बस्तर। TODAY छत्तीसगढ़ / घने जंगलों और दुर्गम पहाड़ियों से घिरे अबूझमाड़ के एक छोटे से गाँव से निकलकर मल्लखंब की कला को अंतरराष्ट्रीय मंच तक ले जाना किसी सपने से कम नहीं। लेकिन बस्तर के उभरते मल्लखंब कलाकारों की मेहनत और लगन ने इस सपने को सच कर दिखाया है। रोमानिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मल्लखंब प्रतियोगिता में इन कलाकारों ने अपने शानदार प्रदर्शन से इतिहास रच दिया और भारत का तिरंगा गर्व से लहरा दिया। इस ख़ास मौके पर प्रदेश के वन मंत्री केदार कश्यप ने अपने X हैंडल पर सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दी हैं।
अबूझमाड़ के एक छोटे से गाँव से निकलकर रोमानिया के अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँची बस्तर की प्रतिभाएं...
— Kedar Kashyap (@KedarKashyapBJP) November 23, 2025
इन मल्लखंब कलाकारों ने रोमानिया में अपनी कला से इतिहास रच दिया और भारत का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया।
सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.... pic.twitter.com/Vl2pyDTAIE
प्रतियोगिता में बस्तर के इन युवा कलाकारों ने न केवल अपनी अद्भुत फुर्ती, संतुलन और शक्ति का प्रदर्शन किया, बल्कि अपनी पारंपरिक कला की छाप से दर्शकों और निर्णायकों को भी प्रभावित किया। उनके प्रदर्शन को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मिली सराहना ने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा किसी संसाधन की मोहताज नहीं होती—केवल अवसर और दृढ़ संकल्प ही सफलता का मार्ग बनाते हैं।
इन कलाकारों की उपलब्धि पर पूरे बस्तर संभाग और छत्तीसगढ़ में खुशी की लहर है। स्थानीय लोगों से लेकर खेल प्रेमियों तक ने इन युवाओं को शुभकामनाएँ दी हैं। अंतरराष्ट्रीय मंच पर मिली इस सफलता से बस्तर की पारंपरिक कलाओं और खेलों को नई पहचान मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
