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जन सुनवाई : किशनपुर हत्याकांण्ड मामले में महिला आयोग ने दिया 2 माह के भीतर जांच करने का निर्देश


TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुन्द  /  छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डाॅ. किरणमयी नायक ने आज जिला कार्यालय महासमुन्द के सभाकक्ष में महिलाओं से सम्बंधित 15 प्रकरणों पर जनसुनवाई की। जिसमें से 12 प्रकरणों का नस्तिबद्ध किया गया साथ ही 3 प्रकरण को निगरानी में रखा गया। इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की नवनियुक्त सदस्य श्रीमती अनिता रावटे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल उपस्थित थी।

आज की सुनवाई में किशनपुर उपस्वास्थ्य केन्द्र में 31 मई 2018 को घटित वीभत्स हत्याकांड मामले पर जिसमें पूरा परिवार पति-पत्नि एवं उनके दोनो बच्चों की निर्मम हत्या हुई थी। इस पर राज्य महिला आयोग द्वारा पूर्व आदेश के आधार पर पुलिस विभाग द्वारा सत्र न्यायालय महासमुन्द से अनुमति मांगी गई थी, जिसमें फोरेंसिक एक्स्पर्ट डाॅ. सुनन्दा ढेंगे एवं अधिवक्ता सुश्री समीम रहमान को घटना स्थल की जांच एवं अन्वेषण के लिये आयोग द्वारा अनुमति प्रदान करने को कहा गया था। जिसमे जांच अन्वेषण की अनुमति न्यायालय द्वारा 20 जुलाई 2021 को प्रदाय की गई है। जिसमें आवेदिका पक्ष ने शिकायत किया है कि कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे व साक्ष्य पुलिस द्वारा पूरी तरह से जांच नहीं की गई है ऐसी आशंका प्रतीत है।

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 इस संपूर्ण मामले की जांच की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए फोरेंसिक एक्स्पर्ट डाॅ. ढेेंगें एवं अधिवक्ता सुश्री रहमान को 02 माह का समय आयोग द्वारा दिया गया है। इस जांच में उनके सहयोग के लिए थाना प्रभारी पिथौरा को अधिकृत किया गया है। जिसमें वें फोरेंसिक एक्सपर्ट डाॅ. ढेंगें के साथ सम्र्पूण जांच प्रक्रिया में सहायोग करेंगे। इस प्रकरण की निगरानी राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती अनिता रावटे करेंगी।

एक अन्य प्रकरण में उपस्थित मानसिक प्रताड़ना के मामले में आवेदिका की शिकायत पर थाना महासमुनद में 429/20 प्रकरण दर्ज किया जा चुका है। आयोग के अधिनियम के अनुसार यह प्रकरण आयोग के अधिकार क्षेत्र से बाहर होने के कारण प्रकरण को नस्तिबद्ध किया गया। 

एक अन्य प्रकरण में आपसी घरेलु विवाद का मामला था, इस प्रकरण पर पुलिस द्वारा प्रतिबंधात्मक कार्यवाही किया जा चुका है। जिसके कारण यह प्रकरण को नस्तिबद्ध किया गया।

एक अन्य प्रकरण में आवेदिका तथा अनावेदक के परिजन उपस्थित थे। आवेदिका का कथन है कि मेरे द्वारा पुलिस थाना में मामला दर्ज कराया गया जिसमें एफ.आई.आर के बाद पुलिस अनावेदक के खिलाफ कार्यवाही कर रही है। आयोग के निर्देश के बाद कार्यवाही पूर्ण कर चालान अदालत में प्रस्तुत कर दिया गया है आवेदिका पक्ष को आयोग द्वारा समझाईश दिया गया है कि वह बसना न्यायालय में निःशुुल्क विधिक सहायता के वकील अभियोजन पक्ष की सहायता के लिये नियुक्त कराने तथा न्यायिक प्रक्रिया में भी उन्हे मदद मिल सके। इस प्रकार इस प्रकरण को नस्तिबद्ध किया गया।

एक अन्य प्रकरण में आवेदिका ने आयोग के द्वारा पिछली सुनवाई में आपसी समझौतानामा की शर्तो के अनुसार एक मुश्त राशि लेने से इन्कार किया और कहा की वह आवेदक के विरूद्ध आपराधिक मामला न्यायालय में दर्ज कराना चाहती है। इस प्रकार यह प्रकण नस्तिबद्ध कर दिया गया। 

एक अन्य प्रकरण में आवेदिका ने अपना प्रकरण वापस लेना चाहा और कहा की वह अदालत में तलाक लेना चाहती है। इस प्रकार यह प्रकण नस्तिबद्ध कर दिया गया।

एक अन्य प्रकरण में उभयपक्ष उपस्थित दोनो पक्षों के बीच समझौतानामा के लिये समय की मांग की गई। जिस पर आयोग ने छः माह का समय दिया है इसके अलावा उनकी निगरानी के लिये स्थानिय जनप्रतिनिधि को नियुक्त किया गया है। यह प्रकरण भरणपोषण से संबधित है। आयोग द्वारा अनावेदक को समझााईस दिया जिस पर अनावेदक ने आवेदिका को 2500/- रू प्रतिमाह देने का तैयार हुआ। अनावेदक ने तत्काल आयोग के समक्ष आवेदिका को 1000/- रू नकद दिया। शेष 1500/- रू भरण पोषण राशि देने महासमुन्द आयेगा व अपने बच्चे से मिलेगा। 

एक अन्य प्रकरण में आयोग द्वारा दोनो पक्षों को समझाइस दिया गया जिसमें उभयपक्षो ने एक वर्ष के बच्चे को ध्यान में रखते हुये आपसी समझौते हेतु राजी हुए अनावेदक सरपंच है जिसके कारण वह अपने पास के एक गांव में किराये के मकान लेकर आवेदिका के साथ रहेगा साथ ही पत्नी और बच्चों को प्यार से रखेगा और किसी भी प्रकार की मारपीट नहीं करेगा। इस प्रकरण को तीन माह के निगरानी हेतु जिला पंचायत अध्यक्ष को आयोग द्वारा समन्वयक नियुक्त किया गया है। किसी भी प्रकार के विवाद में समन्वयक का निर्णण अतिंम होगा।

आज की सुनवाई के अवसर पर संयुक्त कलेक्टर सुनील कुमार चंन्द्रवंशी, अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक श्रीमती मेंघा टेंम्बुलकर, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी समीर पाण्डेय सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। 

बेटी, जिसने मूर्तिकार पिता की मौत के बाद बना डाली सैकड़ों गणेश प्रतिमाएं

 TODAY छत्तीसगढ़ / महासमुंद / आगामी 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी है। इसी तारीख से 11 दिनों के लिए गणेश पूजा आरंभ हो जाएगी। इसकी तैयारी में मूर्तिकार अभी से लग गए हैं। बिना ऑर्डर के ही वे मूर्तियों को आकार दे रहे हैं। इनकी चिंता का कारण यह है कि इन मूर्तियों को खरीदने के लिए लोग आ जाते हैं, तब तो लागत मूल्य के साथ ही मजदूरी मूल्य भी निकल जाएगी और यदि यह मूर्तियां नहीं बिकीं तो इन्हें पिछली बार की तरह नुकसान ही उठाना पड़ेगा। इन्हीं में एक कलाकार 16 वर्षीय शिवानी प्रजापति भी हैं। 

मालूम हो कि पिछले दो सालों से मूर्तिकारों का व्यवसाय पूरी तरह से कोरोनाकाल में चौपट हो गया है। महासमुंद की कुम्हारपारा की शिवानी प्रजापति ने TODAY छत्तीसगढ़ को बताया कि दो साल पहले बीमारी से पिता की मौत के बाद मूर्तियां बनाकर वह परिवार का भरण पोषण करती हैं। इस साल उसने 800 मूर्तियां बना ली हैं। फिनिशिंग, टच, कलर का काम जारी है। उसके परिवार में मां व एक भाई और बहन भी हैं। मां बीमार रहती हैं। मूर्तियां बनाने में छोटे भाई और बहन मदद करते हैं। अभी स्कूल की ऑनलाईन पढ़ाई कर चल रही हैं। कक्षा के बाद वह मूर्तियां बनाती हैं। उसने बताया कि बचपन से पिता को मूर्तियां बनाते देखती थीं, धीरे-धीरे वह भी मूर्तियां बनाने लग गई। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

महासमुंद में पिछले वर्ष कई मूर्तिकारों ने मूर्तियां ही नहीं बनाई थीं और कुछ ने जोखिम उठाकर छोटी मूर्तियां ही बनाई थीं। इस बार डेढ़ महीना पहले प्रदेश शासन व्दारा गणेश चतुर्थी को लेकर जारी कोरोना गाइडलाइन के कारण मूर्तिकार पूरी सावधानियां बरत रहे हैं। क्योंकि 4 फीट से ज्यादा ऊंची प्रतिमा बिठाने पर जिला प्रशासन ने मनाही कर दी है। पहले अलग-अलग समितियां बनाकर श्रद्धालु बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं स्थापित करते थे लेकिन अब सार्वजनिक गणेश उत्सव कोरोना के नाम से लगभग बंद हो गया है।

महासमुंद के रमन चक्रधारी, अजय चक्रधारी, विजय चक्रधारी इस बार भी गणेश की मूर्तियां बना रहे हैं। कहते हैं-पहले 8 फीट से 10 फीट तक ऊंची मूर्तियां बनाते थे लेकिन इस बार छोटी मूर्तियों पर ही संतोष करना पड़ रहा है। अभी तक मूर्ति बनाने के ऑर्डर हमारे पास नहीं आए हैं जबकि 1 महीने बाद गणेश चतुर्थी है। पूर्व के वर्षों में दो महीने पहले से ऑर्डर मिल जाते थे लेकिन इस बार सार्वजनिक गणेश उत्सव के लिए उत्साह नहीं दिख रहा है। मार्च 2020 से लॉकडाउन के बाद से इनकी स्थिति दयनीय हो गई है। परिवार के लोग भी मूर्तियों को आकार देने में साथ दे रहे हैं। अभी 300 से लेकर 1000 रुपए तक कीमती मूर्तियां तैयार हैं। 

बिरकोनी औद्योगिक एरिया में अवैध रूप से संचालित टायर तेल फैक्ट्री में आग, 5 लोग झुलसे


TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुंद / आज शाम करीब 4 बजे बिरकोनी औद्योगिक एरिया में अवैध रूप से संचालित टायर तेल फैक्ट्री (फर्नेश ऑयल फैक्ट्री) में भीषण ब्लॉस्ट होने की खबर है। बताया गया है वहां काम करने वाले 5 लोग बुरी तरह झुलस गए हैं।

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ज्ञात हो कि ग्रामवासी इस फैक्ट्री को बंद करने की मांग वर्षों से करते आ रहे हैं, लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया।  कुछ साल बिरकोनी फर्नेस ऑयल फैक्टरियों के भारी प्रदूषण से त्रस्त बिरकोनी के लोगों ने कई बार शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन किया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों का कहना है कि भारी प्रदूषणकारी होने के कारण यह फर्नेस ऑयल उद्योग देश के तमाम राज्यों में प्रतिबंधित हैं। लेकिन बिरकोनी में यह दशक भर से जारी है। 

महासमुंद जिले के बिरकोनी औद्योगिक क्षेत्र में टायर स्क्रब को जलाकर तेल निकालने वाली दो फैक्टरियों के प्रदूषण से बिरकोनी के लोग परेशान हैं। इन फैक्टरियों के अत्यंत बदबूदार धुएं के चलते कई बार सांस लेना भी मुश्किल  होता है। लोगों को उल्टियां  आती हैं। फर्नेस ऑयल फैक्टरियों जहरीला धुआं तो छोड़ती ही हैं, साथ ही साथ कैमिकल युक्त घातक तरल अपशिष्ट को जमीन के अंदर भी डालती हैं। इससे भू-जल स्तर भी दूषित हो रहा है और आसपास के बोरवेल से कार्बनयुक्त काला-काला पानी निकलता है। इन दोनों फैक्टरियों के प्रदूषण से लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। वहीं कई लोगों को अपना घर-मकान छोडऩा पड़ा है।

 इन दो फैक्टरियों के भारी प्रदूषण से आसपास की अन्य फैक्टरियों में कामकाज नहीं हो पाता। इस कारण कई फैक्टरियों बंद हो गई हैं। ये दोनों फैक्टरियों में बॉयलर गर्म करने के लिए ईंधन के रूप लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है। बड़े पैमाने पर पेड़ों को भी काट दिया जाता है। ग्राम पंचायत तथा बिरकोनी इंडस्ट्रीज यूनियन शासन-प्रशासन से लगातार शिकायत कर रही है। कलेक्टर से सीएस तक और एमएलए से सीएम तक बार-बार शिकायत के बाद भी कोई समाधान नहीं मिल सका है। 

पौने दो करोड़ रूपये कीमत का गांजा बरामद, महासमुंद पुलिस को फिर मिली बड़ी सफलता

 TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुंद / मंगलवार यानि बीते कल पौने दो करोड़ का गांजा पकडऩे के 24 घंटे बाद आज बुधवार को एक बार फिर से महासमुंद पुलिस को 7 क्विंटल गांजा कीमत 1 करोड़ 43 लाख 8 हजार का पकडऩे में सफलता मिली है। इस मामले में बिहार के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

आज दोपहर साढ़े 12 बजे कंट्रोल रूम में एक पत्रकारवार्ता आयोजित कर एसपी दिव्यांग पटेल, एएसपी मेघा टेंभुरकर, एसडीओपी लितेश सिंह ने बताया कि इस बार आरोपी पिकअप में नारियल बुच से बनी रस्सियों के बंडल के नीचे गांजा छुपा कर रखे थे।

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पुलिस के मुताबिक़ पिथौरा चौक बागबाहरा में सघन चेकिंग के दौरान बड़ी तेजी से आ रही पिकअप को रोका गया। वाहन की तलाशी ली गई। वाहन में छोटे लाल यादव (28) भगवतपुर बिहार और रविंद्र तिवारी (52) कुसुम्ही बिहार बैठे थे। वाहन ओडिशा से बिहार जा रही थी, जिसमें नारियल बुच की रस्सियों के बंडल के नीचे गांजे की पोटलियां रखी हुई थीं। दोनों आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर धारा 20बी नारकोटिक एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है।

 पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी पहले से गांजे की छोटी मात्रा बेचने के आदी हैं। इस बार दोनों खाली वाहन लेकर गांजे की बड़ी खेप के लिए ओडिशा की ओर से नारियल बुच से बनी रस्सियों के नीचे 7 च्ंिटल गांजा लेकर महासमुंद के रास्ते बिहार लेकर जा रहे थे कि बागबाहरा में पकड़े गए। 

सब्जी की बोरियों ने उगला करोड़ों रूपये कीमत का गांजा, पुलिस ने वाहन जब्त कर आरोपी पकड़े

 TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुंद / दो वाहनों में 8 क्विंटल गांजा कीमत 1 करोड़ 70 लाख की तस्करी करते 4 लोगों को महासमुंद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आज शाम साढ़े चार बजे कंट्रोल रूम में एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर एसपी दिव्यांग पटेल, एडिशनल एसपी मेघा टेंभुरकर, साइबर सेल प्रभारी संजय सिंह राजपूत ने बताया कि आरोपियों ने पुलिस को चकमा देने पत्ता गोभी व आलू के बोरियों के बीच छुपाकर कर गांजे की तस्करी कर रहे थे। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

उन्होंने बताया कि 19 जुलाई को फॉरेस्ट नाका टेमरी में सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था कि इसी बीच एक वाहन बोलेरो पीकअप तेज रफ्तार से ओडिशा की ओर से आ रही थी। जिसे चेकिंग पाईन्ट एन.एच.-353 फॉरेस्ट नाका टेमरी पर रोका गया। उक्त वाहन में बैठे वाहन चालक ने अपना नाम संजय सामल (38)सनगना पोस्ट जयचन्द्रपुर थाना मरसागई जिला केन्द्रापाडा ओडिशा बताया। वाहन चालक ने बताया कि यह वाहन ओडिशा से महाराष्ट्र की ओर जा रही है। महाराष्ट्र जाने के संबंध में पूछताछ करने पर चालक गोलमोल जवाब देने लगा।

थाना कोमाखान की टीम को शक होने पर वाहन की तलाशी ली गई। वाहन के पीछे डाले में बोरियों में पता गोभी व आलू भरा हुआ था। जिसके नीचे प्लास्टिक की 15 बोरियों में मादक पदार्थ गांजा भरा हुआ था। प्रत्येक बोरी में 16-16 पैकेट कुल 240 पैकेट एवं वाहन के डाला में पत्ता गोभी व आलू के बोरियों के नीचे चेम्बर में 110 पैकेट मादक पदार्थ गांजा  मिला। सभी चारों आरोपियों को मौके पर गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 350 पैकेट में कुल 7 क्विंटल अवैध मादक पदार्थ गांजा जप्त कर उनके खिलाफ 20बी नारकोटिक एक्ट के तहत थाना कोमाखान में कार्यवाही की गई है।

वाहन चालक आरोपी संजय सामल ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि  एक अन्य लग्जरी कार में भी कुछ लोगों द्वारा गांजा परिवहन की जा रही है। इस आरोपी  के बताये अनुसार खरियार रोड ओडिशा की ओर से आ रही हुंडई वर्ना को रोक कर तलाशी ली गई। इस कार में 3 व्यक्ति बैठे मिले। जिसमें चिन्मय साहनी (26)ग्राम छन्दा पोस्ट गतानई थाना मरसागई केन्द्रापाडा ओडिशा,  जी शंकर त्रिनाथ (22)ग्राम मोचीसाही, दिगपाहंडी, थाना दिगपाहंडी जिला गंजाम, ओडिशा तथा  निलेश बैरागी (26) ग्राम पोस्ट फागडे बालापुर थाना बालापुर जिला धुले, महाराष्ट्र कमलानी मार्केट झोपडपट्टी मकान नंबर 112 नागपुर थाना कमलानी मार्केट नागपुर महाराष्ट्र शामिल हैं।

उक्त वाहन की तलाशी ली गई । वाहन के पीछे डिक्की में 50 पैकेट खाखी रंग के टेप से लिपटा हुआ गांजा मिला। उक्त कार से 50 पैकेट में प्रत्येक पैकेट 2 किलो ग्राम वजनी कुल 100 किलो ग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा आरोपियों जब्त कर को मौके पर गिरफ्तार कर उनके खिलाफ 20बी नारकोटिक एक्ट के तहत् थाना कोमाखान में कार्यवाही की गई है। 

कर्ज में डूबे ठेकेदार ने बनाई 8 लाख रूपये चोरी होने की कहानी, पुलिस की पूछताछ में उगला सच


TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुंद / बसना शहर में हुई 7,94,000 रुपए नगदी की हुई चोरी का 24 घंटे के अंदर पर्दाफाश पुलिस ने कर लिया है। प्रार्थी ही चोरी का मास्टरमाइंड निकला। आरोपी से चोरी की गई रकम शत प्रतिशत बरामद कर ली गई है। आरोपी ठेकेदार ने कर्ज में डूबने व पैसों के लालच में मनगढ़ंत कहानी रचना बताया।

पुलिस के अनुसार 18 जुलाई को प्रार्थी तुफैन खान (27) वार्ड नं. 5 अम्बेडकर वार्ड बसना महासमुन्द के द्वारा थाना बसना में आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि 17 जुलाई को बसना निवासी सबिर भाई से दूसरे को देने के लिए 50, 100, 200, 500 रूपये के नोट का बंडल रकम कुल 7,94,000/- रूपये लाया था। रात को अपने घर कमरे के अलमारी में रखकर सो गया था कि सुबह लगभग 6 बजे उठकर देखा तो अलमारी खुला था एवं घर का दरवाजा भी टूटा हुआ था। उक्त नगदी रकम को कोई अज्ञात चोर घर का ताला तोडक़र अन्दर घुस कर रात्रि में चोरी कर ले गया।

पुलिस अधीक्षक महासमुन्द दिव्यांग पटेल ने घटना की गंभीरता को देखते हुये सायबर सेल एवं थाना बसना पुलिस की टीम को आरोपी की पता तलाश करने हेतु निर्देशित किया। दोनों टीम को अलग-अलग दिशाओं में सीसीटीवी फुटेज एवं तकनीकी सहायता की मदद से अज्ञात आरोपी के बारे में जानकारी एकत्र करना शुरू किया। घर के सदस्य से पूछताछ करने का प्रारंभ किया गया। टीम प्रभारियों को छोटी सी छोटी जानकारी एकत्रित कर अज्ञात आरोपियों तक पहुंचने हेतु हरसंभव प्रसाय करने निर्देशित किया गया।

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टीम द्वारा मुखबिरों को सक्रिय कर एवं तकनीकी सहायता की मदद से आरोपी के बारे में पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान घटना के परिस्थितीजन्य साक्ष्य व घटनास्थल का सूक्ष्मता से अध्ययन करने से यह पता चला कि चोरी करने वाला व्यक्ति यही आस पास का है। तभी टीम द्वारा घर के आसपास 100 से 300 मी. के ऐरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, तभी पुलिस को रात्रि करीब 3 बजे प्रार्थी खुद दीवार कूद कर भागते दिखा। इसके अलावा कोई घर के अन्दर आना जाना नहीं दिखा।

पुलिस टीम को यह संदेह हुआ कि घटना प्रार्थी खुद किया हुआ है। जिसे टीम के द्वारा प्रार्थी मो. तुफेल खान को थाना बसना में लाकर पूछताछ किया गया। पूछताछ में पुलिस की टीम को पूछताछ करने पर उसके बयानों विभिन्नता मिली, तभी टीम द्वारा उसके हाव-भाव को देखकर सख्ती के साथ पूछताछ किया गया, जिस पर वह टूट गया।

आरोपी ने बताया, कि वो ठेकेदारी का काम करता है । ठेकेदारी के कर्ज से घिरा हुआ था और मनमीत सलूजा से उधारी में 5,00,000/- रूपये लिया था, जिसका 2,50,000/- रूपये पटाया था तथा शेष रकम बचा था, जो पैसा के लिए बार-बार बोलता था। इसके अलावा लक्ष्मी इलेक्ट्रीकल्स से भी सामान लिया था जिसका करीबन 4,00,000/- रूपये था। कर्ज में डूबने के कारण मैं पैसे की तलाश में था कि 17 जुलाई को मेरे मौसा बाजीपाली निवासी मो. इलियास है, ने सब्बीर भाई जफर किराना की दुकान से 7,94,000/- रूपये जाकर ले लेना तथा मुझे जरूरत पडऩे से देना है बताये थे, जिसको मंै शाम को करीब 4 बजे जफर किराना जाकर सब्बीर भाई से 7,94,000/- रूपये लिया और घर जाकर मेरे कमरे की पलंग के नीचे 50,000/- रूपये को छुपा रखा था तथा बाकी रकम सुनील अहुजा के मकान बनाने की साईड के झोपड़ी में 7,44,000/- रूपये को छिपा कर रखा था। कर्ज से परेशान होकर उक्त चोरी की मनगढ़ंत कहानी मेरे द्वारा रची गयी है। आरोपी से रुपए जब्त कर उसके खिलाफ धारा 380, 457,193,407 के तहत् कार्रवाई की गई है।

यह सम्पूर्ण कार्रवाई  पुलिस अधीक्षक महासमुन्द दिव्यांग कुमार पटेल के मार्गदर्शन में अति. पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्भुरकर साहू एवं अनु. अधिकारी(पु) सरायपाली विकास पाटले के निर्देशन में थाना प्रभारी बसना निरीक्षक लेख राम ठाकुर सायबर सेल महासमुन्द प्रभारी उनि. संजय सिंह राजपूत, सउनि. विजय मिश्रा प्रआर. प्रकाश नंद आर. रवि यादव, ललित यादव, त्रीनाथ प्रधान, संदीप भोई, युगल पटेल, हेमन्त नायक, योगेन्द्र दुबे, कामता आवडे, हरि साहू के द्वारा की गई है। 

हाथी दांत से बनी 70 लाख रूपये कीमत की कलाकृति बरामद, ओडिसा का आरोपी गिरफ़्तार

TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुंद / हाथी दांत पर नक्काशी की हुई बेशकीमती नायाब कलाकृति की तस्करी करते ओडिशा से एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस को संदेह है कि उक्त कलाकृति को पटनागढ़ रियासत (जिला बलांगीर ओडिशा) से चोरी की गई है। पुलिस के मुताबिक बरामद कलाकृतियों की कीमत लगभग 70 लाख रुपए है।

मिली जानकारी के अनुसार 17 जुलाई को मुखबिर से सूचना मिली कि शनि मंदिर के पास कुछ संदिग्ध लोग घूम रहे हैं। उनके पास कुछ हाथी दांत से बनी कलाकृतियां हैं, जिसे बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे हैं। मुखबिर सूचना पर सायबर सेल प्रभारी संजय सिंह राजपूत एवं थाना सिटी कोतवाली की टीम ने मंदिर से पास पहुंचकर आरोपी को हाथी दांत से निर्मित कलाकृतियों सहित गिरफ्तार किया। इस मामले में वन विभाग का भी सहयोग रहा। आरोपी के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धारा 39, 51 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया गया है।

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पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम सोनू मित्तल (34) वार्ड नं. 10 डागा चौक खरियार रोड ओडिशा हाल मुकाम श्रीराम कॉलोनी महासमुंद बताया है। पुलिस टीम को युवक की तलाशी के दौरान 7 नक्काशी वाले हाथी दांत मिले। इस बेशकीमती नायाब कलाकृति को रखने व उसे बेचने का वैधानिक दस्तावेज आरोपी के पास नहीं थे।

आरोपी ने पूछताछ में यह बताया कि उसका ओडिशा के पटनागढ़ में दोस्तीयारी व जान पहचान है। उसने पटनागढ़ से इसे लाना स्वीकार किया। पुलिस का कहना है कि  पटनागढ़ पूर्व में राजवाड़ा क्षेत्र था ,जो वर्तमान में ओडिशा के बलांगीर जिले में स्थित है। पुलिस को शक है कि यह सम्पत्ति वहीं से चुराई हुई संपत्ति है।

उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्भुरकर साहू, अनुविभागीय अधिकारी (पु) नारद सूर्यवंशी के निर्देशन में कोतवाली थाना प्रभारी महासमुंद शेर सिंह बंदे, सायबर सेल प्रभारी संजय सिंह राजपूत, विनोद शर्मा , प्रकाश नंद,श्रवण कुमार दास, मिनेश सिंह ध्रुव, रवि यादव, चम्पलेश सिंह ठाकुर, पियूष शर्मा के सहयोग से की गई।

नहीं रहीं नारीवादी आंदोलन की प्रमुख शशि सायल

                
TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुंद /  सामाजिक कार्यकर्ता और नारीवादी आंदोलन की प्रमुख शशि सायल का रविवार को निधन हो गया।  वे  सायल 71 वर्ष की थीं। वे राष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकील राजेन्द्र सायल की पत्नी थीं। श्रीमती सायल ने महासमुंद में रहकर अनेक महिला संगठनों का नेतृत्व किया। वे नेशनल अलायंस ऑफ वीमेन की संस्थापक सदस्य व कोषाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ महिला जागृति संगठन की अध्यक्ष और  बाल श्रमिक संगठन रायपुर की अध्यक्ष रहीं। उनके निधन से महासमुंद के कई महिला संगठनों और कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त किया है।

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पानी टंकी में छिपाकर ले जा रहे थे ढाई क्विंटल गांजा, पुलिस देख ड्राइवर गाड़ी छोड़कर भागा

TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुंद / अवैध शराब निर्माण, बिक्री और अवैध मादक पदार्थ गांजा तस्करी की रोकथाम के लिए पुलिस मुख्यालय से जारी दिशा निर्देश के बाद राज्य की पुलिस कुछ अलर्ट नज़र आ रही है। महासमुंद जिले में लगातार पकड़े जा रहे नशीले पदार्थ, खासकर गांजा के मामले इलाके की पुलिस के जागने की गवाही दे रहें हैं । बीती शाम भी जिले के थाना कोमाखान की पुलिस ने करीब 53 लाख रूपये कीमत का अवैध गांजा परिवहन के दौरान बरामद किया है। बरामद किये गए गांजा का वजन 02 क्विंटल 60 किलो ग्राम बताया जा रहा है।  TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

जानकारी  मुताबिक़ रविवार की शाम पुलिस को सूचना मिली कि एक ट्रक क्रमांक WB 23 C 5236 में अवैध ढंग से गांजा ले जाया जा रहा है। चूँकि ओड़िसा की ओर आने और जाने वाले वाहन NH 353 पर स्थित अन्तर्राज्यीय जांच नाका टेमरी को पार करके ही गुजरते है। अन्तर्राज्यीय जांच नाका टेमरी पर देर शाम ट्रक क्रमांक WB 23 C 5236 नज़र आया। पुलिस की माने तो वाहन चालाक जांच नाका पर पुलिस को देख वाहन छोड़कर भाग गया। वाहन की तलाशी लेने पर वाहन में 20 नग प्राईम कंपनी के (1000 लीटर) प्लास्टिक की पानी टंकी लोड थी, इन्ही में 2 पानी टंकी के अंदर दो  क्विंटल 60 किलो ग्राम गांजा बरामद किया गया जिसका बाजार मूल्य 52,00,000 रूपये बताया गया है। पुलिस ने फरार वाहन मालिक रमाकांत पाण्डेय पिता त्रिलोकीनाथ पाण्डेय पता हिमनगर दानकुनी हूगली वेस्ट बंगाल के अलावा अज्ञात वाहन चालाक के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। 

SP की कार्रवाही से नाराज TI ने पद से दिया इस्तीफा, वायरल चिठ्ठी दे रही बेगुनाही की दलील

TODAY छत्तीसगढ़  /  महासमुंद 

एक चिठ्ठी जो अपनी बेगुनाही की दलील दे रही है, एक चिठ्ठी जो अपनी छवि खराब हो जाने का शोर मचा रही है, एक चिठ्ठी जो जिले के पुलिस अधीक्षक पर पक्षपात का आरोप मढ़ रही है, एक चिठ्ठी जो अब अपने पद और सेवा से मुक्ति मांग रही है। जी हाँ, सोशल साइटस पर एक ऐसी ही चिठ्ठी घूम रही है जिस पर पाने वाले का पता एसपी महासमुंद लिखा हुआ है। 

दरअसल खुले आम घूमते इस चिठ्ठे के पीछे की मूल वजह एक थानेदार पर लगे रिश्वतखोरी के आरोप हैं। महासमुंद जिले के तुमगांव थाना में 16 जून को सड़क दुर्घटना का एक मामला पहुंचा। ट्रक और कार के बीच हुई टक्कर में पुलिस की भूमिका को लेकर न सिर्फ सवाल उठे बल्कि ट्रक मालिक द्वारा एक वीडियो बनाकर वायरल किया गया जिसमें थाने में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक विजेंद्र चंदनिहा 10 हजार रूपये की मांग करता दिखाई पड़ रहा है। वीडियो में एएसआई विजेंद्र बार-बार साहब का नाम लेकर रुपयों की हो रही बार्गेनिंग के बाद 5000 रूपये लेकर गिनता हुआ दिखाई देता है। 

सोशल साइट्स पर वायरल वीडियो और खबरों के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने तत्काल थाना प्रभारी शरद ताम्रकार और एएसआई विजेंद्र को निलंबित कर दिया। इस मामले को लेकर अब थाना प्रभारी रहे शरद ताम्रकार दलीलें दे रहें हैं। उन्होंने पुलिस कप्तान को एक चिठ्ठी लिखकर अपनी मनोदशा और व्यथा बताते हुए पद से इस्तीफा देने का जिक्र किया है। टीआई शरद ताम्रकार घुस लेने के उस मामले में अपनी भूमिका से साफ़ इंकार कर रहें हैं, वे चिठ्ठी के माध्यम से अफसर को बता रहें हैं कि मामले में बिना जाँच के की गई कार्रवाही गलत है। वो चिठ्ठी जिसे सब पढ़ रहें हैं, आप भी पढ़ें - 

जानिये पूरा मामला -   

थानेदार और ASI निलंबित, 5 हजार रूपये रिश्वत देने वाले ट्रक मालिक ने बनाया वीडियो। देखें वायरल VIDEO  

                                                

थानेदार और ASI निलंबित, 5 हजार रूपये रिश्वत देने वाले ट्रक मालिक ने बनाया वीडियो। देखें वायरल VIDEO


TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुंद /  घूसखोरी का वीडियो वायरल होने के बाद महासमुंद पुलिस अधीक्षक ने तत्काल एक थानेदार और सहायक उप निरीक्षक को सस्पेंड कर दिया है । कार से टक्कर के बाद ट्रक ड्राइवर को थाने ले आए और छोड़ने की एवज में 10 हजार रुपए मांगे। सौदा 5 हजार में तय हुआ। ट्रक मालिक ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। खास बात यह है कि जिस कार को ट्रक ने टक्कर मारी थी, उसके ड्राइवर से केस नहीं करने को लेकर समझौता भी हो गया था। मामला तुमगांव थाना क्षेत्र का है।

                                             

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जानकारी के मुताबिक, तुमगांव क्षेत्र में हाइवे पर पुलिस दो दिन पहले वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक ट्रक की टक्कर से वहां खड़ी कार में डेंट लग गया। इसके बाद पुलिस ट्रक और कार को चालक सहित थाने ले आई। यहां पर कार चालक की ओर से शिकायत देते हुए कहा कि उसे शादी में जाना है। इसके चलते उसे जाने दें। इस बीच ट्रक ड्राइवर ने कार सुधरवाने को लेकर मालिक से समझौता कर लिया और केस वापस लेना तय हो गया।

                                              

अनुशासनहीन आरक्षक पुलिस सेवा से बर्खास्त, SP ने जारी किया आदेश

प्रफुल्ल ठाकुर, पुलिस अधीक्षक [महासमुन्द]
TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुंद /  पुलिस अधीक्षक ने कार्य में लापरवाही और अनुशासनहीनता बरतने के कारण आरक्षक इलियास बाघ जिला महासमुंद को पुलिस सेवा से पृथक कर दिया गया है ।

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आरक्षक इलियास बाघ को लॉक डाउन ड्यूटी के लिए पुलिस लाईन महासमुंद से थाना बसना रवाना किया गया था किन्तु आरक्षक अपने कर्तव्य पर नही पहुंचा और तब से लगातार 69 दिनों तक अनाधिकृत रूप से गैर हाजिर रहने के बाद ड्यूटी के लिए आमद देने आया।

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इस दौरान आरक्षक ने अपने किसी भी वरिष्ठ अधिकारियों को वस्तुस्थिति और स्वयं के बारे में सूचित करना भी उचित नही समझा। जबकि विभाग के द्वारा आरक्षक इलियास बाघ को कर्तव्य पर उपस्थित होने बाबत दो बार नोटिस की तामिली भी कराई गई मगर आरक्षक ड्यूटी पर उपस्थित नही हुआ।

आरक्षक इलियास बाघ द्वारा किया गया कृत्य पुलिस रेग्युलेशन सामान्य सेवा एवं शर्ताें के अनुसार कर्तव्य के प्रति बरती जा रही उदासिनता व पुलिस रेग्युलेशन पैरा के उल्लंघन को प्रदर्शित करता है जिस पर विभागीय नियमों के तहत् कार्यवाही करते हुए, विभागीय जाॅंच कार्यवाही अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सरायपाली के माध्यम से करायी गई। विभागीय जाॅंच पर आरक्षक पर लगाये गये आरोप प्रमाणित पाये जाने पर आरक्षक इलियास बाघ को अभ्यावेदन नोटिस तीन बार तामिल कराया गया किन्तु आरक्षक के द्वारा कोई भी जवाब प्रस्तुत नही किया गया।

                                               

2 करोड़ रूपये से अधिक कीमत का 11 क्विंटल गांजा ज़ब्त, उड़ीसा से यूपी और दिल्ली तक है कनेक्शन

TODAY छत्तीसगढ़  /  महासमुंद / छत्तीसगढ़ के अलग-अलग क्षेत्रों और रास्तों के माध्यम से मादक पदार्थों के अवैध कारोबार का जोरो पर है। महासमुंद पुलिस को आज करीब 2 करोड़ रूपये से अधिक कीमत का गांजा आरोपियों सहित पकड़ने में सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने करीब 11 क्विंटल गांजा जब्त किया है जो महासमुंद जिले की सरहद से होता हुआ दिल्ली और उत्तर प्रदेश भेजा जा रहा था। हाल ही में बिलासपुर पुलिस द्वारा एक करोड़ रूपये कीमत का करीब 9 क्विंटल गांजा तखतपुर थाना क्षेत्र के खपरी ग्राम से बरामद किया गया था। 

महासमुंद पुलिस द्वारा अवैध गांजा परिवहन के विरूद्ध लगातार कार्यवाही जारी है। इसी तारतम्य में सोमवार को पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर को मुखबीर से सूचना मिली की अवैध मादक पदार्थ का एक बड़ा खेप महासमुन्द होते हुए उत्तर प्रदेश व दिल्ली की ओर जाने वाला है। पुलिस अधीक्षक ने महासमुंद जिले के सरहदी क्षेत्रों के थाना प्रभारियों को अलर्ट रहने और संदिग्ध वाहनों पर नजर रखने के लिए निर्देेशित किया गया । इस दौरान जिले की पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि  ओड़िशा से अवैध मादक पदार्थ गांजा एक ट्रक में लोडकर खरियार रोड़ से होते हुए महासमुंद की ओर जा रही है। इसके बाद महासमुंद जिले में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों और पुलिस पाईंटों पर बल तैनात कर संदिग्ध वाहन की तलाश कर रही थी तभी खरियार रोड़ की तरफ से एक ट्रक क्रमांक UP 81 CT 3412 महासमुन्द की ओर आती दिखाई पड़ी । सूचना  मुताबिक़ उक्त ट्रक क्रमांक को टेमरी नाका के पास घेराबंदी कर रोका गया और वाहन की तलाशी ली गयी। 

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तलाशी और पूछताछ के दौरान पुलिस को सब्ज्जी से भरे ट्रक में 10-10 किग्रा के पैकेट मिले, सब्जियों के नीचे इन पैकेट्स में कुल 1100 किलो गांजा रखा हुआ था । जब्त किये गए गांजा की बाजार कीमत दो करोड़ अठ्ठाइस लाख तीस हजार रुपये आंकी गई है। वाहन पर अवैध गांजा परिवहन करते पाये जाने पर मौके पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर 11 क्विंटल गांजा को वाहन सहित जप्त किया गया। आरोपी से गांजा के संबंध में पूछताछ करने पर उड़िसा से लाना और उत्तर प्रदेश ले जाना बताया गया । आरोपियों द्वारा भारी मात्रा में गांजा परिवहन किये जाने के  पुलिस ने दोनों आरोपी के विरूद्ध धारा 20 बी NDPS  के तहत कार्यवाही की है । 

गिरफ्तार आरोपी -

01. देवेन्द्र सिंह पिता रमेश चन्द्र सिंह जाति गडरिया उम्र 30 वर्ष नि0 हीरपुर थाना गोंड़ा जिला अलीगढ़ 

02  गुड्डु पिता बलबीर सिंह जाति जाटव उम्र 25 वर्ष निवासी0 बाढ़ोना थाना लोधा जिला अलीगढ़ उ0प्र0  

                                                   

धान से भरी ट्रक कार पर गिरी, तीन भाइयों की दबकर मौत। देखें VIDEO

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TODAY छत्तीसगढ़  /  महासमुंद / छत्तीसगढ़ के महासमुंद में गुरुवार दोपहर तुमगांव क्षेत्र में गाड़ाघाट पुल पर हुए सड़क हादसे में 3 भाइयों की दर्दनाक मौत हो गई है । मृतकों में दो सगे भाई हैं। मृतकों की उम्र करीब 35 से 40 साल के बीच बताई जा रही है। वही इस घटना में दो अन्य कार सवार गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उन्हें उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसा चलती कार पर धान से भरे ट्रक के अचानक अनियंत्रित होकर पलटने के कारण हुआ है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन से ट्रक को हटवाया गया ।

                                          

जानकारी के मुताबिक, सिरपुर के पास खमतराई निवासी मदन लाल कंवर के चचेरे भाई प्रेम सिंह कंवर को किसी जहरीले कीड़े ने काट लिया था। उसे दिखाने के लिए मदन अपने भाई गेंद लाल कंवर और गांव के ही विजय दीवान व देवसिंह दीवान के साथ महासमुंद अस्पताल आया था। उसे डॉक्टर को दिखाने के बाद सभी कार से घर लौट रहे थे। अभी वे गाड़ाघाट पुल के पास पहुंचे ही थे कि सामने से आ रहा ट्रक अनियंत्रित होकर कार पर पलट गया। 

धान से भरी ट्रक के कार पर गिरने के कारण कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद करीब एक घंटे तक कार में सवार लोग अंदर ही दबे रहे। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी मशीन की मदद से ट्रक को कार के ऊपर से हटवाया। कार से सभी को बाहर निकालकर पुलिस ने अस्पताल भिजवाया जहां डॉक्टरों ने मदन, गेंद लाल और चचेरे भाई प्रेम सिंह को मृत घोषित कर दिया।  

                                          

एक ही परिवार के 6 लोगों की आत्महत्या से सियासत गर्म, सीएम ने जताया दुःख, भाजपा ने बनाई जांच कमेटी

 TODAY छत्तीसगढ़  / रायपुर / छत्तीसगढ़ के महासमुंद में एक महिला ने अपनी 5 बेटियों के साथ बुधवार देर रात ट्रेन के सामने कूदकर खुदकुशी कर ली। सभी के शव गुरुवार सुबह रेलवे ट्रैक पर बिखरे पड़े मिले हैं। मरने वाली पाँच बच्चियों की उम्र 10 से 18 साल के बीच है। बताया जा रहा है कि शराबी पति से विवाद होने के बाद महिला ने ऐसा घातक कदम उठाया। अब इस मामले में सियासत गर्म होती दिखाई पड़ रही है। 

CM ने जताया दुःख, जांच के बाद कार्वाही के निर्देश - 

 इस घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुःख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महिला और पांच बच्चियों की मृत्यु की खबर बहुत ही दुखद है। उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को इस पूरी घटना की जांच कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। 

विपक्ष राजनीति कर रहा -

इधर विपक्ष इस मुद्दे पर अब राजनीति करने पर उतारू हो चुका है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, परिवार के परिवार आत्महत्याएं कर रहे हैं। ऐसी घटनाएं प्रदेश के लिए ठीक नहीं हैं। बहुत सारी घटनाएं प्रदेश में आर्थिक तंगी और शराब के नाम से हो रही हैं। इसके बारे में सरकार को सोचना चाहिए। मामले की जांच के लिए भाजपा की और से प्रतिनिधि मंडल भेजने की बात कही गई है। यह प्रतिनिधि मंडल मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंपेगा। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा एक परिवार के 6 लोग की मौत होना जांच का विषय है। उस परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए। इस दर्दनाक घटना की जाँच के लिए भाजपा द्वारा गठित कमेटी में विधायक शिवरतन शर्मा, सांसद चुन्नीलाल साहू, पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल सहित अन्य तीन सदस्य शामिल हैं। यह जांच कमेटी उस गांव का दौरा कर तीन दिन के भीतर रिपोर्ट पार्टी पदाधिकारियों को सौपेगी ।

ये था मामला - 

आपको बता दें कि महासमुंद जिले के इमलीभांठा नहर पुलिया के पास गुरुवार सुबह लोगों ने रेलवे ट्रैक पर शव पड़े देखे तो कोतवाली थाना पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। रेलवे को भी इसकी जानकारी दी गई और ट्रेनों की आवाजाही को रोका गया है।बेमचा निवासी महिला उमा साहू (45) का पति केजराम शराब पीने का आदी है। वह बुधवार शाम को भी शराब पीकर घर पहुंचा तो पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया। बात इतनी ज्यादा बढ़ गई कि उमा शाम करीब 7.30 बजे अपनी पांचों बेटियों अन्नपूर्णा (18), यशोदा (16), भूमिका (14), कुमकुम (12) और तुलसी (10) को लेकर घर से निकल गई। इसके बाद से उनका कुछ पता नहीं था। बताया जा रहा है कि रात करीब 9 से 9.30 बजे के बीच लिंक एक्सप्रेस के सामने सभी ने एकसाथ कूदकर जान दे दी।

                                                

5 बेटियों समेत महिला ने ट्रेन से कटकर दी जान, दिल दहला देने वाला मंज़र देख सिहर उठे लोग

               TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुंद / छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से गुरुवार की सुबह एक बड़ी घटना हुई जिसमें पांच बच्चों समेत 6 लोगों ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। इस दर्दनाक मंजर को जिसने भी देखा उसका दिल दहल गया। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है, पुलिस ने मौके पर पहुँचकर विवेचना शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि महिला और उसके पांच बच्चों का शव रेल की दोनों पटरियों के बीच यहां-वहां बिखरा पड़ा है।  

                                           

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 घटना के संबंध में मिली प्रारम्भिक जानकारी के मुताबिक़ महासमुंद जिले के ग्राम बेमचा निवासी उमा साहू पति केजउ राम साहू [उम्र 45 वर्ष] अपने 5 बच्चो के साथ बीती रात घर से बिना किसी को कुछ बताये निकल गई। महिला का पति आदतन शराबी है, रोज की तरह बीती रात भी खाना खाने को लेकर विवाद हुआ। रात को बच्चों समेत घर से निकली महिला को परिजनों द्वारा तलाश किये जाने की बात कही जा रही है मगर उस संबंध में पुलिस को कोई सुचना नहीं दी गई। गुरुवार की सुबह पुलिस को सुचना मिली कि ईमलीभांठा नहर पुलिया के पास रेलवे पटरी पर कुछ लोगों का शव बिखरा पड़ा है। मौके पर पहुँचे ग्रामीण और पुलिस ने महिला की शिनाख्त उमा साहू पति केजउ राम साहू के रूप में की। उमा पांच बेटियों की माँ थी, उसके साथ आत्महत्या करने वाली बेटियों में अन्पूर्णा साहू पिता केजउ साहू [18 वर्ष ], यशोदा साहू  16 वर्ष], भूमिका साहू [14 वर्ष], कुमकुम साहू [12 वर्ष] और 10 साल की तुलसी साहू शामिल हैं। 

पुलिस इस मामले में पूरी जांच के बाद ही कुछ कह पाने की स्थिति में है फिलहाल जिले के पुलिस कप्तान प्रफुल्ल ठाकुर ने इस दर्दनाक घटना को सुसाइड बताया है। आत्महत्या के वाजिब कारणों का खुलासा मामले की पूरी तफ़्तीश के बाद ही हो सकेगा। 

                                          

'दबंग' पत्रकार, करता था नशे का अवैध कारोबार


TODAY
 छत्तीसगढ़  /  महासमुन्द / छत्तीसगढ़ राज्य में बढ़ते छोटे-बड़े अपराध सूबे की कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करते हैं। ख़ासकर नशे के पनपते अवैध कारोबार को लेकर राज्य में हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहें हैं। राज्य के महासमुंद जिले की सिंघोड़ा पुलिस ने बुधवार को सीमावर्ती नाके के पास चार संदेहियों को रोककर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान संदेहियों के कब्जे से क़रीब 50 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया है।   
 

कोरोना संक्रमण के चलते छत्तीसगढ़ राज्य के अधिकाँश जिलों में लॉकडाउन है, इस लिहाज से उन जिलों की पुलिस सुरक्षा और सतर्कता को लेकर बेहद सजग है। महासमुंद जिले के पुलिस कप्तान प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने लॉकडाउन को लेकर मातहत कर्मियों को सख़्त निर्देश भी दे रखे हैं। बुधवार को जिले की अंतरराज्यीय सीमा से सिंघोड़ा पुलिस को मोबाइल पर सूचना मिली कि एक भूरे रंग की सेन्ट्रो कार उडीसा की ओर से तेजी से सरायपाली की तरफ बढ़ रही है। नाके पर रोकने का प्रयास करने के बाद भी कार चालक नही रूका। इस सूचना के बाद पुलिस ने उड़ीसा से आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर नाकेबंदी करवा दी। सूचना के मुताबिक़ कुछ ही देर बाद पुलिस को एक भूरे रंग की सेन्ट्रो कार क्रमांक CG 07 9877 सामने से आती हुई नज़र आई। पुलिस ने संबंधित वाहक को रुकवाकर उसमें सवार 4 लोगों से पूछताछ शुरू की, पुछताछ के दौरान कार में सवार एक व्यक्ति ने अपने आप को 'दबंग दुनिया' अख़बार का पत्रकार बताया और वाहन रोकेजाने के बाद पूछताछ को लेकर नाराज़गी जाहिर करते हुए बहस करने लगा। इस दौरान पुलिस को कुछ संदेह हुआ, उन्होंने चारों व्यक्तियों के साथ-साथ वाहन की तलाशी ली। कार की  तलाशी लेने पर 50 पैकेट में भरा गांजा मिला जिसे अवैध तरीके से बेचने के लिए ले जाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि बरामद गांजा का वजन 50 किलोग्राम है जिसकी बाज़ार में कीमत 5 लाख रूपये है । सिंघोड़ा पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर सभी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उस कार को भी ज़ब्त किया है जिसमें सवार होकर ये आरोपी गांजा की खरीदी-बिक्री किया करते थे। जब्त की गई कार के नंबर प्लेट पर प्रेस लिखा हुआ है, उम्मीद जताई जा रही है कि आरोपी सालों से प्रेस की आड़ में इस तरह के अवैध काम को अंजाम दे रहे थे। हालाँकि पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद बड़े गिरोह के पकडे जाने की संभावना जताई है। 

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 गिरफ्तार किये गए आरोपी -

1 . रजनीश पाण्डे पिता मुन्नालाल पाण्डे उम्र 32 साल साकिन सेक्टर 11 वार्ड नंबर 32 1/F गली नंबर 52 जोन 2 खुर्सीपार भिलाई थाना खुर्सीपार जिला दुर्ग (कथित पत्रकार) 

2 . धनानंद बेहरा पिता पानु बेहरा उम्र 29 साल साकिन सेक्टर 11 वार्ड नंबर 36, 5/F गली नंबर 20 जोन 1 खुर्सीपार भिलाई थाना खुर्सीपार जिला दुर्ग 

3 . धनंजय श्रीवास्तव पिता स्व0 अनिरूध्द कुमार श्रीवास्तव उम्र 46 साल साकिन BMY हाउसिंग बोर्ड कालोनी चरौदा क्वाटर नंबर 03 थाना भिलाई 03 जिला दुर्ग 

4 . विनोद महोबिया पिता स्व0 भुरेलाल महोबिया उम्र 47 साल साकिन BMY हाउसिंग बोर्ड कालोनी चरौदा क्वाटर नंबर 03 थाना भिलाई 03 जिला दुर्ग के नाम शामिल है।  

नकली नोट के कारोबार में लिप्त 5 आरोपी गिरफ्तार, 21 लाख से अधिक के नकली नोट जब्त

TODAY छत्तीसगढ़  /  त्योहारी सीजन में भारी मात्रा में नकली नोट खपाने की फिराक में जुटे एक गिरोह को पकड़कर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। महासमुंद पुलिस का दावा है की उन्होंने बाजार में नकली नोट खपाने निकले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से 21 लाख रुपए के नकली नोट मिले है।
 महासमुंद जिले के एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने मामले का खुलासा करते हुए कहा है की सभी आरोपी रायपुर के एक व्यापारी के सम्पर्क में थे,  व्यापारी की मांग पर 15 लाख रूपये के नकली नोट लेकर आरोपी रायपुर के लिए निकले थे।  TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
पुलिस अधीक्षक का कहना है की उन्हें मुखबिर से इस पुरे मामले की सूचना मिली थी, सुचना के आधार पर पुलिस ने आरंग नदी मोड़ के पास घेराबंदी कर कलाराम उर्फ रामदास पिता कृपाराम नायक (29) जैतपुर थाना सरसीवा जिला बलौदाबाजार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पकडे गए आरोपी की निशानदेही के आधार पर उसके अन्य साथियों को भी पुलिस ने पकड़ा है। पकडे गए आरोपियों के कब्जे से कुल रकम 21 लाख 27 हजार जब्त किया गया है। 
पुलिस की पूछताछ में मुख्य आरोपी कलाराम ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि फोटोकॉपी प्रिंटर मशीन को उसने लोन लेकर खरीदा था. लेकिन लॉकडाउन की वजह से वहां नोट नहीं खपा पाया. पूछताछ में आरोपी ने यह भी बताया कि पहले वह 10 और 20 की नोट छाप कर भीड़ भाड़ वाले इलाके में खपाता था. जिसके बाद उसने 500 और 100-100 के नोट छापने का प्लान बनाया था. 
पुलिस के मुताबिक़ इस मामले में पकडे गए मुख्य अभियुक्त कलाराम उर्फ रामदास पिता कृपाराम नायक (29) जैतपुर थाना सरसीवा जिला बलौदाबाजार के अलावा मुन्नालाल पिता बहुरसिंग भारती (50 वर्ष) बिलासपुर (टाटा) थाना सरसीवा जिला बलौदाबाजार,  दुर्गा पिता मन्नीराम कुरे (52) बिलासपुर (टाटा) थाना सरसीवा जिला बलौदाबाजार, रेशम पिता टेंको कोसले (24) ओड़काकन थाना सरसीवा जिला बलौदाबाजार और भूपेन्द्र पिता कामता जांगड़े (26) ओडकाकन थाना सरसीवा जिला बलौदाबाजार शामिल हैं। पुलिस का मानना है की पकडे गए आरोपियों से पूछताछ में नकली नोट के कारोबार से जुडी दूसरी कड़ियों का पता चल सकता है।  

बेलगाम रफ्तार, दो व्यवसायियों की दर्दनाक मौत

TODAY छत्तीसगढ़  / महासमुंद के कोसरंगी मोड़ के पास बेलगाम रफ़्तार मौत की वजह बन गई। एक तेज रफ्तार होंडा सिटी कार पेड़ से टकराकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई वहीँ कार में सवार राजनांदगांव के दो कारोबारी भाईयों की मौके पर ही मौत हो गई। ये दर्दनाक हादसा आज रविवार सुबह का है जहां एक परिवार की खुशियां मातम में बदलते सिर्फ चंद सेकेण्ड लगे और उसकी वजह बनी सड़क पर बेलगाम रफ्तार । इस भयानक हादसे में कार ड्राइवर को काफी गंभीर चोटें आईं हैं। 
इस दर्दनाक सड़क हादसे के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार घायल कार चालाक को उपचार के लिए महासमुंद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है। सड़क हादसे में जान गवाने वाले गौतम भंसाली राजनांदगांव के युगांतर पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर हैं। वहीं उनका छोटा भाई सुशील भंसाली राजनांदगांव शहर के प्रतिष्ठत इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी में से हैं। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इधर घटना की सूचना राजनांदगांव स्थित मृतक के परिजनों और रिश्तेदारों को दे दी गई। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
मृतकों के करीबी दोस्त राजनांदगांव निवासी अतुल ने बताया कि भंसाली बंधु किसी पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने आज सुबह खरियार रोड जा रहे थे। वे आज सुबह 5 गाडिय़ों में सवार होकर राजनांदगांव से निकले थे। महासमुंद के पास उनकी कार सड़क हादसे का शिकार हो गई। एक गाड़ी में भंसाली बंधु और दूसरी गाड़ी में परिवार की महिलाएं सवार थीं। 

मुंगई माता की पूजा का साक्षी बनते जंगली भालू, अंधविश्वास या आस्था ?

                                         
TODAY छत्तीसगढ़  / उन जानवरों के सामने मैं निःशब्द हूँ क्यूंकि मैं एक इंसान हूँ, अक्सर शहर के जंगलों में मुझे जानवर नज़र आतें है इंसान की शक्ल में घूमते हुए शिकार को ढूंढते और झपटते हुए.. फिर नोचते और खाते हुए। ये ख्याल मेरे जहन में उस वक्त आया जब मैं छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में मुंगई माता के मंदिर में हर रोज होने वाली एक अप्रत्याशित घटना का साक्षी बना। 
  वैसे तो इस देश में चमत्कारों और आध्यात्मिक शक्तियों की वजह से कई मंदिर प्रसिद्ध हैं लेकिन छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में मुंगई माता का मंदिर हर रोज होने वाली एक घटना के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर में केवल इंसान ही पूजा नहीं करते हैं बल्कि हर रोज जंगली भालुओं का पूरा परिवार पहाड़ी रास्ते से नीचे उतरकर माता के दर्शन के लिए मंदिर की चौखट तक पहुंचता है।  मुंगई माता के मंदिर में जहां हर रोज सैकड़ों भक्त अपनी मनोकामना लेकर पहुंचते हैं, वहीँ दिन ढलते ही चार भालुओं का परिवार हर रोज मुंगई माता की पूजा का साक्षी बनता है।  मुंगई माता के दरबार में भक्तों की भीड़ के बीच जंगली भालुओं के परिवार की मौजूदगी निश्चित तौर पर कौतुहल का बड़ा कारण  है।  
रायपुर से सरायपाली मुख्य मार्ग पर स्थित मुंगई माता का मंदिर भले ही प्राचीनतम इतिहास से सरोकार ना रखता हो लेकिन जंगली भालुओं और इंसानी रिश्तों के बीच  होती प्रगाढ़ता के लिए जरूर सदियों तक जाना जाएगा। महासमुंद जिले के ग्राम बावनकेरा [रायपुर से सरायपाली मुख्य मार्ग ] में मुंगई माता मंदिर के पुजारी टिकेश्वर दास वैष्णव बताते हैं कि पांच भालू का परिवार पास की पहाड़ी में सालों से रह रहा है, करीब दो बरस पहले परिवार का एक सदस्य यानी एक भालू सड़क हादसे में मारा गया। अब भालुओं के परिवार में नर-मादा के अलावा दो बच्चे हैं, चार सदस्यों का यह परिवार पिछले दो दशक से शाम के वक्त माँ की आरती में शरीक होने रोज पहाड़ से नीचे उतरकर मंदिर में आता है। मंदिर आने वाले भालुओं ने कभी किसी भक्त या आसपास के इंसानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है, हाँ कई बार लोगों की गैर वाज़िब हरकतें जंगली भालुओं को नागवार जरूर गुजरती हैं। उस वक्त भालू इंसान पर अपना गुस्सा दिखाने के लिए जरूर कुछ दूर दौड़ाता है मगर आज तक किसी इंसान पर इन भालुओं ने प्राणघातक हमला नहीं किया। मंदिर के पुजारी बताते हैं भालू नारियल, रेवड़ियां और बिस्किट्स खूब चाव से खाते हैं, इतना ही नहीं हर मौसम में उन्हें ठंडा माज़ा [कोलड्रिंक्स] खूब भाता है।      
वैसे छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में ही बागबहरा तहसील मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर चंडी देवी का मंदिर है, वहां भी सालों से भालुओं का परिवार शाम की पूजा के वक्त मंदिर पहुंचता है। राज्य के महासमुंद जिले का मुंगई माता का मंदिर दुसरा ऐसा मंदिर है जहां वन्यप्राणी आस्था की शक्ल में इंसानों के इतने करीब हैं। 
माता के दरबार में बिना किसी मनोकामना के हर रोज पेट पूजा के लिए पहुँचने वाले आस्थावान जंगली भालुओं को सुरक्षा और संरक्षण की दरकार है जिसे लेकर जिले का वन महकमा बेहद असंवेदनशील दिखाई देता है। यह मंदिर नेशनल हाइवे पर है, मंदिर प्रांगण के इर्द-गिर्द किसी तरह का सुरक्षा घेरा नहीं है। इन जंगली भालुओं के करीब हर वो इंसान पहुँचना और उसे अपने हाथ से खिलाना-पिलाना चाहता है जो वहां मौजूद है, ऐसे में किसी भी दिन अनहोनी या फिर बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। आस्था के नाम पर सालों से चल रही इस अप्रत्याशित घटना में सावधानी और सतर्कता बेहद जरूरी है।
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