मुख्यमंत्री लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
मुख्यमंत्री लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

अपराधियों और असामाजिक तत्वों पर सख्ती से कार्रवाई करें - विष्णुदेव


 रायपुर /
  TODAY छत्तीसगढ़  / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निवास कार्यालय में शुक्रवार की देर शाम गृह विभाग की बैठक हुई जिसमें उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के साथ प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की गई । बैठक में मौजूद अधिकारियों को अपराधियों और असामाजिक तत्वों पर सख्ती से कार्रवाई करने, स्थानीय स्तर पर होने वाली घटनाओं पर पुलिस की पैनी नजर होने और इन घटनाओं के संभावित परिणाम पर विचार करने के निर्देश दिए गए हैं। 

मुख्यमंत्री श्री साय ने पुलिस के आला अधिकारियों को सूचना तंत्र और अधिक मजबूत करने के साथ ही अवैध शराब और नशे के कारोबार पर भी कड़ाई से अंकुश लगाने की बात कही है। आपको बताते चलें कि पिछले कुछ महीनों में छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों और ग्रामीण इलाकों में हुई आपराधिक वारदातों ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में पुलिस अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाही के साथ साथ नशे के अवैध कारोबार पर भी अंकुश लगाने की दिशा में काम करेगी। 

राज्य सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की वृद्धि, धान खरीदी 14 नवंबर से शुरू


रायपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  मुख्‍यमंत्री विष्‍णुदेव साय की अध्‍यक्षता में आज कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये है। कैबिनेट ने धान खरीदी की तैयारियों की समीक्षा की है। बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए डिप्‍टी सीएम अरुण साव ने बताया कि इस वर्ष धान खरीदी 14 नवंबर से शुरू की जाएगी। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के शासकीय कर्मचारियों को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दीपावली का उपहार दिया है।  मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की है। अब छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों को 46% के स्थान पर 50% मंहगाई भत्ता मिलेगा।  राज्य सरकार के कर्मचारियों को 01अक्टूबर से  महंगाई भत्ते का लाभ मिलेगा। 

खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन तथा कस्टम मिलिंग की नीति का अनुमोदन किया गया। मंत्रिमण्डलीय उप समिति की अनुशंसा के आधार पर राज्य में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान समर्थन मूल्य पर राज्य के किसानों से नगद एवं लिंकिंग में धान खरीदी 14 नवम्बर 2024 से प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। राज्य में धान खरीदी 31 जनवरी 2025 तक की जाएगी।

समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए कृषि विभाग द्वारा एकीकृत किसान पोर्टल के माध्यम से किसान पंजीयन की प्रक्रिया जारी है, जो 31 अक्टूबर 2024 तक चलेगी। वर्ष 2024-25 में 160 लाख टन धान के उपार्जन का अनुमान है। समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए बायोमेट्रिक व्यवस्था पूर्व वर्ष की भांति लागू रहेगी। मंत्रिपरिषद में खरीदी केन्द्रों में धान के नियंत्रित एवं व्यवस्थित रूप से उपार्जन हेतु सीमांत एवं लघु कृषकों को अधिकतम दो टोकन तथा दीर्घ कृषकों को अधिकतम तीन टोकन प्रदाय करने का निर्णय लिया गया। सभी खरीदी केन्द्रों में इलेक्ट्रॉनिक तौल यंत्र के माध्यम से धान खरीदी होगी। धान खरीदी के लिए 4.02 लाख गठान नये जूट बारदाना जूट कमिश्नर के माध्यम से क्रय करने की स्वीकृति दी गई है। धान खरीदी के लिए कुल 8 लाख गठान बारदाने की जरूरत होगी।

मंत्रिपरिषद की बैठक में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में सहकारी समितियों में कार्यरत डाटाएन्ट्री ऑपरेटरों को 18,420 रूपए प्रतिमाह के मान से कुल 12 माह का मानदेय भुगतान का निर्णय लिया गया। इस पर कुल 60 करोड़ 54 लाख रूपए का व्यय भार आएगा। जिसके भुगतान के लिए पूर्व वर्षाें की भांति राशि मार्कफेड को प्रदाय की जाएगी।

विशुद्ध रूप से राजनीतिक आंदोलनों से संबंधित प्रकरणों को जनहित में न्यायालय से वापस लिये जाने के संबंध में गठित मंत्रिपरिषद की उपसमिति द्वारा अनुशंसित 49 प्रकरणों को माननीय न्यायालय से वापस लिए जाने का निर्णय लिया गया है।

 मंत्रिपरिषद ने छत्तीसगढ़ पुलिस कार्यपालिक (अराजपत्रित) सेवा भर्ती नियम 2021 के नियम 8 (2) में सूबेदार/उप निरीक्षक संवर्ग/प्लाटून कमाण्डर के पद पर नियुक्ति हेतु भर्ती प्रक्रिया वर्ष 2024 में केवल एक बार के लिए अभ्यार्थियों की निर्धारित अधिकतम आयु सीमा में 05 वर्ष की छूट प्रदान करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सभी छूटों को मिलाकर अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष से अधिक नहीं होगी।

 राज्य के सभी ग्राम पंचायतों के प्रत्येक घर में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु छत्तीसगढ़ ग्रामीण पेयजल संचालन एवं संधारण नियम, 2024 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। जिसके तहत पंचायत की सामान्य प्रशासन समिति अपने दायित्वों के साथ-साथ ग्रामीण पेयजल व्यवस्था के संचालन एवं संधारण का कार्य भी देखेगी। ग्राम सभा के अनुमोदन से जल प्रभार का निर्धारण के अलावा नये कनेक्शन का निर्णय, वित्तीय प्रबंधन, मरम्मत, पेयजल गुणवत्ता का निर्धारण एवं शिकायतों का निराकरण करेगी।

 दिवंगत शिक्षक (पंचायत) संवर्ग के कर्मचारियों के अनुकम्पा हेतु पात्र आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। इसके तहत ऐसे शिक्षक (पंचायत) संवर्ग के कर्मचारी जिनकी मृत्यु सेवाकाल में हो गई थी और जिनके आश्रित नियमानुसार अनुकम्पा हेतु पात्र है, उन्हें छत्तीसगढ़ शिक्षक (पंचायत) संवर्ग नियम 2018 के आधार पर पात्रता अनुसार अनुकम्पा नियुक्ति दी जाएगी। ऐसी स्थिति में स्कूल शिक्षा विभाग से पद पूर्ति के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को पद प्रदाय करने के पूर्व के आदेश को शिथिल करने का निर्णय भी लिया गया है, ताकि दिवंगत के पात्र आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की जा सके।

 लोकनायक जयप्रकाश नारायण (मीसा/डी.आई.आर. राजनैतिक या सामाजिक कारणों से निरूद्ध व्यक्ति) सम्मान निधि नियम, 2008 में संशोधन का अनुमोदन किया गया। जिसके तहत दिवंगत लोकतंत्र सेनानियों का राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्ठि की जाएगी तथा अंत्येष्ठि के लिए उनके परिवार को 25 हजार रूपए की सहायता राशि दी जाएगी।

 देशी/विदेशी मदिरा बोतलों पर चस्पा किये जाने हेतु Excise Adhesive Label (Hologram) होलोग्राम में अधिक सुरक्षात्मक फीचर्स उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार के उपक्रम भारत प्रतिभूति मुद्रणालय, नासिक रोड (महाराष्ट्र) से होलोग्राम क्रय करने का निर्णय लिया गया।

 छत्तीसगढ़ राज्य की औद्योगिक नीति 2019-24 के तहत स्टील डाउन स्ट्रीम प्रोजेक्ट्स, एथेनॉल इकाईयों एवं कोर सेक्टर के सीमेंट उद्योगों के लिये विशेष निवेश प्रोत्साहन पैकेज के निर्धारण का अनुमोदन किया गया।

विजयादशमी : मुख्यमंत्री ने शस्त्र पूजा की भारतीय परंपरा का अनुसरण किया, प्रदेश वासियों को दी शुभकामनाएं


 रायपुर / 
 TODAY छत्तीसगढ़  / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज विजयादशमी के पावन अवसर पर शस्त्र पूजा की भारतीय परंपरा का अनुसरण करते हुए, आज अपने निवास कार्यालय में विधिपूर्वक शस्त्रों की पूजा और मां दुर्गा की आराधना की । इस ख़ास अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेश वासियों को विजयादशमी पर्व की शुभकामनाएं दी हैं। 

दो दिवसीय सशस्त्र सैन्य समारोह का शुभारम्भ, विष्णुदेव बोले - "यहाँ से एक दिन नक्सलवाद खत्म हो जाएगा"

रायपुर।  TODAY छत्तीसगढ़  /  राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में आज शनिवार को भव्य सशस्त्र सैन्य समारोह का शुभारंभ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया. दो दिवसीय सशस्त्र सैन्य समारोह में मुख्यमंत्री के अलावा राज्य विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, गृह मंत्री विजय शर्मा मुख्य रूप से शामिल रहे. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इंडियन आर्मी की कार्यशैली की जमकर सराहना की, उन्होंने समारोह में प्रदर्शित आधुनिक सैन्य हथियारों को करीब से देखा और हाथों से उठाकर उसकी खासियत को जाना.

आपको बता दें कि सैन्य शक्ति प्रदर्शन आर्मी मेले का आयोजन आज और कल 6 अक्टूबर तक किया जाएगा. समारोह में भारतीय सैनिकों के स्ट्रेला 10 एम, टी- 90 भीष्म टैंक, जेडीयू 23 गन और 105 आर्टिलरी एमएम लाइट फील्ड गन जैसे आधुनिक हथियार और उपकरणों को लोग नजदीक से देख सकेंगे. इसके साथ ही इसमें विशेष बल कमांडो द्वारा स्लिदरिंग प्रदर्शन, बाइक शो और घुड़सवारी प्रदर्शन भी दिखाया गया .

इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बीते दिन हुये घटनाक्रम का जिक्र  कहा कि "हमारी सेनाओं को बड़ी सफलता मिली है। 31 नक्सली मारे गए हैं और इस बार हमारे जवानों ने 29 का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इसलिए हम अपने जवानों को बधाई देते हैं, उनके साहस को सलाम करते हैं और निश्चित रूप से एक दिन नक्सलवाद खत्म हो जाएगा।" यहां से अशांति समाप्त होगी और छत्तीसगढ़ में शांति स्थापित होगी। 

सामाजिक समरसता एवं समानता का बाबा जी का संदेश आज के समय में अधिक सार्थक - विष्णुदेव साय


 बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज बिलासपुर के गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय में आयोजित बाबा घासीदास जी की जयंती समारोह एवं कुल उत्सव में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बाबा जी का सामाजिक समरसता एवं समानता का संदेश आज अधिक प्रासंगिक एवं सार्थक है। उनके उपदेश का असर है कि छत्तीसगढ़ में सामाजिक समरसता बनी हुई है। बाबा जी के बताये रास्ते पर चलकर छत्तीसगढ़ सरकार सामाजिक समरसता को और समृद्ध करने का प्रयास करेगी।

 कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति श्री आलोक कुमार चक्रवाल ने की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कुलपति द्वारा संपादित किताब ‘गुरू घासीदास सतनाम पंथ के प्रवर्तक’ का विमोचन भी किया। श्री साय ने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र -छात्राओं को सम्मानित भी किया। विशेष अतिथि के रूप में समारोह में एटीईक्यू इन्टरनेशन के अध्यक्ष डॉ. विलियम पेन्टर ,बिल्हा विधायक  धरमलाल कौशिक, बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल,बेलतरा विधायक  सुशांत शुक्ला उपस्थित थे।

घासीदास पर कुलपति द्वारा संपादित पुस्तक का विमोचन

 मुख्यमंत्री श्री साय ने बाबा घासीदास जयंती की सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद शैक्षणिक संस्थाओं के अंतर्गत घासीदास विश्वविद्यालय में पहला कार्यक्रम बना है। विशाल स्तर पर जयंती समारोह आयोजित करने के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन को बधाई दी। श्री साय ने कहा कि 18 वीं सदी में देश में सामाजिक भेदभाव एवं छूआछूत की भावना चरम पर थी। समाज में ऊंच-नीच की भावना गहराई लिए थी। ऐसी हालात में बाबा घासीदास जी का अवतरण हुआ। उन्हेांने मनखे-मनखे एक समान का उपदेश देकर सामाजिक समरसता का सूत्रपात किया। हमें गर्व है कि बाबा घासीदास जी के नाम पर पूरे देश का एकमात्र विश्वविद्यालय है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बाबा के आशीर्वाद एवं जनता के सहयोग से छत्तीसगढ़ को और समृद्ध राज्य बनाएंगे। प्रकृति ने छत्तीसगढ़ की भूमि को उर्वरा बनाया है। खनिज एवं वन ससंाधनों की बहुलता है। छत्तीसगढ़ को देश का नम्बर वन राज्य बनाने के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों के अन्य प्रकल्पों पर काम के लिए विश्वविद्यालय की सराहना की। मुख्यमंत्री ने जयंती के अवसर पर कॉलेज के एनएसएस ईकाई द्वारा ब्लड डोनेशन कैम्प का शुभारंभ किया। 2 सौ यूनिट ब्लड संकलन का लक्ष्य इस शिविर में रखा गया है। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय में बच्चों के लिए संचालित सस्ते केन्टीन की प्रशंसा की। मात्र 10 रूपये में बच्चों को भरपेट एवं गुणवत्ता पूर्ण भोजन परोसी जाती है। फिलहाल 600 बच्चे इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने घासीदास विश्वविद्यालय का राजधानी में विस्तार के लिए पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया।

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी समारोह को सम्बोधित किया। उन्होंने बाबा जी के संदेश पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने 18 लाख आवासहीन परिवारों को मकान देने का निर्णय लिया। ये सब पिछले पांच साल से मकान को लेकर काफी परेशान थे। राज्य सरकार ने मकान देने में काफी सहानुभूति पूर्वक निर्णय लिया है। बाबा जी ने अपने संपूर्ण जीवन काल में सामाजिक समरसता बनाने और विषमता को दूर करने का काम किया। उनको सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम सब उनके बताये रास्ते पर चलकर समृद्व छत्तीसगढ़ का निर्माण करेंगे।  कुलपति श्री आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय को गर्व है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद वे पहले दौरे पर हमारी शैक्षणिक संस्थान में आये। उन्हांेने कहा कि मनखे-मनखे एक समान का बाबाजी का संदेश अभूतपूर्व है। उनके संदेशों की भावना को हमारे सविधान में भी शामिल किया गया है। जिसके कारण देश आज तरक्की के नये आयाग विकसित कर रहा है। विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल एटीईक्यू इन्टरनेशन के अध्यक्ष डॉ. विलियम पेन्टर ने भी बाबा जी के जीवन संदेश और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताया । 

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

मुख्यमंत्री ने बाबा गुरु घासीदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया


बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरु घासीदास बाबा की जयंती पर गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित बाबा घासीदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें सादर नमन किया। उन्होंने  छत्तीसगढ़ की खुशहाली एवं समृद्धि के लिए गुरु बाबा से आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं मौजूद थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद श्री साय का किसी शैक्षणिक संस्थान में पहला दौरा था, जिससे छात्र-छात्राओं में अभूतपूर्व उत्साह था। प्रतिमा स्थल पर छात्रों ने पंथी नृत्य से मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय का स्वागत किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री  विजय शर्मा, बिलासपुर विधायक  अमर अग्रवाल, बिल्हा विधायक  धरमलाल कौशिक, बेलतरा विधायक  सुशांत शुक्ला एवं गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति  आलोक कुमार चक्रवाल भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का हेलीपैड पर जोशीला स्वागत

 


बिलासपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  /   मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय के बिलासपुर पहुंचने पर हेलीपैड में आत्मीय स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री बनने के बाद श्री साय का पहला बिलासपुर दौरा है। श्री साय गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय में आयोजित बाबा गुरु घासीदास जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचे हैं। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा भी साथ में आए। उनका भी जोरदार स्वागत किया गया।

 केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में निर्मित हेलीपैड पर प्रमुख रूप से कुलपति आलोक कुमार चक्रवाल, बिल्हा विधायक  धरमलाल कौशिक, बिलासपुर विधायक  अमर अग्रवाल, बेलतरा विधायक  सुशांत शुक्ला,महापौर रामशरण यादव, पूर्व विधायक रजनीश सिंह,कमिश्नर केडी कुंजाम, आईजी अजय यादव,कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी  संतोष सिंह, रामदेव कुमावत सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं नागरिकों ने गुलदस्ता भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। केंद्रीय विश्वविद्यालय के युवाओं ने भी गाजे बाजे के साथ मुख्यमंत्री का उत्साहपूर्ण स्वागत किया। 

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

शपथ ग्रहण : विष्णुदेव साय प्रदेश के चौथे मुख्यमंत्री बने, साव और शर्मा ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली

 रायपुर। TODAY छत्तीसगढ़  /    छत्तीसगढ़ के आदिवासी नेता विष्णुदेव साय 13 दिसंबर यानी आज नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। आदिवासी समाज के दिग्गज नेता विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के चौथे मुख्यमंत्री बने। सीएम के बाद अरुण साव और विजय शर्मा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। 

छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय ने सीएम पद की शपथ ग्रहण कर ली है. रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई वीवीआईपी मेहमान मौजूद रहे. विष्णुदेव साय के अलावा इस बार दो उप मुख्यमंत्रियों, अरुण साव और विजय शर्मा, ने भी शपथ ग्रहण की. शपथ ग्रहण से पहले विष्णुदेव ने अपनी मां का आशीर्वाद लिया. उन्होंने बेटे को गले लगाकर आशीर्वाद दिया. 

समारोह में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मंच पर मौजूद रहे. यह पहला मौका है जब राज्य में मुख्यमंत्री को सहयोग करने के लिए दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं. राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने साइंस कॉलेज मैदान में एक शपथ ग्रहण समारोह के दौरान साय और दोनों उपमुख्यमंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.

छत्तीसगढ़ को मिले दो डिप्टी सीएम - 

साय के साथ शपथ लेने वाले उपमुख्यमंत्री अरुण साव (54) प्रभावशाली साहू (तेली) ओबीसी समुदाय से आते हैं तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं. अधिवक्ता से नेता बने साव ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी थानेश्वर साहू को लोरमी सीट से 45,891 वोटों से हराया है.

अन्य उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा (50) ब्राह्मण समुदाय से हैं. वह राज्य में भाजपा के महामंत्री हैं. हिंदुत्व के मुखर समर्थक शर्मा ने कवर्धा निर्वाचन क्षेत्र में प्रभावशाली कांग्रेस नेता और निवर्तमान मंत्री मोहम्मद अकबर को 39,592 वोटों से हराया है.

छत्तीसगढ़ की जनता को मिला 'देव' , विष्णुदेव चुने गये मुख्यमंत्री


 रायपुर ।
  TODAY छत्तीसगढ़  /   छत्तीसगढ़ का नया मुख्यमंत्री कौन ? इस सवाल पर आखिरकार आज दोपहर विराम लग ही गया। केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कुनकुरी के विधायक विष्णुदेव साय प्रदेश को विधायक दल का नेता चुना गया। छत्तीसगढ़ को मुखिया के रूप में विष्णुदेव मिले। वे आदिवासी समाज का नेतृत्व  करते हैं साथ ही भारतीय जनता पार्टी में संगठन और सत्ता के शीर्ष नेतृत्व में सबकी पसंद भी रहें हैं।   

विष्णुदेव साय आदिवासी वर्ग से हैं। वे इसके पहले तीन बार के विधायक, और चार बार सांसद रहे हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे। आज  पार्टी पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों के दल ने साय को अपना नेता चुना। उन्होंने बताया कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने साय के नाम का प्रस्ताव किया तथा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने उनका समर्थन किया। विष्‍णुदेव साय को पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का करीबी बताया जाता है। 

विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद जब उनसे पूछा गया कि वह पहला कौनसा काम करेंगे. तो उन्होंने बताया, "छत्तीसगढ़ में (प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत) 18 लाख आवास को मंजूरी देना नयी सरकार का पहला काम होगा. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में, मैं सरकार के माध्यम से (प्रधानमंत्री) मोदी की गारंटी (भाजपा के चुनाव पूर्व वादे) को पूरा करने का प्रयास करूंगा." उन्होंने कहा, "मुझ पर भरोसा करने के लिए पार्टी और नवनिर्वाचित सदस्यों का मैं आभारी हूं. मैं पूरी ईमानदारी के साथ सभी के भरोसे पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा." 

बता दें, रायपुर में नव निर्वाचित विधायकों की दोपहर बाद बैठक आयोजित की गई जिसमें पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल तथा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम उपस्थित थे. TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

पार्टी के नेताओं ने बताया कि भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आयोजित इस बैठक में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, केंद्रीय मंत्री और चुनाव सह प्रभारी डॉक्टर मनसुख मांडविया, भाजपा संगठन सह प्रभारी नितिन नबीन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह भी मौजूद थे. पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से साय को भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया. मुख्यमंत्री पद के लिए साय के नाम की घोषणा होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने साय का स्वागत किया.

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 में से 54 सीट जीती हैं. पिछले चुनाव 2018 में 68 सीट जीतने वाली कांग्रेस इस बार 35 सीट पर सिमट गई है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) राज्य में एक सीट जीतने में कामयाब रही. 

----------------------

                                                           आप अपने क्षेत्र का समाचार, जानकारी और सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों के बारे में हमें इस (9111607770वाट्सअप नंबर पर सीधे भेज सकते हैं । जानकारी और समाचार को अवलोकन पश्चात TCG NEWS पर प्रमुखता से प्रकाशित किया जायेगा । 

आप यहाँ क्लिक करके सीधे वाट्सअप नंबर पर भी पहुँच सकते हैं और प्रकाशन योग्य सामग्री भेज सकते हैं। 

छग विधानसभा चुनाव 2023 : 'मोदी की गारंटी' पर मुहर, बघेल से भरोसा टूटता दिख रहा


 रायपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /   छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों के लिए आज मतगणना जारी है. शुरुआती रुझानों में एक बड़ी खबर सामने आ रही है. रुझानों में कांग्रेस के 8 मंत्री अपने निकट प्रतिद्वंदी से पीछे चल रहे हैं. जो मंत्री पीछे चल रहे हैं उनमें, साजा से रविन्द्र चौबे, कवर्धा से मोहम्मद अकबर, आरंग से शिवकुमार डहरिया, कोंडागांव से मोहन मरकाम, सीतापुर से अमरजीत भगत, नवागढ़ से रुद्र गुरु और कोरबा से जय सिंह अग्रवाल पीछे चल रहे हैं. TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

कबीरधाम जिले का जिला मुख्यालय होने की वजह से कवर्धा (Kawardha) सीट काफी चर्चित सीट है. 2018 में कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद अकबर (Mohammad Akbar) ने बीजेपी के अशोक साहू को हराया था. पिछले चुनाव में यहां 82.2% वोटिंग हुई थी. जिसमें मोहम्मद अकबर (Mohammad Akbar) ने अशोक साहू को 24.7% वोटों के मार्जिन (59284 वोटों से) से हराया था. ये सीट हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का गृहग्राम है. उन्होंने अपना पहला चुनाव कवर्धा से ही लड़ा था. वे यहां से विधायक रह चुके हैं. इस बार भाजपा ने यहां से विजय शर्मा को मौका दिया है.

साजा (Saja) विधानसभा बेमेतरा जिले की महत्वपूर्ण सीट है. ये प्रदेश के शिक्षा मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता रविंद्र चौबे (Ravindra Choubey) की सीट है. वे यहां से लगातार चुनाव लड़ते रहे हैं. 2018 में रवीन्द्र चैबे ने बीजेपी उम्मीदवार लाभचंद बाफना को हराया था. 2018 में यहां कुल 79.8 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस चुनाव में रवीन्द्र चौबे (Ravindra Choubey) ने लाभचंद बाफना को 31535 वोटों से हराया था. जो कि कुल वोट का 17.6 प्रतिशत था. इस बार भाजपा ने यहां से इश्वर साहू को उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि बीते महीनों ये सीट बिरनपुर घटना को लेकर चर्चा में थी.

रायपुर जिले की महत्वपूर्ण सीटों में से एक आरंग (Aarang) सीट में इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया (Shiv Kumar Dahria) यहां से वर्तमान विधायक हैं. आरंग (SC) विधानसभा सीट से साल 2018 में शिवकुमार डहरिया ने बीजेपी उम्मीदवार संजय ढीढी को हराया था. पिछले चुनाव में यहां 76.1 प्रतिशत मतदान हुआ था. 2018 में डहरिया ने संजय ढीढी को 25077 वोटों से हराया था. इस यहां कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है. भाजपा ने यहां गुरु खुशवंत सिंह को उम्मीदवार बनाया है. जो कि सतनामी समाज के गुरु हैं. चूंकि शिव डहरिया भी इसी समाज से आते हैं, इस लिहाज से यहां का मुकाबला भी देखने लायक है.

कोरबा (Korba) सीट अनारक्षित सीट है. यह कोरबा का जिला मुख्यालय भी है. प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल (Jaisingh Agarwal) यहां से वर्तमान विधायक हैं. 2018 में कांग्रेस उम्मीदवार जयसिंह अग्रवाल ने बीजेपी उम्मीदवार विकास महतो को हराया था. यहां 71.1 प्रतिशत मतदान हुआ था. जयसिंह अग्रवाल (Jaisingh Agarwal) ने विकास महतो को 11806 वोटों से से हराया था. इस बार भाजपा ने यहां से लखन देवांगन को मौका दिया है.

नवागढ़ (Nawagarh) सीट बेमेतरा जिले में आती है. जो कि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. वर्तमान में कांग्रेस के गुरुदयाल बंजारे यहां से विधायक हैं. लेकिन इस बार पार्टी ने यहां से प्रदेश के पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार (Guru Rudra Kumar) को टिकट दी है. रुद्र गुरु सतनामी समाज के गुरु हैं और समाज का बड़ा चेहरा हैं. 2018 में कांग्रेस के गुरुदयाल सिंह बंजारे ने बीजेपी उम्मीदवार पूर्व मंत्री दयालदास बघेल को हराया था. 2018 में यहां 72.2 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. गुरुदयाल सिंह बंजारे ने दयालदास बघेल को 33200 वोटों से हराया था. इस बार भाजपा ने यहां से पूर्व मंत्री और पिछले बार के प्रत्याशी दयालदास बघेल पर फिर से भरोसा जताया है.

सरगुजा की सीतापुर (Sitapur) विधानसभा सीट खास सीटों मे से एक है. यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत (Amarjeet Bhagat) यहां से वर्तमान विधायक हैं. 2018 में अमरजीत भगत ने भाजपा प्रत्याशी प्रोफेसर गोपाल राम को हराया था. पिछले चुनाव में यहां 78.5 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. अमरजीत भगत (Amarjeet Bhagat) ने प्रोफेसर गोपाल राम को 36137 वोटों से हराया था. इस बार अमरजीत भगत के खिलाफ भाजपा ने राम कुमार टोप्पो को उम्मीदवार बनाया है.

कोण्डागांव सीट (Kondagaon) अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री मोहन मरकाम (Mohan Markam) यहां से वर्तमान विधायक हैं. 2018 में मोहन मरकाम ने बीजेपी की लता उसेंडी को हराया था. यहां 80.7 प्रतिशत मतदान हुआ था. मोहन मरकाम (Mohan Markam) ने लता उसेंडी को 1796 वोटों से हराया था. इस बार भाजपा ने यहां से फिर से लता उसेंडी पर भरोसा जताया है.


PM को CM भूपेश की चिठ्ठी, ON LINE बेटिंग के अवैध कारोबार से जुड़े सभी प्लेटफॉर्म को बैन किया जाये



रायपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /   मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर ऑनलाईन बेटिंग के अवैध कारोबार से जुड़े प्लेटफॉर्म, वेब, ए.पी.के., टेलीग्राम, इंस्टाग्राम, यू.आर.एल. को पूरी तरह से बंद करने की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल साईट X पर शेयर किया है।  



57 का Exit Poll आँकड़ा पलटकर 75 होगा, 2 दिन रुकिए - भूपेश बघेल

रायपुर। TODAY छत्तीसगढ़  /  पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद आज एग्जिट पोल में रुझान पता चल गए हैं। किस राज्य में किसकी लहर है, कौन सरकार बनाने जा रहा है। ऐसी भविष्यवाणी की गई है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मिजोरम और राजस्थान विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजे सामने आए हैं। कई एग्जिट पोल में एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी भाजपा की सरकार बनने की भविष्यवाणी की गई है। वैसे तो, एग्जिट पोल कई बातों को लेकर बदनाम रहे हैं। कहा जाता है कि ये सच नहीं होते हैं लेकिन कई बार रिजल्ट सटीक भी आए हैं। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे दो दिन बाद 3 दिसंबर को जारी किए जाएंगे। 
पाँच राज्यों में अगर छत्तीसगढ़ राज्य के एक्जिट पोल के आंकड़ों पर नज़र डाले तो कांग्रेस सरकार बनाने की स्थिति में दिखाई पड़ती है, हालांकि सभी अलग-अलग सर्वे एजेंसियों के आंकड़ों में कांग्रेस को 40 से 55 सीटों के बीच रखा गया है। भाजपा को 35 से 45 सीटों के बीच रखा गया है। एक्जिट पोल के आंकड़ों में अन्य को 3 से पाँच सीटें मिलने की उम्मीद है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

कांग्रेस 2018 के चुनावी नतीजों के बराबर पहुंचने का दावा कर रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़े ही आत्मविश्वास के साथ पूर्ण बहुमत से सरकार पुनः बना लेने का दावा किया है। 


भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने 5 में से 3 राज्य में भाजपा की सरकार लेने का दावा किया है। मालवीय ने आज सभी पांच राज्य के चुनाव पर आये एक्जिट पोल के आंकड़ों के बाद यह बात सोशल साईट X पर लिखी है।  

हादसा टला : सभा स्थल पर हेलीकाप्टर लैंड, मुख्यमंत्री के हेलीकाप्टर की लैंडिंग में बड़ी चूक


 बिलाईगढ़। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हेलीकाप्टर की लैंडिंग में आज शुक्रवार को बड़ी चूक सामने आई। हेलीकाप्टर की लैंडिंग जहां होनी थी, वहां से बजाय सभास्थल के बिल्कुल करीब ही पायलट ने लैंड किया। अनकंट्रोल स्पेस पर हेलीकाप्टर की लैंडिंग से बड़ा खतरा टल गया। आचार संहिता की वजह से सीएम बघेल चार्टर्ड चॉपर से दौरे कर रहे हैं। इनके पायलट को छत्तीसगढ़ की टोमोग्राफी की जानकारी नहीं रही।

               मुख्यमंत्री बघेल शुक्रवार को बिलाईगढ़ में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में सभा के लिए ग्राम पवनी पहुंचे थे। इस दौरान उनके हेलीकाप्टर की लैंडिंग के लिए हेलीपैड तैयार किया गया था। ये हेलीपैड सभास्थल से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर था। हेलीपेड पर लैंडिंग इंडिकेटर के तौर पर स्मोक भी जलाया गया था, लेकिन पायलट की चूक की वजह से हेलीकाप्टर की लैंडिंग वहां नहीं हो सकी। और हेलीकाप्टर सभास्थल के बिल्कुल करीब पहुंच गया। सभास्थल से महज 20 मीटर की दूरी पर हैलीकाप्टर लैंड हो गया। एसपी आशुतोष सिंह ने समाचार माध्यमों को बताया कि पायलट को अक्षांश और देशांतर (लॉगिट्यूड-लैटीट्यूड) की कुछ गफलत हुई, जिसकी वजह से लैंडिंग वहां नहीं करायी जा सकी। पायलट ने भी इस चूक को माना है।

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

           दरअसल तय जगह पर हेलीकाप्टर की लैंडिंग नहीं होने की वजह से दुर्घटना के नजरिये से भी मामला तो संवेदनशील था ही, सुरक्षा के नजरिये से भी मौके पर हड़कंप मच गया। क्योंकि पुलिस बल हेलीपेट पर लगाया गया था, लेकिन वहां हेलीकाप्टर ने लैंड ही नहीं किया। जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस टीम ने उस स्थल को अपने घेरे में लिया, जहां मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर लैंड किया। इधर कार्यकर्ताओं के बीच ही हेलीकॉप्टर की लैंडिंग करायी गयी। 

रायपुर : कल अंतरराज्यीय बस टर्मिनल, मल्टीलेवल पार्किंग के अलावा कई सौगात देंगे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

TODAY छत्तीसगढ़  / रायपुर /  प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल दिनांक 20 अगस्त 2021 को नगर पालिक निगम रायपुर, रायपुर जिला अर्बन पब्लिक सर्विस सोसायटी एवं रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तत्वावधान में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दोपहर 1 बजे शहीद भगत सिंह चौक शंकर नगर, दोपहर 1ः10 बजे मल्टी लेवल पार्किंग कलेक्टोरेट परिसर के समीप, दोपहर 1ः30 बजे शहीद स्मारक अंग्रेजी माध्यम स्कूल फाफाडीह चौक एवं दोपहर 2 बजे श्री बालाजी स्वामी ट्रस्ट श्री दूधाधारी मठ अंतरराज्यीय बस टर्मिनल भाठागांव एवं 6 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट रायपुर की नागरिकों को शानदार सौगातें देंगे. लोकार्पण कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं विकास, श्रम मंत्री डॉक्टर शिव कुमार डहरिया करेंगे. 

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

गोंडी, हल्बी, सरगुजिहा, सादरी, भतरी, कुडुख में होगी अब पढ़ाई, किताबें पहुंची स्कूलों में

 TODAY छत्तीसगढ़  / रायपुर / छत्तीसगढ़ राज्य के स्कूली बच्चे अब अपने इलाके की स्थानीय भाषा और बोली में पढ़ाई कर सकेंगे। प्राथमिक शालाओं में अध्ययन-अध्यापन रूचिकर, सरल, सहज और ग्राह्य बनाने के उददेश्य से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्कूल शिक्षा विभाग को स्थानीय बोलियों में पाठ्य-पुस्तकें न सिर्फ तैयार करने को कहा था, बल्कि उन्होंने इसकी विधिवत घोषणा भी 26 जनवरी 2020 को गणतंत्र दिवस समारोह में जगदलपुर में की थी। मुख्यमंत्री की मंशा और उनकी घोषणा के अनुरूप स्कूल शिक्षा विभाग ने सादरी, भतरी, दंतेवाड़ा गोंड़ी, कांकेर गोंड़ी, हल्बी, कुडुख, उड़िया बोली-भाषा के जानकार लोगों से बच्चों के लिए पठन सामग्री, वर्णमाला चार्ट तथा रोचक कहानियों की पुस्तकें तैयार करवाकर स्कूलों में भिजवा दी है। 
अब पहली कक्षा से लेकर पांचवी कक्षा तक के बच्चों को उनके इलाके की बोली-भाषा में पढ़ाई करायी जाएगी, ताकि बच्चे विषयों को अच्छे से समझ सके और उसे ग्राह्य कर सके। स्कूल शिक्षा विभाग ने इसके अलावा छत्तीसगढ़ी, अंग्रेजी और हिन्दी में भी बच्चों के लिए पठन सामग्री स्कूलों को उपलब्ध करायी है। यह पुस्तकें उन्हीं इलाके के स्कूलों में भेजी गई है जहां लोग अपने बात-व्यवहार में उस बोली-भाषा का उपयोग करते है।    

स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव ने बताया कि प्राथमिक स्कूल के बच्चों के लिए छत्तीसगढ़ राज्य में अलग-अलग हिस्सों में विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्र जैसे बस्तर अंचल, सरगुजा अंचल और ओड़िसा से प्रांत से लगे सीमावर्ती इलाके के लोगों द्वारा दैनिक जीवन में स्थानीय बोली-भाषा का उपयोग बहुलता के साथ किया जाता है। यदि इन इलाकों में बच्चों को उनकी बोली-भाषा में शिक्षा दी जाए तो बच्चों के लिए यह सरल, सहज और ग्राह्य होगी। 

मुख्यमंत्री श्री बघेल की भी यहीं मंशा है कि बच्चों को इस तरह से पढ़ाया-लिखाया जाए कि उन्हें बात समझ में आए। पढ़ाई-लिखायी बोझिल न लगे और वह स्कूल आने के लिए लालयित हो। उन्होंने बताया कि इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा धुर्वा, भतरी, संबलपुरी, दोरली, कुडुख, सादरी, बैगानी, हल्बी, दंतेवाड़ा गोड़ी, कमारी, ओरिया, सरगुजिया, भुंजिया बोली-भाषा में पुस्तकें और पठन सामग्री तैयार करायी गई। सभी प्राथमिक स्कूलों को उक्त पठन सामग्री के साथ-साथ छत्तीसगढ़ी तथा अंग्रेजी में वर्णमाला पुस्तिका-मोर सुग्घर वर्णमाला एवं मिनी रीडर इंग्लिश बुक दी गई है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के जिन जिलों में छत्तीसगढ़ बहुतायत से बोली जाती है उन जिलों के चयनित प्राथमिक स्कूलों में लेंगुएज लर्निंग फाउंडेशन द्वारा तैयार चित्र कहानियां-सुरीली अउ मोनी, तीन संगवारी, गीता गिस बरात, बेंदरा के पूंछी, चिड़िया, मुर्गी के तीन चूजे, सोनू के लड्डू हिन्दी एवं छत्तीसगढ़ी दोनों भाषाओं में लिखी कहानियों की पुस्तक भेजी गई हैं।

सीढ़ी (एक भाषा से दूसरी भाषा सीखने)- भाषा सेतु सहायिका पठन सामग्री बस्तर क्षेत्र, केन्द्रीय जोन में रायपुर-दुर्ग-बिलासपुर, सरगुजा जोन में सभी प्राथमिक कक्षा पहली-दूसरी के बच्चों को उपलब्ध करवाई गई है। इसमें बच्चे चित्र देखकर उनके नाम अपनी स्थानीय भाषा-बोली में लिखने का अभ्यास करेंगे। कक्षा पहली-दूसरी के बच्चों के लिए विभिन्न छह भाषा छत्तीसगढ़ी, गोंड़ी कांकेर, हल्बी, सादरी, सरगुजिहा, गोंडी दंतेवाड़ा में आठ कहानी पुस्तिकाएं- अब तुम गए काम से, चींटी और हाथी, बुलबुलों का राज, पांच खंबों वाला गांव, आगे-पीछे, अकेली मछली, घर, नटखट गिलहरी पढ़ने के लिए उपलब्ध करवाई गई है।  

प्रदेश के महाविद्यालयों में प्रवेश के लिये आयुसीमा का बंधन समाप्त, सीएम भूपेश बघेल ने की घोषणा

TODAY छत्तीसगढ़  /  रायपुर / स्वतंत्रता दिवस के 75वें वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने उद्बोधन में एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए प्रदेश के महाविद्यालयों में प्रवेश के लिये आयुसीमा के बंधन को समाप्त कर दिया है।

केन्द्र द्वारा घोषित की गई समग्र शिक्षा नीति में भी इसकी घोषणा की गई है। मध्यप्रदेश सहित कुछ अन्य राज्यों ने प्रवेश में आयुसीमा का बंधन समाप्त कर दिया है। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में विभिन्न श्रेणियों में राज्य में नौकरियों के लिये आवेदन करने की पात्रता विशेषकर महिलाओं को 40-45 वर्ष तक मिली हुई है किन्तु कॉलेज में प्रवेश की अधिकतम आयु 27 वर्ष ही रखी गई है। इसे विसंगतिपूर्ण प्रावधान माना गया है। यदि कोई व्यक्ति 27 वर्ष के बाद आगे की पढ़ाई कर अपनी योग्यता के अनुरूप नौकरी हासिल करना चाहता हो तो उन्हें कॉलेजों में प्रवेश नहीं मिल पाता था। अब किसी भी आयु में कॉलेजों में नियमित छात्र के रूप में प्रवेश लिया जा सकेगा। 

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

छत्तीसगढ़ में सिर्फ 13 प्रतिशत नामांकन, अब स्थिति सुधरेगी-प्रो. वाजपेयी

अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने मुख्यमंत्री की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि समग्र शिक्षा नीति में सन् 2035 तक उच्च शिक्षा में नामांकन का प्रतिशत 50 तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। अभी राष्ट्रीय औसत 26 प्रतिशत है। छत्तीसगढ़ में तो केवल 13 प्रतिशत यानि राष्ट्रीय औसत से भी आधा है। ऐसे में जो लोग गरीबी के कारण या अन्य किसी वजह से पढ़ाई नहीं कर पाये, उनको अब किसी भी उम्र में अध्ययन का अवसर मिल सकेगा। छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या पिछड़े वर्ग तथा आदिवासियों की है। उच्च शिक्षा से वंचित होने वाले इन समुदायों को भी अब मौका मिल सकेगा तथा नामांकन के औसत में सुधार होगा। इससे नौकरी व रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। प्रो. वाजपेयी ने साथ ही कहा कि इसके साथ ही उच्च-शिक्षा में संसाधनों को बढ़ाना पड़ेगा। भवन, शिक्षक, प्रयोगशाला, लाइब्रेरी आदि की संख्या बढ़ानी होगी।

छत्तीसगढ़ को मिले 4 नए ज़िले और 18 तहसील, स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ने की घोषणा

 TODAY छत्तीसगढ़  / रायपुर।  75 वें स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ी घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश में चार नए जिले सक्ती, मनेन्द्रगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़, मोहला-मानपुर को नया जिला बनाने का ऐलान किया है.पुलिस परेड ग्राउंड से मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 18 नई तहसीलों के गठन की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि आम लोगों की सुविधा के लिए बेमेतरा जिला के नांदघाट, बलौदाबाजार-भाटापारा में सुहेला व भटगांव, बिलासपुर में सीपत एवं बोदरी, सूरजपुर जिला में बिहारपुर, चांदो, रधुनाथ नगर, डौरा- कोचली, कोटमी-सकोला, सरिया, छाल, अजगरबहार, बरपाली, अहिवारा सरोना, कोरर, बारसुर, मर्दापाल, धनोरा, अड़भार, गंगलूर, कुटरू, लालबहादुर नगर, तोंगपाल को नया तहसील बनाया गया है.

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें  

भूपेश बघेल ने घोषणा की कि प्रत्येक जिलों और तहसील में महिलाओं के लिए मिनी माता पार्क बनेगा. वहीँ डॉयल 112 का विस्तार पूरे प्रदेश में किया जाएगा.

राजस्व संबंधी कामकाज की जटिलता से जनता को राहत दिलाने के लिए नामांतरण की प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाएगा.

 प्रचलित व्यवस्था के अनुसार प्रदेश के महाविद्यालयों में, स्नातक तथा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयु-सीमा का बंधन है. उच्च शिक्षा के लिए आगे बढ़ने वाले युवाओं के हित में आयु-सीमा के इस बंधन को समाप्त करने की घोषणा.

प्रदेश की जनता को रियायती दर पर दवा उपलब्ध कराने के लिए ‘मुख्यमंत्री सस्ती दवा योजना’ नगरीय क्षेत्रों में लागू है. अब यह ‘श्री धन्वन्तरी योजना’ के नाम से जानी जाएगी.

 बिजली कंपनियों में विभिन्न पदों पर 2 हजार 500 से अधिक कर्मियों की भर्ती की जाएगी.

ध्वजारोहण के बाद सीएम ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत ने दो शताब्दी से अधिक अंग्रेजों की प्रताड़ना सही है. ग़ुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए भारत माता के हजारों हजार सपूतों और पुत्रियों ने अपना सर्वस्व परित्याग किया है. उन वीरों को याद करते ही हमारे नेताओं में अपने महान पुरखों का खून उबलने लगता है और उन सबके त्याग के बारे सोचकर आंखें नम हो जाती है.

मुख्यमंत्री ने बताया कि 44 हजार से अधिक सामुदायिक और 2500- से अधिक सामुदायिक वन संसाधान अधिकार पत्र दिए हैं. 52 लघु वन उपजों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ख़रीदने की व्यवस्था की है. 500 करोड़ सालाना आदिवासी एवं वन आश्रित परिवारों को प्राप्त हों रहे हैं. विगत एक साल में 263 नए धान ख़रीदी केन्द्र खोला गया है. 20 लाख 53 हज़ार किसानों से 92 लाख मैट्रिक टन धान की ख़रीदी की गई. 244 करोड़ सिंचाई जलकर माफ़ किया गया.  

TODAY छत्तीसगढ़ ने सूत्रों के हवाले से 13 अगस्त को इस ख़बर के संबंध में विस्तार से बताया था, राज्य में 4 नए जिले और 12 से अधिक तहसीलों के बनाये जाने की उस ख़बर पर आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुहर लगा दी। 

राजधानी में मुख्यमंत्री करेंगे ध्वजारोहण, कोरोना के चलते 15 अगस्त के लिए दिशा निर्देश जारी

TODAY छत्तीसगढ़  / रायपुर /  प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त 2021 पूरे गरिमामय ढंग से मनाया जाएगा। राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ध्वजारोहण करेंगे। स्वतंत्रता दिवस समारोह में भारत सरकार गृह मंत्रालय एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देशानुसार कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए विशेष सावधानी बरती जाएगी। इस संबंध में राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। 

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी निर्देशानुसार प्रदेश की राजधानी रायपुर एवं अन्य जिला मुख्यालयों में आयोजित होने वाले मुख्य समारोह चूंकि प्रातः 9 बजे से प्रारंभ होंगे, इसे देखते हुये रायपुर एवं अन्य जिला मुख्यालयों में स्थित शासकीय कार्यालयों में ध्वजारोहण कार्यक्रम प्रातः 9 बजे के पूर्व सम्पन्न किए जाएंगे, ताकि उन कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारीगण जिले के मुख्य समारोह में भाग ले सकें। स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त, 2021 की रात्रि में प्रदेश के सभी शासकीय, सार्वजनिक भवनों, राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों पर रोशनी की जाएगी। इस बार जनपद पंचायत एवं तहसील स्तर पर सार्वजनिक समारोह आयोजित नहीं होंगे। जनपद पंचायत कार्यालयों में जनपद पंचायत अध्यक्ष एवं नगरीय निकायों में निकाय अध्यक्षों द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा।

राज्य स्तर पर राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री द्वारा ध्वजारोहण किया जायेगा। ध्वजारोहण के बाद पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों की टुकड़ियों द्वारा सलामी (गार्ड आफ ऑनर) दी जायेगी। मुख्यमंत्री के द्वारा जनता के नाम संदेश का वाचन किया जायेगा। कार्यक्रम में कोरोना वारियर्स डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्यकर्मियों एवं स्वच्छताकर्मियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा। जिला स्तर पर मुख्य अतिथि के द्वारा ध्वजारोहण किया जायेगा। ध्वजारोहण के बाद पुलिस एवं नगर सैनिक की टुकड़ियों के द्वारा सलामी (गार्ड आफ ऑनर) दी जायेगी। मुख्य अतिथि के द्वारा मुख्यमंत्री के जनता के नाम संदेश का वाचन किया जायेगा। पंचायत मुख्यालय और बड़े ग्राम स्तर-पंचायत मुख्यालयों में सरपंच द्वारा एवं बड़े गांवो में, गांवों के मुखिया ध्वजारोहण करेंगे और सामूहिक रूप से राष्ट्रीय गान गाया जाएगा।

ऐसे शैक्षणिक संस्थान जहां अध्ययन-अध्यापन का कार्य हो रहा है वहां पर छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में ध्वजारोहण किया जाएगा और स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला जाएगा। किंतु रैली, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रतियोगिता इत्यादि का आयोजन नहीं किया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजनों में कोविड 19 के लिए जारी निर्देश यथा-मास्क पहनना, सामाजिक दूरी आदि का पालन करना होगा। विभाग, कार्यालय प्रमुख द्वारा उनके कार्यालय में ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया जाए। ध्वजारोहण के पश्चात् सामूहिक रूप से राष्ट्रीय गान गाया जाएगा। सभी शासकीय और सार्वजनिक भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा।

सिलगेर घटना की छह माह के अंदर जांच होगी पूरी : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

 TODAY छत्तीसगढ़  / रायपुर /  मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि सिलगेर घटना की जांच छह माह के अंदर अनिवार्य रूप से पूरी कर ली जाएगी। श्री बघेल आज शाम अपने निवास कार्यालय में सुकमा और बीजापुर जिले से आए प्रतिनिधि मंडल से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा और बीजापुर के विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री विक्रम मंडावी सहित क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे। 

मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से चर्चा में यह आश्वस्त किया कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति के विरूद्ध कार्यवाही नहीं होगी। सिलगेर घटना की दण्डाधिकारी जांच की जा रही है। इस जांच को छह माह के भीतर अनिवार्य रूप से पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि हाल ही में बीजापुर और सुकमा जिले के विकास के लिए करीब 350 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन-लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि वनांचल में रहवासियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्षों से बंद पड़े स्कूलों को पुनः शुरू किया गया है। 

वनांचल क्षेत्र में शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अनेक नवाचारी कदम उठाए गए हैं। वनांचल के लोगों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए समर्थन मूल्य पर पहले जहां 7 लघु वनोपज की खरीदी हो रही थी, जिसे बढ़ाकर अब 52 कर दिया गया है। इसके साथ ही लघु वनोपजों के प्रसंस्करण को भी बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि वनवासियों को बेहतर आमदनी हो सके। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जिन लोगों के राशनकार्ड नहीं बने हैं उनके राशनकार्ड बनाए जाएंगे। इसी तरह वनाधिकार पट्टा से वंचित लोगों को परीक्षण कर पट्टा देने की कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि क्षेत्र के युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार से जोड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री द्वारा इसके लिए जिला प्रशासन को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।

भूमिहीन मजदूरों को 'न्याय' : सरकार ने की 200 करोड़ की व्यवस्था, अब भूमिहीन नाई, धोबी, लुहार को भी मिलेगा 6 हजार रूपये सालाना


TODAY छत्तीसगढ़  / रायपुर / छत्तीसगढ़ विधानसभा में बुधवार को 2 हजार 485 करोड़ 59 लाख 31 हजार 700 रुपए का अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित हो गया। इस बजट में 200 करोड़ रुपए की व्यवस्था, भूमिहीन खेतिहर मजदूरों के लिए प्रस्तावित न्याय योजना के लिए की गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, इस योजना से भूमिहीन मजदूरों को प्रति परिवार सालाना 6 हजार रुपए मिलेंगे।

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, हमने न्याय की अवधारणा को आगे बढ़ाया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना और अब भूमिहीन किसानाें के लिए न्याय योजना का दायरा लाखों लोगों तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा, विकास का छत्तीसगढ़ मॉडल देश भर में सम्मान पा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया, इस योजना के तहत धोबी, नाई, लुहार, बढ़ई और पुरोहिताई जैसे पारंपरिक काम में लगे भूमिहीनों को भी हर साल 6 हजार रुपए दिए जाएंगे। योजना पर काम चल रहा है। अनुमान है कि इससे प्रदेश के 10-12 लाख से अधिक लोगों को फायदा पहुंचेगा।

मुख्यमंत्री ने नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी की अवधारणा पर उठाए सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा, नया काम है, हो सकता है कुछ गलतियां हो जाएं। नरवा, गरुवा को पहले अधिकारी भी नहीं समझ पा रहे थे। लेकिन आज हम 10 हजार गांवों में एक लाख एकड़ जमीन को सुरक्षित कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ इकलौता प्रदेश है जिसके पास 10 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट है। उन्होंने कहा, वे कृषि मंत्री से कहेंगे कि सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद सभी विधायकों को किसी गौठान में ले जाएं। काम दिखाएं, वहां से आने के बाद सुझाव आमंत्रित रहेंगे। -भास्कर 

© all rights reserved TODAY छत्तीसगढ़ 2018
todaychhattisgarhtcg@gmail.com