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राजनीतिक समीक्षा: बिहार में नीतीश की वापसी, मोदी की मौजूदगी ने बदला सत्ता समीकरण का संदेश

 


पटना। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार की राजनीति में गुरुवार को हुआ शपथ ग्रहण केवल एक संवैधानिक औपचारिकता नहीं था, बल्कि सत्ता के बदलते समीकरणों और भविष्य की दिशा का गहरा संकेत भी था। एनडीए को मिली बंपर जीत के बाद नीतीश कुमार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद संभाला। यह संयोजन ही दिखाता है कि भाजपा और जेडीयू के बीच सत्ता संतुलन को नए सिरे से गढ़ा जा रहा है। इसी बीच एक वीडियो जिसमें नितीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाँव छूकर आशीर्वाद ले रहे हैं, खूब वायरल हो रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने X हैंडल पर वीडियो शेयर किया है। 

मोदी–नीतीश की गर्मजोशी: पुरानी दूरियों पर विराम ?

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम के राजनीतिक वजन को कई गुना बढ़ा दिया। मंच पर मोदी और नीतीश की मुस्कुराहटें, सहज बातचीत और साझा फ्रेम से यह स्पष्ट संदेश गया कि दोनों दल आने वाले वर्षों में टकराव के बजाय ‘समन्वय की राजनीति’ आगे बढ़ाना चाहते हैं। बीते कुछ वर्षों में दिल्ली–पटना संबंधों में जो उतार-चढ़ाव दिखा था, इस मंच ने उस दूरी को कम करने की कोशिश के रूप में भी देखा गया।

एनडीए की आंतरिक राजनीति का संतुलन

दो उप मुख्यमंत्रियों की तैनाती केवल प्रशासनिक कदम नहीं है; यह एनडीए के भीतर शक्ति वितरण की रणनीतिक प्रक्रिया भी है। सम्राट चौधरी भाजपा के ओबीसी नेतृत्व को मजबूती देते हैं। विजय सिन्हा संगठन और विधानसभा राजनीति में भाजपा के बढ़ते प्रभाव का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन दोनों के बीच नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री पद पर बैठना स्पष्ट करता है कि जेडीयू अभी भी सत्ता की धुरी है, लेकिन भाजपा अपनी शक्तियों को संतुलित तरीके से स्थापित कर चुकी है।

राजनीतिक संदेश और चुनावी भविष्य

इस समारोह में केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न दलों के नेताओं की मौजूदगी ने यह दिखाया कि केंद्र और राज्य सरकार आने वाले महीनों में ‘विकास–केंद्रित गठबंधन राजनीति’ की नई कथा गढ़ने की कोशिश करेंगे। मोदी और नीतीश दोनों के वक्तव्यों में “जनता की सेवा” और “विकास की ऊंचाइयों” पर जोर दिया गया—जो 2029 की दूरगामी राजनीतिक तैयारी की ओर संकेत भी है।

 एक नया अध्याय या पुराना समीकरण ?

बिहार में नीतीश कुमार की सरकार वापस आने के साथ ही यह बहस फिर तेज हो गई है कि क्या नीतीश–मोदी की यह नजदीकी स्थायी है या केवल राजनीतिक अनिवार्यता के तहत बनी है। फिलहाल के संकेत बताते हैं कि दोनों पक्ष स्थिर शासन और साझा राजनीतिक लाभ के लिए एक तालमेल वाला मॉडल अपनाने के मूड में हैं। इस शपथ ग्रहण ने साफ कर दिया है कि बिहार की राजनीति नई रफ्तार पकड़ चुकी है—और इसकी दिशा आने वाले महीनों में राज्य व राष्ट्रीय राजनीति दोनों को प्रभावित करेगी।  


बिहार: नीतीश कुमार ने दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा बने डिप्टी सीएम


पटना। 
TODAY छत्तीसगढ़  /   बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पटना के गांधी मैदान में दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित एनडीए के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। समारोह के दौरान नीतीश कुमार मंच पर पहुंचे और प्रधानमंत्री के चरण स्पर्श करने के लिए झुके, लेकिन प्रधानमंत्री ने उन्हें रोकते हुए शुभकामनाएँ दीं।

सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा बने उपमुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री के बाद सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद नई कैबिनेट के सदस्यों को शपथ दिलाई गई।

कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ली

शपथ समारोह में विभिन्न विभागों के लिए कुल 26 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण के बाद सभी मंत्री प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे और आशीर्वाद लिया।

शपथ लेने वाले मंत्रियों में शामिल हैं: सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, डॉ. दिलीप जायसवाल, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, नितिन नवीन, राम कृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन, सुनील कुमार, मो. जमा खान, संजय सिंह ‘टाइगर’, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निसाद, लवकेन्द्र कुमार रोशन, श्रेयसी सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश। 

नई सरकार के गठन के साथ नीतीश कुमार ने एक बार फिर एनडीए के साथ मिलकर राज्य की बागडोर संभाल ली है।

बिहार: नई सरकार गठन की उलटी गिनती शुरू, गांधी मैदान में शपथ की तैयारियाँ तेज


 पटना। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अब नई सरकार के गठन की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू होने जा रही है। 18वीं विधानसभा से संबंधित अधिसूचना रविवार को जारी की जाएगी, जिसके साथ ही चुनाव से जुड़ी सभी प्रक्रियाएँ तेज हो जाएंगी। इसी के साथ चुनाव के दौरान लागू आदर्श आचार संहिता भी समाप्त हो जाएगी।

19 या 20 नवंबर को हो सकता है शपथ ग्रहण, पीएम मोदी भी होंगे शामिल

चुनाव आयोग रविवार को राज्यपाल को विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों की आधिकारिक जानकारी सौंपेगा। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को अपने कैबिनेट की अंतिम बैठक आयोजित करेंगे, जिसके बाद वे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। उनके इस्तीफे के बाद नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।

इस्तीफे के बाद एनडीए गठबंधन के सभी दल अपने-अपने विधानमंडलीय दल की बैठकें करेंगे। इन बैठकों में सर्वसम्मति से एनडीए के नेता का चुनाव किया जाएगा। इसके बाद राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत किया जाएगा। उधर, पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ युद्धस्तर पर चल रही हैं। मैदान और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा एजेंसियाँ हाई अलर्ट मोड पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ समारोह में शामिल होंगे, साथ ही भाजपा के कई मुख्यमंत्रियों के भी पटना पहुँचने की संभावना है। वीवीआईपी मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था अतिरिक्त रूप से कड़ी की जा रही है।

शपथ ग्रहण समारोह 19 या 20 नवंबर को होने की संभावना जताई जा रही है। प्रशासनिक अमला और सुरक्षा एजेंसियाँ तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।

लालू की बेटी रोहिणी ने शादीशुदा बेटियों से अपील की कि वो 'मेरी जैसी गलती' न करें


पटना।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  लालू यादव परिवार में जारी उथल-पुथल के बीच उनकी बेटी रोहिणी आचार्य के भावुक और तीखा सोशल मीडिया पोस्ट ने खराब संबंधों की परतें खोल दी हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें 'गंदी किडनी' कहकर अपमानित किया गया और पिता को बचाने के लिए किया गया उनका त्याग आज तिरस्कार का कारण बना दिया गया. रोहिणी ने शादीशुदा बेटियों से अपील की कि वो 'मेरी जैसी गलती' न करें और अपने मायके से अधिक अपने घर-परिवार को प्राथमिकता दें. 

बिहार में राष्ट्रीय जनता दल में जारी अंतर्कलह के बीच शनिवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का एक बेहद भावुक और तीखा सोशल मीडिया पोस्ट सामने आया है. रोहिणी ने दावा किया कि उन्हें गालियां दी गईं और उनके पिता को दी गई किडनी को 'गंदी किडनी' कहकर अपमानित किया गया. उन्होंने लिखा कि उन्हें आरोपों का सामना करना पड़ा कि 'करोड़ों रुपये लेकर टिकट के बदले अपने पिता को किडनी लगवाई.'

मेरी जैसी गलती कोई और बेटी न करें: रोहिणी

रोहिणी ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'कल मुझे गालियों के साथ बोला गया कि मैं गंदी हूं और मैंने अपने पिता को अपनी गंदी किडनी लगवा दी, करोड़ों रुपये लिए, टिकट लिया तब लगवाई गंदी किडनी. उन्होंने आगे कहा कि उन्हें इस बात का भी तंज सुनना पड़ा कि किडनी लगवाने के बदले सौदेबाज़ी की गई.'

पोस्ट में रोहिणी ने शादीशुदा बेटियों और महिलाओं से दर्द से भरी अपील करते हुए लिखा, 'सभी बेटी-बहन, जो शादीशुदा हैं, उनका मैं बोलूंगी कि जब आपके मायके में कोई बेटा-भाई हो, तो भूल कर भी अपने भगवान रूपी पिता को नहीं बचाएं. अपने भाई, उस घर के बेटे को ही बोलें कि वो अपनी या किसी हरियाणवी दोस्त की किडनी लगवा दें.'

'बेटी के त्याग को गलत तरीके से पेश किया'

उन्होंने कहा कि एक शादीशुदा बेटी के त्याग को 'आज की राजनीति ने गलत तरीके से पेश कर दिया. रोहिणी ने आगे लिखा, 'सभी बहन-बेटियां अपना घर-परिवार देखें, अपने माता-पिता की परवाह किए बिना अपने बच्चे, अपना काम, अपना ससुराल देखें, सिर्फ अपने बारे में सोचें. मुझसे तो ये बड़ा गुनाह हो गया कि मैंने अपने तीनों बच्चों, घर-परिवार को नहीं देखा, किसी से अनुमति नहीं ली और पिता को बचाने का निर्णय लिया.'

रोहिणी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जीवन का सबसे बड़ा त्याग आज उनके खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने आगे लिखा, 'मेरे जैसा गुनाह आप कभी न करें, किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी न हो.' इस पोस्ट के सामने आने के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस बयान से लालू परिवार में बढ़ते तनाव की तस्वीर और साफ हो रही है.

रोहिणी आचार्य इससे पहले भी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए परिवार और राजनीति छोड़ने की बात कह चुकी हैं. शनिवार को उन्होंने सबसे पहले एक्स पर लिखा था कि मैं राजनीति छोड़ रही हूं, अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं. उसके बाद एयरपोर्ट पर आरोप लगाया गया था कि हार का कारण पूछने पर उन्हें पीटने के लिए चप्पल उठाया गया. फिर रविवार को रोहिणी ने एक अन्य पोस्ट कर बताया था कि उन्हें गंदी-गंदी गालियां दी गई जिसके बाद वो अपने बूढ़े माता-पिता को छोड़ने के लिए मजबूर हो गईं. (साभार / आज तक)

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राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ आरोप पर बोले जिग्नेश मेवाणी — “3.5 लाख मतदाता सूची से गायब, चुनाव आयोग जवाब दे”

 


पटना, बिहार। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी ने कांग्रेस सांसद एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ संबंधी बयान का समर्थन करते हुए चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

मेवाणी ने कहा, “कल को ‘न्यूक्लियर बॉम्ब’ भी आ सकता है… 3.5 लाख मतदाताओं के नाम डिलीट कैसे हुए? चुनाव आयोग जवाब दे। दूध का दूध और पानी का पानी करने में चुनाव आयोग को क्या समस्या है?” उन्होंने आगे कहा कि यह मामला केवल किसी पार्टी का नहीं बल्कि देश के लोकतंत्र और संविधान से जुड़ा है। मेवाणी ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न लग गया है। कांग्रेस नेता ने कहा, “यह हमारे संविधान के साथ मजाक है। हमारे लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ हुआ है। शहीदों की शहादत के बदले हमें जो लोकतंत्र मिला है, यह उसका अपमान है।” 


चुनाव आयोग: बिहार विधानसभा के चुनाव दो चरण में होंगे, तारीखों का ऐलान


 TODAY छत्तीसगढ़  / पटना (बिहार)। चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है। इस वर्ष चुनाव दो चरणों में होंगे — पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर, दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी। मतगणना की तिथि 14 नवंबर निर्धारित की गई है।  

आयोग ने यह भी उल्लेख किया है कि वोटिंग की तिथियाँ तय करते समय छठ महापर्व को ध्यान में रखा गया है, ताकि त्योहार के चलते मतदान प्रक्रिया प्रभावित न हो।  बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान होगा, और दूसरे चरण में 122 सीटों पर। मतगणना (Counting) एवं परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। 

यह अब तक का सबसे छोटा चुनाव कार्यक्रम माना जा रहा है, क्योंकि चुनाव कम चरणों में और संक्षिप्त अवधि में कराए जा रहे हैं। मॉडल कोड ऑफ कॉनड्रक्ट (Election Commission की व्यवहारशैली) आज ही से लागू हो गया है।

रेलवे की लापरवाही : कोच और इंजन के बीच दबने से शंटमैन की मौत, इंजन छोड़ ड्राइवर भाग गया

    
बरौनी /  TODAY छत्तीसगढ़  /  रेलवे की लापरवाही ने अपने ही कर्मचारी की जान ले ली. मिली जानकारी के अनुसार कल (9 नवंबर) सुबह करीब 9 बजे बिहार के बेगूसराय जिले के बरौनी स्टेशन पर एक शंटमैन लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस (15204) ट्रेन की शंटिंग का काम कर रहा था. कोच की कपलिंग खोलने के दौरान इंजन पीछे आ जाने से शंटमैन की कोच और इंजन के बीच दब जाने से मौत हो गई.

बरौनी जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर हुए इस हादसे में मरने वाले रेलवे कर्मचारी की पहचान दलसिंह सराय गांव के रहने वाले 35 वर्षीय अमर कुमार रावत के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि जिस समय इंजन ने रेलवे कर्मचारी को कोच की ओर धक्का दिया उस समय प्लेटफॉर्म पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया, लेकिन इंजन छोड़ ड्राइवर भाग गया. स्थानीय लोगों के अनुसार ड्राइवर ने पहले तो गलत तरीका अपनाते हुए इंजन को पीछे किया और फिर हादसा देख भाग खड़ा हुआ. वहीं, इस हादसे पर स्थानीय रेलवे यूनियन ने रेल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि कपलिंग का काम करने के लिए कम से कम चार कर्मचारियों की जरूरत होती है, लेकिन यहां सिर्फ एक शंटमैन और ड्राइवर से ये काम कराया जा रहा था जिससे सही कोऑर्डिनेशन नहीं बन सका और रेल कर्मी की जान चली गई.

नहीं रहीं विश्व विख्यात लोक गायिका शारदा सिन्हा, छठ पूजा के पहले दिन ली अंतिम सांस

 


"बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं"

दिल्ली / TODAY छत्तीसगढ़  /बिहार की मशहूर गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया. दिल्ली एम्स में उन्होंने आखिरी सांस ली. उनकी तबीयत अचानक अधिक बिगड़ी थी जिसके बाद वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा था. 

 पद्म पुरस्कार से सम्मानित बिहार की मशहूर गायिका शारदा सिन्हा अब इस दुनिया में नहीं रहीं. मंगलवार को दिल्ली एम्स में उन्होंने देर शाम को आखिरी सांस ली. सोमवार की शाम को ही शारदा सिन्हा की तबीयत अधिक बिगड़ गयी थी और उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा था. मंगलवार को उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए. इस खबर ने देशभर में उनके शुभचिंतकों को झकझोर कर रख दिया. शारदा सिन्हा के गाये छठ गीत अभी हर तरफ बज रहे हैं और इस महापर्व के बीच में उनके देहांत की खबर से प्रशंसकों में मायूसी छायी है.

बिहार की सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा ने मंगलवार को दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली. 72 वर्षीय शारदा सिन्हा की तबीयत पिछले महीने ही बिगड़ गयी थी. जिसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया था. आइसीयू में उनका इलाज चल रहा था. लेकिन इलाज के बाद उनकी तबीयत स्थिर हुई तो प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था. जिसके बाद परिवार समेत उन तमाम लोगों ने राहत की सांस ली थी जिनकी नजरें शारदा सिन्हा के हेल्थ अपडेट पर ही टिकी हुई थी.

इधर, 4 नवंबर सोमवार को शाम में शारदा सिन्हा की तबीयत अचानक फिर बिगड़ गयी. जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ गया था. उनके पुत्र अंशुमन लगातार हेल्थ अपडेट दे रहे थे. सोशल मीडिया पर आकर उन्होंने जानकारी दी थी कि इंफेक्शन की वजह से मां की तबीयत अधिक बिगड़ गयी और वेंटिलेटर पर उन्हें देना पड़ा. उनकी आंखें बंद हैं और अचेत अवस्था में हैं. जबकि सोमवार की सुबह जब उनके पुत्र अंशुमन ने अपनी मां से कुछ बात करने की कोशिश की तो शारदा सिन्हा की आंखों की पुतली में बेहद हल्की सी हरकत महसूस की गयी थी.

बिहार : जहरीली शराब का कहर, 50 से अधिक लोग अस्पताल में

 
बिहार / 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  सीवान और सारण के 16 गांवों में जहरीली शराब पीने से एक महिला समेत 25 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में सीवान 20 और सारण के 5 लोग शामिल हैं। इनमें से कई लोगों के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं करीब 60 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर है। सात लोगों की आंखों की रोशनी चली गई। इनमें पांच सीवान के और दो सारण के रहने वाले हैं। अलग-अलग अस्पताल में इनका इलाज चल रहा है। 

VIDEO : छात्र की चाकू से गोदकर हत्या, बेरहमी से क़त्ल करने से पहले आँख में मिर्च पाउडर डाला

 


पटना। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार में 20 साल के एक छात्र की बेरहमी से चाकू मारकर हत्या कर दी गई. घटना के रोंगटे खड़े कर देने वाले वीडियो में दिखाई दे रहा है कि आरोपी पहले छात्र की आंखों में मिर्च पाउडर डालता है और फिर उस पर कई बार चाकू से हमला करता है. वाराणसी में पढ़ रहा राहुल कुमार छठ मनाने अपने घर आया हुआ था. शुरुआती जांच के मुताबिक, वारदात के दिन राहुल को किसी ने कॉल करके केएलएस कॉलेज के पास आने के लिए कहा. वहीं पर उस पर हमला कर दिया गया. 

 नवादा जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला सिपाही के इकलौते बेटे युवक की चाकू से गोदकर बेरहमी से हत्या कर दी गई. यह हादसा शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे नवादा से करीब केएलएस कॉलेज के पास हुआ. मृतक की पहचान राहुल कुमार के रूप में की गई, जो शहर के शिवनगर के पोस्टमॉर्टम रोड इलाके में रहने वाले बासुदेव साव का बेटा था. उनकी मां, गया देवी, मुंगेर जेल में एक कांस्टेबल के रूप में सक्रिय रूप से कार्यरत थीं. 

घटना के वक्त केएलएस कॉलेज का छात्र राहुल कॉलेज परिसर से नवादा की ओर पैदल जा रहा था. जैसे ही वह सड़क के किनारे एक पेड़ के पास पहुंचा, चेहरे पर कपड़ा लपेटे हुए हमलावर ने पीछे से पॉलिथीन बैग से पिसी हुई मिर्च राहुल की आंखों में फेंक दी, इसके बाद उसके पेट और अन्य हिस्सों पर लगभग 20-25 बार चाकू से वार किया. युवक की मौत की पुष्टि करने के बाद, अपराधी गांधी नगर इलाके की ओर चला गया. सूचना मिलने पर नगर थाना अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच की और आसपास के लोगों से पूछताछ की.

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बिहार केबिनेट : आरक्षण 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 % करने का प्रस्ताव पारित

 


पटना। (भाषा) 
TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार मंत्रिमंडल ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीएस) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए आरक्षण मौजूदा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर कुल 75 प्रतिशत करने का प्रस्ताव मंगलवार को पारित कर दिया।

बिहार विधानमंडल के चालू सत्र के दौरान इस पर सदन में विधेयक लाया जाएगा, मंगलवार को विधानसभा में पेश जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट पर चर्चा समाप्त करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस संबंध में बयान दिया। कुमार की यह घोषणा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों से कुछ महीने पहले आई है।

प्रस्ताव में ओबीसी और ईबीएस के आरक्षण को 30 प्रतिशत से बढ़ाकर संयुक्त रूप से 43 प्रतिशत, अनुसूचित जाति (एससी) के लिए 16 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए एक प्रतिशत से बढ़ाकर 2 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।

जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट से पता चला है कि राज्य की कुल आबादी 13.07 करोड़ है जिसमें ओबीसी (27.13 प्रतिशत) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग उप-समूह (36 प्रतिशत) की हिस्सेदारी 63 प्रतिशत है, जबकि एससी और एसटी कुल मिलाकर 21 प्रतिशत से थोड़ा अधिक हैं।

संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा विधानसभा में पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में लगभग 2.97 करोड़ परिवार हैं, जिनमें से 94 लाख से अधिक (34.13 प्रतिशत) की मासिक आय 6,000 रुपये या उससे कम है।  


सात फेरों से पहले ही टूट गया रिश्ता, प्रेमिका की शादी तय हुई तो प्रेमी ने लड़के वालों को भेजी अश्लील तस्वीरें


TODAY छत्तीसगढ़  / सीतामढ़ी / बिहार में एक सनकी प्रेमी की अजीबोगरीब हरकत सामने आई है. प्रेमी अपनी प्रेमिका की शादी तय होने से इस कदर नाराज हुआ कि चौंकाने वाला कदम उठा लिया. सिरफिरे प्रेमी ने पहले तो अपनी प्रेमिका की अश्लील तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी कर लगातार युवती पर शादी का दबाव बनाया. बात नहीं बनी तो उसने अपनी प्रेमिका की अश्लील तस्वीरें लड़की के होने वाले ससुराल भेज दीं.

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आरोपी प्रेमी ने लड़के वालों के परिजनों के मोबाइल पर जब लड़की की अश्लील तस्वीर भेजी तो बात काफी बिगड़ गई. नतीजा यह हुआ कि लड़के वाले ने शादी से ही इनकार कर दिया. इस घटना से परेशान लड़की के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. युवती की अश्लील फोटो फेसबुक पर डाले जाने से परेशान परिजन ने पुपरी थाने में एफआईआर कराई है, जिसमें बथनाहा थाना के हरिबेला गांव के रामदेव साह के पुत्र पप्पू कुमार साह को नामजद आरोपी बनाया गया है. युवती के चाचा ने आवेदन में बताया है कि आरोपी युवक का उनकी भतीजी से प्रेम प्रसंग चल रहा था. इस बात से परिवार के लोग अनभिज्ञ थे. जब उसने अपनी भतीजी की शादी के लिए रिश्ता तय किया तो आरोपी ने होने वाले रिश्तेदारों को अश्लील फोटो और अपशब्द लिखकर भेजना शुरू कर दिया, जिससे नाराज लोगों ने शादी से इनकार कर दिया.

इतना ही नहीं आरोपी युवती के मोबाइल पर व्हाटसऐप के जरिए लगातार धमकी भी दे रहा है. वह शादी न होने पर अंजाम और ज्यादा खतरनाक होने की बात कह रहा है. दोनों का प्रेम प्रसंग मोबाइल के जरिए ही शुरू हुआ था. पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी हुई है और आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. सीतामढ़ी जिला में मनचले द्वारा प्रेमिका को ब्लैकमेल किए जाने का यह मामला नया नहीं है. इससे पहले भी सीतामढ़ी का चर्चित कंचनबाला कांड काफी सुर्खियों में था. कंचनबाल नाम की युवती ने मनचले से तंग आकर सुसाइड कर लिया था. 

महापौर शिवराज की गोली मारकर हत्या, घात लगाकर बैठे थे हमालवर

TODAY
 छत्तीसगढ़  / 
कटिहार / बिहार में बदमाश बेखौफ हैं। कटिहार के नगर निगम के मेयर शिवराज पासवान उर्फ शिव पासवान की गुरुवार को अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई।

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शिवराज पासवान पंचायती बैठक करके बाइक से ही घर को लौट रहे थे, रास्ते में बदमाश उनकी तलाश में घात लगाए बैठे थे। नगर थाना क्षेत्र के संतोषी चौक रेलवे फाटक के पास बदमाशों ने उन पर गोलियों से हमला कर दिया। उसने सीने में तीन गोलियां मारी गईं जिसमें पासवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद अपराधी बाइक लेकर फरार हो गए। मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो तीन हमलावर थे जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। मेयर को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज लाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मेयर की हत्या की सूचना पाते ही मेडिकल कॉलेज में पासवान के समर्थकों और परिचितों की भीड़ उमड़ पड़ी। शिवराज पासवान जमीन खरीदने-बेचने के कारोबार में भी शामिल थे।  

दहेज़ लोभी पति ने तरक्की पाते ही पत्नी की हत्या के बाद लाश को कई टुकड़ों में काटा, पति को टीटीई पद पर मिला था प्रमोशन

 TODAY छत्तीसगढ़  / नालंदा / दहेज के कारण एक बेटी फिर से मार दी गई है. ससुराल वालों पर शादी के बाद दहेज और लालच का ऐसा भूत सवार हुआ कि एक साल पहले ब्याह कर लाई गई बहू को ही मौत के घाट उतार दिया. आरोप है कि ससुराल वालों ने हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए विवाहिता की पहले हत्या की और बाद में शव को कई टुकड़ों में काट कर दफना भी दिया. पिता की खोजबीन के बाद हत्‍या की सनसनीखेज घटना का खुलासा हुआ. पुलिस ने जमीन में गाड़े गए शव को टुकड़ों में बरामद किया है. जहां से पुलिस को लाश मिली वहां शव को जलाने के भी साक्ष्य मिले हैं. TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

दिल को दहला देने वाली यह घटना बिहार के नालंदा जिले की है. हिलसा थाना क्षेत्र के नोनिया विगहा गांव में ससुराल वालों ने दहेज न मिलने पर विवाहिता की हत्या की और फिर शव के कई टुकड़े करते हुए उसे दफना दिया. मामले का खुलासा तब हुआ जब परिजनों को जानकारी मिली कि उनकी बेटी ससुराल में नहीं है और उसका मोबाइल भी बंद बता रहा है. परिजनों को किसी अनहोनी की आशंका हुई तो बेटी काजल की खोजबीन शुरू की गई. परिजनों ने पुलिस के सहयोग से कई दिनों तक काफी खोजबीन की. इस दौरान हिलसा के नोनिया विगहा के एक खेत में ही जमीन में दफनाया हुआ शव कई टुकड़ों में बरामद किया गया. घटनास्थल से काजल के शव को पेट्रोल छिड़ककर जला देने के भी निशान मिले हैं.

पिछले साल 27 जून को हुई थी शादी

बता दें कि पटना जिले के सलिमपुर निवासी अरविंद सिंह की पुत्री काजल कुमारी की शादी हिलसा थाना क्षेत्र के नोनिया विगहा निवासी जगत प्रसाद के पुत्र संजीत कुमार के साथ 27 जून 2020 को हुई थी. शादी के वक्त संजीत कुमार रेलवे में ग्रुप डी के पद पर कार्यरत थे. उनका हाल में ही टीटीई के पद पर प्रमोशन हुआ था. संजीत का प्रमोशन होते ही दहेज के रूप में चार लाख की और मांग की जाने लगी. मृतका के परिजनों ने बताया कि इसी साल फरवरी में 80 हजार रुपये दे दिए थे फिर भी और राशि न देने पर संजीत कुमार ने ही अपने परिजनों के साथ मिलकर गर्भवती पत्नी काजल की हत्या कर दी. 

पति समेत पांच पर केस दर्ज

मामले की तफ्तीश के लिए पहुंचे हिलसा थानाध्यक्ष श्याम किशोर सिंह ने बताया कि फिलहाल मृतका के पिता अरविंद सिंह ने पति संजीत कुमार समेत कुल 5 लोगों पर बेरहमी से काजल की हत्या का मामला दर्ज कराया है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है तथा सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है. [news 18]

चिराग का चाचा पर आरोप, बोले - मेरी बीमारी के दौरान हुआ पूरा षड़यंत्र। जदयू भी पासवान निशाने पर

TODAY छत्तीसगढ़  / नई दिल्ली / राम विलास पासवान की पार्टी एलजेपी (LJP) पर अधिकार की लड़ाई जारी है. एक तरफ राम विलास पासवान  के बेटे चिराग पासवान हैं दूसरी तरफ भाई पशुपति कुमार पारस हैं. लोक जान शक्ति पार्टी में चाचा की बगावत के बाद आज चिराग पासवान पहली बार पत्रकारों के सामने आए. उन्होंने कहा कि पार्टी ने कभी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिराग ने चाचा पशुपति कुमार पारस पर जमकर निशाना साधा. 

चाचा ने धोखा दिया: चिराग पासवान

चिराग पासवान ने कहा, 'मैं अभी भी पार्टी का अध्यक्ष हूं. पार्टी का संविधान मुझे इसकी इजाजत देता है. जो लोग मुझे हटाने का दावा कर रहे हैं उन्हें पार्टी के संविधान की कोई जानकारी नहीं हैं. पिता के निधन के बाद नहीं लेकिन चाचा के धोखे के बाद मैं अनाथ हो गया हूं. उन्हें (पशुपति पारस) राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का कोई अधिकार नहीं है. यह एक लंबी कानूनी लड़ाई है जो आगे भी जारी रहेगी.'

'...तो चाचा को बना देता संसदीय दल का नेता'

चिराग ने कहा कि कुछ जगह खबरें चल रही हैं कि मुझे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाया जा चुका है. लोक जनशक्ति पार्टी का संविधान कहता है कि पार्टी अध्यक्ष का पद सिर्फ दो परिस्थितियों में खाली हो सकता है या तो राष्ट्रीय अध्यक्ष का निधन हो या राष्ट्रीय अध्यक्ष इस्तीफा दें. मैं अभी भी पार्टी का अध्यक्ष हूं. उन्होंने आगे कहा कि पार्टी के संविधान के अनुसार सिर्फ संसदीय दल और खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष ही संसदीय दल के नेता को चुन सकता है, अगर चाचा कहते तो उन्हें संसदीय दल का नेता बना दिया जाता. अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष की बात है तो संविधान के अनुसार अभी भी वही अध्यक्ष हैं.

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चिराग ने कहा कि मेरी पार्टी के पूरे समर्थन के साथ मैंने चुनाव लड़ा. कुछ लोग संघर्ष के रास्ते पर चलने के लिए तैयार नहीं थे. मेरे चाचा ने खुद चुनाव प्रचार में कोई भूमिका नहीं निभाई. मेरी पार्टी के कई और सांसद अपने व्यक्तिगत चुनाव में व्यस्त थे. दुख मुझे इस बात का है कि जब मैं बीमार था, उस समय मेरे पीठ पीछे जिस तरह से ये पूरा षड्यंत्र रचा गया. मैंने चुनाव के बाद अपने चाचा से संपर्क करने का, उनसे बात करने का निरंतर प्रयास किया.

JDU पर लगाया पार्टी तोड़ने का आरोप

चिराग ने कहा कि जब मेरे पिता राम विलास पासवान जिंदा थे तब भी पार्टी को तोड़ने की कोशिशें होती रहती थीं. हमने अपनी नीतियों से समझौता नहीं किया और बिहार में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया. उन्होंने आगे कहा कि मैंने हमेशा परिवार और पार्टी को एक साथ रखना चाहा. LJP भले ही एक भी सीट बिहार में न जीत पाई हो, लेकिन हमने बड़ी संख्या में वोट और लोगों का समर्थन हासिल किया. हमें 24 लाख वोट मिले. हमारा वोट बढ़ा.

चिराग पासवान ने कहा कि बिहार चुनाव के दौरान, उससे पहले भी, उसके बाद भी कुछ लोगों द्वारा और खास तौर पर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) द्वारा हमारी पार्टी को तोड़ने का प्रयास निरंतर किया जा रहा था. 

                                                  

'चिराग' तले बगावत, लोजपा के अध्यक्ष पद से हटाए गए 😨


TODAY छत्तीसगढ़  / नई दिल्ली /  चिराग पासवान को लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. उनकी जगह सूरजभान को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, सूरजभान पार्टी के नए अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराएंगे. खबरों के मुताबिक, एक व्यक्ति एक पद के नियम के तहत चिराग को हटा दिया गया है. पांच दिनों के भीतर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुला कर नए अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा. इससे पहले एलजेपी (LJP) ने चिराग पासवान को पार्टी के संसदीय दल के नेता पद से भी हटा दिया था. लोजपा के 6 सांसद थे, इनमें से पांच ने बगावत कर लोकसभा स्पीकर से इसके लिए गुजारिश की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया. चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस को एलजेपी संसदीय दल का नया नेता चुना गया था. चिराग को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाने के साथ चाचा और भतीजे के बीच सुलह समझौते की सारी संभावनाएं भी टूटती नजर आ रही हैं. माना जा रहा है कि पशुपति कुमार पारस 20 जून से पहले लोक जनशक्ति पार्टी के नए अध्यक्ष चुन लिए जाएंगे. 

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पशुपति पारस दिवंगत नेता रामविलास पासवान  के छोटे भाई  हैं. लोकसभा में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नेता बनने के साथ उन्होंने पार्टी में अपनी पकड़ मजबूत करने के संकेत दिए थे. स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें संसदीय दल के नेता के तौर पर मान्यता भी दे दी है. एलजेपी के पांच सांसदों ने महबूब अली कैसर को उपनेता चुना है. चंदन सिंह को पार्टी का मुख्य सचेतक बनाया गया है. 

लोक जनशक्ति पार्टी में सांसद चिराग पासवान के खिलाफ बागी तेवर दिखाने वाले सांसदों में पशुपति पारस के अलावा चंदन सिंह, प्रिंस राज, वीणा देवी और महबूब अली कैसर शामिल हैं. माना जा रहा है कि पशुपति पारस या एलजेपी के किसी और नेता को मोदी सरकार के संभावित कैबिनेट विस्तार में भी जगह मिल सकती है.

ऐसा माना जा रहा था कि चिराग पासवान के लोजपा अध्यक्ष रहते एनडीए में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और एलजेपी का साथ आना मुश्किल था. समझा जाता है कि जेडीयू ने चिराग पासवान को एनडीए में किसी भी प्रकार से समायोजित करने का तीखा विरोध किया था. जबकि बगावत का झंडा बुलंद करने वाले पशुपति पारस ने नई ताकत पाने के साथ ही नीतीश कुमार की तारीफ में कसीदे काढ़े हैं. एलजेपी सांसद महबूब अली ने भी कहा है कि चिराग पासवान द्वारा नीतीश को बुरा-भला करना सही नहीं था.

                                                   

पुलिस वालों ने मोबाईल इस्तेमाल किया तो होगी कार्रवाही, DGP ने जारी किया सख़्त आदेश

 TODAY छत्तीसगढ़  / पटना / बिहार पुलिस विभाग में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों को मोबाइल फोन से अब दूरी बनाकर रखनी होगी. पुलिसकर्मी ऑन ड्यूटी मोबाइल फोन का गैर जरूरी इस्तेमाल करते पकड़े गए तो विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी. मोबाइल फोन ही नहीं बल्कि अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के गैर जरूरी इस्तेमाल पर भी बिहार पुलिस विभाग ने सख्त फरमान जारी किया है. 

लगातार मिल रही शिकायतों और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पुलिसकर्मियों के वीडियो को देखते हुए बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा आदेश जारी किया गया है. आदेश में कहा गया है कि वीआईपी सुरक्षा, यातायात व्यवस्था और चौराहों पर पोस्टों पर ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी और अधिकारी मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का गैर जरूरी इस्तेमाल नहीं करेंगे.

बिहार पुलिस महानिदेशक द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कई बार देखने को मिलता है कि ड्यूटी के दौरान कर्मचारी बेवजह मोबाइल चलाते हैं या सोशल मीडिया से जुड़कर मनोरंजन करते हैं. इसके कारण पुलिसकर्मियों का ध्यान भटकता है, और इनकी कार्यक्षमता में कमी आती है. इसके साथ ही यह अनुशासनहीनता भी दर्शाता है. इससे जनता के बीच पुलिस की छवि धूमिल होती है.

आदेश में कहा गया है कि सभी पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी के दौरान किसी भी तरह का फोन न चलाएं. सिर्फ विशेष परिस्थितियों में इसकी इजाजत होगी. ऐसा न करने पर इसे अनुशासनहीनता माना जाएगा और कार्रवाई भी होगी। 

चक्रवात यास: प्रधानमंत्री ने तूफान से मची तबाही का लिया हवाई जायजा, ओडिसा के सीएम के साथ बैठक

TODAY
 छत्तीसगढ़  / 
क्रवात यास ने बंगाल, ओडिशा, बिहार समेत कई राज्यों में भारी तबाही मचाई है। आज प्रधानमंत्री मोदी चक्रवात यास की वजह से हुई क्षति का जायजा ले रहे हैं। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की और चक्रवाय यास की वजह से हुई तबाही का जायजा लिया। 
राज्यपाल गणेशी लाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप सारंगी ने बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। चक्रवात यास से जुड़ी घटनाओं में अब तक चार लोगों की मौत हो गई जबकि इसके कारण ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में 21 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
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चक्रवात के कारण ओडिशा में तीन लोगों और पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने दावा किया है कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण कम से कम एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं।

बंगाल की मुख्यत्री बैठक में नहीं होंगी शामिल -

इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल में चक्रवात यास से हुए नुकसान का भी जायजा लेंगे और समीक्षा बैठक करेंगे। हालांकि इस बैठक में ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी। सुवेंदु अधिकारी को बैठक में न्योता मिलने के बाद ममता बनर्जी ने इस पर नाराजगी जताई है।
500 टीमें लोगों को निकालने और रास्तों में पड़े उखड़े पेड़ों को हटाने में जुटी हैं। खारखाई और सुवर्णरेखा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वहीं बोकारो में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मौसम विभाग के मुताबिक तूफान कमजोर होकर दक्षिण झारखंड से 75 किलोमीटर दूर पहुंच गया है। चाईबासा, मंदारनगर और रांची में अगले 24 घंटे बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। - अमर उजाला 

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