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उगते सूर्य को अर्ध्य देने उठे हजारों हाथ, श्रद्धा के साथ छठ पूजा सम्पन्न


 बिलासपुर /  TODAY छत्तीसगढ़  / देश के सबसे बड़े छठ घाट बिलासपुर के अरपा नदी के तट पर शुक्रवार को छठ महापर्व पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। गुरुवार की शाम और शुक्रवार की सुबह व्रती महिलाओं के साथ पुरुषों ने भी उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पर्व मनाया। इस दौरान बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल छठ घाट पहुंचें और सभी को पर्व की बधाई दी। 

लोगों की मान्यता है कि छठ पर्व पर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने से सभी मन्नतें पूरी हो जाती है। हर साल की तरह इस बार भी दैनिक भास्कर ने इस आकर्षक नजारे का ड्रोन वीडियो तैयार किया है। मुख्य रूप से उत्तर भारत में मनाया जाने वाला छठ पर्व अब छत्तीसगढ़ के साथ ही बिलासपुर में भी उत्साह के साथ मनाए जाने लगा है। यही वजह है कि यहां अरपा नदी के तट पर देश का सबसे बड़ा स्थायी छठघाट तैयार किया गया है, जहां हर साल व्रतियों की भीड़ बढ़ रही है।

चार दिनों तक मनाए जाने वाले इस पर्व पर दिवाली के बाद दूसरी दिवाली की झलक नजर आई। इस दौरान श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। करीब 1000 हजार मीटर के इस घाट में अर्घ्य देने वाली व्रतियों की भीड़ नजर आई। दावा किया जा रहा है कि आयोजन में 50 हजार से ज्यादा लोग छठ घाट पर पहुंचे।  शुक्रवार तड़के 3 बजे से गाजे-बाजे के साथ लोगों के दौरा और गन्ना लेकर छठ घाट पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। इस दौरान पहले घाट पर दौरा का पूजा की।जिसके बाद छठी मईया की विधि-विधान से पूजा-आराधना कर अरपा नदी में दीपदान कर व्रत करने वाले लोग एक-एक कर पानी के अंदर गए। कमर तक पानी के बीच उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। 

छठ पर्व : अस्त होते सूर्य को अर्ध्य देकर व्रतियों ने की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना

 36 घंटे का निर्जला व्रत कल सुबह भगवान् भास्कर के उदय होते ही अर्ध्य देकर विधिवत समाप्त होगा। 


बिलासपुर । 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  छठ महापर्व के तीसरे दिन का शुभ अवसर व्रतियों के लिए विशेष महत्व रखता है। आज गुरुवार की संध्या में डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के लिए हजारों श्रद्धालु और व्रती अरपा नदी के किनारे तोरवा छठ घाट में  एकत्र हुए।  भगवान भास्कर की विधिवत पूजा के पश्चात् उनको पहला अर्ध्य देकर व्रतियों ने अपने परिवार और समाज के कल्याण के लिए माँ छठी से आशीर्वाद मांगा। 

जानकारों की माने तो बिलासपुर का छठ घाट देश का सबसे बड़ा स्थाई छठ घाट है जहां आज दोपहर बाद छठ व्रतियों का आना शुरू हुआ और देखते ही देखते पूरा घाट भक्तों और व्रतियों की भीड़ में खो सा गया। हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु और व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया, कल शुक्रवार की सुबह उदय होते भगवान भास्कर को अर्ध्य देकर सभी व्रती अपनी उपासना प्रसाद ग्रहण कर ख़त्म करेंगे। 

इस दौरान घाट में मेले जैसा माहौल दिखाई पड़ा । जिला और पुलिस प्रशासन ने सारे इंतज़ामात पहले से कर रखे थे लिहाजा छठ घाट पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुगम तरीके से यातायात भी चलता रहा। कलेक्टर अवनीश शरण, पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह और नगर निगम आयुक्त अमित कुमार भी छठ घाट पहुँचे, उन्होंने भी प्रत्यक्ष रूप से साड़ी व्यवस्थाओं का न सिर्फ जायजा लिया बल्कि भगवान् भास्कर को प्रणाम कर सभी की खुशहाली की कामना छठी मैया से की। 

छठ पूजा : घाट की ओर से गुजरने वाले वाहनों का मार्ग परिवर्तित, भारी वाहन पूर्णतः प्रतिबंधित

 


बिलासपुर / 
TODAY छत्तीसगढ़  /  सूर्य उपासना का पर्व छठ के मद्देनज़र बिलासपुर पुलिस ने तमाम एहतियात और तैयारियां पूरी कर ली हैं। तोरवा छठ घाट पर श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति के मद्देनज़र पुलिस ने गुरुवार 7 नवम्बर और शुक्रवार 8 नवम्बर को आवागमन मार्ग में कुछ बदलाव किया है जो आम जनता के लिये सुविधाजनक होगा। पुलिस ने यातायात डायवर्सन के मार्ग के संबध में जो जानकारी दी है उस लिहाज से  कल 7 नवम्बर को दोपहर 2 बजे से 8 नवम्बर की सुबह 11 बजे तक तोरवा चौक से छठ घाट होकर मोपका, राजकिशोर नगर जाने वाले मार्ग पर भारी वहां पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे।  

छठ महापर्व के बीच शहर के आवाम को बेहतर और सुचारु यातायात सुविधा मिल सके इस लिहाज से पुलिस ने जिन रास्तों से वाहनों को डायवर्ट किया है वो इस प्रकार है। 

(01) / महमंद  मोड भारी वाहन डायवर्सन— महमंद मोड़ से सभी प्रकार के भारी वाहनों का शहर प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा इस प्रकार सभी भारी वाहन सिरगिट्टी होकर आगे की यात्रा तय करेंगे। 

(02) / चिल्हाटी तिराहा भारी वाहन डायवर्सन—  चिल्हाटी तिराहा से सभी प्रकार के भारी वाहनों का शहर प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा, सभी भारी वाहन सेंदरी—मोपका बाईपास होकर आगे की यात्रा तय करेंगे।

इसी प्रकार दुपहिया, कार एवं हल्का वाहन मोपका—सरकंडा—लिंगियाडीह—दयालबंद—तोरवा होकर आना जाना कर सकेंगे। 

(01) /  छठ घाट तिराहा डायवर्सन— इस तिराहा से छठ घाट की ओर सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा सभी प्रकार के कार आदि वाहनों को डायवर्सन किया जाएगा जो की आरके नगर लिंगियाडिड रोड से सरकंडा एवं दयालबंद की ओर से आना-जाना कर सकेंगे।

(02) / धान मंडी मोड़ (तोरवा पेट्रोल पंप) डायवर्सन— यहां से छठ घाट की ओर सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा सभी प्रकार के कार आदि वाहन गुरु नानक चौक, दयालबंद होते हुए शहर एवं लिंगियाडीह, सरकंडा, मोपका की ओर आवागमन कर सकेंगे।

यातायात पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे परिवर्तित मार्ग का उपयोग करते हुए आवागमन करें ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके। 

अरपा माई की महाआरती : नहाय खाय से शुरू हुआ लोक आस्था का महापर्व छठ, कल खरना

बिलासपुर / TODAY छत्तीसगढ़  /लोक आस्था के महापर्व की गूंज जिले के कोने-कोने में सुनाई देने लगी है। छठ घाट जहां सज धज कर तैयार हैं, वही जिन घरों में व्रती हैं वहां नहाय खाय के साथ चार दिवसीय लोक आस्था छठ पूजा का शुभारंभ आज माँ अरपा की महाआरती के साथ हो गया। 

 चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत मंगलवार को नहाय-खाय के साथ हुई। वहीं आठ नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस लोक पर्व का विधिवत समापन होगा। । आज व्रतियों ने स्नान कर छठ व्रत का संकल्प लिया। उसके बाद अरवा चावल का भात, चने की दाल और कद्दू (लौकी) की सब्जी ग्रहण की। इसमें परिवार के सदस्य भी शामिल रहे। नहाय-खाय के बाद व्रती खरना की तैयारी में जुट गए। कल खरना है, सभी छठव्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत रखकर गुरुवार 7 नवम्बर की शाम अस्त होते भास्कर को अर्ध्य देकर छठ्ठी माई से अपनी मनोकामना पूरी होने कामना करेंगे। अगले दिन यानि 8 नवम्बर शुक्रवार को सभी व्रती उदय होते भगवान् भास्कर को अर्ध्य देंगे और विधिवत पूजा का समापन करेंगे। 

तीन दिनों तक चलने वाले इस कठिन व्रत के लिए बिलासपुर शहर के बाजारों में रौनक देखते ही बन रही है। कहीं, लोग छठ के लिए कपड़े से लेकर दउरा खरीद रहे हैं तो कहीं, सूप, मिट्टी व कांसे के बर्तन के साथ ही टोकरी और फल खरीदते हुए लोग आसानी से देखे जा सकते हैं।


कबीर आश्रम में जलता पटाखा फेंका : दामाखेड़ा मामले में सियासत तेज, 16 लोगों की गिरफ्तारी

गुरु प्रकाश मुनि साहेब से मुलाक़ात करने दामाखेड़ा पहुंचें कांग्रेस नेता

 रायपुर।TODAY छत्तीसगढ़  /  बलौदाबाजार जिले के दामाखेड़ा में शुक्रवार रात कबीर पंथ के धार्मिक गुरु प्रकाश मुनि साहेब के आश्रम में पटाख़ा फेंके जाने के मामले में पुलिस ने अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति निर्मित हुई जिसे देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इस मामले में सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है वहीँ दोनों ही प्रमुख राजनैतिक पार्टी के लोग आश्रम पहुँचकर गुरु प्रकाश मुनि साहेब से मुलाक़ात कर चुके हैं। 

आपको बता दें कि 1 नवम्बर की देर रात करीब 9 बजे यह जब गुरु प्रकाश मुनि साहेब दीपावली पूजन के बाद अपने पुत्र और समर्थकों के साथ दीपावली मिलन के लिये ग्राम भ्रमण में निकले थे, उसी दौरान कुछ शरारती तत्वों ने आश्रम परिसर में जलते हुए पटाखे फेंके और उनके पुत्र के साथ दुर्व्यवहार किया। इस घटनाक्रम की सूचना गुरु प्रकाश मुनि साहेब ने तत्काल सिमगा थाने को दी और गृह मंत्री से फोन पर बातचीत कर मामले से अवगत कराया। 

 इस घटनाक्रम की ख़बर आग की तरह फैली, मामले की गंभीरता को देखते हुये रात करीब 2 बजे गृह मंत्री विजय शर्मा, भाटापारा के पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, रायपुर रेंज के आईजी रजनीश सिंह और बलौदाबाजार एसपी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया । 

 इधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और पार्टी के कई प्रमुख नेता दामाखेड़ा पहुंचे। यहां कबीर पंथ के‌ प्रमुख प्रकाश मुनि साहेब से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कबीर आश्रम दामाखेड़ा पर  हमला और वंशाचार्य उदितमुनि नाम साहेब पर हत्या की नीयत से किया गया हमला बेहद दुःखद और निंदनीय है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार में हमारे संत व धार्मिक स्थल भी सुरक्षित नहीं हैं। 

लुतरा शरीफ का 66 वां सालाना उर्स, परचम कुशाई के साथ कल से शुरू होगा 6 दिवसीय उर्स


 बिलासपुर।
 TODAY छत्तीसगढ़  /  जिले में सीपत के नजदीक ग्राम लुतरा में शहंशाहे छत्तीसगढ़ के नाम से मशहूर सूफी-संत हुजूर बाबा सैय्यद इंसान अली शाह रहमतुल्लाह अलैह लुतरा शरीफ के लिए छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड द्वारा गठित इंतेजामिया कमेटी 6 दिवसीय सालाना उर्स की तैयारी पूरी कर चुकी है। रविवार को परचम कुशाई के साथ उर्स का आगाज होने जा रहा है। कमेटी के अध्यक्ष इरशाद अली ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह के 6 दिवसीय 66 वां सालाना उर्स पाक 20 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 25 अक्टूबर तक बड़े ही अकीदत और शानो शौकत के साथ मनाया जाएगा। इंतेजामिया कमेटी से जुड़े सभी पदाधिकारी, मेंबर के अलावा उर्स कमेटी के तमाम पदाधिकारी तैयारी पूरी कर चुके हैं।   

श्री अली ने जानकारी दी कि सालाना उर्स का आगाज़ 20 रविवार की सुबह 11:00 बजे परचम कुशाई मटका पार्टी पप्पू नौशाही,कामठी नागपुर के साथ होगा। पहले दिन रात 9:00 बजे नात मनकबत तकरीर कारी अल्हाज हसन अशरफी व हाफिज मोहम्मद इजरायल मुदर्रिश दारुल उलूम फैजाने इंसान अली शाह के द्वारा कलामें पाक की तिलावत के साथ प्रोग्राम की शुरुआत करेंगे। इसके पहले दोपहर 3:00 बजे दरगाह से शाही संदल चादर निकाली जाएगी जिसे दादी अम्मा की दरगाह खम्हारिया में चढ़ाई जाएगी।

 उर्स के दूसरे दिन 21 अक्टूबर को दोपहर 12:40 बजे मजार ए पाक का गुस्ल,सलातो सलाम व शिजरा खानी होगी। शाम 3:00 बजे पुराने दरबार में संदल चादर व महफिले समा के साथ ही दरबारी कव्वाल यासीन शोला व उनके साथी सूफियाना कलाम पेश करेंगे। रात 9:00 बजे तकरीर का अजीमुशशान जलसा रखा गया है जिसमें किछौछा शरीफ (उप्र) से आए धर्म गुरु सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब व कटिहार बिहार  के मुफ्ती मोइनुद्दीन चतुर्वेदी साहब तकरीर (प्रवचन) करेंगे। 

उर्स के तीसरे दिन 22 अक्टूबर को रात 9:00 बजे रेडियो ऑडियो एवं टीवी सिंगर दिल्ली के कव्वाल चांद अफजाल कादरी अपना कलाम पेश करेंगे।इसके पहले आल छत्तीसगढ़ मुस्लिम तंजीमों (कमेटी)का इस्तेकबाल किया जाएगा।

प्रोग्राम के चौथे दिन 23 अक्टूबर को आल इंडिया नातियां मुशायरा कार्यक्रम रात 9 बजे किया जाएगा जिसमें जेरे सदारत फरजंदे गौसे आजम शहजादे शिमना हजरत अल्लामा वा मौलाना सैयद राशिद मक्की मियां साहब क़िब्ला किछौछा शरीफ की सदारत में होगा। मुशायरा का संचालन कफिल अंबर साहब कलकत्तवी, शायरे इस्लाम जैनुल आबदीन कानपुरी, नायाब व मंजर कलकत्तवी, गुलाम नूर ए मुजस्सम उन्नावी और अहमदुल फ़त्ताह फैजाबादी अपने-अपने अंदाज में खूबसूरत शायरी प्रस्तुत करेंगे।

 इसी तरह 24 अक्टूबर की रात 9:00 बजे से लुतरा शरीफ के दरबारी और हिंदुस्तान के मशहूर रेडियो ऑडियो एवं टीवी सिंगर बिजनौर यूपी के बीच कव्वाल रईस अनीस साबरी के द्वारा शानदार कव्वाली की प्रस्तुति दी जाएगी। 

उर्स के 6 वें और अंतिम दिन 25 अक्टूबर  को बाद नमाजे फजर कुरान ख्वानी  11:00 बजे रंग की महफिल व कुल की फातिहा होगी जिसमें मुस्लिम समाज के धर्म गुरु हजरत अल्लामा व मौलाना सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब किछौछा शरीफ के द्वारा प्रदेश के अमन चैन की दुआ मांगी जाएगी। पूरे उर्स के दौरान 6 दिन 24 घंटे शुद्ध शाकाहारी दरबारी शाही लंगर के साथ रोजाना सुबह चाय नाश्ते का भी बेहतरीन इंतेजाम रहेगा।

कमेटी के सेक्रेटरी रियाज अशरफी ने बताया कि इस बार कमेटी के द्वारा प्रदेश के लगभग सभी जिलों से बाबा सरकार के चाहने वालों को जोड़ा गया हैं। दरगाह परिसर में लगातार सुधार,जीर्णोद्धार के साथ ही मुस्लिम एजुकेशन सिस्टम को उन्नत किया जा रहा है। दरगाह परिसर में स्थित मदरसे में बच्चों को फ्री भोजन,आवास के साथ आधुनिक,शिक्षा दी जा रही है।उर्स के दौरान आने वाले हजारों लाखों श्रद्धालुओं की खिदमत के लिए कमेटी के तमाम सदस्य कमर कस कर तैयार हैं।इस दौरान दरगाह परिसर में कलम का लंगर लगाया जाएगा जिसके तहत "एक रोटी कम खाओ मगर बच्चों को खूब पढ़ाओ" का नारा देकर बच्चों और उनके परिजनों को जागरूक करते हुए उन्हें कलम और कॉपी बांटी जाएगी।इस अवसर पर धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक के अलावा अन्य संदेशपरक कार्यक्रम शामिल किए गए हैं। समाज के लोगों को सबसे बड़ा संदेश देने के लिए तंजीम का सम्मान किया जा रहा है।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि प्रशासन और हाईकोर्ट के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए संदल चादर लेकर आने वाले श्रद्धालुओं के डीजे साउंड बजाए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।सिंगल यूज प्लास्टिक को भी बैन करने का निर्णय लिया गया है इसके लिए सभी दुकानदारों से अपील की जाएगी। इस बार सालाना उर्स के दौरान मुस्लिम समाज के हित में जूझ कर कम करने वाली तंजीमों (संस्था) का कमेटी सम्मान करेगी। यही नहीं लुतरा शरीफ के आसपास के गांव,समाज प्रमुखों का सम्मान करने का निर्णय लिया गया है।मुस्लिम बच्चों के अलावा दिगर कौम के बच्चों की भी शिक्षा और जनचेतना को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है।इस बार शिरनी (प्रसाद) घर घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया है।

उर्स कमेटी के सरपरस्त रायपुर निवासी एडवोकेट सैय्यद फैसल रिजवी साहब, हाजी रंगराज, सैय्यद मकबूल अली बिलासपुर,हाजी डॉ सैय्यद शब्बीर अहमद कोरबा, नब्बू गौंटिया खम्हरिया सहित अन्य पदाधिकारियों के दिशा निर्देश पर सालाना उर्स को सफल बनाने के लिए इंतेजामिया कमेटी दरगाह लुतरा शरीफ के नायब सदर मोहम्मद सिराज, नायब सेक्रेटरी हाजी गुलाम रसूल साबरी, खजांची रोशन खान, कमेटी के सदस्य मोहम्मद कुद्दूस,अब्दुल रहीम खान, मोहम्मद जुबेर,हाजी करीम बेग,महबूब खान,रहीम खान, फिरोज खान उर्स कमेटी के सभी सदस्य उर्स को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।


शरदोत्सव : पत्रकार कालोनी में 'मिश्र बंधुओं' की भक्तिमय प्रस्तुति

  बिलासपुर।  TODAY छत्तीसगढ़  /  बुधवार की रात पत्रकार कॉलोनी रिंग रोड 2 में शरदोत्सव भक्तिमय माहौल में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मिश्र बंधुओं द्वारा प्रस्तुत भक्ति संगीत में श्रोता मंत्रमुग्ध रहे।

 इस भक्तिमय कार्यक्रम के आरम्भ में वरिष्ठ नागरिक श्रीमती कामनी देवी पुरोहित और श्रीमती कस्तुरी मिश्रा के द्वारा श्रीराधाकृष्ण की पूजा अर्चना की गयी । कार्यक्रम में सारधा चकरभाठा के सुप्रसिद्ध गायक मिश्र बंधु भगवत और ओंकर की जुगलबंदी ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।  भजन 'नटवर नागर नंदा..., जय जय राधारमण हरि बोल..., प्रभु मिल जायेंगे..... सूरज की गर्मी से' जैसी एक से बढ़कर एक मनमोहक प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। तबले पर संगत कर रहे दीपक पुष्पेन्द्र कौशिक ने बेहतरीन तबला वादन कर अपनी छाप श्रोताओं पर छोड़ी। 

  इस अवसर पर पार्षद भरत कश्यप, समिति के अध्यक्ष रामाधार देवांगन, वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण कुमार शर्मा, राजेश अग्रवाल, मनोज शर्मा, सचिव रमन दुबे, पूर्व पार्षद रमेश जायसवाल, बृजेश शर्मा, बलराम विश्वकर्मा, आरके वर्मा, कमलेश शर्मा, विजय शर्मा, सौरभ द्विवेदी, गिरीश तिवारी, कृष्ण प्रधान, श्रीमती ज्योति दुआ, श्रीमती नम्रता शुक्ला, श्रीमती सुमन शर्मा, श्रीमती अनीता दुबे, श्रीमती प्राची शर्मा, श्रीमती बिंदु विश्वकर्मा, श्रीमती ममता पटेल, श्रीमती श्वेता तिवारी, सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे। सांस्कृतिक मंच का संचालन राजेश दुआ ने किया।

शरद पूर्णिमा : पत्रकार कालोनी में भजन संध्या, मिश्र बंधु श्रोताओं को भक्ति रस में डुबोएँगे


बिलासपुर। 
TODAY छत्तीसगढ़  /  आगामी 16 अक्टूबर, बुधवार को शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर ‘पत्रकार कॉलोनी जन कल्याण समिति’ द्वारा शरद उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस भव्य कार्यक्रम में लोकप्रिय श्री मिश्र बंधु मंडली, सारधा (चकरभाठा) अपनी मनमोहक प्रस्तुति देंगी। पत्रकार कॉलोनी रिंग रोड क्र. 2 के गार्डन में रात्रि 8 बजे से आयोजित भजन संध्या में मिश्र बंधु के भजनों का आनंद लें और इस शरद पूर्णिमा को भक्ति संगीत के साथ मनाएं। इस कार्यक्रम में भाग लेकर श्रद्धालु आध्यात्मिक संगीत का आनंद उठा सकेंगे।

देशभक्ति के जज्बे को दिखा रहा 'कालापानी' की अवधारणा पर बनाया गया मां दुर्गा पूजा पंडाल


 बिलासपुर/  TODAY छत्तीसगढ़  /  रेलवे कन्सट्रक्शन कालोनी बिलासपुर के परिसर में सार्वजनिक दुर्गा लक्ष्मी काली पूजा उत्सव समिति के आयाजकों द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी भव्य पूजा पंडाल के मध्य मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई। परंतु इस वर्ष बनाए गए पूजा पंडाल की बात ही निराली है। राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान मातृभूमि को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए ब्रिटिश हुकूमत को चुनौती देने वाले क्रांतिकारियों को दी जाने वाली क्रूरतम सजाओं में से एक कालापानी की ही सजा थी।

सेल्यूलर जेल में बंदियों को दी जाने वाली तरह-तरह के कठोर यातनाओं का जीवंत चित्रण दर्शकों को रोमांचित करने वाले हैं। आजादी के लिए सशस्त्र क्रांति का मार्ग अपना कर देश को आजाद कराने के लिए संघर्षरत युवाओं ने अदम्य साहस का परिचय दिया और कालापानी की सजा झेली। हजारों देशभक्तों ने सेल्यूलर जेल की यातनामय कष्ट झेले। आज की वर्तमान पीढ़ी को 'कालापानी' के देशभक्तों के त्याग और बलिदान से प्रेरणा ग्रहण करने की आवश्यकता है।

        सेल्यूलर जेल पर केन्द्रित कर बनाए गए पूजा पंडाल की खबर मिलने के बाद इससे प्रभावित होकर लेखक व इतिहासकार डॉ. लोकेश शरण उक्त पंडाल को देखने पहुंचे। उन्होंने कैदियों की भूमिका निभा रहे कलाकारों से मुलाकात कर उनकी हौसलाअफजाई की। डॉ. शरण ने दुर्गा पूजा समिति आयोजक मंडल के सर्वश्री स्वराजनाथ चौधरी, अब्दुल फरीद व लोकनाथ बिस्वाल को 'भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में कालापानी की ऐतिहासिक भूमिका' शीर्षक से प्रकाशित अपनी लिखित पुस्तक भेंट की तथा उनकी पूरी टीम को मंगलमय जीवन की शुभकामनाएं व्यक्त की।


मुख्यमंत्री साय ने रावण दहन किया, रावण भाठा के दशहरा मैदान के लिए 50 लाख रुपये की स्वीकृति

 रायपुर /  TODAY छत्तीसगढ़  /  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर के डब्ल्यूआरएस कॉलोनी मैदान में दशहरा पर्व के अवसर पर भगवान श्रीराम के जयकारे के बीच रिमोट का बटन दबाकर रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाथ के विशालकाय पुतले का दहन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री दूधाधारी मठ रावण भाठा के दशहरा मैदान के विकास के लिए 50 लाख रुपये की राशि प्रदाय करने की घोषणा की। 

शारदीय नवरात्र : आवास मेले में कन्या भोज का आयोजन, 125 कुंवारी कन्याओं को भोज कराया गया

 


बिलासपुर / 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  शारदीय नवरात्र में आज अष्टमी-नवमी के दिन मुंगेली जिला मुख्यालय स्थित मंडी परिसर में आयोजित आवास मेले अंतर्गत कन्या भोज का भी आयोजन किया गया। इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री अरुण साव और जिले के प्रभारी मंत्री लखन लाल देवांगन ने 125 कुंवारी कन्याओं को भोज कराया। उन्होंने सभी कन्याओं को अपने हाथों से खीर, पूड़ी, हलवा सहित विभिन्न प्रकार का मिष्टान्न परोसा और उपहार भेंट किया। साथ ही कन्याओं की मां देवी के रूप में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। 

बता दें कि शारदीय नवरात्र में नौ दिनों तक जिस तरह से माता दुर्गा की आवभगत और पूजा-अर्चना की जाती है, उसी तरह से नवरात्रि में सप्तमी तिथि से कन्या पूजन का दौर शुरू हो जाता है। अष्टमी और नवमी तिथि पर कुंवारी कन्याओं को नौ देवी का रूप मानकर उनका स्वागत-सत्कार किया जाता है। नवरात्र में कुंवारी कन्याओं के भोजन कराने से पुण्य और कल्याण की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, वन मंडलाधिकारी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

10 अक्टूबर : सिद्ध शक्तिपीठ श्री महामाया देवी मंदिर का दरबार सप्तमी के दिन रात्रि भर खुला रहेगा

 


बिलासपुर / 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  सिद्ध शक्तिपीठ श्री महामाया देवी मंदिर रतनपुर का दरबार कल 10 अक्टूबर सप्तमी के दिन रात्रि भर खुला रहेगा। मामले की जानकारी ट्र्स्ट के अध्यक्ष आशीष सिंह ने दी दी है। आशीष सिंह ने बताया कि शारदीय क्वांर नवरात्रि पर्व में सप्तमी तिथि 10 अक्टूबर 2024 गुरुवार को है। पद यात्रा में आने वाले भक्तों के लिए रात भर मन्दिर गर्भ गृह खुला रखा जाएगा। पदयात्रियों की वापसी के लिए पूर्व की भांति रतनपुर से बिलासपुर के निःशुल्क बस सेवा उपलब्ध कराई जायेगी।

 ट्रस्ट चैयरमेन आशीष सिंह ने जानकारी दी किया कि अष्टमी को हवन शुक्रवार  11 अक्टूबर 24 को सुबह सूर्योदय के समय होगा। इसी समय महा अष्टमी पूजन शुरु किया जाएगा और दोपहर 1 बजे पूर्णाहुति के यज्ञ संकल्प का काम पूरा होगा। महामाया मंदिर रतनपुर में 12 अक्टूबर 24 शनिवार को राजसी श्रृंगार राजसी भोग कन्या भोज का कार्य होगा। ब्रह्म भोज ज्योति कलश विसर्जन के साथ नवरात्रि पर्व परिपूर्ण होगा।

नवरात्रि : कलेक्टर, एसपी ने महामाया मंदिर परिसर में व्यवस्था का लिया जायजा


 बिलासपुर / 
 TODAY छत्तीसगढ़  / कलेक्टर अवनीश शरण और एसपी रजनेश सिंह ने  शारदीय नवरात्रि के मद्देनजर रतनपुर स्थित महामाया मंदिर परिसर में ट्रस्ट पदाधिकारियों व अधिकारियों की बैठक लेकर नवरात्रि के दौरान व्यापक इंतजाम के निर्देश दिए। 

      बैठक में कलेक्टर ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी  रतनपुर को  निर्देश दिए कि दर्शन के लिए आने वाले  श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो। प्रकाश ,पेयजल , साफसफाई, ट्रैफिक पार्किंग व्यवस्था के समुचित इंतजाम करने कहा।  कलेक्टर ने कहा कि वीवीआईपी विजिट के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए  अधिकारी सतर्क रहें।  अधिकारियों की ड्यूटी पालियों में लगाये  जाने के निर्देश दिए। विशेष रूप से सप्तमी, अष्टमी पर श्रद्धालुओं  की भीड़ के मद्देनजर  प्रबंधन के लिए  कलेक्टर ने निर्देशित किया। उन्होंने  मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों से भी इंतजामों के लिए सुझाव मांगे।

       पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने सुरक्षा के लिए बल की व्यवस्था की जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों को  श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन के लिए व्यापक इंतजाम के निर्देश दिए। श्री सिंह ने बताया कि 200 पुलिस जवानों को परिसर में  तैनात किया गया है। जो नवरात्रि के दौरान व्यवस्था संभालेंगे। अधिकारियों ने मां महामाया के दर्शन किए और परिसर में लगे विभिन्न स्टालों का निरीक्षण कर जानकारी ली। 

तिरुपति लडडू विवाद पर SC ने सुनाया फैसला, कहा हम कोर्ट को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने देंगे


नई दिल्ली
/  TODAY छत्तीसगढ़  /  सुप्रीम कोर्ट ने तिरुपति लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल के आरोपों की जांच के लिए शुक्रवार को एक स्वतंत्र विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह करोड़ों लोगों की आस्था का सवाल है। कोर्ट ने इस पूरे मामले की जांच के पांच सदस्यीय एसआईटी गठित करने का आदेश दिया जिसमें सीबीआई, पुलिस और FSSAI के अधिकारी शामिल होंगे। 

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने तिरुपति लड्डू विवाद पर सुप्रीम कोर्ट से कहा कि यदि आरोपों में थोड़ी भी सच्चाई है तो यह अस्वीकार्य है। तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को सुझाव दिया कि एसआईटी जांच की निगरानी केंद्र सरकार के किसी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा की जाए। 30 सितंबर को इस मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मेहता से यह तय करने में सहायता करने को कहा था कि राज्य द्वारा नियुक्त एसआईटी द्वारा जांच जारी रहनी चाहिए या किसी स्वतंत्र एजेंसी द्वारा जांच की जानी चाहिए। 

तिरुपति मंदिर में प्रसाद के लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी के कथित इस्तेमाल के मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच के अनुरोध वाली याचिका समेत अन्य दूसरी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला सामने आया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम अदालत को राजनीतिक युद्धक्षेत्र के रूप में इस्तेमाल नहीं होने देंगे। पिछले महीने की शुरुआत में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया था कि राज्य में पिछली जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान तिरुपति में लड्डू तैयार करने में पशु चर्बी का उपयोग किया गया था, जिससे एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था।

सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के सार्वजनिक बयान पर सवाल उठाया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि लैब रिपोर्ट बिल्कुल स्पष्ट नहीं है। कोर्ट ने पूछा कि इस बात का क्या सबूत है कि तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने में दूषित घी का इस्तेमाल किया गया था। (साभार-एनबीटी)


ज्योतिष महाकुंभ मे सम्मिलित होने आचार्य डॉ. दिनेश महाराज कल अहमदाबाद रवाना होंगे


 बिलासपुर।
 TODAY छत्तीसगढ़  /  श्री पीताम्बरा पीठ त्रिदेव मंदिर सुभाष चौक सरकण्डा बिलासपुर छत्तीसगढ़ में विश्व कल्याण देश एवं प्रदेश की सुख शांति समृद्धि खुशहाली के लिए 18 जून 2023 से चल रहे श्री पीताम्बरा हवनात्मक महायज्ञ की पूर्णाहुति देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के दिन 27 नवंबर 2023 को संपन्न हुआ। पीताम्बरा पीठाधीश्वर आचार्य डॉ. दिनेश महाराज अहमदाबाद में होने जा रहे 33वां वैश्विक गुप्त विज्ञान शिखर सम्मेलन 2023 ज्योतिष महाकुंभ मे सम्मिलित होने 29 नवंबर को रायपुर से हवाई मार्ग के द्वारा प्रस्थान करेंगे।जहाँ 30 नवंबर,1और 2 दिसंबर 2023 को बतौर वीआईपी अतिथि व्यख्यान देंगे, साथ ही साथ पीताम्बरा हवनात्मक महायज्ञ के भस्म का वितरण करेंगे।पीताम्बरा पीठाधीश्वर आचार्य डॉ. दिनेश जी महाराज ने बताया कि दश महाविधाओं में आठवी महाविधा माँ बगलामुखी देवी है, जिनका हवनात्मक महायज्ञ संपन्न किया गया है जिसका पवित्र अभिमंत्रित भस्म जरूरतमंदो को बीज मंत्र उच्चारण के साथ प्रदान किया जायेगा। 

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संतों का कार्य समाज और सनातन धर्म के लिए: स्वरूपादास महराज


 बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  श्री पीतांबरा पीठ त्रिदेव मंदिर में 18 जून से प्रारंभ हवनात्मक महायज्ञ की साधु संतों के सानिध्य में 40 लाख आहुतियों के साथ 27 नवंबर को पूर्णाहुति हुई । पीतांबरा पीठ के आचार्य डॉ दिनेश महराज ने बताया कि 161 दिनों तक चले इस हवनात्मक महायज्ञ का उद्देश्य सनातन धर्म का विस्तार, धर्म के प्रति विश्वास, अखंड भारत और विश्व कल्याण की कामना को पूर्ण करना था। 

अखिल भारतीय धर्म समाज के प्रमुख डॉ दिनेश महराज ने बताया कि परमगुरु शारदानंद सरस्वती की स्मृति में प्रारंभ महायज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत उनकी पुण्यतिथि पर संतों के समागम के साथ कन्या पूजन और भंडारा का आयोजन किया गया। 

O  साधु संतों के सानिध्य में 40 लाख आहुतियों के साथ हवनात्मक महायज्ञ की पूर्णाहुति

O  सनातन धर्म के लिए 500 सौ वर्षों के संघर्ष का परिणाम है अयोध्या में प्राणप्रतिष्ठा उत्सव

O  पीतांबरा पीठ त्रिदेव मंदिर में 161 दिनों तक महायज्ञ का आयोजन

इस अवसर पर पधारे महामंडलेश्वर स्वरूपादास महराज ने कहा कि संतों का कार्य समाज और सनातन धर्म के बचाव के लिए होता है। 500 वर्षों से सनातन की स्थापना का संघर्ष परिणाम अब राम जन्मभूमि के रूप में पूर्ण हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस संघर्ष को विजय उत्सव के रूप में मनाने अयोध्या में महा बैठक का आयोजन किया गया। इस विजय उत्सव में सभी की सहभागिता बने इसकी तैयारी पर चर्चा की गई।

अपना गांव अयोध्या धाम 

स्वरूपादास महराज ने कहा कि अयोध्या में 22 जनवरी को प्राणप्रतिष्ठा के अवसर पर जन जन और घर घर में उत्सव मनाया जाए। इस दिन घर व मंदिरों में कम से कम 11 दीए अवश्य जलाएं। अपने घर अपने गांव को अयोध्या धाम बनाएं। 500 साल बाद आए स्वर्णिम दिवस को दिवाली की तरह मनाएं।

अयोध्या की गलियां, सड़कें सब बदली

शारदानंद सरस्वती महराज ने बताया कि अयोध्या की संकरी गलियां, सड़कें, नक्शा, नमूना सब बदल गया है। भगवान राम के प्राणप्रतिष्ठा के लिए बन रहा भव्य कारीडोर और क्षेत्र के लोगों में खुशी देखते ही बनती है। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण का कुछ कार्य दो महीने बाद पुनः प्रारंभ होगा।

प्राणप्रतिष्ठा में सिर्फ 7 हजार लोग ही होंगे शामिल

महराज श्री ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में प्राणप्रतिष्ठा के उत्सव में सिर्फ 7 हजार लोगों के शामिल होने की व्यवस्था की गई है। पहले दिन अन्य लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है उस दिन अयोध्या जाने की योजना न बनाएं।

छत्तीसगढ़ से 4 फरवरी को जाएंगे श्रद्धालु, 6 को होंगे दर्शन

विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री ने बताया कि 27 जनवरी के बाद अयोध्या दर्शन के लिए  देश के सभी प्रांतों के लिए तिथि और संख्या तय की जाएगी। न्यास की ओर से 45 दिनों तक श्रद्धालुओं के रहने और खाने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के श्रद्धालु 4 फरवरी को अयोध्या के लिए रवाना होंगे, 5 को पहुंचेंगे और 6 फरवरी को भगवान के दर्शन करेंगे। मार्च के बाद आम जन मानस दर्शन कर सकेंगे।

जनवरी में घर-घर देंगे न्योता

आचार्य दिनेश महराज ने बताया कि 1 से 10 जनवरी तक घर-घर जाकर लोगों को इस उत्सव में शामिल होने निमंत्रण दिया जाएगा। उन्होंने बताया की 1 दिसंबर को रायपुर में अक्षत प्रारंभ किया जाएगा।

श्री सद्गुरुदेव भगवान की प्रथम पुण्य स्मृति में कन्यापूजन, भण्डारा, प्रसाद का आयोजन

 


बिलासपुर।  TODAY छत्तीसगढ़  /   श्री पीताम्बरा पीठ त्रिदेव मन्दिर सुभाष चौक सरकण्डा मे श्री पीताम्बरा हवनात्मक महायज्ञ पूर्णाहुति एवं श्री सद्गुरुदेव भगवान की प्रथम पुण्य स्मृति में कन्यापूजन, भण्डारा, प्रसाद का आयोजन किया जा रहा है। 

        श्री पीताम्बरा पीठ त्रिदेव मन्दिर सुभाष चौक सरकण्डा पीताम्बरा पीठ के पीठाधीश्वर आचार्य डॉ. दिनेश जी महाराज ने बताया कि त्रिदेव मंदिर में  प्रतिदिन प्रातःकालीन श्री ब्रह्मशक्ति बगलामुखी देवी का विशेष पूजन श्रृंगार,श्री शारदेश्वर पारदेश्वर महादेव का महारुद्राभिषेक, महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती देवी का षोडश मंत्र द्वारा दूधधारिया पूर्वक अभिषेक,परमब्रह्म मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम जी का पूजन एवं श्रृंगार किया जाता है।18 जून 2023 से प्रारंभ हुए पीताम्बरा हवनात्मक महायज्ञ में 161 दिनो मे 40,25,000(40लाख 25हजार)आहुतियाँ दी जा चुकी है।हवनात्मक महायज्ञ की पूर्णाहुति 27 नवंबर 2023 को किया जा रहा है। प्रतिदिन रात्रि 8:30 से रात्रि 1:30बजे तक हवनात्मक महायज्ञ तत्पश्चात रात्रि1:30बजे ब्रह्मशक्ति बगलामुखी देवी का महाआरती किया जा रहा है।

परमपूज्य सद्गुरुदेव श्रीमद् परमहंस परिव्राजकाचार्य सच्चिदानन्द स्वरूप अनन्त श्री विभूषित श्रोत्रिय ब्रह्मनिष्ठ श्री स्वामी शारदानन्द सरस्वती जी महाराज के प्रथम पुण्य स्मृति एवं श्री पीताम्बरा हवनात्मक महायज्ञ (18 जून 2023, रविवार से 27 नवम्बर 2023, सोमवार तक) आयोजित है। श्री पीताम्बरा हवनात्मक महायज्ञ पूर्णाहुति के पुण्यावसर पर कार्तिक शुक्ल पक्ष पूर्णिमा 27 नवम्बर 2023, सोमवार को कन्यापूजन, भण्डारा, प्रसाद का आयोजन किया जा रहा है।साथ ही साथ अखिल भारतीय संत समिति की बैठक का आयोजन भी किया जाएगा।



देवउठनी एकादशी आज, श्रीहरि विष्णु की होगी विशेष पूजा


 बिलासपुर। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  आज देवउठनी एकादशी है. इस दिन भगवान विष्णु पांच महीने की नींद के बाद जागते हैं. इसके बाद से मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं. इस दिन घरों में भगवान सत्यनारायण की कथा और तुलसी-शालिग्राम के विवाह का आयोजन किया जाता है. आज शहर के आलावा देश के विभिन्न अंचल में तुलसी विवाह कर देवउठनी एकादशी की पूजा सम्पन्न होगी। 

देवउठनी एकादशी को देव प्रबोधिनी एकादशी या देव उत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु अपनी चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं, इसलिए इस दिन इनकी विषेश पूजा की जाती है। यह एकादशी भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए बेहद उत्तम मानी जाती है। इस दिन जो भी भक्त भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पूजा-पाठ के अलावा कुछ विशेष उपाय करता है, उसके सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही धन लाभ के भी योग बनने लगते हैं। 

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को देवउठनी एकादशी की बधाई और शुभकामनायें दीं हैं। 


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अयोध्या : राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए 'टेंट सिटी' का निर्माण कराया जा रहा

फ़ाइल फोटो 

 लखनऊ / अयोध्या  (भाषा)। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  भगवान श्री राम की जन्म स्थली अयोध्या में बनाये जा रहे भव्य राम मंदिर में अगले वर्ष (जनवरी 2024) 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश-विदेश से बड़ी संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 'टेंट सिटी' का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें 80 हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। 

लखनऊ में जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश-विदेश से लाखों लोगों के अयोध्या पहुंचने की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से विभिन्न स्थानों पर टेंट सिटी का निर्माण कराया जा रहा है। इनमें ठहरने और भोजन की उत्तम व्यवस्था मुहैया कराई जाएगी।

बयान में अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) के सचिव सत्येंद्र सिंह के हवाले से यह जानकारी दी गयी है कि माझा गुप्तार घाट में 20 एकड़ भूमि में टेंट सिटी स्थापित की जाएगी। इसमें लगभग 20 से 25 हजार श्रद्धालुओं के रहने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि अयोध्या धाम में ब्रह्मकुंड के पास भी एक टेंट सिटी स्थापित की जा रही है। इसमें 35 टेंट लगेंगे, जिसमें लगभग 30 हजार श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था की जा रही है।

उन्होंने बताया कि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से बाग विजेसी में 25 एकड़ भूमि में टेंट सिटी स्थापित की जा रही है, जिसमें लगभग 25 हजार लोगों के रुकने की व्यवस्था हो सकेगी। इसके अलावा कारसेवकपुरम व मणिराम दास की छावनी में भी श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए टेंट सिटी स्थापित की जाएगी।

सत्येंद्र सिंह ने बताया कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के समय कड़ाके की ठंड रहेगी। ऐसे में यहां आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए टेंट सिटी स्थापित की जा रही है। शीतकाल में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को देखते हुए टेंट सिटी का निर्माण इस प्रकार किया जाएगा कि श्रद्धालुओं को ठंड से राहत मिल सके। इसके लिए गद्दे-कंबल का भी प्रबंध हो रहा है। यहां ठहरने वाले श्रद्धालुओं के लिए शौचालय व स्नानगृह के अतिरिक्त भोजन के लिए भंडारागृह व मेडिकल शिविर का भी प्रबंध किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एडीए की ओर से जो टेंट सिटी स्थापित की जा रही है वह ठेकेदारों द्वारा निर्मित की जाएगी।  

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हजारों व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्ध्य देकर छठी मइया से मांगा सुख-समृद्धि का आशीर्वाद

चार दिनों की कठिन पूजा-व्रत के बाद कल सोमवार को सुबह उगते सूर्य को अर्ध्य देकर व्रती तोड़ेंगे उपवास 


 बिलासपुर।
 TODAY छत्तीसगढ़  /   न्यायधानी बिलासपुर की जीवनदायनी अरपा नदी के तोरवा स्थित छठ घाट में व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर देवी 'छठी मैया' की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ की । कल सोमवार को उगते सूर्य को अर्ध्य देकर छठ माई की पूजा का पारम्परिक महापर्व समाप्त हो जायेगा। हर साल की तरह इस बरस भी तोरवा स्थित छठ घाट पर छठ व्रतियों का हुजूम एकत्र हुआ, हालाँकि आज भारत और आस्ट्रेलिया के बीच वर्ड कप का फाइनल मैच होने की वजह से घाट पर उन लोगों की भीड़ नहीं दिखाई पडी जो इस महापर्व में पूजा करने वालों के बीच इकठ्ठे होकर आस्था के इस ऐतिहासिक माहौल के साक्षी बनते हैं। 

न्यायधानी बिलासपुर की जीवनरेखा अरपा नदी के तोरवा स्थित स्थायी छठ घाट पर आज शाम आस्थावानों का हजूम एकत्र हुआ। पिछले तीन दिन से व्रत रखकर माँ छठी की पूजा में लीन व्रतियों ने दिन ढ़लते ही डूबते सूर्य को अर्ध्य देकर पूजा की और संतान के अलावा परिवार के सुख-समृद्धि की कामना माता से की। छत्तीसगढ़ में इस महापर्व को लेकर पिछले कई दिनों से व्यापक व्यवस्था की तैयारियां की गई थी। लोक आस्था का यह महापर्व बड़ी ही आस्था के साथ मनाया गया।  इस दौरान बिलासपुर जिला और पुलिस प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था रही। 

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