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राजनीतिक समीक्षा: बिहार में नीतीश की वापसी, मोदी की मौजूदगी ने बदला सत्ता समीकरण का संदेश

 


पटना। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार की राजनीति में गुरुवार को हुआ शपथ ग्रहण केवल एक संवैधानिक औपचारिकता नहीं था, बल्कि सत्ता के बदलते समीकरणों और भविष्य की दिशा का गहरा संकेत भी था। एनडीए को मिली बंपर जीत के बाद नीतीश कुमार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद संभाला। यह संयोजन ही दिखाता है कि भाजपा और जेडीयू के बीच सत्ता संतुलन को नए सिरे से गढ़ा जा रहा है। इसी बीच एक वीडियो जिसमें नितीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाँव छूकर आशीर्वाद ले रहे हैं, खूब वायरल हो रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने X हैंडल पर वीडियो शेयर किया है। 

मोदी–नीतीश की गर्मजोशी: पुरानी दूरियों पर विराम ?

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम के राजनीतिक वजन को कई गुना बढ़ा दिया। मंच पर मोदी और नीतीश की मुस्कुराहटें, सहज बातचीत और साझा फ्रेम से यह स्पष्ट संदेश गया कि दोनों दल आने वाले वर्षों में टकराव के बजाय ‘समन्वय की राजनीति’ आगे बढ़ाना चाहते हैं। बीते कुछ वर्षों में दिल्ली–पटना संबंधों में जो उतार-चढ़ाव दिखा था, इस मंच ने उस दूरी को कम करने की कोशिश के रूप में भी देखा गया।

एनडीए की आंतरिक राजनीति का संतुलन

दो उप मुख्यमंत्रियों की तैनाती केवल प्रशासनिक कदम नहीं है; यह एनडीए के भीतर शक्ति वितरण की रणनीतिक प्रक्रिया भी है। सम्राट चौधरी भाजपा के ओबीसी नेतृत्व को मजबूती देते हैं। विजय सिन्हा संगठन और विधानसभा राजनीति में भाजपा के बढ़ते प्रभाव का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन दोनों के बीच नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री पद पर बैठना स्पष्ट करता है कि जेडीयू अभी भी सत्ता की धुरी है, लेकिन भाजपा अपनी शक्तियों को संतुलित तरीके से स्थापित कर चुकी है।

राजनीतिक संदेश और चुनावी भविष्य

इस समारोह में केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न दलों के नेताओं की मौजूदगी ने यह दिखाया कि केंद्र और राज्य सरकार आने वाले महीनों में ‘विकास–केंद्रित गठबंधन राजनीति’ की नई कथा गढ़ने की कोशिश करेंगे। मोदी और नीतीश दोनों के वक्तव्यों में “जनता की सेवा” और “विकास की ऊंचाइयों” पर जोर दिया गया—जो 2029 की दूरगामी राजनीतिक तैयारी की ओर संकेत भी है।

 एक नया अध्याय या पुराना समीकरण ?

बिहार में नीतीश कुमार की सरकार वापस आने के साथ ही यह बहस फिर तेज हो गई है कि क्या नीतीश–मोदी की यह नजदीकी स्थायी है या केवल राजनीतिक अनिवार्यता के तहत बनी है। फिलहाल के संकेत बताते हैं कि दोनों पक्ष स्थिर शासन और साझा राजनीतिक लाभ के लिए एक तालमेल वाला मॉडल अपनाने के मूड में हैं। इस शपथ ग्रहण ने साफ कर दिया है कि बिहार की राजनीति नई रफ्तार पकड़ चुकी है—और इसकी दिशा आने वाले महीनों में राज्य व राष्ट्रीय राजनीति दोनों को प्रभावित करेगी।  


बिहार: नीतीश कुमार ने दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा बने डिप्टी सीएम


पटना। 
TODAY छत्तीसगढ़  /   बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पटना के गांधी मैदान में दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित एनडीए के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। समारोह के दौरान नीतीश कुमार मंच पर पहुंचे और प्रधानमंत्री के चरण स्पर्श करने के लिए झुके, लेकिन प्रधानमंत्री ने उन्हें रोकते हुए शुभकामनाएँ दीं।

सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा बने उपमुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री के बाद सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद नई कैबिनेट के सदस्यों को शपथ दिलाई गई।

कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ली

शपथ समारोह में विभिन्न विभागों के लिए कुल 26 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण के बाद सभी मंत्री प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे और आशीर्वाद लिया।

शपथ लेने वाले मंत्रियों में शामिल हैं: सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, डॉ. दिलीप जायसवाल, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, नितिन नवीन, राम कृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन, सुनील कुमार, मो. जमा खान, संजय सिंह ‘टाइगर’, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निसाद, लवकेन्द्र कुमार रोशन, श्रेयसी सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश। 

नई सरकार के गठन के साथ नीतीश कुमार ने एक बार फिर एनडीए के साथ मिलकर राज्य की बागडोर संभाल ली है।

बिहार: नई सरकार गठन की उलटी गिनती शुरू, गांधी मैदान में शपथ की तैयारियाँ तेज


 पटना। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अब नई सरकार के गठन की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू होने जा रही है। 18वीं विधानसभा से संबंधित अधिसूचना रविवार को जारी की जाएगी, जिसके साथ ही चुनाव से जुड़ी सभी प्रक्रियाएँ तेज हो जाएंगी। इसी के साथ चुनाव के दौरान लागू आदर्श आचार संहिता भी समाप्त हो जाएगी।

19 या 20 नवंबर को हो सकता है शपथ ग्रहण, पीएम मोदी भी होंगे शामिल

चुनाव आयोग रविवार को राज्यपाल को विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों की आधिकारिक जानकारी सौंपेगा। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को अपने कैबिनेट की अंतिम बैठक आयोजित करेंगे, जिसके बाद वे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। उनके इस्तीफे के बाद नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।

इस्तीफे के बाद एनडीए गठबंधन के सभी दल अपने-अपने विधानमंडलीय दल की बैठकें करेंगे। इन बैठकों में सर्वसम्मति से एनडीए के नेता का चुनाव किया जाएगा। इसके बाद राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत किया जाएगा। उधर, पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ युद्धस्तर पर चल रही हैं। मैदान और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा एजेंसियाँ हाई अलर्ट मोड पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ समारोह में शामिल होंगे, साथ ही भाजपा के कई मुख्यमंत्रियों के भी पटना पहुँचने की संभावना है। वीवीआईपी मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था अतिरिक्त रूप से कड़ी की जा रही है।

शपथ ग्रहण समारोह 19 या 20 नवंबर को होने की संभावना जताई जा रही है। प्रशासनिक अमला और सुरक्षा एजेंसियाँ तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।

लालू की बेटी रोहिणी ने शादीशुदा बेटियों से अपील की कि वो 'मेरी जैसी गलती' न करें


पटना।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  लालू यादव परिवार में जारी उथल-पुथल के बीच उनकी बेटी रोहिणी आचार्य के भावुक और तीखा सोशल मीडिया पोस्ट ने खराब संबंधों की परतें खोल दी हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें 'गंदी किडनी' कहकर अपमानित किया गया और पिता को बचाने के लिए किया गया उनका त्याग आज तिरस्कार का कारण बना दिया गया. रोहिणी ने शादीशुदा बेटियों से अपील की कि वो 'मेरी जैसी गलती' न करें और अपने मायके से अधिक अपने घर-परिवार को प्राथमिकता दें. 

बिहार में राष्ट्रीय जनता दल में जारी अंतर्कलह के बीच शनिवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का एक बेहद भावुक और तीखा सोशल मीडिया पोस्ट सामने आया है. रोहिणी ने दावा किया कि उन्हें गालियां दी गईं और उनके पिता को दी गई किडनी को 'गंदी किडनी' कहकर अपमानित किया गया. उन्होंने लिखा कि उन्हें आरोपों का सामना करना पड़ा कि 'करोड़ों रुपये लेकर टिकट के बदले अपने पिता को किडनी लगवाई.'

मेरी जैसी गलती कोई और बेटी न करें: रोहिणी

रोहिणी ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'कल मुझे गालियों के साथ बोला गया कि मैं गंदी हूं और मैंने अपने पिता को अपनी गंदी किडनी लगवा दी, करोड़ों रुपये लिए, टिकट लिया तब लगवाई गंदी किडनी. उन्होंने आगे कहा कि उन्हें इस बात का भी तंज सुनना पड़ा कि किडनी लगवाने के बदले सौदेबाज़ी की गई.'

पोस्ट में रोहिणी ने शादीशुदा बेटियों और महिलाओं से दर्द से भरी अपील करते हुए लिखा, 'सभी बेटी-बहन, जो शादीशुदा हैं, उनका मैं बोलूंगी कि जब आपके मायके में कोई बेटा-भाई हो, तो भूल कर भी अपने भगवान रूपी पिता को नहीं बचाएं. अपने भाई, उस घर के बेटे को ही बोलें कि वो अपनी या किसी हरियाणवी दोस्त की किडनी लगवा दें.'

'बेटी के त्याग को गलत तरीके से पेश किया'

उन्होंने कहा कि एक शादीशुदा बेटी के त्याग को 'आज की राजनीति ने गलत तरीके से पेश कर दिया. रोहिणी ने आगे लिखा, 'सभी बहन-बेटियां अपना घर-परिवार देखें, अपने माता-पिता की परवाह किए बिना अपने बच्चे, अपना काम, अपना ससुराल देखें, सिर्फ अपने बारे में सोचें. मुझसे तो ये बड़ा गुनाह हो गया कि मैंने अपने तीनों बच्चों, घर-परिवार को नहीं देखा, किसी से अनुमति नहीं ली और पिता को बचाने का निर्णय लिया.'

रोहिणी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जीवन का सबसे बड़ा त्याग आज उनके खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने आगे लिखा, 'मेरे जैसा गुनाह आप कभी न करें, किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी न हो.' इस पोस्ट के सामने आने के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस बयान से लालू परिवार में बढ़ते तनाव की तस्वीर और साफ हो रही है.

रोहिणी आचार्य इससे पहले भी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए परिवार और राजनीति छोड़ने की बात कह चुकी हैं. शनिवार को उन्होंने सबसे पहले एक्स पर लिखा था कि मैं राजनीति छोड़ रही हूं, अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं. उसके बाद एयरपोर्ट पर आरोप लगाया गया था कि हार का कारण पूछने पर उन्हें पीटने के लिए चप्पल उठाया गया. फिर रविवार को रोहिणी ने एक अन्य पोस्ट कर बताया था कि उन्हें गंदी-गंदी गालियां दी गई जिसके बाद वो अपने बूढ़े माता-पिता को छोड़ने के लिए मजबूर हो गईं. (साभार / आज तक)

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राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ आरोप पर बोले जिग्नेश मेवाणी — “3.5 लाख मतदाता सूची से गायब, चुनाव आयोग जवाब दे”

 


पटना, बिहार। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी ने कांग्रेस सांसद एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ संबंधी बयान का समर्थन करते हुए चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

मेवाणी ने कहा, “कल को ‘न्यूक्लियर बॉम्ब’ भी आ सकता है… 3.5 लाख मतदाताओं के नाम डिलीट कैसे हुए? चुनाव आयोग जवाब दे। दूध का दूध और पानी का पानी करने में चुनाव आयोग को क्या समस्या है?” उन्होंने आगे कहा कि यह मामला केवल किसी पार्टी का नहीं बल्कि देश के लोकतंत्र और संविधान से जुड़ा है। मेवाणी ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न लग गया है। कांग्रेस नेता ने कहा, “यह हमारे संविधान के साथ मजाक है। हमारे लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ हुआ है। शहीदों की शहादत के बदले हमें जो लोकतंत्र मिला है, यह उसका अपमान है।” 


चुनाव आयोग: बिहार विधानसभा के चुनाव दो चरण में होंगे, तारीखों का ऐलान


 TODAY छत्तीसगढ़  / पटना (बिहार)। चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है। इस वर्ष चुनाव दो चरणों में होंगे — पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर, दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी। मतगणना की तिथि 14 नवंबर निर्धारित की गई है।  

आयोग ने यह भी उल्लेख किया है कि वोटिंग की तिथियाँ तय करते समय छठ महापर्व को ध्यान में रखा गया है, ताकि त्योहार के चलते मतदान प्रक्रिया प्रभावित न हो।  बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान होगा, और दूसरे चरण में 122 सीटों पर। मतगणना (Counting) एवं परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। 

यह अब तक का सबसे छोटा चुनाव कार्यक्रम माना जा रहा है, क्योंकि चुनाव कम चरणों में और संक्षिप्त अवधि में कराए जा रहे हैं। मॉडल कोड ऑफ कॉनड्रक्ट (Election Commission की व्यवहारशैली) आज ही से लागू हो गया है।

बिहार की महिलाओं के कल्याण के लिए डबल इंजन सरकार समर्पित भाव से कार्य कर रही है - मोदी



TODAY छत्तीसगढ़  /   पटना, 26 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 में जीएसटी में और कटौती के संकेत दिए. उन्होंने 2017 से लागू जीएसटी सुधारों के जरिए आम जनता, किसानों और व्यवसायों को हुई बचत का जिक्र किया. जरूरी सामान, ट्रैक्टर, स्कूटर और रोजमर्रा की वस्तुओं पर टैक्स घटा है. मोदी ने 2014 से पहले भारी टैक्स बोझ की तुलना आज की आसान दरों से की. उन्होंने कहा कि आर्थिक मजबूती के साथ टैक्स का बोझ और घटता जाएगा. इससे देशवासियों को स्थायी राहत और बचत मिलेगी. 

 ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ का शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का उद्घाटन करते हुए करदाताओं और आम जनता को बड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) में हाल ही में की गई भारी कटौती तो बस शुरुआत है. भविष्य में टैक्स दरों में कटौती करने का काम जारी रहेगा. पीएम मोदी ने इस दौरान 2014 से अब तक टैक्स स्ट्रक्चर में आए बदलावों और बचत के उदाहरण देकर जीएसटी सुधारों की उपलब्धियां गिनाईं.

नवरात्रि पर मिला जीएसटी कटौती का तोहफा

22 सितंबर 2025, नवरात्रि के पहले दिन केंद्र सरकार ने जीएसटी में बड़े पैमाने पर कटौती का ऐलान किया था. इसके बाद से उपभोक्ताओं और कारोबारियों में राहत की लहर देखी गई. अब प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि टैक्स कटौती का सिलसिला यहीं खत्म नहीं होगा. उन्होंने कहा, “आज देश जीएसटी बचत उत्सव मना रहा है. हम यहीं नहीं रुकेंगे. जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, टैक्स का बोझ और कम होता जाएगा.”

2014 से पहले का टैक्स जंजाल

पीएम मोदी ने भाषण के दौरान 2014 से पहले की कर प्रणाली को याद दिलाते हुए कहा कि तब टैक्स की जटिलता इतनी अधिक थी कि न बिजनेस चलाना आसान था और न ही आम परिवार का बजट बन पाता था. उन्होंने कहा कि एक हजार रुपये की शर्ट पर तब 117 रुपये टैक्स लगता था. 2017 में जीएसटी आने के बाद यह घटकर 50 रुपये हुआ और अब 22 सितंबर 2025 के सुधार के बाद सिर्फ 35 रुपये टैक्स देना होगा. टूथपेस्ट, तेल और शैंपू पर 2014 में 100 रुपये खर्च करने पर 31 रुपये टैक्स लगता था. जीएसटी लागू होने के बाद यह घटकर 18 रुपये रह गया और अब वही सामान 105 रुपये में मिल रहा है.

परिवार की बचत पर जीएसटी का असर

मोदी ने बताया कि 2014 से पहले कोई परिवार अगर सालाना 1 लाख रुपये की खरीदारी करता था, तो उसे 25,000 रुपये टैक्स देना पड़ता था. लेकिन अब “नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी” के बाद यही टैक्स 5-6 हजार रुपये रह गया है. उन्होंने कहा कि जरूरत की अधिकांश चीजों पर अब केवल 5% जीएसटी है, जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की बचत बढ़ी है.

किसानों और वाहन खरीदारों को सीधी राहत

प्रधानमंत्री ने किसानों और वाहन मालिकों की बचत का उदाहरण भी दिया. उन्होंने कहा कि 2014 से पहले एक ट्रैक्टर पर 70,000 रुपये टैक्स देना पड़ता था, अब वही टैक्स 30,000 रुपये रह गया है, जिससे किसान को 40,000 रुपये की बचत हो रही है. थ्री-व्हीलर पर पहले 55,000 रुपये टैक्स देना होता था, अब यह घटकर 35,000 रुपये हो गया है. उन्होंने कहा कि स्कूटर अब 2014 की तुलना में 8,000 रुपये सस्ता, जबकि मोटरसाइकिल 9,000 रुपये सस्ती हो गई है.

तेज प्रताप की राजनीतिक वापसी, नई पार्टी 'जनशक्ति जनता दल' का ऐलान

 बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले आरजेडी से बाहर हुए तेज प्रताप यादव ने अपनी नई पार्टी का ऐलान कर दिया है. 'जनशक्ति जनता दल' के नाम से बनी इस पार्टी के साथ तेज प्रताप अब बिहार में सामाजिक न्याय और संपूर्ण बदलाव का संदेश लेकर उतरेंगे. 



TODAY छत्तीसगढ़  /  पटना, 25 सितम्बर।  आरजेडी से बाहर किए जाने के बाद तेज प्रताप यादव ने राजनीतिक वापसी की है और अपनी नई पार्टी 'जनशक्ति जनता दल' का ऐलान कर दिया है. सोशल मीडिया पर जारी पोस्ट में उन्होंने पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न भी सार्वजनिक किया है.

पार्टी का चुनाव चिह्न ब्लैक बोर्ड रखा गया है. पोस्टर में तेज प्रताप की तस्वीर के साथ लिखा गया है- सामाजिक न्याय, सामाजिक हक और संपूर्ण बदलाव. इसके अलावा पोस्टर में आगे लिखा गया है कि जन-जन की शक्ति, जन-जन का राज, बिहार का विकास करेंगे तेज प्रताप.

तेज प्रताप ने पार्टी से जुड़ने के लिए संपर्क का मोबाइल नंबर भी शेयर किया है. उन्होंने लिखा है कि उनकी पार्टी बिहार के संपूर्ण विकास के लिए पूर्ण रूप से समर्पित है. उनका मकसद है बिहार में संपूर्ण बदलाव कर एक नई व्यवस्था का निर्माण करना और इसके लिए वे लंबी राजनीतिक लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं.

तेज प्रताप यादव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे हैं. उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत राष्ट्रीय जनता दल से की. वे महागठबंधन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे. हाल ही में एक विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट के कारण उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. इस पोस्ट में उन्होंने अपने रिश्ते का खुलासा किया था. बाद में उन्होंने अपना सोशल मीडिया अकाउंट हैक होने का दावा किया और पोस्ट डिलीट कर दिया था. तेज प्रताप की राजनीतिक यात्रा में कई उतार-चढ़ाव आए हैं. वे कई बार अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के साथ मतभेदों की चर्चाओं से सुर्खियों में रहे.

इससे पहले अगस्त में तेज प्रताप यादव ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने के लिए पांच छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन करने की घोषणा की थी. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल से पिता और पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव द्वारा निष्कासन के कुछ महीने बाद अलायंस का फैसला लिया था.

गठबंधन में शामिल पांच पार्टियां कौन हैं...

1. विकास वंचित इंसान पार्टी (VVIP)

2. भोजपुरिया जन मोर्चा (BJM)

3. प्रगतिशील जनता पार्टी (PJB)

4. वाजिब अधिकार पार्टी (WAP)

5. संयुक्त किसान विकास पार्टी

तेज प्रताप यादव ने इन पांच पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्षों के साथ आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि इस गठबंधन का उद्देश्य सामाजिक न्याय, अधिकार और बिहार के संपूर्ण विकास को आगे बढ़ाना है. उन्होंने कहा था, मैं अपनी राह खुद तय करूंगा. हमारा गठबंधन मिलकर सामाजिक न्याय, सामाजिक अधिकार और बिहार के संपूर्ण बदलाव के लिए आगे बढ़ेगा।"

उन्होंने यह भी घोषणा की कि वे महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने पहले 2020 तक महुआ सीट पर प्रतिनिधित्व किया. इसके बाद RJD ने हसनपुर से उम्मीदवार बनाया था.

VIDEO : छात्र की चाकू से गोदकर हत्या, बेरहमी से क़त्ल करने से पहले आँख में मिर्च पाउडर डाला

 


पटना। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार में 20 साल के एक छात्र की बेरहमी से चाकू मारकर हत्या कर दी गई. घटना के रोंगटे खड़े कर देने वाले वीडियो में दिखाई दे रहा है कि आरोपी पहले छात्र की आंखों में मिर्च पाउडर डालता है और फिर उस पर कई बार चाकू से हमला करता है. वाराणसी में पढ़ रहा राहुल कुमार छठ मनाने अपने घर आया हुआ था. शुरुआती जांच के मुताबिक, वारदात के दिन राहुल को किसी ने कॉल करके केएलएस कॉलेज के पास आने के लिए कहा. वहीं पर उस पर हमला कर दिया गया. 

 नवादा जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला सिपाही के इकलौते बेटे युवक की चाकू से गोदकर बेरहमी से हत्या कर दी गई. यह हादसा शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे नवादा से करीब केएलएस कॉलेज के पास हुआ. मृतक की पहचान राहुल कुमार के रूप में की गई, जो शहर के शिवनगर के पोस्टमॉर्टम रोड इलाके में रहने वाले बासुदेव साव का बेटा था. उनकी मां, गया देवी, मुंगेर जेल में एक कांस्टेबल के रूप में सक्रिय रूप से कार्यरत थीं. 

घटना के वक्त केएलएस कॉलेज का छात्र राहुल कॉलेज परिसर से नवादा की ओर पैदल जा रहा था. जैसे ही वह सड़क के किनारे एक पेड़ के पास पहुंचा, चेहरे पर कपड़ा लपेटे हुए हमलावर ने पीछे से पॉलिथीन बैग से पिसी हुई मिर्च राहुल की आंखों में फेंक दी, इसके बाद उसके पेट और अन्य हिस्सों पर लगभग 20-25 बार चाकू से वार किया. युवक की मौत की पुष्टि करने के बाद, अपराधी गांधी नगर इलाके की ओर चला गया. सूचना मिलने पर नगर थाना अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच की और आसपास के लोगों से पूछताछ की.

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पुलिस वालों ने मोबाईल इस्तेमाल किया तो होगी कार्रवाही, DGP ने जारी किया सख़्त आदेश

 TODAY छत्तीसगढ़  / पटना / बिहार पुलिस विभाग में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों को मोबाइल फोन से अब दूरी बनाकर रखनी होगी. पुलिसकर्मी ऑन ड्यूटी मोबाइल फोन का गैर जरूरी इस्तेमाल करते पकड़े गए तो विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी. मोबाइल फोन ही नहीं बल्कि अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के गैर जरूरी इस्तेमाल पर भी बिहार पुलिस विभाग ने सख्त फरमान जारी किया है. 

लगातार मिल रही शिकायतों और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पुलिसकर्मियों के वीडियो को देखते हुए बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा आदेश जारी किया गया है. आदेश में कहा गया है कि वीआईपी सुरक्षा, यातायात व्यवस्था और चौराहों पर पोस्टों पर ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी और अधिकारी मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का गैर जरूरी इस्तेमाल नहीं करेंगे.

बिहार पुलिस महानिदेशक द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कई बार देखने को मिलता है कि ड्यूटी के दौरान कर्मचारी बेवजह मोबाइल चलाते हैं या सोशल मीडिया से जुड़कर मनोरंजन करते हैं. इसके कारण पुलिसकर्मियों का ध्यान भटकता है, और इनकी कार्यक्षमता में कमी आती है. इसके साथ ही यह अनुशासनहीनता भी दर्शाता है. इससे जनता के बीच पुलिस की छवि धूमिल होती है.

आदेश में कहा गया है कि सभी पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी के दौरान किसी भी तरह का फोन न चलाएं. सिर्फ विशेष परिस्थितियों में इसकी इजाजत होगी. ऐसा न करने पर इसे अनुशासनहीनता माना जाएगा और कार्रवाई भी होगी। 

सुशांत सिंह आत्महत्या : मुंबई में क्वारंटीन किए गए बिहार के IPS विनय तिवारी छोड़े गए

TODAY छत्तीसगढ़  / अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच को लेकर मुंबई पहुंचे बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वारंटीन से छोड़ दिया गया है। विनय तिवारी को उस समय क्वारंटीन किया गया जब वो सुशांत केस को लेकर मुंबई में जांच कर रही बिहार पुलिस टीम का नेतृत्व करने के लिए पहुंचे थे। जानकारी के मुताबिक, बीएमसी ने उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किया। जिसके बाद मुंबई से लेकर बिहार तक काफी हंगामा देखने को मिला था। बाद में बिहार सरकार ने सुशांत केस को लेकर सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी, जिसे स्वीकार भी कर लिया गया।

O BMC ने IPS विनय तिवारी को किया था क्वारंटीन
पटना सिटी के एसपी विनय तिवारी के क्वारंटीन को लेकर बिहार पुलिस की ओर से मुंबई पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। खुद विनय तिवारी ने भी कहा था कि उनके क्वारंटीन किए जाने से जांच प्रभावित होगी। वहीं बिहार पुलिस ने मुंबई पुलिस पर जांच में सहयोग नहीं करने का भी आरोप लगाया था। एक दिन पहले ही बिहार पुलिस के डीजीपी ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच के लिए मुंबई गए प्रदेश के एक आईपीएस अधिकारी को लौटने की अनुमति नहीं दिए जाने पर गुरुवार को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
O डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कानूनी कार्रवाई की दी थी चेतावनी
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा था कि हमारे अधिकारी विनय तिवारी मुंबई पुलिस को सूचना देकर वहां गए थे। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उनके वहां जाने की सूचना दी थी। पत्र लिखकर उनके ठहरने के लिए आईपीएस मेस व्यवस्था करने का अनुरोध किया था। बावजूद उन्हें जबरन क्वारंटीन किया गया। फिलहाल पूरे मामले में बड़ा अपडेट ये है कि मुंबई में क्वारंटीन किए गए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वारंटीन से छोड़ दिया गया है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें 

O जांच के लिए मुंबई गई पटना पुलिस की टीम वापस लौटी
इस बीच, पटना पुलिस की चार सदस्यीय टीम शुक्रवार को वापस लौट आई। यह टीम एक सप्ताह से अधिक समय से मुंबई में डेरा डाले हुए थी और मामले की जांच कर रही थी। इस पर उन्होंने कुछ भी मीडिया से साझा करने से इनकार करते हुए कहा कि सब ठीक से हो गया। हमने अपने सीनियर अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार अपनी जांच की। हमारे जो भी निष्कर्ष आए हैं, हम उन्हें साझा करेंगे। इसी टीम का नेतृत्व करने के लिए पटना सिटी एसपी विनय तिवारी मुंबई पहुंचे थे, जिन्हें क्वारंटीन कर लिया गया था।

O सुशांत केस में अब सीबीआई जांच 
सुशांत सिंह राजपूत पिछले 14 जून को अपने बांद्रा आवास के अंदर मृत पाए गए थे। पिछले 25 जुलाई को पटना के राजीव नगर थाना में सुशांत के पिता केके सिंह की ओर से एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, जिसमें रिया चक्रवर्ती और उसके परिवार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। केके सिंह के अनुरोध पर बिहार सरकार की ओर से सुशांत मौत मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा की गई, जिसे केंद्र सरकार ने स्वीकार लिया है। [NBT]

सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के खिलाफ किया केस

TODAY छत्तीसगढ़  / अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती के खिलाफ पटना के राजीव नगर पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. सुशांत सिंह राजपूत करीब एक महीने पहले मुंबई स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे. सुशांत सिंह राजपूत के परिवार ने रिया चक्रवर्ती पर खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. परिवार का आरोप है कि उसने उसे आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान किया. सुशांत के पिता ने कहा कि उन्हें मुंबई पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि उम्र अधिक होने की वजह से वो अब भागदौड़ नहीं कर सकते थे. इस कारण उन्होंने पटना पुलिस से सुशांत की मौत की जांच करने की मांग की है. TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
पटना पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रिया चक्रवर्ती के ऊपर सुशांत के पिता ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि रिया ने सुशांत को अपने परिवार से अलग कर रखा था और पूरी तरह से अपने कब्जे में कर रखा था. उसके बैंक अकाउंट को भी वही मैनेज करती थी. पिता का आरोप है कि रिया ने सुशांत के रुपये भी गबन किये हैं और वह उसे पूरे दबाव में रखती थी. पटना पुलिस की टीम मुंबई पहुंच चुकी है.
बता दें कि कि सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने आवास पर मृत पाए गए थे. सुशांत सिंह राजपूत के करियर की बात करें तो उन्होंने टीवी सीरियल 'किस देश में है मेरा दिल' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद सुशांत सिंह राजपूत ने सीरियल 'पवित्र रिश्ता' में मुख्य भूमिका निभाई थी, जिसके लिए उन्हें खूब पसंद भी किया गया था. इसके बाद एक्टर ने जरा नचके दिखा और झलक दिखला जा जैसे रिएलिटी शो में भी खूब वाह वाही लूटी. एक्टर ने फिल्म 'काय पो चे' से फिल्मी दुनिया में कदम रखा. इसके बाद वह 'शुद्ध देसी रोमांस', 'सोन चिरैया', 'एम.एस धोनी' और कई फिल्मों में नजर आए. 

बिहार की 39 सीटों पर NDA प्रत्याशियों का ऐलान, शत्रुघ्न का कटा टिकट

[TODAY छत्तीसगढ़] / 2019 लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में एनडीए ने अपने 39 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। एनडीए की जारी सूची में जहां बीजेपी के शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट कटा है, वहीं गिरिराज सिंह को बेगूसराय से मैदान में उतारा गया है। एक सीट पर अभी नाम का ऐलान नहीं हुआ है। खगड़िया की यह सीट एलजेपी के खाते में है। उधर, महागठबंधन में तमाम रार के बाद सीटों का फॉर्म्युला तय जरूर हो गया है लेकिन अभी नामों की घोषणा बाकी है। माना जा रहा है कि अब एनडीए की लिस्ट आने के बाद महागठबंधन के उम्मीदवारों की सूची भी जल्द जारी होगी। 
पटना में एनडीए उम्मीदवारों की घोषणा हुई तो सबकी नजरें गिरिराज सिंह और बीजेपी के बागी शत्रुघ्न सिन्हा की सीट पर लगी थी। गिरिराज सिंह को पार्टी ने बेगूसराय से ही प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि गिरिराज सिंह नवादा सीट से लड़ने के लिए अड़े हुए थे। हालांकि अब पार्टी ने उनके नाम की घोषणा कर दी है। उधर, शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट कट गया है। पार्टी ने उनकी सीट पटना साहिब से अब केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को टिकट दिया है। 
इसके अलावा प्रमुख चेहरो में पूर्वी चंपारण से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वहीं सारण से राजीव प्रताप रूडी मैदान में होंगे। इसके अलावा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय को उजियारपुर से और बेगूसराय से आखिरकार मैदान में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह होंगे। एक सीट (खगड़िया) जिस पर उम्मीदवार का ऐलान नहीं हुआ है, वह एलजेपी के खाते में है। 
अब कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं शत्रुघ्न 
उधर, टिकट कटने के बाद माना जा रहा है कि शत्रुघ्न सिन्हा अब जल्द ही कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। इसकी पहले ही अटकलें थीं कि शनिवार को बिहार में बीजेपी उम्‍मीदवारों के ऐलान के बाद शत्रुघ्न सिन्‍हा इसका ऐलान कर सकते हैं। शत्रुघ्न सिन्‍हा के एक सहयोगी ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि यह लगभग तय हो चुका है कि 24 या 25 मार्च को शत्रुघ्न जी कांग्रेस जॉइन कर लेंगे।' जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस में शामिल होने के पीछे क्‍या वजह है इस पर उनका जवाब था, 'कांग्रेस बेहतर विकल्‍प इसलिए है क्‍योंकि इससे शत्रुघ्न सिन्‍हा को राष्‍ट्रीय राजनीति में मौका मिलेगा।' 
17-17 सीटों पर लड़ रही हैं बीजेपी और जेडीयू 
बता दें कि एनडीए में सीट बंटवारे के फॉर्म्युले के तहत बीजेपी और जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं एलजेपी के खाते में 6 सीटें हैं। इनपुट-नवभारत टाइम्स 
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