
TODAY छत्तीसगढ़ / पटना, 26 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 में जीएसटी में और कटौती के संकेत दिए. उन्होंने 2017 से लागू जीएसटी सुधारों के जरिए आम जनता, किसानों और व्यवसायों को हुई बचत का जिक्र किया. जरूरी सामान, ट्रैक्टर, स्कूटर और रोजमर्रा की वस्तुओं पर टैक्स घटा है. मोदी ने 2014 से पहले भारी टैक्स बोझ की तुलना आज की आसान दरों से की. उन्होंने कहा कि आर्थिक मजबूती के साथ टैक्स का बोझ और घटता जाएगा. इससे देशवासियों को स्थायी राहत और बचत मिलेगी.
‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ का शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का उद्घाटन करते हुए करदाताओं और आम जनता को बड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) में हाल ही में की गई भारी कटौती तो बस शुरुआत है. भविष्य में टैक्स दरों में कटौती करने का काम जारी रहेगा. पीएम मोदी ने इस दौरान 2014 से अब तक टैक्स स्ट्रक्चर में आए बदलावों और बचत के उदाहरण देकर जीएसटी सुधारों की उपलब्धियां गिनाईं.
बिहार की माताओं-बहनों और बेटियों के कल्याण के लिए डबल इंजन सरकार समर्पित भाव से कार्य कर रही है। इसी क्रम में आज ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ का शुभारंभ करना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है। https://t.co/pntJaWKPRm
— Narendra Modi (@narendramodi) September 26, 2025
नवरात्रि पर मिला जीएसटी कटौती का तोहफा
22 सितंबर 2025, नवरात्रि के पहले दिन केंद्र सरकार ने जीएसटी में बड़े पैमाने पर कटौती का ऐलान किया था. इसके बाद से उपभोक्ताओं और कारोबारियों में राहत की लहर देखी गई. अब प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि टैक्स कटौती का सिलसिला यहीं खत्म नहीं होगा. उन्होंने कहा, “आज देश जीएसटी बचत उत्सव मना रहा है. हम यहीं नहीं रुकेंगे. जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, टैक्स का बोझ और कम होता जाएगा.”
2014 से पहले का टैक्स जंजाल
पीएम मोदी ने भाषण के दौरान 2014 से पहले की कर प्रणाली को याद दिलाते हुए कहा कि तब टैक्स की जटिलता इतनी अधिक थी कि न बिजनेस चलाना आसान था और न ही आम परिवार का बजट बन पाता था. उन्होंने कहा कि एक हजार रुपये की शर्ट पर तब 117 रुपये टैक्स लगता था. 2017 में जीएसटी आने के बाद यह घटकर 50 रुपये हुआ और अब 22 सितंबर 2025 के सुधार के बाद सिर्फ 35 रुपये टैक्स देना होगा. टूथपेस्ट, तेल और शैंपू पर 2014 में 100 रुपये खर्च करने पर 31 रुपये टैक्स लगता था. जीएसटी लागू होने के बाद यह घटकर 18 रुपये रह गया और अब वही सामान 105 रुपये में मिल रहा है.
परिवार की बचत पर जीएसटी का असर
मोदी ने बताया कि 2014 से पहले कोई परिवार अगर सालाना 1 लाख रुपये की खरीदारी करता था, तो उसे 25,000 रुपये टैक्स देना पड़ता था. लेकिन अब “नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी” के बाद यही टैक्स 5-6 हजार रुपये रह गया है. उन्होंने कहा कि जरूरत की अधिकांश चीजों पर अब केवल 5% जीएसटी है, जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की बचत बढ़ी है.
किसानों और वाहन खरीदारों को सीधी राहत
प्रधानमंत्री ने किसानों और वाहन मालिकों की बचत का उदाहरण भी दिया. उन्होंने कहा कि 2014 से पहले एक ट्रैक्टर पर 70,000 रुपये टैक्स देना पड़ता था, अब वही टैक्स 30,000 रुपये रह गया है, जिससे किसान को 40,000 रुपये की बचत हो रही है. थ्री-व्हीलर पर पहले 55,000 रुपये टैक्स देना होता था, अब यह घटकर 35,000 रुपये हो गया है. उन्होंने कहा कि स्कूटर अब 2014 की तुलना में 8,000 रुपये सस्ता, जबकि मोटरसाइकिल 9,000 रुपये सस्ती हो गई है.