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छत्तीसगढ़ की टीम बनी ओवरऑल चौंपियन, राष्ट्रीय शालेय कीड़ा प्रतियोगिता का समापन


 बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  67वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता (बेसबॉल) का विधिवत समापन शुक्रवार को हो गया। इस पूरी प्रतियोगिता में ओवरऑल चौंपियन मेजबान छत्तीसगढ़ रही। बालक और बालिका दोनों वर्ग में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी छाए रहे। मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने विजेताओं को अपने हाथों से पुरस्कार का वितरण किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर एनटीपीसी के जनरल मैनेजर अभिजीत चौटर्जी और नगर निगम बिलासपुर के अपर आयुक्त राकेश जायसवाल मौजूद थे । 

यह रहे प्रतियोगिता में विजयी - 

अंडर 17 बालक वर्ग में छत्तीसगढ़ विजेता रहा वहीं उपविजेता दिल्ली की टीम रही तीसरे नंबर पर सीबीएसई की टीम रही वही बालिका वर्ग में विजेता छत्तीसगढ़ की टीम रही। वहीं उपविजेता दिल्ली की टीम रही और तीसरे स्थान पर चंडीगढ़ ने  अपना कब्जा जमाया । प्रतियोगिता में अलग-अलग वर्ग में भी पुरस्कार वितरित किए गए जिसमें बेस्ट मार्च पास्ट के लिए विद्या भारती की टीम को चुना गया । वहीं स्वच्छता पुरस्कार, फेयर प्ले पुरस्कार और अनुशासन पुरस्कार के लिए तमिलनाडु की टीम को सम्मानित किया गया । प्रतियोगिता में शामिल सभी खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए । 

टीम स्प्रिट सिखने के लिए गेम सबसे बड़ा जरिया -  संतोष कुमार सिंह

खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि एसपी श्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि जीवन में टीम भावना सबसे जरूरी है और इंसान में यह जज्बा खेल के माध्यम से ही पैदा होता है । खेल हमें सिखाता है कि किस प्रकार एक दूसरे की मदद करके जीवन में आगे बढ़ा जा सकता है । उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से लगातार इस बात की जानकारी मिल रही थी की किस प्रकार हमारे शहर बिलासपुर में अलग-अलग राज्यों के बच्चे अपने शानदार खेल के माध्यम से अपने हुनर का प्रदर्शन कर रहे हैं जिन टीमों ने जीत हासिल की है उन्हें ढेर सारी बधाई और जो इस बार चूक गए हैं उन्हें अग्रिम भविष्य के लिए शुभकामनाएं ।

     प्रतियोगिता को सफल बनाने में राष्ट्रीय क्रीड़ा प्रतियोगिता के संगठन सचिव आर पी आदित्य , नोडल अधिकारी प्रशांत राय , संचालनालय के सहायक संचालक क्रीड़ा अनिल मिश्रा , संयुक्त संचालक कार्यालय बिलासपुर के सहायक संचालक जी डी गर्ग, आदिम जाति खेल विभाग से सहायक संचालक सुशील मिश्रा , जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से सहायक संचालक पी दशरथी समेत दर्जनों प्राचार्य व्यायाम शिक्षक, शिक्षक गण और प्रशासन से जुड़े कर्मचारियों की भूमिका रही । शिक्षा संभाग बिलासपुर के संयुक्त संचालक आर पी आदित्य ने बिलासपुर की मीडिया को विशेष तौर पर धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि मीडिया के सहयोग से प्रतिदिन खबरें लोगों तक पहुंचती रही और आपने प्रतियोगिता को सफल बनाने में अपना उत्कृष्ट सहयोग प्रदान किया ।


67वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आगाज, रंगारंग कार्यक्रमों ने मोहा अतिथियों का मन

 


बिलासपुर। 
  TODAY छत्तीसगढ़  /  67वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता (बेसबॉल) का स्व. बीआर यादव बहतराई स्टेडियम में शानदार आगाज हुआ। प्रतियोगिता का शुभारंभ बिलासपुर मुख्य अतिथि बिलासपुर विधायक श्री अमर अग्रवाल ने किया । कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर श्री महापौर रामशरण यादव, मस्तूरी विधायक श्री दिलीप लहरिया भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में श्री रामदेव कुमावत, कमिश्नर केडी कुंजाम, कलेक्टर श्री अवनीश शरण और नगर निगम कमिश्नर श्री कुणाल दुदावत मौजूद थे। 

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि समेत अन्य अतिथियों ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद खिलाड़ियों ने मार्चपास्ट कर अतिथियों को सलामी दी। मुख्य अतिथि श्री अमर अग्रवाल ने ध्वजारोहण कर प्रतियोगिता की विधिवत शुरुआत की। खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खिलाड़ी सुश्री समिता पैंकरा ने शपथ दिलाई। कार्यक्रम में नेशनल कॉन्वेंट और ड्रीमलैंड स्कूल की छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति से वहां उपस्थित समस्त लोगों का मन मोह लिया और तालियों की गूंज से पूरा स्टेडियम गूंजने लगा । 

उद्घाटन अवसर पर खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री अमर अग्रवाल ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है की पूरे देश भर से खिलाड़ी बिलासपुर में आए हैं मैं आप सभी का स्वागत करता हूं। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि बिलासपुर के लोग आपका पूरा ध्यान रखेंगे और जब आप बिलासपुर से जायेंगे तो एक सुखद अनुभूति के साथ जायेंगे। खेल के मैदान में न किसी की जीत होती है न किसी की हार होती है खेल के मैदान में केवल खेल होता है और हर खिलाड़ी के मन में खेल की भावना ही बलवती होती है। कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है और इसकी सीख हमें खेल के मैदान में ही मिलती है। खेल से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है अपितु मन भी स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में जो प्रथम आयेंगे वे आगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने के विषय में प्रयास करेंगे जो द्वितीय या तृतीय आयेंगे वे भविष्य में प्रथम आने के विषय में सोचें। 

कार्यक्रम में बिलासपुर शिक्षा संभाग जेडी आर पी आदित्य, जिला शिक्षा अधिकारी टी आर साहू समेत शिक्षा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, प्राचार्य, शिक्षक गण और व्यायाम शिक्षक उपस्थित थे। 

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राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2 जनवरी से, जुटेंगे देशभर के 700 खिलाड़ी


 बिलासपुर।
 TODAY छत्तीसगढ़  / बिलासपुर में बेसबाल की 67वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन 2 जनवरी से 5 जनवरी 2024 तक स्व. बी.आर.यादव राज्य खेल प्रशिक्षण केंद्र बहतराई में किया जाएगा। यह प्रतियोगिता 17 वर्ष के बालक-बालिकाओं के लिए होगी। प्रतियोगिता में देशभर के 700 खिलाड़ी जुटेंगे। प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए आज संभागायुक्त श्री के.डी. कुंजाम की अध्यक्षता में संभागायुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई।

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बैठक में कमिश्नर श्री कुंजाम ने प्रतियोगिता का आयोजन सुचारू रूप से करने के निर्देश दिए। उन्होंने अफसरों को सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी से करने कहा। खिलाड़ियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखने कहा। प्रतियोगिता स्थल एवं खिलाड़ियों के आवास स्थलों में सुरक्षा बलों की तैनाती के लिए पुलिस अधीक्षक को, खिलाड़ियों के लिए कैप, टी शर्ट, ट्रेक सूट इत्यादि की व्यवस्था के लिए एनटीपीसी सीपत के कार्यकारी निर्देशक को, मैडल पदक, ट्रॉफी पुरस्कारों एवं स्मृति चिन्ह की व्यवस्था हेतु एसईसीएल के सह प्रबंधक निदेशक, अध्यक्ष को, साफ-सफाई संबंधी व्यवस्था के लिए नगर पालिक निगम आयुक्त को, स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सीएमएचओ को, बस सुविधा के लिए क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को, आयोजनों का समाचार दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशन हेतु संयुक्त संचालक जनसंपर्क को दायित्व सौंपे गये है। 

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INDIA : T20 सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त, भारत ने ऑस्ट्रेलिया से छीन ली सीरीज

 


रायपुर। 
  TODAY छत्तीसगढ़  /   भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पांच मैचों की टी20 सीरीज के चौथे मुकाबले में 20 रनों से हरा दिया है. इस जीत के साथ ही उसने सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त ले ली है. 01 दिसंबर (शुक्रवार) को रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम 175 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए सात विकेट पर 154 रन ही बना सकी. पांचवां एवं आखिरी टी20 मुकाबला 3 दिसंबर को बेंगलुरु में खेला जाएगा। 

टारगेट का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत काफी आक्रामक रही और उसने तीन ओवर में ही 40 रन बना डाले. इस दौरान ट्रेविस हेड ने दीपक चाहर के एक ओवर में 22 रन बनाए. भारत को पहली सफलता रवि बिश्नोई ने दिलाई, जिन्होंने अपनी पहली गेंद पर जोश फिलिप को बोल्ड किया. इसके बाद अक्षर पटेल की फिरकी का जादू चला और उन्होंने वेड, हार्डी और मैकडरमॉट को पवेलियन भेजकर ऑस्ट्रेलिया की हालत खस्ता कर दी। 

भारत बनाम आस्ट्रेलिया के मध्य T 20 मैच, टिकटों की कालाबाजारी करने वाले 4 युवक गिरफ्तार

 

रायपुर । TODAY छत्तीसगढ़  /   भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच के टिकटों की कालाबाजारी करने वाले चार युवकों को पुलिस ने पकड़ा । TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   आपको बता दें कि 01 दिसंबर को राजधानी रायपुर में भारत बनाम आस्ट्रेलिया के मध्य T 20 मैच खेला जाना है। इस मैच के मद्देनज़र राज्य के अलग-अलग इलाकों में टिकट की कालाबाजारी और सट्टेबाजों का बड़ा कारोबार होने की आशंका है। 

क्राईम यूनिट, कोतवाली पुलिस को कोतवाली इलाके के अलग-अलग स्थानों में टिकटों की कालाबाजारी करने की सूचना मिली थी। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर अनिल जांगड़े 22 वर्ष, आकाश कुमार धीवर 23 वर्ष दोनों निवासी ग्राम तुलसी बाराडेरा थाना मंदिर हसौद, बबलू नायक 29 साल निवासी पंचशील नगर सिविल लाइंस, आशीष मिश्रा 28 साल निवासी कटोरा तालाब सिविल लाईन को पकड़कर उनके कब्जे से 13 टिकट जप्त कर प्रतिबंधात्मक धारा के तहत् कार्यवाही की। 

ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच पांच T 20 मैचों की सिरीज 23 से, सूर्यकुमार होंगे कप्तान

चौथा मैच एक दिसंबर को रायपुर में 

सिरीज़ के लिए सूर्य कुमार यादव को टीम का कप्तान

नई दिल्ली। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /   वर्ल्ड कप ख़त्म होने के बाद 23 नवंबर (गुरुवार) से ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शुरू हो रही पांच टी20 मैचों की सिरीज़ के लिए भारतीय टीम का एलान कर दिया गया है. इस सिरीज़ के लिए सूर्य कुमार यादव को टीम का कप्तान और पहले तीन मैचों के लिए ऋतुराज गायकवाड़ को उपकप्तान बनाया गया है.

बीसीसीआई के सचिव जय शाह की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि आख़िरी दो टी20 मैचों के लिए लौटने के बाद श्रेयस अय्यर टीम की उपकप्तानी करेंगे. अभी संपन्न वनडे विश्व कप में खेलने वाले ज़्यादातर खिलाड़ी को इस सिरीज में आराम दिया गया है.

भारतीय टीम इस प्रकार है :-

सूर्यकुमार यादव (कप्तान), ऋतुराज गायकवाड़ (उप-कप्तान), ईशान किशन, यशस्वी जायसवाल, तिलक वर्मा, रिंकू सिंह, जीतेश शर्मा (विकेटकीपर), वाशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान और मुकेश कुमार.

इस सिरीज़ का पहला मैच 23 नवंबर को विशाखापत्तनम, दूसरा मैच 26 नवंबर को तिरुवनंतपुरम, तीसरा मैच 28 नवंबर को गुवाहाटी, चौथा मैच एक दिसंबर को रायपुर और पांचवां मैच तीन दिसंबर को बेंगलुरू में खेला जाएगा. 

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पराजय के बाद बोले रोहित, "हमने अपनी तरफ़ से हर संभव कोशिश की लेकिन जो हुआ वहीं नहीं होना था."



अहमदाबाद।  TODAY छत्तीसगढ़  /   ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत को 240 रन पर ऑलआउट कर दिया और फिर चार विकेट खो कर विश्व चैंपियन बन गया. मैच के बाद रोहित शर्मा ने टीम की हार पर कहा, "मैच का नतीजा हमारे पक्ष में नहीं रहा और हम जानते हैं कि हम आज अच्छे नहीं थे, लेकिन मुझे टीम पर गर्व है. हमने अपनी तरफ़ से हर संभव कोशिश की लेकिन जो हुआ वहीं नहीं होना था."

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार को वर्ल्ड कप 2023 का फ़ाइनल मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से हारने का बाद कहा कि इस मैच में भारतीय टीम अच्छी नहीं रही, खासकर बल्लेबाजी में टीम का प्रदर्शन ख़राब रहा.

"ईमानदारी से कहूं तो 20-30 रन और बनाए होते तो अच्छा होता. लगभग 25-30 ओवर तक जब केएल राहुल और विराट बल्लेबाज़ी कर रहे थे तो हम यही बात कर रहे थे कि ये अच्छी साझेदारी करें और हमें पिच पर जब तक हो सके तब तक बने रहना है, लेकिन फिर हम लगातार विकेट खोते गए. तब तक हमें लग रहा था कि 270-280 रन तक हम बना लेंगे. हम कोई भी अच्छी साझेदारी नहीं खेल पाए. ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट खोने के बाद एक अच्छी साझेदारी खेली." TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और पहले सात ओवरों में डेविड वार्नर, मिशेल मार्श और स्टीवन स्मिथ के विकेट 47 रन पर गिर गए. लेकिन इसके बाद ट्रैविस हेड और मार्नस लाबुशेन की बेहतरीन साझेदारी से भारत के लिए गेम पलट दिया.

रोहित शर्मा ने कहा- "जब आपके पास बोर्ड पर 240 रन हों तो आप जल्द से जल्द विकेट लेना चाहते हैं और हमने ऐसा किया लेकिन फिर हेड और मार्नस को श्रेय जाता है, उन्होंने एक बड़ी साझेदारी की और हमें खेल से पूरी तरह बाहर कर दिया. हमने वह सब कुछ करने की कोशिश की जो हम कर सकते." (bbc.com/hindi) 

World Cup Final 2023 : आस्ट्रेलिया छठवीं बार विश्व चैम्पियन, भारत की शर्मनाक हार

 पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "प्रिय टीम इंडिया, विश्व कप के दौरान आपकी प्रतिभा और दृढ़ संकल्प उल्लेखनीय था। आपने बहुत अच्छे जज्बे के साथ खेला और देश को बहुत गौरव दिलाया। हम आज और हमेशा आपके साथ खड़े हैं।"


अहमदाबाद।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भारत को एकतरफा मुकाबले में मात दी. टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए केएल राहुल और विराट कोहली की अर्धशतकीय पारी के दम पर 240 रन बनाए थे. जवाब में ट्रेविस हेड की शतकीय पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 43 ओवर में 4 विकेट गंवाकर जीत का लक्ष्य हासिल किया. ऑस्ट्रेलिया ने छठी बार विश्व कप खिताब पर कब्जा जमाया. हालाँकि आस्ट्रेलिया की शुरुआत बेहद खराब रही। पहले पावर प्ले में 47 रन में आस्ट्रेलिया के तीन बड़े बल्लेबाज को भारतीय गेंदबाजों ने पैवेलियन भेज दिया मगर हेड की शतकीय पारी ने भारत की सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। 

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भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें वनडे विश्व कप के इतिहास में दूसरी बार फाइनल में एक दूसरे के सामने रहीं हैं. इससे पहले दोनों का आमना सामना साल 2003 में हुआ था जब कंगारू टीम ने साउथ अफ्रीका में खेले गए विश्व कप मैच के फाइनल में भारत को 125 रन से हराया था. टीम इंडिया की नजर 12 साल के खिताबी सूखे को खत्म करने पर थी मगर कंगारुओं के शानदार खेल ने एक बार फिर भारतीय टीम के साथ-साथ देश के सभी क्रिकेट प्रेमियों को निराश कर दिया . आपको बता दें कि भारत ने आखिरी बार 2011 में विश्व कप पर कब्जा जमाया था. तब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम ने 28 साल बाद भारत को वनडे में विश्व विजेता बनाया था. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को वर्ल्ड कप जीतने पर बधाई दी। साथ ही, भारत को लेकर कहा कि टीम इंडिया ने बहुत अच्छे जज्बे के साथ खेला। अहमदाबाद में रविवार को खेले गए आईसीसी वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को छह विकेटों से हरा दिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने छठी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा किया है

अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले को देखने के लिए सवा लाख दर्शक मौजूद थे। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई अन्य नेता भी मैच देखने के लिए पहुंचे थे। भारत की हार के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "प्रिय टीम इंडिया, विश्व कप के दौरान आपकी प्रतिभा और दृढ़ संकल्प उल्लेखनीय था। आपने बहुत अच्छे जज्बे के साथ खेला और देश को बहुत गौरव दिलाया। हम आज और हमेशा आपके साथ खड़े हैं।"

इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलिया को जीत की बधाई भी दी। उन्होंने लिखा कि विश्व कप की शानदार जीत पर ऑस्ट्रेलिया को बधाई। पूरे टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा, जिसका समापन शानदार जीत के रूप में हुआ। ट्रैविस हेड को आज उनके उल्लेखनीय खेल के लिए बधाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा, ऑस्ट्रेलिया के उप-प्रधानमंत्री रिचर्ड मार्ल्स भी भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार खेले गए फाइनल मुकाबले को देखने के लिए पहुंचे थे। 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मौके पर अपने ट्वीटर हैंडल के माध्यम से खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की -  

ऑस्ट्रेलिया विश्व कप के फाइनल में, दक्षिण अफ्रीका को तीन विकेट से दी मात

 ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी वनडे विश्व कप 2023 के दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को तीन विकेट से हराकर रिकॉर्ड आठवीं बार विश्व कप के फाइनल में जगह बना ली है.

 TODAY छत्तीसगढ़  /   ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच कोलकाता में हो रहा आईसीसी (ICC) वनडे विश्व कप 2023 का आज खेला गया दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला काफी रोमांचक रहा।  213 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही ऑस्ट्रेलिया ने सात विकेट खोकर 47.2 ओवर में 215 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका को तीन विकेट से मात देकर फाइनल में अपनी जगह बना ली है। ऑस्ट्रेलिया ने डेविड वॉर्नर, मिचेल मार्श, ट्रेविस हेड, मार्नश लाबुशेन, ग्लेन मैक्सवेल और जोश इंग्लिश का का विकेट गंवा दिया था। आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया आठवीं बार विश्व कप के फाइनल में पहुंची है। 

दक्षिण अफ्रीका ने इससे पहले डेविड मिलर की शतकीय पारी के दम पर टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 49.4 ओवर में दस विकेट खोकर 212 रन बनाए।  मैच में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही और टीम ने 24 रनों के स्कोर पर टेम्बा बावुमा, क्विंटन डी कॉक, एडेन मार्कराम और रासी वैन डेर डुसेन के विकेट गंवा दिए. इसके बाद डेविड मिलर-हेनरिक क्लासेन ने टीम की पारी को संभालने का प्रयास किया. लेकिन ट्रेविस हेड ने लगातार दो गेंदों पर क्लासेन और मार्को जानेसन को आउट कर एक बार फिर अफ्रीकी टीम को बैकफुट पर धकेल दिया. डेविड मिलर एक छोर पर डटे रहे और उन्होंने टीम को 200 रनों के पार पहुंचाया. ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस ने तीन-तीन विकेट हासिल किए, जबकि ट्रेविस हेड और जोश हेजलवुड के खाते में 2-2 विकेट आए. TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

इतिहास रचेगा बीजापुर, 15 अगस्त को राष्ट्रीय ओपन साइकिल रेस का आयोजन


TODAY छत्तीसगढ़  / बीजापुर /  जिला मुख्यालय बीजापुर स्वतंत्रता दिवस पर एक इतिहास रचने जा रहा है। यहां पहली बार नेशनल लेवल की ओपन साइकिल रेस का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें देश भर के एक हजार से भी ज्यादा प्रतिभागी भाग लेंगे।

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ज्ञात हो कि इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर जिला मुख्यालय में ओपन सायकल रेस का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी आयु वर्ग के खिलाड़ी भाग ले सकते हैं ।  इस साइकिल रेस के लिए प्रतिभागी स्वयं का साइकिल लेकर स्पर्धा में शामिल हो सकते हैं । साइकिल रेस 30 किलोमीटर का होगा, जिसमें प्रतिभागियों को बीजापुर के मिनी स्टेडियम से नैमेड़ चौक तक और वहां से यू टर्न लेकर वापस मिनी स्टेडियम तक आना होगा। इस स्पर्धा में भाग लेने वाले प्रतिभागी 15 अगस्त की सुबह 9 बजे तक स्टेडियम पहुंचकर तत्काल अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। 

मनवा बीजापुर साइकिल रेस स्पर्धा में प्रथम पुरस्कार 31 हजार रुपये नगद बस्तर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष व बीजापुर विधायक विक्रम शाह मण्डावी की ओर से दिया जाएगा। द्वितीय पुरस्कार 21 हजार रुपये नगद जीव्हीआर निर्माण बाजार की ओर से दिया जाएगा। तृतीय पुरस्कार 11 हजार रुपये नगद जय कुमार नायर की ओर से दिया जाएगा। चौथा पुरस्कार सायकल जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म की ओर से दिया जाएगा, पांचवा पुरस्कार सायकल जिला कांग्रेस कमेटी बीजापुर द्वारा दिया जाएगा, छठवां पुरस्कार सायकल भारतीय जनता पार्टी जिला बीजापुर द्वारा दिया जाएगा।

सातवां पुरस्कार सायकल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला बीजापुर द्वारा दिया जाएगा, आठवां पुरस्कार सायकल प्रेस क्लब बीजापुर द्वारा दिया जाएगा। नौवां पुरस्कार सायकल व्यापारी संघ बीजापुर द्वारा दिया जाएगा, दसवां पुरस्कार सायकल जिला ठेकेदार संघ बीजापुर द्वारा प्रदान किया जाएगा।

 

कजाकिस्तान के पहलवान को 8-0 से हराकर भारतीय रेसलर बजरंग पूनिया ने जीता ब्रॉन्ज मेडल

TODAY छत्तीसगढ़  /  टोक्यो / भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia wins bronze) ने पुरुषों की 65 किग्रा फ्रीस्टाइल में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है, जो जारी खेलों के महाकुंभ में भारत का छठा पदक रहा. वैसे ओलिंपिक में बजरंग का यह पहला मेडल है. ब्रॉन्ज मेडल मैच में बजरंग ने  कजाखिस्तान के पहलवान दौलत नियाजबेकोव (Doulet Niyazbekov) को एकतरफा मुकाबले में पटखती देते हुए उन्हें 8-0 से धूल चटा दी. महाकुंभ में अपनी पिछले मुकाबलों से अलग इस बार बजरंग ने शुरुआत से ही अटैकिंग रणनीति को तरजीह दी और आखिर तक इसका साथ नहींं छोड़ा, जिसका उन्हें पूरा फायदा मिला. बजरंग ने कमाल का परफॉर्मेंस किया और दोनों राउंड में विरोधी पहलवान पर हावी रहे. इस जीत के साथ ही कुश्ती में इस ओलिंपिक में दो मेडल आ गए हैं. बजरंग से पहले रवि दहिया ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया है. 

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पहला गेम (3 मिनट): बजंरग ने बना ली 2-0 बढ़त

बजरंग ने अपनी पिछले मुकाबले के उलट बजरंग ने इस बार कांस्य के लिए कजाखिस्तान के दौलत नियाजबेकोव के खिलाफ अटैकिंग रणनीति अपनायी. इसका फायदा भी भारतीय पहलवान को मिला और उन्होंने जल्द ही एक प्वाइंट लेकर 1-0 की बढ़त बना लीद. इसके बाद बजरंग डबल लेग के लिए गए, पर दौलत ने बजरंग के दांव को बेकार कर दिया, लेकिन बजरंग की अटैकिंग रणनीति जारी रही और प्रतिद्वंद्वी पहलवान की गलती के कारण बजरंग को एक अंक और मिल गया और उन्होंने पहली बाउट 2- 0 से अपने नाम कर ली। 

दूसरा गेम (3 मिनट):  नहीं छोड़ी अटैकिंग रणनीति..और पस्त हो गए दौलत

पहली टक्कर में 2-0 की बढ़त के रथ पर सवार बजरंग पुनिया ने फिर से अटैक बनाते हुए दौलत के पैरों पर बहुत ही मजबूत पकड़ बना ली, लेकिन कजाखिस्तान के पहलवान ने शानदार डिफेंस करते हुए संभावित अंक को टाल दिया. बजरंग ने फिर से सिंगल लेग पकड़ा, लेकिन दौलत फिर से पैर छुड़ाने में कामयाब रहे. बजरंग ने इसके बाद जल्द ही दो अंक और लिया और पुनिया ने 4-0 की बढ़त बनाकर काफी हद तक सुनिश्चित किया कि कांस्य भारत के पास आने जा रही है. और इस बढ़त को बजरंग ने कुछ ही सेकेंड बाद 6-0 कर दिया. बजरंग ने पिछले चार अंक टेक डाउन रणनीति से लिए, लेकिन बस वे दौलत को पलट ही नहीं पाए. इसके बाद बजरंग ने सिंगल लेग रणनीति से दो अंक और लिए और बढ़त भारतीय पहलवान ने बढ़त को 8-0 कर दिया. आखिरी 20 सेकेंड में कजाखिस्तान पहलवान ने कोशिश की, लेकिन दौलत को  सफलता नहीं मिली और बजरंग ने 8-0 से दूसरी बैटल जीतकर भारत के  लिए छठा कांस्य जीत लिया.

सेमीफाइनल में हारे में थे बजरंग

बजरंग पूनिया को सेमीफाइनल में अजरबैजान के पहलवान हाजी अलीव से 12-5 से हार का सामना करना पड़ा था. पूनिया को मेडल का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा था लेकिन सेमीफाइनल में मिली हार ने भारतीय फैन्स को भी काफी निराश किया है.  बजरंग पूनिया के सपोर्ट में योगेश्वर दत्त ने भी ट्वीट कर उन्हें शुभकामनाएं दी है. 

रवि दहिया ने जीता सिल्वर मेडल

इस बार भारतीय रेसलर में रवि दहिया ने कमाल का परफॉर्मेंस करते हुए सिल्वर मेडल जीतने का कमाल कर दिखाया. टोक्‍यो ओलिंपिक खेलों (Tokyo Olympics 2020) में भारत के रेसलर रवि दहिया ने सिल्वर मेडल जीता है. पुरुषों के फ्री स्टाइल 57 किलो रेसलिंग स्पर्धा के फाइनल में हरियाणा के रवि को रूस ओलिंपिक कमिटी के बैनर तले उतरने वाले रेसलर जवुर उगुवेय (Ravi Kumar Dahiya vs Zavur Uguev) से 4-7  हार का सामना करना पड़ा. राज्‍य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की है कि प्रदेश की खेल नीति के अनुसार सिल्‍वर जीतने पर रवि को 4 करोड़ रुपये की नकद राशि, क्लास वन की नौकरी और रियायती दर पर हुड्डा का प्लॉट। 

नीरज चोपड़ा ने खत्म किया 100 साल का इंतज़ार, एथलेटिक्स में दिलाया भारत को पहला 'गोल्ड'

 TODAY छत्तीसगढ़  / टोक्यो / भारत के एथलीट नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचा दिया है। नीरज ने जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में भारत को टोक्यो ओलंपिक में पहला गोल्ड मेडल दिला दिया है। क्वालीफाइंग राउंड की तरह ही नीरज का प्रदर्शन फाइनल में भी बेहद शानदार रहा और उन्होंने एथलेक्टिक्स में मेडल के 100 साल के सूखे को भी खत्म कर दिया है। नीरज ने फाइनल मैच में अपना पहला ही थ्रो 87.03 मीटर का फेंका और गोल्ड की उम्मीद जगा दी। इसके बाद दूसरे प्रयास में नीरज ने 87.58 मीटर का थ्रो फेंककर गोल्ड मेडल पक्का कर लिया।  

नीरज ने इससे पहले क्वालीफाइंग राउंड में भी अपने प्रदर्शन से सनसनी फैला दी थी। उन्होंने टॉप पर रहते हुए पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो फेंका था और 83.65 के क्वालीफिकेशन लेवल को आसानी से पार कर लिया था। नीरज इससे पहले एशियाई खेलों, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुके हैं और यही वजह है कि पूरा देश की निगाहें उनके ऊपर टिकी हुईं थीं। टोक्यो ओलंपिक में यह भारत का पहला गोल्ड मेडल है और अब पदकों की कुल संख्या 7 हो गई है, जिसमें एक गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। रेसलिंग में बजरंग पूनिया ने कजाखस्तान के दौलेत नियाजबेकोव को एकतरफा मुकाबले में हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

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नीरज भारत की तरफ से ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले महज दूसरे ही खिलाड़ी हैं। उनसे पहले साल 2008  में अभिनव ब्रिंदा ने निशानेबाजी में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया था। एथलेटिक्स में यह ओलंपिक खेलों में भारत का पहला गोल्ड मेडल है और इसके साथ ही 23 साल के नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया है। नीरज ने अपने पहले दो थ्रो में ही गोल्ड मेडल पक्का कर लिया था। बाकी एथलीटों ने काफी प्रयास किया, लेकिन वह नीरज के 87.58 मीटर के थ्रो को पार नहीं कर सके।  - हिंदुस्तान 


राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार अब 'हॉकी के जादूगर' मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाएगा


TODAY छत्तीसगढ़  / टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में भारतीय हॉकी टीम (Indian Hockey team) ने शानदार परफॉर्मेंस किया और पुरूष टीम ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम करने में सफल रही. वहीं, भारतीय महिला हॉकी टीम ने भी शानदार परफॉर्मेंस किया और ब्रॉन्ज मेडल का मैच खेलने में सफल रही. ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार परफॉर्मेंस के बाद अब भारत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एक बड़ा फैसला किया है. 

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पीएम ने खेलरत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार के नाम से जाने जानी की घोषणा कर दी है. पीएम ने ट्वीट करते हुए भी इसकी जानकारी सभी के साथ साझा भी की है. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से थे जिन्होंने भारत के लिए सम्मान और गौरव लाया, लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है'. बता दें कि पहले खेल रत्न पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाता था. 

देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है।

बता दें कि भारतीय हॉकी के इतिहास में मेजर ध्यानचंद सबसे बड़े खिलाड़ी के तौर पर जाने जाते हैं.  काफी समय से इस बात की भी चर्चा थी कि ध्यानचंद को भारत रत्न के खिताब से भी नवाजा जाए. मेजर ध्यानचंद को भारतीय हॉकी का जादूगर माना जाता है. 

टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों को दमखम देखने को मिला है. भारत ने ओलंपिक में अबतक 5 मेडल जीत लिए हैं. वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने भारत के खाते में सबसे पहले ब्रॉन्ज मेडल डाला था. इसके बाद बैडमिंटन दिग्गज पीवी सिंधु ने रजत पदक जीतकर कमाल कर दिखाया. भारतीय हॉकी टीम भले ही ब्रॉन्ज मेडल ही जीत पाई है लेकिन 41 साल के बाद पहली बार मेडल जीतकर भारतीय हॉकी में नए युग की शुरूआत कर दी है.    - एनडीटीवी 

भारतीय महिला हॉकी टीम को ब्रॉन्ज मेडल मैच में ब्रिटेन से मिली शिकस्त, हिन्दुस्तान बोला 'वो दिन दूर नहीं जब भारत की बेटियाँ मेडल लेकर आएंगी'

  TODAY छत्तीसगढ़  /  टोक्यो  / भारतीय महिला हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में ब्रिटेन के हाथों 3-4 से हार का सामना करना पड़ा. टोक्‍यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम चौथे स्‍थान पर रही.  एक समय भारतीय टीम 3-2 से बढ़त बनाए हुए थी, मगर इसके बाद ब्रिटेन ने वापसी की और लगातार दो गोल दागकर भारत पर दबाव बना दिया. मैच के आखिरी सेकंड तक रानी रामपाल की टीम ने भरपूर कोशिश की, मगर चूक गई. ओलंपिक में भारतीय महिला टीम का यह सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन है.  

Tokyo Olympics 2020: भारतीय महिला हॉकी को टोक्यो ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा. लेकिन यह ऐसी हार नहीं, जिस पर रंज हो. भला कितनी बार ऐसा हुआ है कि हमारी हॉकी टीम 0-2 से पिछड़ने के 5 मिनट के भीतर 3-2 की बढ़त बना ले. टोक्यो ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में ऐसा हुआ. वह दिन दूर नहीं जब भारत की बेटियां मेडल लेकर आएंगी.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'इस टीम पर गर्व है. टोक्यो ओलंपिक्स 2020 में हमारी महिला हॉकी टीम के शानदार प्रदर्शन को हम हमेशा याद रखेंगे. हम महिला हॉकी में बेहद करीब से पदक चूक गए, लेकिन यह टीम नए भारत की भावना को दिखाती है.' 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैच के बाद ट्वीट कर भारतीय महिला हॉकी टीम पर गर्व जताया है. उन्होंने कहा है कि टोक्यो में मिली सफलता कई और बेटियों को हॉकी खेलने के लिए प्रेरित करेगी. पीएम मोदी ने गुरुवार को पुरुष हॉकी टीम की जीत पर भी बधाई दी थी.
टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में भारतीय महिला टीम (Indian Women Hockey Team) भले ही कांस्य पदक से चूक गई हो लेकिन पूरा देश उन्हें सलाम कर रहा है. शुक्रवार को हुए मुकाबले में ब्रिटेन ने भारतीय टीम को 4-3 से हरा दिया. भारतीय टीम ने पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचकर पहले ही इतिहास रच दिया था. इस बीच उद्योगपित आनंद महिन्द्रा (Anand Mahindra) ने कहा है कि उनका (भारतीय महिला टीम) भी वक्त आएगा. उद्योगपति ने कहा कि – ‘आज हमने अंडरडॉग्स को बेरहमी से गुर्राते हुए सुना उनका भी वक्त आएगा. उन्होंने एक ऐसी क्रांति शुरू की है जिसे रोका नहीं जा सकता.’
भारत का इससे पहले ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1980 में था जब महिला टीम चौथे स्थान पर रही थी. उस समय सेमीफाइनल नहीं होते थे और छह टीमों ने राउंड रॉबिन आधार पर खेला था जिनमें से दो फाइनल में पहुंची थी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में ऐतिहासिक प्रदर्शन करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women Hockey Team) की प्रशंसा की है. सीएम योगी ने आज इंग्लैंड के खिलाफ कांस्य पदक के मुकाबले में हारने वाली टीम इंडिया के लिए लिखा है कि मैच हारा, लेकिन मन जीता…टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचने वाली मां भारती की बेटियों का हार्दिक अभिनंदन. जय हिंद ! 
भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women Hockey Team) ने ब्रिटेन के साथ ब्रॉन्ज मेडल के लिए शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन मेडल अपने नाम करने में वह सफल नहीं रह सकीं. हालांकि महिला टीम के इस शानदार प्रदर्शन को फैंस सालों तक याद रखेंगे. टीम का यह ओलंपिक (Tokyo Olympics) में ओवरऑल सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है. अंक तालिका में भारतीय महिला हॉकी टीम चौथे नंबर पर जरूर है, लेकिन भारतीय के दिलों में उन्होंने अहम स्थान बना लिया है. ब्रिटेन से भारत को मिली हार के बाद बॉलीवुड (Bollywood) के किंग खान यानी शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) ने टीम का हौसला बढ़ाते हुए एक ट्वीट किया है.
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के द्वारा मेडल जीतने के बाद लोगों की निगाहें भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women Hockey Team) पर थीं. लेकिन शुक्रवार की सुबह देश को हार के साथ निराशा का सामना किया. लेकिन इस हार के बाद भी टीम का हौसला लोग सोशल मीडिया पर खूब बढ़ा रहे हैं. इस लिस्ट में शाहरुख खान भी शामिल हैं. 
उन्होंने ट्वीट कर कहा- ‘दिल टूटा!!! लेकिन हमारे सिर को ऊंचा रखने के सभी कारण हैं, भारतीय महिला हॉकी टीम ने अच्छा खेला. आप सभी ने भारत में सभी को प्रेरित किया, वही जीत है’.
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी ने शानदार प्रदर्शन किया है. उन्हें मेडल नहीं मिला, लेकिन अपने अंतिम मैच में टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया और ब्रॉन्ज मेडल से चूक गई. हरियाणा सरकार ने अब इन महिला हॉकी खिलाड़ियों पर इनाम की बौछार कर दी है. भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल हरियाणा की 9 बेटियों को 50-50 लाख रुपए के नकद पुरस्कार की घोषणा की गई है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यह घोषणा की और कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम रानी झांसी की तरह अंत तक लड़ी है. हालांकि, उन्होंने उम्दा खेल दिखाया. सीएम ने कहा कि सरकार की ओर से सभी खिलाड़ियों को 50-50 लाख रुपये इनाम दिया जाएगा. 

टोक्‍यो ओलंपिक : बजरंग पूनिया सेमीफाइनल में पहुंचे, ईरान के पहलवान को दी मात

 TODAY छत्तीसगढ़  /  नई दिल्‍ली / बजरंग पूनिया ने 65 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है. टोक्‍यो ओल‍ंपिक में भारत की सबसे बड़ी उम्‍मीद बजरंग ने क्‍वार्टर फाइनल में ईरान के मोर्तेजा चेका को हराया. पहले राउंड में बजरंग 0-1 से पिछड़ रहे थे. दूसरे राउंड में बजरंग ने ऐसा दांव खेला कि वो सीधे सेमीफाइनल में पहुंच गए. इस मुकाबले के बाद पूरे देश की गोल्‍ड की उम्‍मीदें और मजबूत हो गई है.

इससे पहले भारत के इस स्‍टार पहलवान ने किर्गिस्तान के अरनाजर अकमातालिव को मात देकर क्‍वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी. अरनाजर के खिलाफ मुकाबले के पहले राउंड में बजरंग ने 3-1 से बढ़त हासिल कर ली थी. हालांकि दूसरे राउंड में मुकाबला काफी रोमांचक हो गया. आखिरी सेकंड में अरनाजर ने 2 अंक हासिल कर लिए. इसके बाद भारतीय पहलवान ने आखिरी सेकेंड में अंक हासिल करके मुकाबला अपने नाम कर लिया था.

टोक्‍यो ओलंपिक में रवि दहिया कुश्‍ती में भारत को एक मेडल दिला चुके हैं. हालांकि रवि को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था और उन्‍हें सिल्‍वर से ही संतोष करना पड़ा. मगर बजरंग ने देश की गोल्‍ड की उम्‍मीदों को बनाए रखा. 

भारतीय हॉकी टीम का कमाल, 41 साल बाद जीता ओलंपिक में मेडल

TODAY छत्तीसगढ़  /टोक्यो / भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में कमाल का परफॉर्मेंस करते हुए जर्मनी को 4-5 से  हराकर 41 साल बाद मेडल जीतने का कमाल कर दिखाया है. भारत ने आखिरी बार 1980 के मॉस्को ओलंपिक में मेडल जीता था. भारत की जीत के बाद भारत के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने इस जीत को क्रिकेट विश्व कप से भी बड़ा बताया है. ओलंपिक इतिहास में हाॅकी में यह 12 2वां मेडल है. मैच में एक समय भारतीय टीम 1-3 से पीछे थी. इसके बाद टीम ने शानदार वापसी करते हुए मुकाबला जीत लिया. भारत की शुरूआत भले ही खराब रही थी लेकिन बाद में भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त वापसी की और इतिहास रचते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया है.  

भारत की ऐतिहासिक जीत पर भारत के पीएम नरेंद्र मोदी जी ने भी ट्वीट कर इस जीत को कमाल का करार दिया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि इस जीत को हर भारतीय याद रखेगा.  

राज्य खेल अलंकरण पुरस्कार, आवेदन करने की अंतिम तिथि 7 से बढ़कर हुई 10 अगस्त


TODAY छत्तीसगढ़  / रायपुर / छत्तीसगढ़ शासन खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा प्रतिवर्ष खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, निर्णायकों को खेल पुरस्कार प्रदान कर राज्य खेल अंलकरण सें सम्मानित किया जाता है। यह पुरस्कार राज्य के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों, प्रशिक्षकों, निर्णायकों को प्रदान किये जाते हैं। 

इसके लिए विभाग द्वारा 7 अगस्त तक आवेदन आमंत्रित किए गए थे, जिसे बढ़ा कर अब 10 अगस्त कर दिया गया है। आवेदन खेल एवं युवा कल्याण विभाग के जिला कार्यालय या संचालनालय में राज्य खेल संघों से अनुशंसा सहित आवेदन निर्धारित तिथि तक कार्यालयीन समय अवधि में जमा किए जा सकते हैं। खिलाड़ी को पृथक-पृथक वर्षों के लिए पृथक-पृथक आवेदन प्रस्तुत करना होगा। आवेदन पत्रों का प्रारूप मय विज्ञापन विभाग की वेबसाइट www.sportsyw.cg.gov  पद  पर उपलब्ध है।

महिला हॉकी टीम : रोमांचक मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में पहुँची भारत की शेरनियाँ

TODAY छत्तीसगढ़  /  नई दिल्ली / टोक्यो /  जापान के टोक्यो में जारी ओलंपिक खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। टोक्यो ओलंपिक में भारत के पदक जीतने की संख्या अब एक से दो हो गई और ये जल्द ही दो से तीन में तब्दील हो सकती है। सोमवार को भारत के पास तीसरा पदक जीतने का मौका है। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू के रजत पदक जीतने के बाद रविवार को बैडमिंटन प्लेयर पीवी सिंधु ने कांस्य पदक जीता। वहीं, भारतीय महिला हॉकी टीम ने भी पदक जीतने की उम्मीद जगा दी है।

भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला हॉकी टीम के बीच टोक्यो ओलंपिक 2020 का क्वार्टर फाइनल मैच ओआइ हॉकी स्टेडियम की नोर्थ पिच पर खेला गया। मैच के पहले क्वार्टर में दोनों टीम की तरफ से कड़ी प्रतिद्वंदिता देखी गई और कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई। हालांकि, दूसरे क्वार्टर का खेल समाप्त होने के बाद हाफ टाइम में ऑस्ट्रेलिया पर भारत ने 1-0 की बढ़त बना ली। भारत की तरफ से गुरजीत कौर ने एक गोल किया। 

तीसरे क्वार्टर में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई। वहीं, चौथे क्वार्टर में भी दोनों टीमों की तरफ से कोई गोल नहीं हुआ, लेकिन चौथे क्वार्टर में आखिरी के कुछ मिनटों का खेल काफी रोमांचक हुआ, जिसमें भारत की तरफ से गोलकीपर सविता पूनिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पेनाल्टी गोल रोका और भारत को 1-0 से जीत मिली। इसी के साथ टीम ओलंपिक खेलों के इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल तक पहुंचने में कामयाब रही।

भारत ने तीन बार की ओलंपिक गोल्ड विजेता और मौजूदा समय में विश्व की नंबर दो टीम को हराकर सेमीफाइनल तक का सफर तय किया है। भारत ने पहली बार 1980 में ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया था और 6 टीमों वाले खेल में चौथे पायदान पर रही थी। वहीं, 2016 में रियो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम 12वें स्थान पर रही थी और अब सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल हुई है। 

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भारत की स्टार धाविका दुती चंद सोमवार को यहां ओलंपिक स्टेडियम ट्रैक 2 में महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रहीं। हीट 4 में दौड़ते हुए, दुती ने सीजन की सर्वश्रेष्ठ 23.85 टाइमिंग के साथ समाप्त किया, लेकिन यह अच्छा नहीं रहा, क्योंकि वह 7वें स्थान पर रहीं और परिणामस्वरूप, वह सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही।

क्रिस्टीन म्बोमा ने 22.11 के समय के साथ इस हीट में शीर्ष स्थान हासिल किया, क्योंकि उन्होंने नामीबिया के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ा। यूएसए की गैब्रिएल थॉमस 22.20 के समय के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। प्रत्येक हीट में पहले तीन सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करते हैं और अगले 3 सबसे तेज (सभी सात हीट संयुक्त) भी अंतिम चार में आगे बढ़ते हैं।

भारत को टोक्यो ओलंपिक में तीसरा पदक सोमवार यानी आज चक्का फेंक खिलाड़ी कमल प्रीत कौर दिला सकती हैं, क्योंकि वे सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं और आज उनका सेमीफाइनल मुकाबला होगा। सेमीफाइनल जीतने के साथ ही भारत का एक और पदक पक्का हो जाएगा। इसके अलावा भारतीय महिला हॉकी टीम से भी देश को उम्मीद होगी कि वे अपना क्वार्टर फाइनल जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश करें। 

49 साल बाद भारत सेमीफाइनल में, ब्रिटेन को भारतीय हॉकी टीम ने शिकस्त देकर रचा इतिहास

भारत ओलंपिक में 49 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंची थी. इससे पहले म्यूनिख ओलंपिक (1972) में भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी. हालांकि भारतीय टीम ने 1980 के मॉस्को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था. लेकिन उस दौरान भारत राउंड रॉबिन आधार पर छह टीमों के पूल में दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल का टिकट हासिल किया था. TODAY छत्तीसगढ़  /  भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में 3-1 से जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में एंट्री कर ली है. इस तरह भारत के पदक की उम्मीद काफी बढ़ गई है. हॉकी टीम ने अब तक ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया है और उम्मीद है कि टीम की यह फॉर्म सेमीफाइनल में भी जारी रहेगी. रविवार को दिन भारत के लिए अच्छा रहा. पीवी सिंधु ने चीनी खिलाड़ी को हराकर बैंडमिंटन में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया. TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

रविवार को ओई हॉकी स्टेडियम में खेले गए दिन के पहले मुकाबले में ब्रिटेन को 3-1 से हराकर भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई है. भारत के लिए दिलप्रीत सिंह ने सातवें, गुरजंत सिंह ने 16वें और हार्दिक सिंह ने 57वें मिनट में गोल किया. ब्रिटेन के लिए एकमात्र गोल सैमुएल वार्ड ने 45वें मिनट में किया. सेमीफाइनल में भारत का सामना विश्व चैम्पियन बेल्जियम से होगा, जिसने तीसरे क्वार्टर फाइनल मैच में स्पेन को 3-1 से हराया था. 

दूसरे सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया और जर्मनी की टीमें भिड़ेंगी. जर्मनी ने जहां दिन के पहले मुकाबले में ओलंपिक चैम्पियन अर्जेटीना को 3-1 से हराया वहीं आस्ट्रेलिया ने नीदरलैंड्स को पेनाल्टी शूटआउट के बाद 3-0 से हराया था. 

टोक्यो ओलंपिक : पीवी सिंधु ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया, प्रधानमंत्री ने दी बधाई


TODAY छत्तीसगढ़  / टोक्यो /  पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. उन्होंने चीन की ही बिंग जियाओ को हराकर यह मेडल अपने नाम किया. पीवी सिंधु इस जीत के साथ ही लगातार 2 ओलंपिक मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं. भारतीय स्टार शटलर ने इससे पहले 2016 में रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था.

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पीवी सिंधु का ब्राॅन्ज मेडल, टोक्यो ओलंपिक में भारत का दूसरा मेडल है. भारत को टोक्यो में पहला मेडल वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने दिलाया है. बॉक्सर लवलीना भी फाइनल में पहुंच गई हैं. वे अब गोल्ड मेडल के मुकाबले में उतरेंगी. अगर वे नहीं भी जीतीं तो सिल्वर मेडल लेकर देश लौटेंगी.

छठी वरीयता प्राप्त पीवी सिंधु और आठवीं वरीयता प्राप्त ही बिंग जियाओ के बीच रविवार को टोक्यो में ब्रॉन्ज मेडल का मुकाबला हुआ. एक दिन पहले ताई जू यिंग से मुकाबला गंवाने वाली पीवी सिंधु रविवार को पूरे लय में नजर आईं. उन्होंने चीन की स्टार शटलर ही बिंग जियाओ को 21-13, 21-15 से हराया. उन्हें यह मुकाबला जीतने में 52 मिनट लगे.

पिछले कुछ मुकाबलों में संभलकर खेलने वाली पीवी सिंधु ने ही बिंग जियाओ के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाया और जबरदस्त स्मैश लगाए. भारतीय शटलर को इसका फायदा भी मिला और उन्होंने शुरुआत से ही बढ़त बना ली. सिंधु ने ज्यादातर स्मैश ही बिंग जियाओ के दायीं ओर खेले, ताकि उन्हें बैकहैंड रिटर्न करना पड़े. ही बिंग जियाओ की बात करें तो उन्होंने नेट्स पर अच्छा खेल दिखाया, लेकिन ओवरऑल खेल में पिछड़ गईं.

बता दें कि 125 साल के ओलंपिक इतिहास में भारत के सिर्फ दो खिलाड़ी ही दो व्यक्तिगत मेडल जीत सके हैं. पीवी सिंधु ऐसा करने वाली भारत की पहली महिला और ओवरऑल दूसरी खिलाड़ी हैं. भारत के लिए पहली बार यह कारनामा सुशील कुमार ने किया था. उन्होंने 2008 में बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल और 2012 में लंदन ओलंपिक में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था.  

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