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जमीन की खरीद-बिक्री पर राहत: सरकार ने कलेक्टर गाइडलाइन दर में संशोधित आदेश वापस लिया


रायपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /  प्रदेश में जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर कलेक्टर गाइडलाइन दरों में की गई वृद्धि पर व्यापक विरोध के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री साय की सरकार ने गाइडलाइन दरों से संबंधित कई संशोधित आदेश तत्काल प्रभाव से वापस लेने का आदेश जारी कर दिया है, जिससे जमीन कारोबारी, आम नागरिकों और किसानों को राहत मिलने की संभावना है।

500 प्रतिशत तक वृद्धि से भड़का विरोध

हाल ही में जारी नए गाइडलाइन दरों में कई जिलों में 100 प्रतिशत तक, जबकि कुछ क्षेत्रों में 500 प्रतिशत तक वृद्धि की गई थी। इस बढ़ोतरी ने राज्य में राजनीतिक और सामाजिक माहौल को गर्मा दिया। किसान, आम नागरिक, भूमि विक्रेता और रियल एस्टेट कारोबारी इसके विरुद्ध सड़क पर उतर आए। साथ ही, विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को लेकर तीखा विरोध दर्ज कराया।

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सत्ता पक्ष के सांसद ने भी चेताया

गाइडलाइन दर बढ़ोतरी के विरोध में सिर्फ विपक्ष ही नहीं, सत्ता पक्ष से भी नाराजगी सामने आई। भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि यदि गाइडलाइन वापस नहीं ली गई, तो इससे राज्य की अर्थव्यवस्था, राजस्व और रियल एस्टेट गतिविधियों में ठहराव आ सकता है। उनका कहना था कि जमीन खरीद-बिक्री प्रभावित होने से मंडी, उद्योग और निवेश पर विपरीत असर पड़ेगा।

मुख्यमंत्री साय का जवाब: नियमों के अनुसार समीक्षा जरूरी

विवाद बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री साय ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा था कि वर्ष 2017 के बाद से गाइडलाइन दरों में कोई संशोधन नहीं किया गया, जबकि नियमानुसार हर वर्ष इसकी समीक्षा आवश्यक है। हालांकि, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया था कि यदि नई दरों से जनता पर बोझ बढ़ता है, तो सरकार समीक्षा कर राहत देगी। इसी आधार पर अब संशोधित आदेश वापस ले लिए गए हैं। 

लाभ किसे मिलेगा ?

संशोधित आदेश वापस लेने के बाद:

✔ जमीन खरीदने वालों पर अतिरिक्त बोझ कम होगा

✔ किसानों की कृषि भूमि की खरीदी-बिक्री प्रभावित नहीं होगी

✔ रियल एस्टेट कारोबार में फिर से गति आएगी

✔ निवेश को लेकर बाजार में सकारात्मक माहौल लौट सकता है

रायपुर में करणी सेना की महापंचायत, राजगीत का अपमान; पुलिस कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन में जुटे मुठ्ठी भर लोग


रायपुर ।
  TODAY छत्तीसगढ़  / राजधानी में सूदखोरी के आरोपी हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह और रोहित तोमर के खिलाफ हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में रविवार को राजपूत करणी सेना ने महापंचायत आयोजित की। संगठन से जुड़े कार्यकर्ता अलग-अलग जिलों से रायपुर पहुंचे और तोमर परिवार के घर के सामने मैदान में इकट्ठा हुए।

महापंचायत के बाद करणी सेना के प्रतिनिधि शाम चार बजे गृहमंत्री विजय शर्मा के शासकीय निवास के सामने पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए। सेना की ओर से यह कार्रवाई आठ सूत्रीय मांग पत्र के आधार पर की जा रही है।


कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ी राजगीत ‘अरपा पैरी के धार’ को बजाकर की गई। लेकिन आयोजन के दौरान कई कार्यकर्ता गीत बजने के समय बैठे रहे, जिससे विवाद की स्थिति बनी। राजगीत के दौरान खड़े होकर सम्मान देने का नियम अधिसूचित है और पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले में प्रकरण दर्ज करने पर विचार किया जा रहा है। 
सेना क्या मांग कर रही है ?

करणी सेना का कहना है कि तोमर परिवार और संगठन से जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज मामले राजनीतिक और आधारहीन हैं। संगठन ने सरकार से निम्न मांगें की हैं — प्रमुख मांगों में संबंधित टीआई और सीएसपी पर कार्रवाई, सूदखोरी प्रकरणों में दर्ज एफआईआर को निरस्त किया जाये, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की कार्यशैली की जाँच समेत अन्य मुद्दे हैं।  


गृहमंत्री विजय शर्मा के कार्यालय ने फिलहाल इस मामले पर टिप्पणी नहीं की है। पुलिस का कहना है कि शिकायतों और मांगों को विधि अनुसार जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

Chhattisgarh: रजिस्ट्री दरों में बढ़ोतरी पर विवाद, मुख्यमंत्री ने पुनर्विचार के दिए संकेत


रायपुर ।
  TODAY छत्तीसगढ़  / छत्तीसगढ़ में जमीन की नई रजिस्ट्री (गाइडलाइन) दरों में बढ़ोतरी के विरोध के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि सरकार जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देगी। साय का कहना है कि गाइडलाइन दर को लेकर विभागीय स्तर पर अभी भी चर्चा जारी है और जरूरत पड़ने पर सरकार पुनर्विचार करने के लिए तैयार है।


मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि वर्ष 2017 के बाद से राज्य में जमीन की गाइडलाइन दरों में कोई संशोधन नहीं किया गया था, जबकि नियमों के अनुसार हर वर्ष इन दरों को अपडेट किया जाना चाहिए। साय ने कहा कि गाइडलाइन में बढ़ोतरी के कुछ सकारात्मक पहलू भी हैं, लेकिन वे अभी जनता को स्पष्ट रूप से समझ नहीं आ रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यदि नई दरों से आम लोगों को असुविधा होती है, तो सरकार स्थिति की समीक्षा कर राहत विकल्पों पर विचार करेगी।


नई गाइडलाइन दरों को वापस लेने की मांग तेज होती जा रही है। भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि दरों में वृद्धि से राज्य की अर्थव्यवस्था और रियल एस्टेट क्षेत्र प्रभावित हो सकता है। वहीं, विपक्षी दल इसके विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और दरों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

26 दिन से फरार: अमित बघेल 3 दिन की पुलिस रिमांड पर, पहले जाएंगे मां के अंतिम संस्कार में

Chhattisgarh: विवादित बयानों के मामले में करीब 26 दिनों से फरार चल रहे छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल को देवेंद्र नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बघेल खुद थाने पहुंचे थे, लेकिन अंदर जाने से पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।


रायपुर।  TODAY छत्तीसगढ़  /विवादित बयानों के मामले में फरार चल रहे छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल को देवेंद्र नगर पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। बघेल पुलिस थाने के बाहर खुद को सरेंडर करने पहुंचे थे, लेकिन थाने से करीब 20 मीटर पहले ही पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें पकड़ लिया। पुलिस इसे कानूनी गिरफ्तारी बता रही है, जबकि समर्थक इसे स्वैच्छिक सरेंडर बता रहे हैं।

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अमित बघेल को कोर्ट में पेश किया, जहां न्यायालय ने उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया। इससे पहले उन्हें पुलिस कस्टडी में ही मां के अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव भेजा जाएगा। गौरतलब है कि बघेल की मां का निधन शुक्रवार को हुआ है। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को गांव पथरी में होना है।

समर्थकों ने जी-रोड जाम किया, आम जनता परेशान

गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही बघेल के समर्थकों ने आमापारा जी-रोड पर प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम कर दी। करीब दो घंटे तक दोनों ओर से यातायात बाधित रहा, जिससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में पुलिस और समर्थकों की आपसी समझ से एंबुलेंस को रास्ता दिया गया और एक ओर का रास्ता खोलकर जाम आंशिक रूप से हटाया गया।

26 दिनों से थे फरार, सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी फटकार

अमित बघेल विवादित और आपत्तिजनक बयानों से जुड़े मामलों में करीब 26 दिनों से फरार थे। 26 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए सख्त टिप्पणी की थी। अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा था— “अपनी जुबान पर लगाम रखें। जहां-जहां FIR दर्ज है, वहां की कानूनी प्रक्रिया का सामना करें। कोई राहत नहीं दी जाएगी, कानून अपना काम करेगा।”

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी बयान देते हुए कहा कि अलग-अलग धर्म और संप्रदायों के खिलाफ टिप्पणी करने पर कई जिलों में FIR दर्ज हुई थीं। आज कानून के अनुसार कार्रवाई करते हुए उनकी गिरफ्तारी हुई है।

पुतिन का भारत दौरा: राष्ट्रपति भवन में मिला गार्ड ऑफ ऑनर


नई दिल्ली ।
  TODAY छत्तीसगढ़  / रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं। दौरे का आज दूसरा दिन है, जहां राष्ट्रपति पुतिन ने औपचारिक कार्यक्रमों की शुरुआत राष्ट्रपति भवन पहुंचकर की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान पुतिन ने राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी से हाथ मिलाया, जिसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। पहले रूस का और उसके बाद भारत का राष्ट्रगान बजा।

सम्मान ग्रहण करने के बाद पुतिन ने गार्ड का निरीक्षण किया और फिर दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ औपचारिक मुलाकात की। इसके बाद रूसी राष्ट्रपति, राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी के साथ राष्ट्रपति भवन से प्रस्थान कर राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहां से वे हैदराबाद हाउस जाएंगे, जहां दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठकें होंगी।

गुरुवार शाम दिल्ली पहुंचे थे पुतिन। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं पहुंचकर रूसी राष्ट्रपति का स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी ने उन्हें रूसी भाषा में अनुवादित ‘गीता’ की प्रति भेंट की। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पीएम मोदी ने लिखा— “गीता की शिक्षाएं दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरणा देती हैं।” एयरपोर्ट पर पुतिन के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसकी पुतिन ने सराहना की। इसके बाद दोनों नेता एक ही वाहन से एयरपोर्ट से रवाना हुए। (IANS)

RAIPUR: ट्रैफिक समस्या को दूर करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल, रिंग रोड-1 की सर्विस रोड होगी 11 मीटर चौड़ी


नई दिल्ली/रायपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  / रायपुर शहर की ट्रैफिक समस्या को दूर करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल को केंद्र सरकार की मंजूरी मिल गई है। सांसद बृजमोहन अग्रवाल के प्रयासों पर केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एनएच-53 रिंग रोड नंबर-1 की सर्विस रोड चौड़ीकरण परियोजना को स्वीकृति प्रदान कर दी है।

संसद भवन में हुई विशेष मुलाकात के दौरान सांसद अग्रवाल ने रायपुर में बढ़ते ट्रैफिक दबाव, स्थानीय नागरिकों को हो रही समस्या और सर्विस रोड की अपर्याप्त चौड़ाई का मुद्दा मजबूती से उठाया। उनके तथ्यात्मक और जनहितकारी तर्कों से प्रभावित होकर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने तुरंत परियोजना को मंजूरी देते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।

5 मीटर से बढ़कर 11 मीटर होगी सर्विस रोड

सांसद अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव के मुताबिक मौजूदा 5 मीटर सर्विस रोड को बढ़ाकर 11 मीटर किया जाएगा। यह चौड़ीकरण टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच किया जाना है, जो शहर का सबसे व्यस्त मार्ग है और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधीन आता है।

तेजी से बढ़ते शहरीकरण से बढ़ा ट्रैफिक

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि रिंग रोड-1 को कभी शहर की सीमा के बाहर बनाया गया था, लेकिन तेज शहरीकरण के कारण इसके आसपास अब बड़ी आवासीय कालोनियां और व्यावसायिक परिसरों का विकास हो चुका है। ऐसे में भारी और स्थानीय वाहनों का दबाव काफी बढ़ गया है, जिससे 5 मीटर चौड़ाई पर्याप्त नहीं रह गई।

जाम से राहत, आपातकालीन वाहनों की आवाजाही सुगम

सर्विस रोड के चौड़ीकरण से स्थानीय यातायात को मेन हाईवे से अलग किया जा सकेगा। 11 मीटर चौड़ी लेन पर वाहनों का दबाव विभाजित होगा, जिससे एनएच-53 पर जाम की समस्या में कमी आएगी। साथ ही आम नागरिकों, व्यापारी वर्ग, कार्यालय आने-जाने वालों एवं एंबुलेंस/आपात वाहनों की आवाजाही में उल्लेखनीय सुधार होगा।

“जनहित मेरा पहला लक्ष्य” — सांसद अग्रवाल

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि रायपुरवासियों की सुविधा और सुरक्षित यातायात व्यवस्था उनकी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्वीकृति रायपुर की वर्षों पुरानी ट्रैफिक समस्या के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण जीत है।

श्री रामलला दर्शन योजना : संभाग से 850 और जिले के 225 श्रद्धालु अयोध्या धाम के लिए हुए रवाना


बिलासपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  श्री रामलला दर्शन योजना के तहत आज आस्था स्पेशल ट्रेन बिलासपुर संभाग के 850 श्रद्धालु को लेकर अयोध्या धाम के लिए रवाना हुई। इस विशेष ट्रेन को बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर महापौर श्रीमती पूजा विधानी समेत अनेक जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अफसर मौजूद रहे।  
बिलासपुर रेलवे स्टेशन से अयोध्या धाम यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का स्टेशन में भव्य स्वागत किया गया। गाजे बाजे और पारंपरिक नृत्य और तिलक लगाकर भक्तों का स्वागत किया गया। ये श्रद्धालु काशी विश्वनाथ का भी दर्शन करेंगे। दर्शन के लिए जा रहे इन श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त किया। सक्ति जिले के निवासी रूप कुमार पटेल, मुंगेली जिले के श्रद्धालु  नरसिंह राजपूत और  भाई राम पटेल ने बताया कि वे अपनी पत्नी के साथ यात्रा पर जा रहे हैं और अयोध्या दर्शन के लिए बेहद उत्साहित है। 
    अयोध्या धाम के लिए रवाना हुई इस विशेष ट्रेन में बिलासपुर जिले के 225 यात्री भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि श्री रामलला दर्शन योजना के तहत श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या जाने, ठहरने की व्यवस्था, मंदिर दर्शन, नाश्ते और खाने की भी पूरी व्यवस्था रहेगी। इस ट्रेन में टूर एस्कॉर्ट, सुरक्षा कर्मी और चिकित्सकों का दल भी मौजूद रहेगा। 

कलेक्टोरेट घेराव मामले में FIR के विरोध में कांग्रेस का हल्ला-बोल, सिविल लाइन थाना बना छावनी


बिलासपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  / कलेक्टोरेट घेराव के दौरान मुख्यमंत्री के पोस्टर के साथ कथित रूप से की गई बदसलूकी के मामले में शहर कांग्रेस व जिला कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्षों पर दर्ज एफआईआर के विरोध में कांग्रेसियों ने मंगलवार को सिविल लाइन थाना पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस भवन से शुरू हुई यह रैली देखते ही देखते हजारों की भीड़ में बदल गई और पुलिस थाने के बाहर घंटों तक नारेबाजी होती रही। स्थिति को देखते हुए थाना परिसर को पुलिस प्रशासन ने छावनी में तब्दील कर दिया। 

“शांतिपूर्ण आंदोलन पर एफआईआर दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई”—कांग्रेस

एफआईआर का विरोध, सड़कों पर उतरी कांग्रेस

गौरतलब है कि किसानों, जर्जर सड़कों, बिजली बिल वृद्धि, रजिस्ट्री फीस के बढ़ते भार और गरीबों के मकानों पर की गई कार्रवाई जैसे मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने 27 नवंबर को कलेक्टोरेट घेराव किया था। इसी दौरान सीएम के पोस्टर से कथित दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा ने तत्कालीन जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी और शहर अध्यक्ष विजय पांडेय के खिलाफ एफआईआर की मांग की थी। दबाव में सिविल लाइन पुलिस ने मामला दर्ज किया, जिसके विरोध में आज कांग्रेस सड़कों पर उतर आई। 

जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) के अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री ने स्पष्ट किया कि  “अगर आंदोलनों पर एफआईआर होने लगी तो जनता अपने अधिकारों के लिए आवाज कैसे उठाएगी ?”

थाने के बाहर घंटों धरना, मार्ग बाधित

कांग्रेसजन जब रैली की शक्ल में सिविल लाइन थाना पहुंचे, तो थाने का गेट बंद कर दिया गया और बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। प्रदर्शनकारियों के बैठ जाने से सड़क पर जाम की स्थिति बन गई। इसी दौरान दो एंबुलेंस आईं, जिन्हें कार्यकर्ताओं ने तुरंत रास्ता देकर मानवीय व्यवहार का संदेश दिया। 

जिला कांग्रेस कमेटी (शहर) अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा ने कहा— “27 नवंबर का आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण था। कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, फिर भी एफआईआर करवाई गई। यह विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश है।”

दोनों पूर्व अध्यक्षों ने दी गिरफ्तारी

स्थिति को संभालने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की पहल पर पूर्व जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी और पूर्व शहर अध्यक्ष विजय पांडेय थाना परिसर में पहुंचे और अपनी गिरफ्तारी दी। उनके अंदर जाते ही प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी तेज कर दी।

विजय केशरवानी, निवर्तमान जिला अध्यक्ष ने कहा— “जनहित के मुद्दों के लिए हजार बार जेल जाना मंजूर है। भाजपा सरकार आंदोलन की ताकत से घबरा गई है।”

विजय पांडेय, पूर्व शहर अध्यक्ष ने टिप्पणी की— “भाजपा की सरकार ऊंची दुकान फीका पकवान साबित हो रही है। अपनी असफलताओं पर पर्दा डालने के लिए विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है।”

धान खरीदी में अव्यवस्था पर विधायक ने साधा निशाना

मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया ने राज्य सरकार पर धान खरीदी में अव्यवस्था का आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों को न तो समय पर टोकन मिल रहा और न पंजीयन की समस्याओं का समाधान हो रहा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष का धान उठाव न होने से करोड़ों का धान सड़ गया, जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में ऐसी स्थिति कभी नहीं बनी। 

आज गिरफ्तारी देने शहर अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा, जिला कांग्रेस (ग्रामीण) अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री, तत्कालीन जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ,पूर्व शहर अध्यक्ष विजय पांण्डेय, विधायक दिलीप लहरिया, पूर्व विधायक श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, सियाराम कौशिक,पूर्व महापौर रामशरण यादव,राजेन्द्र साहू,पूर्व सभापति शेख नजीरुद्दीन, प्रदेश महामंत्री देवेंन्द्र सिंह,स्वप्निल शुक्ला,नेता प्रतिपक्ष भरत देवांगन,रमाशंकर बघेल,जितेंद पांण्डेय,नरेंद्र बोलर, राकेश शर्मा, ऋषि पांण्डेय, समीर अहमद धर्मेश शर्मा,राजेन्द्र धीवर,लक्ष्मीनाथ साहू, बिहारी देवांगन,जावेद मेमन,विनोद साहू,गीतांजलि कौशिक,शेरू असलम,राजू यादव,मोह अयूब, मोती ठारवानी,सीमा घृतेश,शिल्पी तिवारी, गायत्री लक्ष्मीनाथ साहू,स्वर्णा शुक्ला,सतकली बावरे,अन्नपूर्णा ध्रुव,अब्दुल इब्राहिम,पुष्पेंद्र साहू,अमित भारते,सुनील सोनकर,मोहन श्रीवास,ओम कश्यप,शंकर कश्यप,सीताराम जायसवाल, अमित यादव,मनीष गढेवाल,परदेशी राज,पवन साहू,विकास सिंह, आदिल खैरानी, सैय्यद इमरान,कमलेश दुबे,राजा व्यास,मकसूद अली, करम गोरख,आदेश पांण्डेय,कमल गुप्ता,चन्द्रकांत सोनी,चंद्रहास केशरवानी,आकाश यादव,दीपक रजक,रवि रावत,नीरज जायसवाल,बजरंग बंजारे,रामप्रसाद साहू,सुरेंद्र तिवारी,अंकित प्रजापति,हितेश देवांगन,लक्की मिश्रा,लक्की यादव,शैलेन्द्र मिश्रा,मनोज सिंह, बबलू मगर, देवदत्त शर्मा,दिनेश सूर्यवँशी,बंटी साहू,सुजीत यादव, अमित तिवारी, जीतू यादव,बंटी सिंह,बालचन्द साहू, मनीष सेंगर, साखन दरवे, डिकेश डहरिया, अनस खोखर, अनिल पांण्डेय,हरमेन्द्र शुक्ला,शाहनवाज़ खान,मनोज सिंह,वेद यादव,वीरेंद्र सारथी,अयाज़ खान,रमजान गौरी,सोहराब खान,प्रशांत पांण्डेय,राहुल दुबे,हेरि डेनिएल,शेख आज़म ,शुभलक्ष्मी सिंह,सन्दीप बाजपाई,संजय यादव,राकेश हंस,देवेंन्द्र मिश्रा,चित्रकान्त श्रीवास,आशीष शर्मा,अमित पांण्डेय आदि उपस्थित थे।

बिलासपुर कांग्रेस में बड़ा संगठनात्मक फेरबदल, सिद्धांशु मिश्रा शहर अध्यक्ष और महेंद्र गंगोत्री ग्रामीण अध्यक्ष बने


बिलासपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  कांग्रेस हाईकमान ने बिलासपुर जिले के संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए सिद्धांशु मिश्रा को शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष और महेंद्र गंगोत्री को ग्रामीण जिला कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। दोनों नेताओं के कांग्रेस भवन पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। निवर्तमान ग्रामीण जिला अध्यक्ष विजय केसरवानी ने भी पुष्पगुच्छ भेंटकर नए अध्यक्षों का अभिनंदन किया।

नियुक्ति के बाद ग्रामीण जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री ने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताकर बड़ी जिम्मेदारी दी है। वे संगठन को और मजबूत करने के लिए पूरी निष्ठा से काम करेंगे। उन्होंने भाजपा सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि धान खरीदी की अव्यवस्था, बिजली दरों में वृद्धि, लगातार कटौती और रजिस्ट्री दरों में भारी बढ़ोतरी ने जनता की परेशानियाँ बढ़ा दी हैं।

गंगोत्री ने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण धरना दे रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर वॉटर कैनन चलाना और नेताओं पर FIR दर्ज करना लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने मतदाता पुनरीक्षण अभियान पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा वोटर सूची में कटौती की रणनीति अपना रही है, लेकिन कांग्रेस इसे सफल नहीं होने देगी। 
मस्तूरी से चुनाव लड़ने के सवाल पर महेंद्र गंगोत्री ने कहा कि “कांग्रेस के लिए कार्य करना ही सबसे बड़ा चुनाव है। लक्ष्य सभी छः विधानसभा सीटें जीतना है।”
शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा ने अपनी नियुक्ति के लिए कांग्रेस नेतृत्व का आभार जताते हुए कहा कि प्रदेश में “डबल इंजन नहीं, डबल ढोंग की सरकार चल रही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि विकास कार्य ठप हैं, जनता परेशान है और भाजपा सरकार उद्योगपतियों को लाभ पहुँचाने में जुटी है। 
मिश्रा ने बिजली बिल हाफ योजना बंद करने, रजिस्ट्री दरों में भारी बढ़ोतरी और धान खरीदी की अव्यवस्था पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। हाल ही में मुख्यमंत्री के पोस्टर पर चप्पल फेंकने की घटना पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस मर्यादा में विश्वास करती है, परंतु वर्षों से भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस नेतृत्व का अपमान किया गया है। “हम ऐसी गतिविधियों का समर्थन नहीं करते, लेकिन जैसा आचरण मिलेगा, वैसा जवाब भी दिया जाएगा,”  

उन्होंने संकेत दिया कि कांग्रेस जल्द ही एसआईआर, बिजली दरों और धान खरीदी जैसे मुद्दों पर बड़ा आंदोलन शुरू करने जा रही है। मिश्रा ने दावा किया कि बिलासपुर कांग्रेस अपने सबसे सक्रिय दौर में है और आगामी चुनाव में शहर व ग्रामीण दोनों मोर्चों पर भाजपा को कड़ी चुनौती दी जाएगी।

कुल मिलाकर, बिलासपुर कांग्रेस में हुए इस संगठनात्मक बदलाव ने जिले की राजनीति में नई हलचल ला दी है। शहर और ग्रामीण दोनों मोर्चों पर नए अध्यक्षों ने भाजपा सरकार के खिलाफ आक्रामक रणनीति का संकेत देकर आने वाले दिनों में राजनीतिक तापमान बढ़ने का संकेत दे दिया है।

आदिवासी भूमि पर भाजपा कार्यालय निर्माण के विरोध में कांग्रेसियों का प्रदर्शन, कई नेता नजरबंद


मनेंद्रगढ़ । 
TODAY छत्तीसगढ़  / आदिवासी की जमीन पर कब्जा कर भाजपा कार्यालय बनाए जाने के आरोप को लेकर मनेंद्रगढ़ में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव को काला झंडा दिखाने की तैयारी कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक सहित कई नेताओं को घर में नजरबंद कर प्रशासन विपक्ष की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रहा है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि कांग्रेस कार्यालय के लिए भूमि आवंटन की फाइल मनेंद्रगढ़ तहसीलदार द्वारा चार महीने तक दबाकर रखी गई। बाद में जमीन की गलत गणना कर उसका मूल्य 50 लाख रुपये से अधिक दर्शा दिया गया। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि यह सब कांग्रेस को कार्यालय से वंचित करने की नीयत से किया गया, जबकि दूसरी ओर आदिवासी कब्जे की भूमि पर भाजपा कार्यालय निर्माण का रास्ता साफ कर दिया गया।

कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि विवादित भूमि पर भाजपा कार्यालय के भूमिपूजन के लिए स्वयं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव पहुंचे। कांग्रेस का कहना है कि यह सरकार की दोहरी नीति और आदिवासी समुदाय के प्रति उपेक्षा का स्पष्ट संकेत है। पार्टी नेताओं के अनुसार वे आदिवासी जमीन कब्जा मामले में शांतिपूर्ण विरोध की तैयारी कर रहे थे, लेकिन प्रशासन ने पहले ही दमनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी।

एनएसयूआई, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस समेत कांग्रेस परिवार के विभिन्न संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को घरों में नजरबंद कर दिया। पूर्व विधायक गुलाब कमरो को भी घर से निकलने नहीं दिया गया। वहीं जिलेभर में कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने से कांग्रेस ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है।

Bilaspur Politics: “जब सत्ता में थे तब जनता को ठगते रहे, अब विकास कार्यों पर नौटंकी कर रहे हैं।”

दक्षिण अफ्रीका: जोहान्सबर्ग में मोदी का कूटनीतिक प्रभाव, नेताओं ने झुककर किया अभिवादन


 नई दिल्ली (एजेंसी)।
 TODAY छत्तीसगढ़  / दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में जी20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर विश्व नेताओं और प्रतिनिधिमंडलों ने उनका स्वागत सम्मानपूर्वक किया। विदेशी धरती पर पीएम मोदी के प्रति दिखाई गई यह प्रतिक्रिया भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका और प्रभाव को दर्शाती है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, सम्मेलन स्थल पर कई नेताओं और प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री मोदी का अभिवादन झुककर किया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह संकेत है कि वैश्विक मंच पर भारत की मौजूदगी अब केवल भागीदारी तक सीमित नहीं, बल्कि नेतृत्वकारी भूमिका में बदल रही है।

जी20 शिखर सम्मेलन में भारत की भूमिका को लेकर यह स्पष्ट संदेश उभरकर सामने आया कि भारत को वैश्विक स्तर पर बढ़ा सम्मान मिल रहा है, महत्वपूर्ण निर्णयों में भारत की आवाज़ प्रभावशाली है और स्थिरता और विकास के मुद्दों पर भारत अहम योगदान दे रहा है,

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की उपस्थिति को अनदेखा करना अब संभव नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि मजबूत हुई है और कूटनीतिक स्तर पर देश का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है।

राजनीतिक समीक्षा: बिहार में नीतीश की वापसी, मोदी की मौजूदगी ने बदला सत्ता समीकरण का संदेश

 


पटना। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार की राजनीति में गुरुवार को हुआ शपथ ग्रहण केवल एक संवैधानिक औपचारिकता नहीं था, बल्कि सत्ता के बदलते समीकरणों और भविष्य की दिशा का गहरा संकेत भी था। एनडीए को मिली बंपर जीत के बाद नीतीश कुमार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद संभाला। यह संयोजन ही दिखाता है कि भाजपा और जेडीयू के बीच सत्ता संतुलन को नए सिरे से गढ़ा जा रहा है। इसी बीच एक वीडियो जिसमें नितीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाँव छूकर आशीर्वाद ले रहे हैं, खूब वायरल हो रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने X हैंडल पर वीडियो शेयर किया है। 

मोदी–नीतीश की गर्मजोशी: पुरानी दूरियों पर विराम ?

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम के राजनीतिक वजन को कई गुना बढ़ा दिया। मंच पर मोदी और नीतीश की मुस्कुराहटें, सहज बातचीत और साझा फ्रेम से यह स्पष्ट संदेश गया कि दोनों दल आने वाले वर्षों में टकराव के बजाय ‘समन्वय की राजनीति’ आगे बढ़ाना चाहते हैं। बीते कुछ वर्षों में दिल्ली–पटना संबंधों में जो उतार-चढ़ाव दिखा था, इस मंच ने उस दूरी को कम करने की कोशिश के रूप में भी देखा गया।

एनडीए की आंतरिक राजनीति का संतुलन

दो उप मुख्यमंत्रियों की तैनाती केवल प्रशासनिक कदम नहीं है; यह एनडीए के भीतर शक्ति वितरण की रणनीतिक प्रक्रिया भी है। सम्राट चौधरी भाजपा के ओबीसी नेतृत्व को मजबूती देते हैं। विजय सिन्हा संगठन और विधानसभा राजनीति में भाजपा के बढ़ते प्रभाव का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन दोनों के बीच नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री पद पर बैठना स्पष्ट करता है कि जेडीयू अभी भी सत्ता की धुरी है, लेकिन भाजपा अपनी शक्तियों को संतुलित तरीके से स्थापित कर चुकी है।

राजनीतिक संदेश और चुनावी भविष्य

इस समारोह में केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न दलों के नेताओं की मौजूदगी ने यह दिखाया कि केंद्र और राज्य सरकार आने वाले महीनों में ‘विकास–केंद्रित गठबंधन राजनीति’ की नई कथा गढ़ने की कोशिश करेंगे। मोदी और नीतीश दोनों के वक्तव्यों में “जनता की सेवा” और “विकास की ऊंचाइयों” पर जोर दिया गया—जो 2029 की दूरगामी राजनीतिक तैयारी की ओर संकेत भी है।

 एक नया अध्याय या पुराना समीकरण ?

बिहार में नीतीश कुमार की सरकार वापस आने के साथ ही यह बहस फिर तेज हो गई है कि क्या नीतीश–मोदी की यह नजदीकी स्थायी है या केवल राजनीतिक अनिवार्यता के तहत बनी है। फिलहाल के संकेत बताते हैं कि दोनों पक्ष स्थिर शासन और साझा राजनीतिक लाभ के लिए एक तालमेल वाला मॉडल अपनाने के मूड में हैं। इस शपथ ग्रहण ने साफ कर दिया है कि बिहार की राजनीति नई रफ्तार पकड़ चुकी है—और इसकी दिशा आने वाले महीनों में राज्य व राष्ट्रीय राजनीति दोनों को प्रभावित करेगी।  


बिहार: नीतीश कुमार ने दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा बने डिप्टी सीएम


पटना। 
TODAY छत्तीसगढ़  /   बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पटना के गांधी मैदान में दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित एनडीए के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। समारोह के दौरान नीतीश कुमार मंच पर पहुंचे और प्रधानमंत्री के चरण स्पर्श करने के लिए झुके, लेकिन प्रधानमंत्री ने उन्हें रोकते हुए शुभकामनाएँ दीं।

सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा बने उपमुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री के बाद सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद नई कैबिनेट के सदस्यों को शपथ दिलाई गई।

कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ली

शपथ समारोह में विभिन्न विभागों के लिए कुल 26 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण के बाद सभी मंत्री प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे और आशीर्वाद लिया।

शपथ लेने वाले मंत्रियों में शामिल हैं: सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, डॉ. दिलीप जायसवाल, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, नितिन नवीन, राम कृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन, सुनील कुमार, मो. जमा खान, संजय सिंह ‘टाइगर’, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निसाद, लवकेन्द्र कुमार रोशन, श्रेयसी सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश। 

नई सरकार के गठन के साथ नीतीश कुमार ने एक बार फिर एनडीए के साथ मिलकर राज्य की बागडोर संभाल ली है।

मुंगेली: उप मुख्यमंत्री ने 29.90 करोड़ के कार्यों का किया लोकार्पण-भूमिपूजन


 बिलासपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  / उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने बुधवार को मुंगेली नगर पालिका में 29 करोड़ 90 लाख रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने मुंगेली के आगर खेल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और लोक निर्माण विभाग के कुल 17 करोड़ 55 लाख 12 हजार रुपए के 91 कार्यों का लोकार्पण और 12 करोड़ 41 लाख 79 हजार रुपए के 23 कार्यों का भूमिपूजन किया। विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले भी कार्यक्रम में शामिल हुए।      

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने अधोसंरचना मद के तहत परशुराम चौक में सौंदर्यीकरण एवं मूर्ति स्थापना, वार्ड-11 व वार्ड-20 में सामुदायिक भवन निर्माण तथा वार्ड-13 में प्रसाधन सहित बस प्रतीक्षालय का लोकार्पण किया। उन्होंने अधोसंरचना व 15वें वित्त आयोग मद से 76 सीसी सड़कों, आरसीसी नालियों, बाउंड्रीवाल निर्माण, विद्युतीकरण एवं अन्य विकास कार्यों का भी लोकार्पण किया। श्री साव ने बालानी चौक में माता परमेश्वरी चौक सौंदर्यीकरण, अधिकारी-कर्मचारी आवास निर्माण, मां परमेश्वरी चौक एवं देवांगन मुक्तिधाम में हाईमास्ट लाइट स्थापना, भक्त माता कर्मा चौक निर्माण एवं मूर्ति स्थापना, साहूपारा में सामुदायिक भवन निर्माण, निरंजन प्रसाद केशरवानी बाल वाटिका जीर्णोद्धार, आगर खेल परिसर का जीर्णोद्धार, पड़ाव चौक में महाराणा प्रताप की कांस्य प्रतिमा स्थापना के साथ ही विप्र समाज के सामुदायिक भवन के निर्माण का भूमिपूजन किया।       

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि मुंगेली के विकास कार्यों के लिए पैसों की कमी नहीं होगी। यहां के विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करते हुए सड़क, नाली, पानी सहित सभी मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नगर पालिका को पिछले 20 माह में अलग-अलग योजनाओं के तहत 92 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी जा चुकी है।

विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। मुंगेली जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री श्रीकांत पाण्डेय, कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल, जिला पंचायत के सीईओ श्री प्रभाकर पाण्डेय, नगर पालिका के अध्यक्ष श्री रोहित शुक्ला, जनपद पंचायत के अध्यक्ष श्री रामकमल सिंह और मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री होरी सिंह भी कार्यक्रम में मौजूद थे

हितग्राहियों को सामग्री वितरित

आगर खेल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को सामग्री वितरित कर लाभान्वित किया गया। मछली पालन विभाग अंतर्गत दो हितग्राहियों को महाजाल एवं आइस-बॉक्स, उद्यानिकी विभाग अंतर्गत तीन हितग्राहियों को ग्राफ्टेड बैगन के लिए सहायता राशि, समाज कल्याण विभाग अंतर्गत तीन हितग्राहियों को श्रवण यंत्र, स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत आठ बच्चों को श्रवण यंत्र व मैग्नीफायर ग्लास, एमआर किट, नगर पालिका मुंगेली अंतर्गत पांच हितग्राहियों को भवन अनुज्ञा, विद्युत विभाग अंतर्गत पांच लाभार्थियों को प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजनांतर्गत प्रमाण पत्र, स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत पांच लोगों को को आयुष्मान व वय वंदन कार्ड, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत पांच लखपति दीदियों को प्रमाण पत्र और पांच को 60-60 हजार रुपए का चेक प्रदान कर लाभान्वित किया गया।

तखतपुर को मिली बड़ी सौगात : उप मुख्यमंत्री ने 116 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का किया लोकार्पण-भूमिपूजन


 बिलासपुर।
 TODAY छत्तीसगढ़  /  उप मुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री अरूण साव ने आज तखतपुर में 116 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। उपमुख्यमंत्री ने तखतपुर के लिए 5.75 करोड़ रूपए के विकास कार्यो की घोषणा भी की। उन्होंने सामुदायिक भवन के लिए 2.50 करोड़ रूपए, विभिन्न विकास कार्याें के लिए 3 करोड़ रूपए, और महामाया प्रवेश द्वार के लिए 25 लाख रूपए देने की घोषणा की। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि तखतपुर के विकास के लिए पैसों की कोई कमी नहीं होगी। इस दौरान उन्होंने 30 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित अटल परिसर का भी लोकार्पण किया। कार्यक्रम में तखतपुर विधायक श्री धर्मजीत सिंह, बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, तखतपुर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पूजा मक्कड़, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती ललिता संतोष कश्यप, जनपद अध्यक्ष श्रीमती माधवी वस्त्रकार सहित अन्य जनप्रतिनिधि, समाज प्रमुख, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे। 

अटल जी के विज़न से आगे बढ़ रहा है छत्तीसगढ़ 

उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि आज हमने अटल परिसर का लोकार्पण किया है। यह हमारे लिए गर्व का क्षण है। सभी 192 नगरीय निकायों में अटल परिसर का निर्माण किया जा रहा है। गांव में विकास की क्रांति लाने में उनका अमूल्य योगदान है। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को रेखांकित करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता है। आज यदि छत्तीसगढ़ विकास की ओर बढ़ रहा है तो अटल जी के कारण ही बढ़ रहा है। उन्होंने गांव गरीब और किसानों के तरक्की के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है। अटल जी के कारण ही हमे एम्स, रेलवे, बिलासपुर में हाईकोर्ट जैसी सुविधा मिली है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में लगातार कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। डबल इंजन की सरकार से सभी को फायदा हो रहा है। 3100 रूपए समर्थन मूल्य में धान की खरीदी, महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी कई योजनाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही है। जिससे सभी वर्गाें का विकास हो रहा है। 

तखतपुर विधायक श्री धर्मजीत सिंह ने कहा कि आज का यह दिन तखतपुर के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। आज जिन कार्याें का लोकार्पण-भूमिपूजन किया गया उनमें सड़क निर्माण, पेयजल विस्तार, विद्युत सुधार जैसे कई कार्य शामिल है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश में सांय-सांय विकास हो रहा है। बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला ने कहा कि डबल इंजन की सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है। सभी वर्गाें की बेहतरी के लिए लगातार काम किया जा रहा है। 

जिले की स्वच्छता यात्रा: खुले में शौच से ओडीएफ और अब सस्टेनेबल स्वच्छता की ओर


 बिलासपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /   स्वच्छ भारत मिशन ने जिले की तस्वीर बदल दी है। कभी खुले में शौच की समस्या से जूझते ग्रामीण इलाकों में अब स्वच्छता की नई कहानी लिखी जा रही है। शौचालय निर्माण से लेकर ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन तक, लोगों की सक्रिय भागीदारी ने गांवों को स्वच्छता की नई पहचान दी है।

स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के पहले चरण में सबसे बड़ी चुनौती थी—हर परिवार को व्यक्तिगत शौचालय उपलब्ध कराना। संसाधन और जागरूकता की कमी थी, लेकिन प्रशासन, पंचायतों और ग्रामीणों के संयुक्त प्रयासों ने तस्वीर बदल दी। जिले में कुल 2,03,091 व्यक्तिगत शौचालय बनाए गए।

SBMG के तहत — 1,38,770

मनरेगा — 30,574

डीएमएफ — 5,068

अन्य योजनाएँ — 28,679

इन शौचालयों ने खासकर महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव लाया। जो महिलाएँ पहले अंधेरा होने का इंतजार करती थीं, अब उनके घर में सम्मानजनक सुविधा उपलब्ध है। इसी आधार ने जिले को ओडीएफ बनाने की मजबूत नींव रखी।

बिल्हा ब्लॉक के ग्राम नवगांव की गायत्री खरे और रानी सूर्यवंशी बताती हैं— “शौचालय बनने के बाद हमारी सबसे बड़ी परेशानी खत्म हो गई। बारिश हो या ठंड, अब बाहर जाने की मजबूरी नहीं रही।”

मस्तूरी के ढेका गांव की युवा खुशबू राजपूत कहती हैं—“सरकार ने शौचालय बनाकर महिलाओं की गरिमा को असली सम्मान दिया है।”

दूसरा चरण: लक्ष्य सिर्फ शौचालय नहीं, स्थायी स्वच्छता

दूसरे चरण में जिले का फोकस था—सस्टेनेबल और दीर्घकालिक स्वच्छता। इस दौरान 13,987 नए शौचालय बनाए गए ताकि नई बस्तियों और जरूरतमंद परिवारों को सुविधा मिले। ग्राम बाजारों, हाट-बाजारों और भीड़भाड़ वाले स्थानों में बनाए गए 512 सामुदायिक शौचालय ग्रामीणों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हो रहे हैं। गांवों में कचरा प्रबंधन की दिशा में भी बड़ा काम हुआ।

636 कचरा प्रबंधन इकाइयाँ स्थापित

प्लास्टिक के वैज्ञानिक निपटान के लिए 4 यूनिट

फिकल स्लज निपटान हेतु 1 क्रियाशील व 1 निर्माणाधीन यूनिट

8 बायोगैस संयंत्र — जिससे ग्रामीणों को धुआँ-रहित, स्वच्छ ऊर्जा। इन प्रयासों से गांवों की स्वच्छता का स्तर कई गुना बढ़ा है और जल स्रोतों के प्रदूषण में भी उल्लेखनीय कमी आई है।

क्यों मनाया जाता है विश्व शौचालय दिवस?

हर वर्ष 19 नवंबर को दुनिया भर में विश्व शौचालय दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने इसकी शुरुआत स्वच्छता संकट की ओर ध्यान दिलाने के लिए की थी। सुरक्षित शौचालय न होने से कई तरह की बीमारियाँ फैलती हैं और लोगों के स्वास्थ्य व जीवन स्तर पर सीधा असर पड़ता है। जिले में स्वच्छता के लिए किए जा रहे प्रयास इस लक्ष्य की दिशा में मजबूत कदम साबित हो रहे हैं।

साय सरकार की नई योजना से 42 लाख से ज्यादा घरेलू उपभोक्ताओं को राहत, 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली


 रायपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /  छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए 1 दिसंबर से घरेलू बिजली बिल में नई छूट योजना लागू करने का ऐलान किया है। नई व्यवस्था के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी। इससे राज्य के 45 लाख घरेलू उपभोक्ताओं में से 42 लाख से ज्यादा लोगों को लाभ मिलने वाला है।

400 यूनिट तक खपत वालों को भी फायदा

सरकार के मुताबिक, 400 यूनिट प्रतिमाह तक बिजली खपत करने वाले सभी उपभोक्ताओं को 200 यूनिट तक हाफ बिजली का लाभ मिलेगा। यानी— 200 यूनिट तक खपत वालों का बिजली बिल आधा, 200 से 400 यूनिट तक खपत करने वालों को भी पहले 200 यूनिट पर हाफ बिल का फायदा मिलेगा। सरकार का दावा है कि इससे लाखों परिवारों पर बिजली खर्च का बोझ कम होगा।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि राज्य में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने की मांग तेजी से बढ़ी है। अब तक 1 लाख से ज्यादा आवेदन मिल चुके हैं और 12,000 से अधिक घरों में प्लांट लगाए भी जा चुके हैं। साय ने कहा कि सोलर प्लांट स्थापित होने में समय लग रहा है, इसलिए उपभोक्ताओं को तुरंत राहत देने के लिए यह नई योजना लागू की जा रही है।

सोलर पैनल पर सब्सिडी जारी रहेगी

सीएम ने कहा कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत राज्य सरकार की सब्सिडी जारी रहेगी— 1 kW प्लांट पर 15,000 रुपये, 2 kW या उससे अधिक क्षमता वाले प्लांट पर 30,000 रुपये तक की सब्सिडी। साय के अनुसार, “हाफ बिजली से फ्री बिजली की दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। नई योजना राज्य को ऊर्जा क्षेत्र में अधिक आत्मनिर्भर बनाएगी।”

बिहार: नई सरकार गठन की उलटी गिनती शुरू, गांधी मैदान में शपथ की तैयारियाँ तेज


 पटना। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अब नई सरकार के गठन की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू होने जा रही है। 18वीं विधानसभा से संबंधित अधिसूचना रविवार को जारी की जाएगी, जिसके साथ ही चुनाव से जुड़ी सभी प्रक्रियाएँ तेज हो जाएंगी। इसी के साथ चुनाव के दौरान लागू आदर्श आचार संहिता भी समाप्त हो जाएगी।

19 या 20 नवंबर को हो सकता है शपथ ग्रहण, पीएम मोदी भी होंगे शामिल

चुनाव आयोग रविवार को राज्यपाल को विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों की आधिकारिक जानकारी सौंपेगा। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को अपने कैबिनेट की अंतिम बैठक आयोजित करेंगे, जिसके बाद वे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। उनके इस्तीफे के बाद नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।

इस्तीफे के बाद एनडीए गठबंधन के सभी दल अपने-अपने विधानमंडलीय दल की बैठकें करेंगे। इन बैठकों में सर्वसम्मति से एनडीए के नेता का चुनाव किया जाएगा। इसके बाद राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत किया जाएगा। उधर, पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ युद्धस्तर पर चल रही हैं। मैदान और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा एजेंसियाँ हाई अलर्ट मोड पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ समारोह में शामिल होंगे, साथ ही भाजपा के कई मुख्यमंत्रियों के भी पटना पहुँचने की संभावना है। वीवीआईपी मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था अतिरिक्त रूप से कड़ी की जा रही है।

शपथ ग्रहण समारोह 19 या 20 नवंबर को होने की संभावना जताई जा रही है। प्रशासनिक अमला और सुरक्षा एजेंसियाँ तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।

लालू की बेटी रोहिणी ने शादीशुदा बेटियों से अपील की कि वो 'मेरी जैसी गलती' न करें


पटना।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  लालू यादव परिवार में जारी उथल-पुथल के बीच उनकी बेटी रोहिणी आचार्य के भावुक और तीखा सोशल मीडिया पोस्ट ने खराब संबंधों की परतें खोल दी हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें 'गंदी किडनी' कहकर अपमानित किया गया और पिता को बचाने के लिए किया गया उनका त्याग आज तिरस्कार का कारण बना दिया गया. रोहिणी ने शादीशुदा बेटियों से अपील की कि वो 'मेरी जैसी गलती' न करें और अपने मायके से अधिक अपने घर-परिवार को प्राथमिकता दें. 

बिहार में राष्ट्रीय जनता दल में जारी अंतर्कलह के बीच शनिवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का एक बेहद भावुक और तीखा सोशल मीडिया पोस्ट सामने आया है. रोहिणी ने दावा किया कि उन्हें गालियां दी गईं और उनके पिता को दी गई किडनी को 'गंदी किडनी' कहकर अपमानित किया गया. उन्होंने लिखा कि उन्हें आरोपों का सामना करना पड़ा कि 'करोड़ों रुपये लेकर टिकट के बदले अपने पिता को किडनी लगवाई.'

मेरी जैसी गलती कोई और बेटी न करें: रोहिणी

रोहिणी ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'कल मुझे गालियों के साथ बोला गया कि मैं गंदी हूं और मैंने अपने पिता को अपनी गंदी किडनी लगवा दी, करोड़ों रुपये लिए, टिकट लिया तब लगवाई गंदी किडनी. उन्होंने आगे कहा कि उन्हें इस बात का भी तंज सुनना पड़ा कि किडनी लगवाने के बदले सौदेबाज़ी की गई.'

पोस्ट में रोहिणी ने शादीशुदा बेटियों और महिलाओं से दर्द से भरी अपील करते हुए लिखा, 'सभी बेटी-बहन, जो शादीशुदा हैं, उनका मैं बोलूंगी कि जब आपके मायके में कोई बेटा-भाई हो, तो भूल कर भी अपने भगवान रूपी पिता को नहीं बचाएं. अपने भाई, उस घर के बेटे को ही बोलें कि वो अपनी या किसी हरियाणवी दोस्त की किडनी लगवा दें.'

'बेटी के त्याग को गलत तरीके से पेश किया'

उन्होंने कहा कि एक शादीशुदा बेटी के त्याग को 'आज की राजनीति ने गलत तरीके से पेश कर दिया. रोहिणी ने आगे लिखा, 'सभी बहन-बेटियां अपना घर-परिवार देखें, अपने माता-पिता की परवाह किए बिना अपने बच्चे, अपना काम, अपना ससुराल देखें, सिर्फ अपने बारे में सोचें. मुझसे तो ये बड़ा गुनाह हो गया कि मैंने अपने तीनों बच्चों, घर-परिवार को नहीं देखा, किसी से अनुमति नहीं ली और पिता को बचाने का निर्णय लिया.'

रोहिणी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जीवन का सबसे बड़ा त्याग आज उनके खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने आगे लिखा, 'मेरे जैसा गुनाह आप कभी न करें, किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी न हो.' इस पोस्ट के सामने आने के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस बयान से लालू परिवार में बढ़ते तनाव की तस्वीर और साफ हो रही है.

रोहिणी आचार्य इससे पहले भी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए परिवार और राजनीति छोड़ने की बात कह चुकी हैं. शनिवार को उन्होंने सबसे पहले एक्स पर लिखा था कि मैं राजनीति छोड़ रही हूं, अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं. उसके बाद एयरपोर्ट पर आरोप लगाया गया था कि हार का कारण पूछने पर उन्हें पीटने के लिए चप्पल उठाया गया. फिर रविवार को रोहिणी ने एक अन्य पोस्ट कर बताया था कि उन्हें गंदी-गंदी गालियां दी गई जिसके बाद वो अपने बूढ़े माता-पिता को छोड़ने के लिए मजबूर हो गईं. (साभार / आज तक)

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