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जमीन की खरीद-बिक्री पर राहत: सरकार ने कलेक्टर गाइडलाइन दर में संशोधित आदेश वापस लिया


रायपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /  प्रदेश में जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर कलेक्टर गाइडलाइन दरों में की गई वृद्धि पर व्यापक विरोध के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री साय की सरकार ने गाइडलाइन दरों से संबंधित कई संशोधित आदेश तत्काल प्रभाव से वापस लेने का आदेश जारी कर दिया है, जिससे जमीन कारोबारी, आम नागरिकों और किसानों को राहत मिलने की संभावना है।

500 प्रतिशत तक वृद्धि से भड़का विरोध

हाल ही में जारी नए गाइडलाइन दरों में कई जिलों में 100 प्रतिशत तक, जबकि कुछ क्षेत्रों में 500 प्रतिशत तक वृद्धि की गई थी। इस बढ़ोतरी ने राज्य में राजनीतिक और सामाजिक माहौल को गर्मा दिया। किसान, आम नागरिक, भूमि विक्रेता और रियल एस्टेट कारोबारी इसके विरुद्ध सड़क पर उतर आए। साथ ही, विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को लेकर तीखा विरोध दर्ज कराया।

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सत्ता पक्ष के सांसद ने भी चेताया

गाइडलाइन दर बढ़ोतरी के विरोध में सिर्फ विपक्ष ही नहीं, सत्ता पक्ष से भी नाराजगी सामने आई। भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि यदि गाइडलाइन वापस नहीं ली गई, तो इससे राज्य की अर्थव्यवस्था, राजस्व और रियल एस्टेट गतिविधियों में ठहराव आ सकता है। उनका कहना था कि जमीन खरीद-बिक्री प्रभावित होने से मंडी, उद्योग और निवेश पर विपरीत असर पड़ेगा।

मुख्यमंत्री साय का जवाब: नियमों के अनुसार समीक्षा जरूरी

विवाद बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री साय ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा था कि वर्ष 2017 के बाद से गाइडलाइन दरों में कोई संशोधन नहीं किया गया, जबकि नियमानुसार हर वर्ष इसकी समीक्षा आवश्यक है। हालांकि, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया था कि यदि नई दरों से जनता पर बोझ बढ़ता है, तो सरकार समीक्षा कर राहत देगी। इसी आधार पर अब संशोधित आदेश वापस ले लिए गए हैं। 

लाभ किसे मिलेगा ?

संशोधित आदेश वापस लेने के बाद:

✔ जमीन खरीदने वालों पर अतिरिक्त बोझ कम होगा

✔ किसानों की कृषि भूमि की खरीदी-बिक्री प्रभावित नहीं होगी

✔ रियल एस्टेट कारोबार में फिर से गति आएगी

✔ निवेश को लेकर बाजार में सकारात्मक माहौल लौट सकता है

Chhattisgarh: रजिस्ट्री दरों में बढ़ोतरी पर विवाद, मुख्यमंत्री ने पुनर्विचार के दिए संकेत


रायपुर ।
  TODAY छत्तीसगढ़  / छत्तीसगढ़ में जमीन की नई रजिस्ट्री (गाइडलाइन) दरों में बढ़ोतरी के विरोध के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि सरकार जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देगी। साय का कहना है कि गाइडलाइन दर को लेकर विभागीय स्तर पर अभी भी चर्चा जारी है और जरूरत पड़ने पर सरकार पुनर्विचार करने के लिए तैयार है।


मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि वर्ष 2017 के बाद से राज्य में जमीन की गाइडलाइन दरों में कोई संशोधन नहीं किया गया था, जबकि नियमों के अनुसार हर वर्ष इन दरों को अपडेट किया जाना चाहिए। साय ने कहा कि गाइडलाइन में बढ़ोतरी के कुछ सकारात्मक पहलू भी हैं, लेकिन वे अभी जनता को स्पष्ट रूप से समझ नहीं आ रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यदि नई दरों से आम लोगों को असुविधा होती है, तो सरकार स्थिति की समीक्षा कर राहत विकल्पों पर विचार करेगी।


नई गाइडलाइन दरों को वापस लेने की मांग तेज होती जा रही है। भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि दरों में वृद्धि से राज्य की अर्थव्यवस्था और रियल एस्टेट क्षेत्र प्रभावित हो सकता है। वहीं, विपक्षी दल इसके विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और दरों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

Chhattisgarh: महिला कबड्डी विश्व कप की स्टार खिलाड़ी संजू देवी ने की मुख्यमंत्री से मुलाकात


रायपुर । 
TODAY छत्तीसगढ़  / महिला कबड्डी विश्व कप में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाने वाली स्टार खिलाड़ी संजू देवी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से उनके निवास कार्यालय में सौजन्य भेंट की। संजू देवी की उपलब्धियों पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें हार्दिक बधाई दी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर संजू देवी ने न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी संजू देवी अपने खेल कौशल से राज्य की प्रतिभाओं का मार्ग प्रशस्त करती रहेंगी। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की ओर से खेल और खिलाड़ियों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन भी दिया।

संजू देवी ने मुलाकात के दौरान विश्व कप के अनुभव साझा किए और राज्य सरकार द्वारा खिलाड़ियों को दिए जाने वाले सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। गौरतलब है कि महिला कबड्डी विश्व कप में संजू देवी के दमदार प्रदर्शन ने भारतीय टीम को मजबूत बढ़त दिलाई थी। मुख्यमंत्री और खिलाड़ी की इस सौजन्य भेंट के दौरान खेल विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

सरदार पटेल जयंती: करमसद से केवड़िया तक की पदयात्रा में शामिल होंगे छत्तीसगढ़ के 68 युवा


 रायपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  / सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय पदयात्रा में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ के 68 युवाओं का दल रायपुर को रायपुर से रवाना हुआ। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में हरी झंडी दिखाकर इस दल को गुजरात के लिए प्रस्थान कराया। यह युवा दल सरदार पटेल की कर्मभूमि करमसद से लेकर केवड़िया तक आयोजित होने वाली राष्ट्रीय पदयात्रा का हिस्सा बनेगा।

मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल स्वतंत्र भारत के आधार-स्तंभ रहे हैं। उन्होंने देश की 562 रियासतों और ब्रिटिश शासन के अधीन क्षेत्रों को एकसूत्र में पिरोकर अखंड भारत का निर्माण किया। उनकी अद्वितीय नेतृत्व क्षमता, दृढ़ इच्छाशक्ति और राष्ट्रहित के प्रति अटूट समर्पण के कारण ही उन्हें ‘लौह पुरुष’ के रूप में जाना जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को सरदार पटेल के जीवन, कार्य और राष्ट्रधर्म को समझना चाहिए, जिससे उनमें देश सेवा की भावना और अधिक प्रबल हो सके।

उन्होंने पदयात्रा में शामिल छत्तीसगढ़ के युवाओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह यात्रा न केवल सरदार पटेल के योगदान को स्मरण कराने वाली है, बल्कि देश की एकता, अखंडता और विविधता को समझने का भी अवसर प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री साय ने उम्मीद जताई कि यह अनुभव युवाओं के व्यक्तित्व विकास और राष्ट्र निर्माण की भावना को और मजबूत करेगा।

उल्लेखनीय है कि 26 नवंबर से 6 दिसंबर तक आयोजित इस यूनिटी मार्च में देशभर के जनप्रतिनिधि, युवा संगठनों के सदस्य और विभिन्न राज्यों के युवा दल शामिल होंगे। करमसद से केवड़िया तक की इस पदयात्रा का उद्देश्य सरदार पटेल के विचारों और उनके राष्ट्रवादी दृष्टिकोण से युवाओं को अवगत कराना है। कार्यक्रम में युवा आयोग के पदाधिकारी, विभागीय अधिकारी और पदयात्रा में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागी उपस्थित थे।


रायपुर : भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी रिंकू सिंह ने की मुख्यमंत्री से मुलाकात


 रायपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते सितारे और दमदार बल्लेबाज़ रिंकू सिंह ने आज रविवार को रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास पहुँचकर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने शॉल ओढ़ाकर तथा नंदी जी का प्रतीक चिन्ह भेंट कर रिंकू सिंह का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में सौहार्द्रपूर्ण माहौल देखने को मिला।

मुख्यमंत्री साय ने रिंकू सिंह को भारतीय टीम में उनके लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन, मैच में दिखाई गई धैर्यपूर्ण बल्लेबाज़ी और टीम इंडिया के लिए किए जा रहे महत्वपूर्ण योगदान के लिए साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि रिंकू सिंह जैसे ऊर्जावान युवा खिलाड़ी देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के युवाओं को भी प्रेरित करते हैं। मुख्यमंत्री ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उम्मीद जताई कि वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में और भी यादगार प्रदर्शन करेंगे।

मुलाकात के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य में खेलों को नई दिशा देने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार खेल अधोसंरचना को मजबूत करने, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाओं को आगे लाने और युवाओं को अवसर देने के लिए कई पहल कर रही है। उन्होंने कहा कि खेल सिर्फ प्रतिस्पर्धा का माध्यम नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने और प्रदेश की पहचान को मजबूत करने का सशक्त साधन है।

इस दौरान छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और राज्य में हो रहे महत्वपूर्ण आयोजनों पर भी बातचीत हुई। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से बस्तर ओलंपिक का उल्लेख करते हुए बताया कि यह आयोजन अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन रहा है और इसमें लाखों खिलाड़ियों व ग्रामीण प्रतिभाओं की भागीदारी से बस्तर की पहचान और भी व्यापक हुई है।

रिंकू सिंह ने मुख्यमंत्री से प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में खेलों के लिए जो वातावरण तैयार किया जा रहा है, वह आने वाले समय में राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण खेल केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। रिंकू ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि वे देश के साथ-साथ प्रदेश के युवाओं को प्रेरित करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।

मुलाकात के अंत में मुख्यमंत्री साय ने रिंकू सिंह को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि उनका उत्साह, मेहनत और संघर्ष की कहानी युवाओं के लिए नज़ीर है। दोनों के बीच सौहार्द्रपूर्ण चर्चा के साथ यह भेट संपन्न हुई।

मुख्यमंत्री ने साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिलने पर दी बधाई

 


रायपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ के प्रख्यात साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल को साहित्य के सर्वोच्च सम्मान ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ से सम्मानित किए जाने पर बधाई और शुभकामनाएँ दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विनोद कुमार शुक्ल हिंदी साहित्य की उस समृद्ध परंपरा के सशक्त प्रतिनिधि हैं, जिन्होंने अपनी सादगी, गहरी संवेदना और विलक्षण लेखन शैली से साहित्य जगत में विशिष्ट पहचान बनाई है। उनकी रचनाओं ने न केवल हिंदी भाषा को नई ऊँचाई दी है, बल्कि पाठकों की कई पीढ़ियों को गहराई से प्रभावित किया है। 

राजनीतिक समीक्षा: बिहार में नीतीश की वापसी, मोदी की मौजूदगी ने बदला सत्ता समीकरण का संदेश

 


पटना। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार की राजनीति में गुरुवार को हुआ शपथ ग्रहण केवल एक संवैधानिक औपचारिकता नहीं था, बल्कि सत्ता के बदलते समीकरणों और भविष्य की दिशा का गहरा संकेत भी था। एनडीए को मिली बंपर जीत के बाद नीतीश कुमार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद संभाला। यह संयोजन ही दिखाता है कि भाजपा और जेडीयू के बीच सत्ता संतुलन को नए सिरे से गढ़ा जा रहा है। इसी बीच एक वीडियो जिसमें नितीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाँव छूकर आशीर्वाद ले रहे हैं, खूब वायरल हो रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने X हैंडल पर वीडियो शेयर किया है। 

मोदी–नीतीश की गर्मजोशी: पुरानी दूरियों पर विराम ?

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम के राजनीतिक वजन को कई गुना बढ़ा दिया। मंच पर मोदी और नीतीश की मुस्कुराहटें, सहज बातचीत और साझा फ्रेम से यह स्पष्ट संदेश गया कि दोनों दल आने वाले वर्षों में टकराव के बजाय ‘समन्वय की राजनीति’ आगे बढ़ाना चाहते हैं। बीते कुछ वर्षों में दिल्ली–पटना संबंधों में जो उतार-चढ़ाव दिखा था, इस मंच ने उस दूरी को कम करने की कोशिश के रूप में भी देखा गया।

एनडीए की आंतरिक राजनीति का संतुलन

दो उप मुख्यमंत्रियों की तैनाती केवल प्रशासनिक कदम नहीं है; यह एनडीए के भीतर शक्ति वितरण की रणनीतिक प्रक्रिया भी है। सम्राट चौधरी भाजपा के ओबीसी नेतृत्व को मजबूती देते हैं। विजय सिन्हा संगठन और विधानसभा राजनीति में भाजपा के बढ़ते प्रभाव का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन दोनों के बीच नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री पद पर बैठना स्पष्ट करता है कि जेडीयू अभी भी सत्ता की धुरी है, लेकिन भाजपा अपनी शक्तियों को संतुलित तरीके से स्थापित कर चुकी है।

राजनीतिक संदेश और चुनावी भविष्य

इस समारोह में केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न दलों के नेताओं की मौजूदगी ने यह दिखाया कि केंद्र और राज्य सरकार आने वाले महीनों में ‘विकास–केंद्रित गठबंधन राजनीति’ की नई कथा गढ़ने की कोशिश करेंगे। मोदी और नीतीश दोनों के वक्तव्यों में “जनता की सेवा” और “विकास की ऊंचाइयों” पर जोर दिया गया—जो 2029 की दूरगामी राजनीतिक तैयारी की ओर संकेत भी है।

 एक नया अध्याय या पुराना समीकरण ?

बिहार में नीतीश कुमार की सरकार वापस आने के साथ ही यह बहस फिर तेज हो गई है कि क्या नीतीश–मोदी की यह नजदीकी स्थायी है या केवल राजनीतिक अनिवार्यता के तहत बनी है। फिलहाल के संकेत बताते हैं कि दोनों पक्ष स्थिर शासन और साझा राजनीतिक लाभ के लिए एक तालमेल वाला मॉडल अपनाने के मूड में हैं। इस शपथ ग्रहण ने साफ कर दिया है कि बिहार की राजनीति नई रफ्तार पकड़ चुकी है—और इसकी दिशा आने वाले महीनों में राज्य व राष्ट्रीय राजनीति दोनों को प्रभावित करेगी।  


बिहार: नीतीश कुमार ने दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा बने डिप्टी सीएम


पटना। 
TODAY छत्तीसगढ़  /   बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पटना के गांधी मैदान में दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित एनडीए के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। समारोह के दौरान नीतीश कुमार मंच पर पहुंचे और प्रधानमंत्री के चरण स्पर्श करने के लिए झुके, लेकिन प्रधानमंत्री ने उन्हें रोकते हुए शुभकामनाएँ दीं।

सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा बने उपमुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री के बाद सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद नई कैबिनेट के सदस्यों को शपथ दिलाई गई।

कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ली

शपथ समारोह में विभिन्न विभागों के लिए कुल 26 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण के बाद सभी मंत्री प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे और आशीर्वाद लिया।

शपथ लेने वाले मंत्रियों में शामिल हैं: सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, डॉ. दिलीप जायसवाल, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, नितिन नवीन, राम कृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन, सुनील कुमार, मो. जमा खान, संजय सिंह ‘टाइगर’, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निसाद, लवकेन्द्र कुमार रोशन, श्रेयसी सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश। 

नई सरकार के गठन के साथ नीतीश कुमार ने एक बार फिर एनडीए के साथ मिलकर राज्य की बागडोर संभाल ली है।

साय सरकार की नई योजना से 42 लाख से ज्यादा घरेलू उपभोक्ताओं को राहत, 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली


 रायपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /  छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए 1 दिसंबर से घरेलू बिजली बिल में नई छूट योजना लागू करने का ऐलान किया है। नई व्यवस्था के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी। इससे राज्य के 45 लाख घरेलू उपभोक्ताओं में से 42 लाख से ज्यादा लोगों को लाभ मिलने वाला है।

400 यूनिट तक खपत वालों को भी फायदा

सरकार के मुताबिक, 400 यूनिट प्रतिमाह तक बिजली खपत करने वाले सभी उपभोक्ताओं को 200 यूनिट तक हाफ बिजली का लाभ मिलेगा। यानी— 200 यूनिट तक खपत वालों का बिजली बिल आधा, 200 से 400 यूनिट तक खपत करने वालों को भी पहले 200 यूनिट पर हाफ बिल का फायदा मिलेगा। सरकार का दावा है कि इससे लाखों परिवारों पर बिजली खर्च का बोझ कम होगा।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि राज्य में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने की मांग तेजी से बढ़ी है। अब तक 1 लाख से ज्यादा आवेदन मिल चुके हैं और 12,000 से अधिक घरों में प्लांट लगाए भी जा चुके हैं। साय ने कहा कि सोलर प्लांट स्थापित होने में समय लग रहा है, इसलिए उपभोक्ताओं को तुरंत राहत देने के लिए यह नई योजना लागू की जा रही है।

सोलर पैनल पर सब्सिडी जारी रहेगी

सीएम ने कहा कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत राज्य सरकार की सब्सिडी जारी रहेगी— 1 kW प्लांट पर 15,000 रुपये, 2 kW या उससे अधिक क्षमता वाले प्लांट पर 30,000 रुपये तक की सब्सिडी। साय के अनुसार, “हाफ बिजली से फ्री बिजली की दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। नई योजना राज्य को ऊर्जा क्षेत्र में अधिक आत्मनिर्भर बनाएगी।”

बिहार: नई सरकार गठन की उलटी गिनती शुरू, गांधी मैदान में शपथ की तैयारियाँ तेज


 पटना। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अब नई सरकार के गठन की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू होने जा रही है। 18वीं विधानसभा से संबंधित अधिसूचना रविवार को जारी की जाएगी, जिसके साथ ही चुनाव से जुड़ी सभी प्रक्रियाएँ तेज हो जाएंगी। इसी के साथ चुनाव के दौरान लागू आदर्श आचार संहिता भी समाप्त हो जाएगी।

19 या 20 नवंबर को हो सकता है शपथ ग्रहण, पीएम मोदी भी होंगे शामिल

चुनाव आयोग रविवार को राज्यपाल को विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों की आधिकारिक जानकारी सौंपेगा। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को अपने कैबिनेट की अंतिम बैठक आयोजित करेंगे, जिसके बाद वे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। उनके इस्तीफे के बाद नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।

इस्तीफे के बाद एनडीए गठबंधन के सभी दल अपने-अपने विधानमंडलीय दल की बैठकें करेंगे। इन बैठकों में सर्वसम्मति से एनडीए के नेता का चुनाव किया जाएगा। इसके बाद राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत किया जाएगा। उधर, पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ युद्धस्तर पर चल रही हैं। मैदान और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा एजेंसियाँ हाई अलर्ट मोड पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ समारोह में शामिल होंगे, साथ ही भाजपा के कई मुख्यमंत्रियों के भी पटना पहुँचने की संभावना है। वीवीआईपी मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था अतिरिक्त रूप से कड़ी की जा रही है।

शपथ ग्रहण समारोह 19 या 20 नवंबर को होने की संभावना जताई जा रही है। प्रशासनिक अमला और सुरक्षा एजेंसियाँ तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।

मुख्यमंत्री से मिला बिलासपुर प्रेस क्लब का प्रतिनिधिमंडल, शपथ ग्रहण समारोह में आने का अनुरोध किया


 बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिलासपुर प्रेस क्लब की नई कार्यकारिणी के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार शाम न्यू सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य मुलाकात की। अध्यक्ष दिलीप यादव के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में उपाध्यक्ष गोपीनाथ डे, सचिव संदीप करिहार, कोषाध्यक्ष लोकेश वाघमारे, सह सचिव रमेश राजपूत और कार्यकारिणी सदस्य कैलाश यादव शामिल रहे।

मुलाकात के दौरान प्रेस क्लब प्रतिनिधियों ने शासन-प्रशासन और पत्रकारों के बीच बेहतर समन्वय को लेकर चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि प्रेस क्लब जिला और पुलिस प्रशासन के सहयोग से प्रभावी रूप से कार्य कर रहा है। साथ ही मुख्यमंत्री साय को अवगत कराया कि करीब डेढ़ माह पूर्व ही नई कार्यकारिणी ने पदभार ग्रहण किया है और वर्तमान में प्रेस क्लब भवन का जीर्णोद्धार कार्य जारी है, जो जल्द ही पूरा हो जाएगा।

अध्यक्ष दिलीप यादव ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि नई कार्यकारिणी के प्रस्तावित शपथ ग्रहण समारोह में वे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर सदस्यों को शपथ दिलाएं। साथ ही उसी दिन प्रेस क्लब भवन के जीर्णोद्धार कार्य का लोकार्पण करने का अनुरोध भी किया। मुख्यमंत्री साय ने आग्रह स्वीकार करते हुए अपने निज सहायक दीपक अंधारे को कार्यक्रम का प्रस्ताव नोट करने निर्देश दिए और कार्यक्रम की रूपरेखा अंतिम रूप देकर शीघ्र ही रायपुर आगमन का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, नगर विधायक अमर अग्रवाल, तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह, बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, महापौर पूजा विधानी, कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह, निगम आयुक्त अमित कुमार एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित रहे। 

48 वां रावत नाचा महोत्सव: रावत नृत्य सांस्कृतिक एकता का प्रतीक - विष्णुदेव साय


 बिलासपुर।   TODAY छत्तीसगढ़  /  लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान में 48 वें रावत नाचा महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। नाचा महोत्सव में शामिल होने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव  लालबहादुर शास्त्री शाला प्रांगण पहुंचे। आगमन पर महोत्सव के संरक्षक श्री कालीचरण यादव एवं समिति सदस्यों द्वारा पुष्पहार पहनाकर उनका आत्मीय स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री एवं अतिथियों ने भगवान श्री कृष्ण के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की।

   कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव, तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह, बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव, कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, तथा महापौर सुश्री पूजा विधानी सहित अनेक जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने पारंपरिक रावत नाचा वेशभूषा में मंच पर पहुंचकर कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि “यदुवंशी समाज वह समाज है जहाँ प्रभु श्री कृष्ण ने जन्म लिया। छत्तीसगढ़ की नृत्य–गायन परंपरा हमारी सांस्कृतिक समृद्धि एवं एकता का प्रतीक है।” उन्होंने ‘तेल फूल में लइका बाढ़े…’ दोहे के साथ यदुवंशी समाज और नर्तन दलों को आशीर्वचन भी दिया।

  केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने रावत नाचा को यदुवंशी समाज के शौर्य और कला का अद्भुत प्रदर्शन बताया। उन्होंने मंच से दोहे गाकर सभी को शुभकामनाएं दीं। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि 48 वर्षों से इस गौरवशाली परंपरा को बनाए रखना समाज की एकजुटता और सांस्कृतिक गर्व को दर्शाता है। उन्होंने समाज तथा नर्तन दलों को शुभकामनाएं दीं। बिलासपुर विधायक श्री अमर अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि रावत नाचा बिलासपुर की 48 वर्षों की गौरवशाली सांस्कृतिक परंपरा है, जिसका संरक्षण समिति द्वारा निरंतर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “समाज के मंगल और सद्भाव के लिए यदि कोई समाज सतत प्रयासरत है, तो वह यादव समाज है।” उन्होंने सभी को महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव ने कहा कि बिलासा की पावन धरा पर राउत नाचा महोत्सव का आयोजन सौभाग्य की बात है। यदुवंशी समाज के लोग घर–घर जाकर सर्व समाज की मंगलकामना करते हैं। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। महोत्सव के संरक्षक डॉ. कालीचरण यादव ने स्वागत उद्बोधन देते हुए रावत नाचा की गौरवशाली परंपरा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पिछले 47 वर्षों से रावत नाचा महोत्सव यदुवंशी समाज की संस्कृति, सम्मान और सांस्कृतिक संरक्षण का मजबूत प्रतीक बना हुआ है।

मुख्यमंत्री नर्तक दलों के साथ झूमे

मुख्यमंत्री पारंपरिक वेशभूषा में रावत नर्तक दलों के बीच पहुंचे और ढोल–नगाड़ों की गूंजती धुन पर उनके साथ झूमते हुए कलाकारों का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने नर्तन दलों की प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि यह सांस्कृतिक धरोहर आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

देश के जनजातीय समाज को विकास की राह में आगे बढ़ाने का काम कर रहे प्रधानमंत्री : साय


बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  पुलिस परेड ग्राउंड, बिलासपुर में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस का भव्य और गरिमामय आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि जनजातीय समाज का इतिहास सदैव शौर्य, बलिदान और गौरव से भरा रहा है। उन्होंने कहा कि मुगल शासन से लेकर अंग्रेजी हुकूमत तक, देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में जनजातीय समाज के वीरों ने जो योगदान दिया, वह अनुपम है, किंतु इतिहास के पन्नों में उन्हें वह स्थान नहीं मिला जिसके वे हकदार थे।

मुख्यमंत्री ने जनजातीय समाज को  संस्कृति, आस्था और विकास की दिशा में एकजुट रहने का दिया संदेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस ऐतिहासिक भूल को सुधारा और जनजातीय समाज के सम्मान, उत्थान और विकास के लिए बड़े स्तर पर कार्य किए। वे स्वयं भगवान बिरसा मुंडा की कर्मभूमि गए और समाज की प्रगति के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री जी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लेकर पूरे देश में स्वाभिमान की नई ऊर्जा का संचार किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के जबलपुर में रानी दुर्गावती संग्रहालय और रायपुर में शहीद वीर नारायण सिंह ट्राइबल म्यूजियम का उद्घाटन कर देशभर के जनजातीय योद्धाओं के योगदान को सम्मानित किया है। यह संग्रहालय डिजिटल स्वरूप में भी उपलब्ध है, जिससे नई पीढ़ी अपने इतिहास से परिचित हो सके। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी ने ही झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण कर जनजातीय समाज को नई पहचान दिलाई। उन्होंने आदिम जाति मंत्रालय बनाकर जनजातीय विकास के लिए विशेष बजट प्रावधान किए। आज देश का सर्वाेच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति आदिवासी समाज से होना गर्व की बात है, और छत्तीसगढ़ में भी आदिवासी समाज का बेटा मुख्यमंत्री के रूप में सेवा कर रहा है। 

बिलासपुर में लगेगी भगवान बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा - मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणा

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की। बिलासपुर में भगवान बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाएगी। शहर के एक प्रमुख चौक का नामकरण भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर किया जाएगा। लाल खदान ओवरब्रिज का नामकरण शहीद वीर नारायण सिंह ओवरब्रिज के रूप में किया जाएगा। जनजातीय बालक-बालिकाओं के लिए 300-200 सीटर अत्याधुनिक पोस्ट मैट्रिक छात्रावास खोले जाएंगे। कोटा ब्लॉक में जनजातीय समाज के लिए सुसज्जित सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना के माध्यम से लगभग 80 हजार करोड़ रूपए से अधिक राशि का प्रावधान कर 6600 से भी अधिक गांवों में विकास के कार्य किए जा रहे हैं। इसके साथ ही विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए पीएम जनमन योजना शुरू की गई है, जिसके तहत सड़क, आवास तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने गर्व से बताया कि इन योजनाओं के क्रियान्वयन में छत्तीसगढ़ देश में प्रथम स्थान पर है और इस उपलब्धि के लिए राज्य को राष्ट्रपति महोदया द्वारा सम्मानित भी किया गया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उन्हें यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि वे इस ऐतिहासिक जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में उपस्थित हैं। उन्होंने बिलासपुर जिले में 329 करोड़ रूपए से अधिक के विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास पर जनता को बधाई दी। कार्यक्रम में जनजातीय समाज के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों,सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कलाकारों और समाजसेवियों और स्कैच तैयार करने वाली दीपिका धु्रव को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने समाज के प्रमुख जनप्रतिनिधियों से चर्चा की तथा उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने की। उन्होंने कहा कि आज का दिन सौभाग्य और सम्मान का दिन है, जब बिलासपुर को 329 करोड़ रूपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात मिली है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे, और जनजातीय समाज का इतिहास गौरवशाली रहा है। उपमुख्यमंत्री ने ट्राइबल म्यूजियम की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए सभी को इसे अवश्य देखने की अपील की।

मुख्यमंत्री ने किया सेनानियों की नाम पट्टिका एवं उद्यान का लोकार्पण, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हमारे राष्ट्रगौरव : विष्णुदेव साय

 


बिलासपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में बनाए गए वंदे मातरम उद्यान और नाम पट्टिका का लोकार्पण किया। श्री साय ने कहा कि नगर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के अद्वितीय योगदान और उनके त्याग का सम्मान करना राज्य सरकार का सौभाग्य है। शहर के प्रमुख शिव टाकीज चौक से पुराना बस स्टैण्ड चौक तक विकसित इस उद्यान में नगर के सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नामों की पट्टिकाएँ लगाई गई हैं। जहां फाउण्टेन, हरियाली, साफ-सुथरा वातावरण नागरिकों की सुविधा के लिए उपलब्ध कराया गया है। 

सेनानीयों के परिवार जनों का किया सम्मान

      पुराना बस स्टैंड चौक पर आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने उद्बोधन में कहा कि “स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हमारे राष्ट्रगौरव हैं। भारत की आज़ादी सिर्फ एक ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि लाखों लोगों की आस्था, त्याग और बलिदान की प्रेरणादायक कथा है। नगर के इन वीर सेनानियों ने जिस अदम्य साहस और देशभक्ति के साथ अंग्रेजी शासन के खिलाफ संघर्ष किया, वह हमारे लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा। उनके त्याग का सम्मान करना राज्य सरकार का सौभाग्य है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की नाम पट्टिकाओं का अनावरण करते हुए मुझे गर्व महसूस हो रहा है। यह गर्व हमारे गौरवशाली इतिहास को लेकर है, जहाँ हमारे पूर्वजों ने अपने खून से इस मिट्टी को सींचा है। यहाँ नवनिर्मित उद्यान में स्वतंत्रता संग्राम में अपना अमूल्य योगदान देने वाले हमारे वीर पुरखों की नाम पट्टिकाएँ,  उनके प्रति हमारी ओर से सच्ची श्रद्धांजलि है। उन सेनानियों की नाम पट्टिकाएँ अब यहाँ से गुजरने वाले हर राहगीर को प्रेरित करेंगी। बिलासपुर अब देश का पहला जिला बनेगा जहाँ स्वतंत्रता सेनानियों का नाम उद्यान में अमर हो रहा है। यह जीवंत स्मृति स्थल बनेगा। यह कार्य हमारी सरकार की स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों के प्रति सम्मान की प्रतिबद्धता है। 

मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि इस गार्डन और नाम पट्टिका के माध्यम से युवाओं और आने वाली पीढ़ियों में राष्ट्रप्रेम, कर्तव्यबोध और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना और प्रबल होगी। “यह केवल एक पट्टिका नहीं, बल्कि हमारे इतिहास का वह सजीव दस्तावेज है जिसे देखकर हर नागरिक गर्व महसूस करेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारजनों से मुलाकात की और उन्हें शॉल-श्रीफल देकर सम्मानित किया। 

    उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि भगवान बिरसा  की जयंती पर हम यह विशेष आयोजन कर रहे हैं  जिसमें हम स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को स्मरण कर रहे हैं, जिनके बलिदानों ने हमें आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बिलासपुर विधायक श्री अमर अग्रवाल ने कहा कि स्थानीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित यह देश का पहला उद्यान है। यह देश में स्थानीय सेनानियों को सम्मान देने का बड़ा उदाहरण है। 

    बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा बनाये गये वंदे मातरम उद्यान का नाम वन्देमातरम् गीत की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में रखा गया है उद्यान में 25 स्वतंत्रता सेनानियों के नाम की पट्टिका लगाई है जिनमें स्व. ठाकुर छेदीलाल बैरिस्टर, श्री रामगोपाल तिवारी, श्री चित्रकांत जायसवाल, डॉ.वासुदेव देवरस, श्री कालीचरण तिवारी, श्री मथुरा प्रसाद दुबे, श्री विश्वनाथधर दिवान, श्री राजकिशोर शर्मा, श्री प्रह्लाद पीपलवा , डॉ. शिवदुलारे मिश्रा, श्री श्यामानंद वर्मा, श्री मुरलीधर मिश्रा, श्री रामकृष्ण पाण्डेय, श्री ई राघवेंद्र राव बैरिस्टर, श्री हरनारायण वाजपेयी, श्री राम चरण श्रीवास, श्री चिंतामणि ओत्तलवार, श्री भ्रमर गुप्ता, श्री यदुनंदन/मनोहर सिंह, डॉ. भगवान दास ताहिलयानी, डॉ दयाराम कलवानी, डॉ. मुरलीधर जैसवानी, क्रांति कुमार भारती, श्री राम चरण साहू, बाल सेनानी, श्री गंगा प्रसाद वाजपेयी का नाम शामिल है। 

उल्लेखनीय है कि वन्देमातरम् उद्यान एवं एसटीपी पचरीघाट एवं ड्युल पाइपिंग कार्य की लागत 6.99 करोड़ है। पचरीघाट में स्थापित एस.टी.पी., ड्युल पाइपिंग सिस्टम से ज्वाली नाले से आने वाले पानी को साफ कर इस पानी का उपयोग उद्यान में सिंचाई, साफ-सफाई, फाउण्टेन में पानी भरने, पौधों की देखभाल और अन्य सार्वजनिक उपयोग के लिए किया जाता है। इस परियोजना से 10 लाख लीटर पानी प्रतिदिन साफ किया जा रहा है और पानी को संग्रहित करने के लिए 1 लाख लीटर क्षमता का ओवरहेड टैंक भी बनाया गया है। जिसका उपयोग विभिन्न सार्वजनिक कार्यों के लिए जल प्रदाय करने में किया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री ने स्टेडियम में किया राजा रघुराज सिंह की प्रतिमा का अनावरण, बिलासपुर में भगवान बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा लगाने की घोषणा


 बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शनिवार को बिलासपुर प्रवास के दौरान शहर के मध्य स्थित रघुराज स्टेडियम में दानदाता गोंड राजा रघुराज सिंह जगत की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। पंडरिया जमींदारी के राजा रघुराज सिंह जगत द्वारा शहर के बीचोबीच दान की गई लगभग 5 एकड़  भूमि पर इस ऐतिहासिक स्टेडियम का निर्माण किया गया है। क्रिकेट सहित कई इनडोर खेल प्रतियोगिताएं इसमें आयोजित होती हैं। 

मालूम हो कि अविभाजित बिलासपुर जिले की पश्चिम सीमा में पंडरिया जमींदारी शामिल थी। वर्ष 1958 में यहां के राजा रघुराज सिंह जगत ने बिलासपुर शहर के बीचोबीच स्थित अपनी बेशकीमती जमीन खेलों के विकास के लिए दान कर दी थी। खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उनके द्वारा दान में दी गई भूमि पर स्टेडियम बना है। फिजिकल कल्चरल सोसाइटी फिलहाल इसकी देखरेख करती है। राजा रघुराज सिंह क्रिकेट स्टेडियम कई रणजी मैचों का गवाह रह चुका है। स्टेडियम में 1978, 1979 और 1981 में विदर्भ क्रिकेट टीम के खिलाफ मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम और रेलवे क्रिकेट टीम के खिलाफ तीन रणजी मैचों की मेजबानी भी कर चुका है। इसके अलावा यहां कई राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय मैच खेल चुके खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्टेडियम में खिलाड़ियों से मिलकर उनका उत्साह बढ़ाया। 

    इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री अरुण साव,  विधायक श्री धरमलाल कौशिक, श्री अमर अग्रवाल, श्री धर्मजीत सिंह,श्री सुशांत शुक्ला, क्रेडा अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सवन्नी, महापौर श्रीमती पूजा विधानी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

बिलासपुर प्रवास के दौरान शनिवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने घोषणा की कि बिलासपुर में भगवान बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा लगेगी। इसके साथ ही शहर के एक चौक का नामकरण भी उनके नाम पर होगा। इस ख़ास मौके पर बिलासपुर प्रवास पर रहे मुख्यमंत्री ने लाल खदान ओवरब्रिज का नामकरण शहीद वीर नारायण सिंह के नाम पर करने की घोषणा की। 

मुख्यमंत्री ने जनजातीय बालक बालिकाओं के लिए 300-200 सीटर अत्याधुनिक पोस्ट मैट्रिक छात्रवास बनाने की घोषणा भी की। इसके अलावा कोटा ब्लॉक में समाज के लिए सुसज्जित सामुदायिक भवन की घोषणा की। 

उप मुख्यमंत्री साव ने ग्राम सेन्दरी में धान खरीदी अभियान का शुभारंभ किया

 


बिलासपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  जिले में आज से समर्थन मूल्य धान खरीदी की शुरुआत हो गई। बिलासपुर जिले में सेंदरी से इसकी शुरुआत हुई। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने इसका शुभारंभ किया। ग्राम कछार के छोटे किसान रामकुमार साहू और अनंतराम साहू का धान खरीद कर इसका विधिवत शुभारंभ हुआ। श्री साव ने खरीदी केंद्र पर दोनों किसान का तिलक लगाकर स्वागत किया। उनके धान की तौलाई कर बोहनी किया गया। विधायक श्री सुशांत शुक्ला, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, कलेक्टर संजय अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधि और किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कोनी में संभागायुक्त के नए कार्यालय का किया लोकार्पण, उपलब्ध सुविधाओं का अवलोकन


 बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बिलासपुर के कोनी में संभागायुक्त के नये कार्यालय का लोकार्पण किया। लगभग 12 करोड़ रुपए की लागत से इस सर्वसुविधायुक्त भवन का निर्माण किया गया है। अरपा नदी के किनारे लगभग ढाई एकड़ क्षेत्र में इसका विस्तार है। इसमें बेसमेंट सहित भूतल और प्रथम तल बना हैं। प्रत्येक तल पर 1620 वर्गमीटर में निर्माण कार्य हुआ है। भूतल में 10 कमरे, हॉल और पृथक से प्रसाधन कक्ष हैं। इसी प्रकार दूसरे तल में 12 कमरे और हाल के साथ अलग से प्रसाधन बना हुआ है। भवन में आयुक्त, अपर आयुक्त का कक्ष, न्यायालय कक्ष और बैठक कक्ष हैं। उपायुक्त राजस्व, विकास, लेखा अधिकारी के साथ अलग अलग स्टाफ रूम हैं। नए भवन में अधिवक्ताओं और पक्षकारों की सुविधाओं को भी समाहित किया गया है। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री अरुण साव,  विधायक श्री धरमलाल कौशिक, श्री अमर अग्रवाल, श्री धर्मजीत सिंह,श्री सुशांत शुक्ला, श्री अटल श्रीवास्तव, श्री दिलीप लहरिया, महापौर पूजा विधानी, संभागायुक्त सुनील जैन, आईजी संजीव शुक्ला, कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव शहर पहुंचें, हैलीपेड में आत्मीय स्वागत

 


बिलासपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एक दिवसीय प्रवास पर आज बिलासपुर पहुंचे। पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय परिसर स्थित हेलीपैड में उनका आत्मीय स्वागत किया गया। वे जनजातीय गौरव दिवस समारोह सहित कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। हेलीपैड पर श्री साय का उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, विधायक धरम लाल कौशिक, श्री अमर अग्रवाल,श्री सुशांत शुक्ला, क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी ,संभागायुक्त श्री सुनील जैन, आईजी संजीव शुक्ला, कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह ने गुलदस्ता भेंटकर स्वागत किया।


विश्व कप विजेता टीम की सदस्य आकांक्षा सत्यवंशी ने की मुख्यमंत्री से मुलाकात


रायपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /  भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक विश्व कप विजय में छत्तीसगढ़ राज्य की बेटी आकांक्षा सत्यवंशी के योगदान ने पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। कवर्धा की रहने वाली आकांक्षा ने रविवार को रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य मुलाकात की।

छत्तीसगढ़ की बेटी पर गर्व : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बोले – आकांक्षा जैसी प्रतिभाएँ युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत

इस दौरान मुख्यमंत्री ने आकांक्षा को विश्व कप जीत के लिए बधाई दी और कहा कि उनकी उपलब्धि से प्रदेश का नाम पूरे देश में रोशन हुआ है। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ की बेटियाँ आज हर क्षेत्र में उत्कृष्टता के नए आयाम स्थापित कर रही हैं। आकांक्षा सत्यवंशी जैसी प्रतिभाएँ हमारे युवाओं के लिए प्रेरणा की स्रोत हैं।”

मुख्यमंत्री और आकांक्षा के बीच हुई बातचीत में खेल के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की संभावनाओं, नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहन, खेल सुविधाओं के विस्तार और राज्य के समग्र विकास जैसे विषयों पर चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य सरकार खेल और खिलाड़ियों को आवश्यक संसाधन तथा बेहतर प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने आकांक्षा को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं।

मुख्यमंत्री ने विद्या भारती के महाविद्यालय भवन का किया लोकार्पण, प्रांतीय संस्कृति महोत्सव में हुए शामिल


 
TODAY छत्तीसगढ़  /  बिलासपुर, 27 सितंबर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कोनी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में नव निर्मित सरस्वती महाविद्यालय भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने विद्याभारती द्वारा आयोजित भव्य सम्मान समारोह में प्रदेश के 33 जिलों के सरस्वती स्कूलों से चयनित 24 मेधावी छात्र छात्राओं और विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों एवं महोत्सवों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विद्या भारती संस्था भारत की संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाने में विशिष्ट योगदान दे रही है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे राष्ट्र गौरव निर्माण में अपना योगदान दें। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने की। केंद्रीय राज्यमंत्री श्री तोखन साहू, उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंक राम वर्मा, स्कूल शिक्षा मंत्री से श्री गजेंद्र यादव विशिष्ट अतिथि के रुप में मौजूद रहे। बिल्हा विधायक श्री धरम लाल कौशिक, तखतपुर विधायक श्री धर्मजीत सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे। 

सरस्वती स्कूलों के प्रतिभावान छात्र छात्राओं का किया सम्मान

     सरस्वती स्कूल परिसर कोनी में नव निर्मित सरस्वती महाविद्यालय भवन का मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सहित अतिथियों ने विधिवत पूजा अर्चना कर लोकार्पण किया। सरस्वती स्कूल परिसर के लखीराम सभा भवन में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेश के सभी जिलों के 24 प्रतिभावान छात्र छात्राओं व विभिन्न सांस्कृतिक व खेल महोत्सव में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सरस्वती स्कूल के सैकड़ों प्रतिभाओं को सम्मानित किया। नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएँ देते हुए उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि मेधावी छात्र-छात्राएँ अपनी मेहनत, अनुशासन और संस्कार से प्रदेश का गौरव बढ़ा रहे हैं। साथ ही विद्यालय का यह नया भवन शिक्षा और ज्ञान के विस्तार का प्रतीक है, जो समाज को नई दिशा देगा। श्री साय ने कहा कि सरस्वती महाविद्यालय ने गुरु घासीदास विश्वविद्यालय एवं इसरो बेंगलुरु से एमओयू किए हैं, जिससे विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा, अनुसंधान एवं तकनीकी क्षेत्र में ज्यादा अवसर मिलेंगे। साथ ही पं. सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय का स्टडी सेंटर भी यहां प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता दे रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्थानीय भाषा में शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण, हाइटेक लाइब्रेरी, रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे दृढ़ संकल्प और परिश्रम के साथ समाज और राष्ट्र के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएँ। 

   कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि विद्या भारती शिक्षा के साथ संस्कार देने का काम कर रही है उन्होंने सभी छात्रों को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने विद्या भारती संस्था द्वारा ज्ञान परंपरा और भारती संस्कृति को सहेजने के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। विद्या भारती के प्रांतीय संगठन मंत्री श्री देव नारायण ने विद्या भारती के सिद्धांतों, विचारधारा और कार्य प्रणाली की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरस्वती संस्थान द्वारा अब तीन महाविद्यालय की स्थापना छत्तीसगढ़ में की गई है और सात प्रकल्प है  और ग्राम भारती में 1100 से अधिक विद्यालय है। इन संस्थानों के माध्यम से भारतीय संस्कृति और परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुंचाया जा रहा है जिससे योग्य और राष्ट्र के प्रति समर्पित बच्चों का निर्माण हो रहा है। 

    कार्यक्रम में नन्हे बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। नगर निगम महापौर श्रीमती पूजा विधानी, क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री राम भरोसा सोनी, अध्यक्ष सरस्वती शिक्षा संस्थान छत्तीसगढ़, सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति के अध्यक्ष श्री रतन चंद्राकर, सरस्वती शिशु मंदिर कोनी के अध्यक्ष श्री मुनेश्वर कौशिक, सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति के सचिव श्री संतोष तिवारी, श्री बृजेंद्र शुक्ला, श्री पुरनंदन कश्यप, श्री रामपाल, श्री सुजीत मित्रा, श्री सुदामा राम साहू, श्रीमती दिव्या चंदेल, प्रांत प्रमुख, संचालक, प्राचार्य आचार्यों की प्रमुख भूमिका रही। इस अवसर पर विभिन्न जिलों से आए सरस्वती संस्थान के आचार्य और छात्र बड़ी संख्या में मौजूद थे।


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