TODAY छत्तीसगढ़ / महासमुंद
एक चिठ्ठी जो अपनी बेगुनाही की दलील दे रही है, एक चिठ्ठी जो अपनी छवि खराब हो जाने का शोर मचा रही है, एक चिठ्ठी जो जिले के पुलिस अधीक्षक पर पक्षपात का आरोप मढ़ रही है, एक चिठ्ठी जो अब अपने पद और सेवा से मुक्ति मांग रही है। जी हाँ, सोशल साइटस पर एक ऐसी ही चिठ्ठी घूम रही है जिस पर पाने वाले का पता एसपी महासमुंद लिखा हुआ है।
दरअसल खुले आम घूमते इस चिठ्ठे के पीछे की मूल वजह एक थानेदार पर लगे रिश्वतखोरी के आरोप हैं। महासमुंद जिले के तुमगांव थाना में 16 जून को सड़क दुर्घटना का एक मामला पहुंचा। ट्रक और कार के बीच हुई टक्कर में पुलिस की भूमिका को लेकर न सिर्फ सवाल उठे बल्कि ट्रक मालिक द्वारा एक वीडियो बनाकर वायरल किया गया जिसमें थाने में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक विजेंद्र चंदनिहा 10 हजार रूपये की मांग करता दिखाई पड़ रहा है। वीडियो में एएसआई विजेंद्र बार-बार साहब का नाम लेकर रुपयों की हो रही बार्गेनिंग के बाद 5000 रूपये लेकर गिनता हुआ दिखाई देता है।
सोशल साइट्स पर वायरल वीडियो और खबरों के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने तत्काल थाना प्रभारी शरद ताम्रकार और एएसआई विजेंद्र को निलंबित कर दिया। इस मामले को लेकर अब थाना प्रभारी रहे शरद ताम्रकार दलीलें दे रहें हैं। उन्होंने पुलिस कप्तान को एक चिठ्ठी लिखकर अपनी मनोदशा और व्यथा बताते हुए पद से इस्तीफा देने का जिक्र किया है। टीआई शरद ताम्रकार घुस लेने के उस मामले में अपनी भूमिका से साफ़ इंकार कर रहें हैं, वे चिठ्ठी के माध्यम से अफसर को बता रहें हैं कि मामले में बिना जाँच के की गई कार्रवाही गलत है। वो चिठ्ठी जिसे सब पढ़ रहें हैं, आप भी पढ़ें -