक नहीं सकती.

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा, ‘आज लाल किले से मैं आह्वान कर रहा हूं- सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारे हर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.इसी श्रद्धा के साथ हम सब जुटे हुए हैं.’ 

राजनाथ सिंह ने की तारीफ

पीएम मोदी के इस संकल्प की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जम कर तारीफ की. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘पीएम मोदी आज लाल क़िले की प्राचीर से देश के सामने अगले 25 वर्षों तक के लिए कई संकल्प रखे, जिनकी पूर्ति के लिए ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ ज़रूरी है. एक सक्षम, शक्तिशाली और आत्मनिर्भर भारत के लिए पूरा देश संकल्पबद्ध होकर आगे बढ़ेगा.’

‘हमारी ताकत हमारी एकजुटता है’

पीएम मोदी ने अपने एक घंटे से ज्यादा चले भाषण में कहा कि 21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई भी बाधा रोक नहीं सकती. उन्होंने कहा, ‘हमारी ताकत हमारी जीवटता है, हमारी ताकत हमारी एकजुटता है. हमारी प्राणशक्ति, राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम की भावना है. उन्होंने ये भी कहा कि वो मैं भविष्य़दृष्टा नहीं हैं और कर्म के फल पर विश्वास रखता हैं. मेरा विश्वास देश के युवाओं पर है. मेरा विश्वास देश की बहनों-बेटियों, देश के किसानों, देश के प्रोफेशनल्स पर है. ये वो पीढ़ी है जो हर लक्ष्य हासिल कर सकती है.’

 


Independence Day : किसान आंदोलन के बीच छोटे किसानों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से बताई अपनी ख्वाहिश


TODAY छत्तीसगढ़  / नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 75वें स्वतंत्रता दिवस (75th Independence Day) पर लाल किले की प्राचीर से आज आठवीं बार देश को संबोधित किया. 88 मिनट के लंबे संबोधन में पीएम ने कहा कि देश के छोटे किसानों पर अब तक ध्यान नहीं दिया जा सका है. उन्होंने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि कृषि सेक्टर की चुनौतियों पर ध्यान देना होगा क्योंकि किसानों की जमीन लगातार छोटी हो रही है. 

देश में चल रहे किसान आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि 80 फीसदी किसानों के पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है. मोदी ने 80 फीसदी किसानों के उत्थान का नारा देते हुए कहा, "छोटा किसान बने देश की शान, ये हमारा सपना है. आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा. उन्हें नई सुविधाएं देनी होंगी." TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

पीएम ने कहा कि पहले की सरकारों में जो देश में नीतियां बनीं, उनमें इन छोटे किसानों पर जितना ध्यान केंद्रित करना था, वो रह गया. अब इन्हीं छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं. पीएम मोदी की इस बात को छोटे किसानों खासकर 2 हेक्टेयर से छोटी जोत वाले किसानों, जो अपने भरण-पोषण के लिए खेती करते हों और व्यावसायिक खेती में ज्यादा भूमिका नहीं निभाते हों, को लुभाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.

उत्तर भारत खासकर पंजाब, हरियाणा और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बड़े किसान जिनकी जोत का आकार 2 हेक्टेयर से ज्यादा है, इन दिनों तीनों कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि, आंदोलन को सभी जोत के आकार के किसानों का समर्थन प्राप्त है.

पीएम ने कहा कि आज हम अपने गांवों को तेजी से परिवर्तित होते देख रहे हैं. बीते कुछ वर्ष, गांवों तक सड़क और बिजली जैसी सुविधाओं को पहुंचाते रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब गांवों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क, डेटा की ताकत पहुंच रही है, इंटरनेट पहुंच रहा है. गांव में भी डिजिटल Entrepreneur तैयार हो रहे हैं.  पीएम ने कहा, "गांव में जो हमारी सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी 8 करोड़ से अधिक बहनें हैं, वो एक से बढ़कर एक प्रॉडक्ट्स बनाती हैं. इनके प्रॉडक्ट्स को देश में और विदेश में बड़ा बाजार मिले, इसके लिए अब सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार करेगी." 

देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता - मोदी, 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के रूप में मनाया जाएगा

TODAY छत्तीसगढ़  /  नई दिल्ली /  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री ने शनिवार को कहा कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता. नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी. उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है. 

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, "विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी."

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