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स्विफ्ट कार को “टिन का डब्बा” कहने पर बवाल, युवक को बोनट पर डालकर सड़क पर दौड़ाई कार


सहारनपुर।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक मामूली टिप्पणी को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। बाइक सवार युवक ने स्विफ्ट कार को “टिन का डब्बा” क्या कह दिया, कार सवार युवकों ने भड़ककर उसकी जमकर पिटाई कर दी। इतना ही नहीं, आरोपी युवक को पीटने के बाद उसे कार के बोनट पर डालकर ले जाया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

पुलिस का कहना है कि वीडियो की सत्यता, विवाद का कारण और मारपीट करने वाले युवकों की पहचान की जा रही है। जल्द ही आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी। 

घटना सोमवार देर शाम की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, सड़क पर हुए मामूली विवाद के दौरान बाइक सवार युवक ने स्विफ्ट कार को “टिन का डब्बा” कह दिया। इससे कार सवार युवक आग बबूला हो गए और उन्होंने बाइक सवार को रोककर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। मारपीट के बाद भी उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ। आरोप है कि कार सवारों ने युवक को जबरन कार के बोनट पर बैठाया और उसे सड़क पर लेकर दौड़ाते रहे।

घटना का वीडियो सामने आने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। वीडियो में युवक को बोनट पर बैठा कर ले जाते हुए देखा जा सकता है। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस हरकत में आई और मामले की जांच शुरू कर दी है। 

सजा के बाद आज़म खान को बड़ी राहत: कोर्ट ने बेटे संग रामपुर जेल में रखने और क्लास-1 सुविधाएं देने का आदेश दिया


लखनऊ। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खान को बड़ी राहत मिली है। सजा सुनाए जाने के बाद कोर्ट ने आदेश दिया है कि आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्लाह आज़म को रामपुर जिला जेल में ही रखा जाए। साथ ही अदालत ने जेल प्रशासन को निर्देश दिया है कि आज़म खान को क्लास-1 कैटेगरी की सुविधाएं और जरूरत के मुताबिक मेडिकल केयर उपलब्ध कराई जाए।

पहले भी आज़म खान और उनके बेटे दो बार जेल जा चुके हैं। पहली बार दोनों ने सीतापुर जेल में 27 महीने बिताए थे। इसके बाद दूसरी बार 23 महीने की जेल के दौरान दोनों को अलग-अलग रखा गया—आज़म खान सीतापुर में और अब्दुल्लाह हरदोई जेल में।

इस बार 17 नवंबर 2025 को सजा मिलने के बाद आज़म खान ने अदालत में अर्जी लगाई थी। उनका कहना था कि उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती, उनके खिलाफ 100 से ज्यादा केस चल रहे हैं और बेटे अब्दुल्लाह के खिलाफ 45 से अधिक मुकदमे लंबित हैं, जिनमें ज्यादातर की सुनवाई रामपुर में होती है। ऐसे में दोनों को रामपुर जेल में ही रखा जाना चाहिए, ताकि स्वास्थ्य कारणों से उन्हें बेटे का सहयोग मिल सके। अभियोजन पक्ष ने इस अर्जी का विरोध किया। उनका तर्क था कि आरोपी हर मामले में अलग-अलग बीमारियां बताता है और इसका कोई ठोस सबूत नहीं देता। साथ ही जेल ट्रांसफर प्रशासनिक प्रक्रिया है, जिस पर कोर्ट में अपील नहीं की जा सकती।

दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद एमपी-एमएलए विशेष न्यायाधीश शोभित बंसल ने फैसला सुनाया। अदालत ने कहा कि आज़म खान के अधिकतर मामलों की सुनवाई रामपुर में होनी है, इसलिए उन्हें और उनके बेटे को रामपुर जेल में ही रखा जाए। बिना कोर्ट की अनुमति के दोनों को किसी दूसरी जेल में शिफ्ट न किया जाए।

कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि आज़म खान को सुपीरियर क्लास (क्लास-1) की सुविधाएं और आवश्यक मेडिकल सुविधा दी जाए। यह आदेश आज़म खान के लिए राहत भरा माना जा रहा है, क्योंकि रामपुर जेल उनके घर के सबसे करीब है।


बहराइच: दो मासूमों की गड़ासे से हत्या के बाद घर में लगाई आग, 6 की मौत



TODAY छत्तीसगढ़  /  बहराइच, 1अक्टूबर । उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले के एक गांव में एक सनकी शख्स ने पहले दो मासूम बच्चों को लहसुन की कटाई के बहाने अपने घर बुलाया, फिर गड़ासे से उनकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने शवों के साथ अपनी पत्नी, दो बेटियों को घर में बंद कर आग लगा दी। हादसे में आरोपी समेत परिवार और बच्चों के कुल छह लोगों की मौत हो गई।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के दौरान घर में रखा ट्रैक्टर और बंधे हुए मवेशी भी आग की लपटों में घिरकर जल गए। आसपास के लोग जब तक आग बुझाने पहुंचे, तब तक घर पूरी तरह जलकर राख हो चुका था। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक सब कुछ खाक हो चुका था। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपी के इस कदम के पीछे कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है। गांव में घटना के बाद मातम पसरा हुआ है और लोग अब भी सदमे में हैं।

इलाहाबाद हाईकोर्ट: राहुल गांधी को बड़ा झटका, याचिका खारिज


 TODAY छत्तीसगढ़  /  लखनऊ, 26 सितम्बर।  इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने रायबरेली से सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को बड़ा झटका दिया है। हाईकोर्ट ने वाराणसी की विशेष अदालत के आदेश के खिलाफ दायर उनकी याचिका को खारिज कर दिया है। अब विशेष अदालत इस मामले में मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया आगे बढ़ा सकेगी। यह आदेश न्यायमूर्ति समीर जैन की एकलपीठ ने दिया।

मामला सितंबर 2024 का है। अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने कथित तौर पर कहा था कि भारत में सिखों के लिए माहौल ठीक नहीं है और सवाल किया था कि क्या सिख पगड़ी पहन सकते हैं, कड़ा रख सकते हैं या गुरुद्वारे जा सकते हैं ? इस बयान को भड़काऊ और समाज में विभाजनकारी बताते हुए विरोध हुआ।

वाराणसी निवासी नागेश्वर मिश्रा ने इस बयान के खिलाफ सारनाथ थाने में एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने अदालत का रुख किया। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 28 नवंबर 2024 को क्षेत्राधिकार के अभाव में वाद खारिज कर दिया था।

इसके पश्चात मिश्रा ने निगरानी याचिका दायर की। वाराणसी की विशेष अदालत ने 21 जुलाई 2025 को इसे स्वीकार करते हुए मुकदमा दर्ज करने की अनुमति दी। राहुल गांधी ने इसी आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। हालांकि, अब हाईकोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी है, जिससे केस की सुनवाई का रास्ता साफ हो गया है।


पांच सदी की प्रतीक्षा के बाद रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान

 


अयोध्या। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम लला के चल रहे सात दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सोमवार को सोने की छड़ी से प्रतीकात्मक रूप से मूर्ति की आंखें खोलकर अंतिम वैदिक अनुष्ठान किया और आरती और शाष्टांग प्रणाम (साष्टांग प्रणाम) के साथ अनुष्ठान समाप्त किया। देवता, पूरे भारत में और दुनिया के कई हिस्सों में हिंदू प्रवासी द्वारा उत्सव मनाने के लिए प्रेरित करते हैं। 

भगवान के लिए चांदी का छत्र लेकर, मोदी राम जन्मभूमि मंदिर में प्रवेश करने के लिए 32 सीढ़ियां चढ़े, जिसे पीले और केसरिया गेंदे के फूलों से सजाया गया था, दोपहर 12.10 बजे के आसपास विशेष आमंत्रितों के बीच बैठे संतों ने नारा लगाया। 'जय श्री राम'।  क्रीम कुर्ता और क्रीम धोती और पटका पहने हुए उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए 'संकल्प' लिया और बाद में अनुष्ठान के लिए गर्भगृह में चले गए।

प्रधानमंत्री जब गर्भगृह में पहुंचे तो उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत मौजूद थे। समारोह के दौरान भागवत मोदी के बगल में बैठे थे। राम मंदिर के गर्भगृह में वैदिक अनुष्ठान राम लला विराजमान (राम लला की पुरानी मूर्ति) की विशेष पूजा के साथ शुरू हुए, जिनकी पूजा आज तक अस्थायी राम मंदिर में की जा रही थी।  

बैठक में : बसपा सुप्रीमों का ऐलान, आकाश होंगे उत्तराधिकारी

 


लखनऊ। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती ने आज लखनऊ में आयोजित पार्टी बैठक के दौरान बड़ा फैसला लिया. सूत्रों के मुताबिक, बीएसपी की मीटिंग में मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया.

मायावती आज सुबह बैठक में आकाश आनंद के साथ पहुंची थी. हाल ही में आकाश आनंद को चार राज्यों की जिम्मेदारी बसपा ने सौंपी थी. पिछले 6 सालों में आकाश की सक्रियता पार्टी में बढ़ती रही है. शुरुआत में मायावती ने अपने साथ आकाश का परिचय मंचों से करवाया था.मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी कोऑर्डिनेटर जैसा अहम पद दिया था. आकाश ने दूसरे राज्यों में संगठन की बैठक की और सभाएं की.आकाश आनंद मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं. 

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एक पार्टी के पक्ष में एकतरफ़ा परिणाम होने से सभी लोगों का शंकित, अचंभित और चिंतित होना स्वाभाविक है - मायावती


 लखनऊ। 
  TODAY छत्तीसगढ़  /   चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों पर बसपा सुप्रीमों मायावती ने प्रतिक्रिया दी है. मायावती ने कहा है कि एकतरफ़ा परिणाम की वजह से सभी लोगों के मन में शक पैदा होना स्वाभाविक है.

मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "देश के चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के आए परिणाम एक पार्टी के पक्ष में एकतरफ़ा होने से सभी लोगों का शंकित, अचंभित और चिंतित होना स्वाभाविक है क्योंकि चुनाव के पूरे माहौल को देखते हुए ऐसा विचित्र परिणाम लोगों के गले के नीच उत्तर पाना बहुत मुश्किल है."

मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की है. वहीं, तेलंगाना में कांग्रेस को जीत मिली है. मायावती ने एक और द्वीट में लिखा है, "पूरे चुनाव के दौरान माहौल एकदम अलग और कांटे के संघर्ष जैसा दिलचस्प, किंतु परिणाम उससे बिल्कुल अलग होकर पूरी तरह एकतरफ़ा हो जाना, ये ऐसा रहस्यात्मक मामला है, जिस पर गंभीर चिंतन व उसका समाधान ज़रूरी, लोगों की नब्ज पहचानने में भयंकर भूल- चूक चुनावी चर्चा का नया विषय."  TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

LOVE STORY : राजमिस्त्री के साथ मिलकर पत्नी ने कराई पति की सुपारी किलिंग, सड़क दुर्घटना में हुई मौत का राज खुला

 कानपुर। TODAY छत्तीसगढ़  /   उत्तरप्रदेश के कानपुर में एक शिक्षक राजेश गौतम की कार से कुचलकर मौत मामले में आखिरकार चौकाने वाला खुलासा सामने आया है। कानपुर पुलिस ने घटना के 25 दिनों बाद मामले को सुलझाने में सफलता हासिल की है। शिक्षक राजेश गौतम की मौत एक्सीडेंट में नहीं बल्कि उसकी हत्या कार्रवाई गई थी और इसके लिए कार चालक को सुपारी दी गई थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि शिक्षक की सुपारी देने वाली कातिल कोई और नहीं बल्कि मृतक की पत्नी और उसका राजमिस्त्री प्रेमी था। पुलिस ने जब आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ की तो कई हैरान कर देने वाले खुलासे हुए, जिन्हें सुनकर कानपुर पुलिस भी हैरान रह गई। 

दरअसल, सरसौल ब्लाक के जूनियर हाईस्कूल में पदस्थ शिक्षक राजेश गौतम ने 2021 में देहली सुजानपुर में घर बनवाने अपने दोस्तों के व्हाट्सएप ग्रुप पर राजमिस्त्री व ठेकेदार के लिए मैसेज डाला था। मैसेज के बाद ठेकेदार हेमन्त सोनकर ने संपर्क किया। ठेकेदार ने राजमिस्त्री के तौर पर अपने रिश्तेदार शैलेंद्र सोनकर का परिचय करवाया। इसके बाद शैलेन्द्र का राजेश गौतम के घर आना-जाना शुरू हुआ। घर बार बार आने पर उसकी बातचीत राजेश की खूबसूरत पत्नी पिंकी से होने लगी। शैलेन्द्र जब पहली बार पिंकी को देखा तो उसे वो पसंद करने लगा था। फिर क्या था राजेश के नहीं रहने पर वो काम के बहने पिंकी के पास आता और उससे घंटों बाते करता रहता था, पिंकी को भी पता लगने लगा था कि शैलेन्द्र उसकी ओर आकर्षित हो रहा है। फिर क्या था दोनों एक दूसरे के करीब आ गए और दोनों में अवैध संबंध भी बनने लगा।

इधर पत्नी की हरकतों का पता राजेश को हो गया और पिंकी से इस बात को लेकर विवाद होने लगा। राजेश कई बार गुस्से के पिंकी के साथ गाली-गलौज कर मारपीट करता रहता था। इस बात से नाराज पिंकी ने अपने राजमिस्त्री प्रेमी शैलेन्द्र सोनकर के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची। राजेश की पत्नी पिंकी ने प्लानिंग बनाई की राजेश को मरवाकर उसकी 45 करोड़ की संपत्ति और करोड़ो का बीमा हड़पकर प्रेमी के साथ खुशी-खुशी जीवन बितायेगी । प्लांनिग के तहत शैलेन्द्र ने ममेरे भाई विकास सोनकर के जरिये आवास विकास-3 निवासी ड्राइवर सुमित कठेरिया उर्फ गोलू से संपर्क किया। चार लाख में ट्रक से एक्सीडेंट करने की बात हुई, लेकिन चार माह बीतने के बाद भी प्लानिंग पूरी नहीं हुई तो ड्राइवर सुमित ने खुद ही एक्सीडेंट करने की ठानी। उसने अपनी कार से चार नवम्बर को जब राजेश टहल रहा था तो उसके ऊपर कार चढ़ा दी।

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इंजीनियरिंग के छात्र ने बस कंडक्टर का गला काटा, पुलिस पर भी फायरिंग

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प्रयागराज {उत्तर प्रदेश} सिविल लाइंस से करछना जाने वाली इलेक्ट्रॉनिक बस सेवा में यात्रा कर रहे इंजीनियरिंग के एक छात्र और बस कंडक्टर के बीच किराए को लेकर विवाद हो गया . विवाद इतना बढ़ गया की  छात्र लारेब हाशमी ने बस कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा पर धारदार चापड़ से हमला कर दिया.सवाल अब ये भी उठ रहा है कि छात्र धारदार हथियार साथ रखकर बस में किस मकसद से यात्रा कर रहा था ? 
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 प्रयागराज ।   TODAY छत्तीसगढ़  /  उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. चलती बस में एक युवक ने बस कंडक्टर पर चापड़ से हमला कर दिया और बस से उतरकर फरार हो गया. घायल बस कंडक्टर को प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां पर उसका इलाज चल रहा है. वहीं आरोपी इंजीनियरिंग के छात्र ने हमला करने के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो भी जारी किया है. 

जानकारी के मुताबिक, जारी एक वीडियो में आरोपी ने कंडक्टर पर हमले की वजह बताई है. इन सबके बीच पुलिस ने जब आरोपी युवक को अरेस्ट किया. घटना में इस्तेमाल हुए हथियार को रिकवर करने के लिए जब ले गई तो वहीं पर आरोपी इंजीनियरिंग के छात्र ने पुलिस पर फायर कर दिया जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाई जिससे आरोपी युवा के पांव में गोली लग गई. आरोपी को प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां पर उसका इलाज चल रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. 

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आगरा के लाल की शहादत पर हर आंख नम, शहीद की मां का मार्मिक वीड‍ियो वायरल

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" शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ उनके निवास पहुंच गई। शहीद के घर पर एक घंटे तक परिजनों और जनप्रनिधियों ने कैप्टन को श्रद्धाजंलि दी। इस बीच शहीद कैप्‍टन शुभम गुप्‍ता की मां को योगी सरकार के मंत्री की ओर से द‍िये जा रहे चेक पर मां की मार्म‍िक अपील का एक वीड‍ियो सोशल साइट्स पर वायरल हो गया है जिसमें शहीद की माता जी योगी सरकार के मंत्रियों से कह रहीं हैं 'प्रदर्शनी मत लगाओ' . अब वायरल वीडियो को लेकर व‍िपक्ष ने कड़ी प्रत‍िक्र‍ियाएं दी हैं। "
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आगरा । TODAY छत्तीसगढ़  /  उत्तर प्रदेश  के आगरा का लाल राजौरी में आतंकियों से लोहा लेते शहीद हो गया। शुक्रवार दोपहर उसका शव आगरा पहुंचा, जिसे अंतिम विदाई देने के लिए हर कोई आतुर दिखाई दिया। बड़ी संख्या में लोग आगरा के लाल को अंतिम विदाई देने पहुंचे। 
जम्मू के राजौरी मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन शुभम गुप्ता का पार्थिव शरीर शुक्रवार दोपहर बाद उनके घर पहुंच गया। घर पर एक घंटे तक श्रद्धाजंलि का कार्यक्रम किया गया। इसके बाद कैप्टन के निवास से पैतृक गांव कुआंखेड़ा तक तक पैदल ही पार्थिव शरीर को ले जाया गया। गांव में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई। आगरा के इस लाल की शहादत पर हर आंख नम थी। ताजनगरी की सड़कों पर सिर्फ एक ही नारा गूंजता रहा। ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, शुभम गुप्ता तेरा नाम रहेगा।’ 
शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता का पार्थिव शरीर शुक्रवार दोपहर करीब 3:35 पर खेरिया हवाई अड्डा पर पहुंच गया था। यहां उनके निवास ताजनगरी फेज टू प्रतीक एन्क्लेव तक सड़क पर जगह-जगह फूल बिछाए गए। जिस गाड़ी में शहीद को लाया जा रहा था। उस पर आगरा की जनता फूल बरसा रही थी। मार्गों पर खड़े होकर लोग कैप्टन के नाम के नारे लगा रहे थे। कैप्टन के अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ उनके निवास पहुंच गई। शहीद के घर पर एक घंटे तक परिजनों और जनप्रनिधियों ने कैप्टन को श्रद्धाजंलि दी। घर से करीब 2 किमी तक पैदल हजारों लोगों का जत्था कैप्टन की अंतिम यात्रा में शामिल रहा। रास्तेभर लोगों ने कैप्टन को नम आंखों से विदाई दी। गांव कुआंखेड़ा में शहीद को शुभम गुप्ता के भाई ऋषभ गुप्ता ने मुखाग्नि दी है। 

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सौगात : मऊ-मुंबई (LTT) ट्रेन सेवा का शुभारंभ, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिखायी हरी झंडी


 लखनऊ। 
 TODAY छत्तीसगढ़  /  मऊ-लोकमान्य तिलक टर्मिनस-मऊ के बीच साप्ताहिक नई ट्रेन का भारत सरकार के रेल, संचार, सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को शुभारंभ किया. उन्होंने नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया. इस मौके पर यूपी के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, श्रम मंत्री अनिल कुमार राजभर ने मऊ रेलवे जंक्शन से ट्रेन को मौके पर हरी झंडी दिखायी. इस ट्रेन के संचालन के लिए मंत्री एके शर्मा ने पत्र लिखकर अनुरोध किया था.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मौक पर वर्चुअली क्षेत्र की जनता एवं प्रदेशवासियों को छठ पूजा, दीपावली की शुभकामनायें दी. साथ ही मऊ क्षेत्र के निवासियों को मऊ-मुंबई (लोकमान्य तिलक टर्मिनस) ट्रेन सेवा के शुभारंभ की बधाई दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुसार रेलवे को ट्रांसफार्म किया जा रहा है. यूपी में रेलवे का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण किया जा चुका है. पीएम मोदी रेलवे को देश के विकास की एक बड़ी कड़ी मानते हैं. इसके लिये रेलवे में निवेश पर विशेष ध्यान दिया गया है. रेल मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश हर दृष्टि से महत्वपूर्ण एक बड़ा राज्य है. वर्ष 2023-24 में यूपी के रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिये 7507 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था.

अश्वविनी वैष्णव ने कहा कि मंत्री एके शर्मा के माध्यम से आप अपने सुझाव मुझ तक पहुंचा सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक स्टेशन एक उत्पाद योजना जारी की है. जिसके माध्यम से स्टेशन पर स्टॉल उपलब्ध कराकर बुनकरों, शिल्पकारों आदि को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही उनके उत्पाद को विश्वस्तर पर पहचान दिलायी जा रही है. इस समय यूपी में 98 हजार करोड़ की रेल परियोजनायें चल रही हैं. आगामी 50 वर्षों की आवागमन संबंधी आवश्यकताओं को देखते हुए 156 स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य किया जा रहा है. जिसमें मऊ जंक्शन भी शामिल है. इन स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाया जा रहा है. मऊ जंक्शन स्टेशन के पुनिर्विकास की डिजाइन तैयार की जा चुकी है. आप यदि इस डिजाइन में सुधार के लिये सुझाव देना चाहते है तो आपका स्वागत है.


होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे निलंबित, ज्योति मौर्य मामला

 

होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को निलंबित, ज्योति मौर्य मामला

महोबा।
  TODAY छत्तीसगढ़  /  उत्तर प्रदेश के महोबा में तैनात होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को निलंबित कर दिया गया है. मनीष का नाम उस समय सुर्खियों में आया था, जब उन पर एक पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य के पति ने गंभीर आरोप लगाए थे.

अमर उजाला की ख़बर के अनुसार, होमगार्ड मुख्यालय के आदेश पर डीआईजी होमगार्ड (प्रयागराज रेंज) ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. इसके बाद डीजी होमगार्ड ने दुबे को निलंबित करने की सिफ़ारिश की थी.

डीजी होमगार्ड बीके मौर्य ने बताया कि ‘विभाग की छवि धूमिल करने, मनमानी करने, अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरतने' के आरोप में मनीष दुबे को निलंबित किया गया है.

इस साल जून महीने में आलोक मौर्य का कुछ पत्रकारों से बातचीत का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने रोते हुए पत्नी ज्योति मौर्य पर धोखा देने और अपने बच्चों से मिलने न देने का आरोप लगाया था. इसके बाद ज्योति का 'मीडिया ट्रायल' होने लगा था. 

आलोक मौर्य ने कहा था कि वह उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में पंचायती राज विभाग में क्लास-4 के कर्मचारी हैं और उनकी शादी ज्योति से साल 2010 में हुई थी.

आलोक कहना था कि शादी के बाद ज्योति मौर्य की पढ़ाई के लिए उन्होंने कर्ज़ भी लिया. साल 2015 में दंपति को जुड़वा बेटियां हुईं.

कुछ समय बाद ज्योति ने उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की परीक्षा पास की, लेकिन इसके बाद मामले में नया मोड़ आया और आलोक मौर्य ने ज्योति मौर्य पर आरोप लगाए.

ज्योति ने दावा किया कि आलोक ने कहा था कि वे ग्राम पंचायत में अधिकारी हैं, लेकिन शादी के बाद पता चला कि वे सफ़ाईकर्मी का काम करते थे.

अमर उजाला के अनुसार, ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य ने मनीष दुबे पर कुछ निजी आरोप लगाए थे. हालांकि, बाद में आलोक ने शिकायत वापस ले थी. इसके बाद ज्योति मौर्य के ख़िलाफ़ चल रही जांच भी बंद कर दी गई थी.

हालांकि, होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के ख़िलाफ़ विभाग ने जांच जारी रखी थी.

{साभार / बीबीसी / अमर उजाला}

18 महीने की बच्ची से दुष्कर्म, हत्या के आरोपी को 55 दिन के भीतर अदालत ने 'सजाए मौत' दी

 TODAY छत्तीसगढ़  / बहराइच / अपराध करने के 55 दिनों के भीतर एक आरोपी को 18 महीने की बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाई गई है। बहराइच की एक अदालत ने सोमवार को फैसला सुनाया। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

दोषी परशुराम की गिरफ्तारी से लेकर उसकी सजा तक की पूरी कार्यवाही में 55 दिन लगे, जो पुलिस के अनुसार एक रिकॉर्ड है। ट्रायल केवल आठ कार्य दिवसों में समाप्त हो गया था। यह घटना 22 जून की है, जब 30 वर्षीय परशुराम ने एक स्कूल में बच्ची के साथ दुष्कर्म किया, जहां उसकी मौत हो गई। उसे एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था जिसमें उनके पैर में गोली लगी थी।

गोरखपुर जोन के अतिरिक्त महानिदेशक, अखिल कुमार ने कहा कि बहराइच पुलिस द्वारा सावधानीपूर्वक साक्ष्य संग्रह और चार्जशीट दाखिल करने के कारण रिकॉर्ड समय में दोषसिद्धि सुनिश्चित की गई।

पुलिस अधीक्षक, बहराइच, सुजाता सिंह, जिन्होंने जांच का नेतृत्व किया, उन्होंने कहा कि आरोपी पर बलात्कार, हत्या और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

उन्होंने कहा, "हमने सुनिश्चित किया कि सभी सबूत एकत्र किए गए और 28 दिनों में आरोप पत्र दायर किया गया। नमूने तेजी से एकत्र किए गए थे, गोरखपुर में नई एफएसएल प्रयोगशाला ने 37 दिनों में डीएनए रिपोर्ट दी।"

मामले की सुनवाई 2 अगस्त से अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (बलात्कार और पॉक्सो एक्ट आई) नितिन पांडे की अदालत में हुई। अदालत ने अभियोजन पक्ष के तालमेल के चलते 12 अगस्त को महज आठ कार्यदिवसों में परशुराम को दोषी करार दिया। अधिकारी ने कहा, "रिकॉर्ड समय में फैसला समाज में अपराधियों को एक कड़ा संदेश देगा।"

अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बहराइच पुलिस को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है, जबकि डीजीपी मुकुल गोयल ने मामले के जांच अधिकारी को प्रशस्ति पत्र और एफएसएल टीम के साथ पर्यवेक्षी अधिकारियों को प्रशंसा पत्र देने की घोषणा की है।

वाह रे अफसर : कलेक्टर सुनील कुमार ने फहराया उल्टा तिरंगा, देखिये Video

                        
TODAY छत्तीसगढ़  / लखनऊ /  देश के साथ ही प्रदेश में 75वां स्वतंत्रता दिवस पूरे जोश और उमंग के साथ मनाया जा रहा है। इसी जोश और उमंग में कुछ जिम्मेदारी अधिकारी बड़ी लापरवाही भी कर रहे हैं। बरेली में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जहां स्वतंत्रता दिवस को गणतंत्र दिवस लिखकर पत्र जारी कर दिया वहीं औरैया के डीएम कार्यालय ने बड़ी लापरवाही कर दी।

औरैया में डीएम कार्यालय की बड़ी लापरवाही के कारण जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा फहरा दिया। इतना ही नहीं जब डीएम ने राष्ट्रीय ध्वज उलटा फहरा दिया, तब भी किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस समारोह के जारी वीडियो में एक कर्मचारी छत पर खड़े होकर पुष्प वर्षा भी करता दिख रहा है। इसकी तस्वीर के साथ ही वीडियो भी जिला सूचना कार्यालय ने जारी कर दिया। लापरवाही सामने आने के बाद इसको डिलीट किया गया। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें  

देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर औरैया के डीएम कार्यालय पर भी बड़ा आयोजन था। इस बड़े आयोजन में भी लापरवाही सामने आई है। यहां पर 15 अगस्त पर राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा फहराया गया। औरैया में स्वतंत्रता दिवस रविवार को धूमधाम से मनाया गया। हर तरफ उत्साह-उल्लास देखने को मिला। ककोर मुख्यालय में जिलाधिकारी ने झंडारोहण किया, लेकिन यहां तैयारियों में बरती गई लापरवाही से बड़ी किरकिरी हुई। राष्ट्रध्वज उलटा फहरा दिया गया। राष्ट्रध्वज में ऊपर की पट्टी केसरिया, मध्य सफेद और नीचे की पट्टी हरे रंग की और मध्य की सफेद पट्टी में अशोक चक्र, लेकिन यहां हरे रंग की पट्टी ऊपर रही। उल्टा झंडा फहराने के बाद उसे सलामी देने के लिए मातहतों ने हाथ भी उठा लिए। शायद हर रंग का महत्व नहीं पता था। ककोर मुख्यालय पर फहराए गए उल्टे तिरंगे का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

उल्टा राष्ट्रीय ध्वज फहराने का वीडियो डीएम सुनील कुमार वर्मा के कार्यालय के फोटोग्राफर ने जिला सूचना विभाग तथा औरैया जिला प्रशासन के ग्रुप में शेयर कर दिया। इस वीडियो के शेयर होने के बाद आनन-फानन में जिला प्रशासन के ग्रुप से इसको डिलीट किया गया। यहां पर राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा बांध दिया गया था, जिससे कि केसरिया रंग की जगह हरा रंग ऊपर की तरफ था। किसी ने भी ध्वजारोहण के समय इस पर ध्यान नहीं दिया। उल्टे ध्वजारोहण का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया है। 

उत्तर प्रदेश जाने वाले इन 11 राज्यों के यात्री कृपया ध्यान दें ...


TODAY छत्तीसगढ़  / लखनऊ. कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने के बाद अब प्रदेश की योगी सरकार तीसरी लहर को लेकर ज्यादा सतर्क दिख रही है. यही वजह है कि देश में 3 प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी रेट वाले 11 राज्यों से यूपी में आने वालों के लिए शनिवार से नए नियम लागू कर दिए गए हैं. नए नियम के मुताबिक देश के 11 चिन्हित राज्यों से यूपी में आने वालों के लिए कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट या कोरोना के दोनों डोज का प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है.

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नए नियम लागू होने के बाद प्रदेश के सभी हवाई अड्डे, बस अड्डों व रेलवे स्टेशनों पर बाहर से आ रहे लोगों की सख्ती के साथ स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है. प्रदेश में आने वाले यात्री के पास अगर कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट चार दिन पुरानी नहीं होगी या फिर कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र नहीं होगा तो ऐसे यात्रियों को यूपी में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. आगामी 31 जुलाई तक इन राज्यों से आ रहे लोगों पर सख्ती की जाएगी. फिर पॉजिटिविटी रेट के अनुसार राज्यों की नई सूची अपडेट होगी.

इन राज्यों से आने वाले यात्रियों पर नियम लागू

जिन 11 राज्यों से आने वाले लोगों पर सख्ती की जा रही है उनमें मेघालय, त्रिपुरा, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, गोवा व अरूणांचल प्रदेश शामिल है. इन राज्यों में पॉजिटिविटी रेट तीन प्रतिशत से ज्यादा है. इन्हें 20 जुलाई से 23 जुलाई के बीच की कोरोना जांच रिपोर्ट दिखानी होगी. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डा. डीएस नेगी ने बताया कि एक अगस्त से 15 अगस्त तक किन-किन राज्यों से आने वाले लोगों पर सख्ती की जाएगी इसकी सूची जल्द तैयार की जाएगी. इन राज्यों के लोगों को 28 जुलाई से 31 जुलाई के मध्य कराई गई कोरोना जांच की रिपोर्ट या फिर दोनों टीके लगाए जाने का प्रमाण पत्र साथ लाना होगा.

अगस्त के आखिरी सफ्ताह तक आ सकती है तीसरी लहर

गौरतलब है कि कई देशों में कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक के बाद अब भारत में भी एक्सपर्ट्स ने आशंका जताई है कि कोरोना की तीसरी लहर अगस्त के अंतिम सप्ताह में आ सकती है. ऐसे में जब यूपी में इस समय सिर्फ 0.01 फीसद पॉजिटिविटी रेट है, तो तीसरी लहर को रोकने के लिए और संक्रमण न बढ़े इसलिए सख्ती की जा रही है. 

भीषण सड़क दुर्घटना, सात बरातियों की मौत, 10 घायल

TODAY छत्तीसगढ़  / मुरादाबाद-आगरा हाईवे पर रविवार देर रात डेढ़ बजे के आसपास हुए भीषण हादसे में सात लोगों की मौत हो गई। दस से ज्यादा लोग घायल हैं। सभी हताहत बरात की बस में सवार थे। बरात चंदौसी से बहजोई क्षेत्र के छपरा गांव लौट रही थी।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आगरा हाईवे पर मझावली के पास से गुजरते समय बरात की बस का टायर पंक्चर हो गया। चालक और हेल्पर नीचे उतर कर टायर बदलने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच पीछे से आई एक निजी बस बरात की बस के पिछले हिस्से में जा घुसी। इससे बस में सवार बरातियों में चीख-पुकार मच गई। 

आसपास मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के मुताबिक इस हादसे में बरात की बस में सवार सात लोगों की मौत हो गई। दस से ज्यादा लोग घायल हैं। पुलिस ने तत्काल सभी को एंबुलेंस से बहजोई सीएचसी पहुंचाया।  

 हादसे में मृतकों की सूची::

वीरपाल (60) पुत्र ओमकार, गांव छपरा (संभल)

राकेश (55) पुत्र रूम सिंह, गांव छपरा (संभल)

भूरे  (40) पुत्र राजपाल यादव, कौआखेड़ा (संभल)

हप्पू उर्फ राघवेंद्र (35) पुत्र राम सिंह, छपरा (संभल)

छोटे सिंह (35) पुत्र राजपाल, गांव छपरा (संभल)

अभय (18) पुत्र रामबाबू, गांव छपरा  (संभल)

विनीत (32) पुत्र नेत्रपाल सिंह, गांव छपरा (संभल)


घायलों की सूची-

अभिषेक, विजेंद्र, अरविंद, गोविंद, सनी,  समेत करीब 10 लोग।

संपत्ति विवाद : मुनव्वर राणा के बेटे ने अपनी ही कार पर चलवाई गोली : यूपी पुलिस


TODAY छत्तीसगढ़  / लखनऊ /  मशहूर शायर मुनव्वर राना (Munawwar Rana) के घर कल देर रात बड़ी तादाद में रायबरेली की पुलिस घुस गई. मुनव्वर राना के परिवार का कहना है कि उन्होंने घर की महिलाओं और लड़कियों के साथ बदतमीज़ी की. वे मुनव्वर राना के बेटे तबरेज की तलाश में आए थे. मुनव्वर राना का रायबरेली में अपनी पुश्तैनी ज़मीन को लेकर अपने भाइयों से झगड़ा चल रहा है.पिछली 28 तारीख को मुनव्वर के बेटे तबरेज़ ने रायबरेली में अपनी कार पर गोली चलने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट में मुनव्वर के भाई इस्माइल, जमील,  शकील, राफे और भतीजे यासिर को नामजद किया गया था. 

मुनव्वर राना की बेटी सोमैया राना ने एक टीवी चैनल से हुई बातचीत में बताया कि 'रात तकरीबन पौन बजे बड़ी तादाद में पुलिस वाले उनके घर में घुस आई. वे लोग उनकी लाइब्रेरी से लेकर उनके बेड रूम तक घुस गए. घर में महिलाएं और बच्चियां भी थीं, जबकि पुलिस टीम में केवल पुरुष थे. इस पर ऐतराज करने पर उन्होंने इलाके के थाने से एक महिला पुलिस को भी बुलवा लिया. पुलिस ने घर की महिलाओं से हाथापाई की और उनका वीडियो बना रही मुनव्वर राना की नातिन का मोबाइल छीन ले गए. इस बारे में रायबरेली पुलिस का कहना है कि वह जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पर जानकारी देंगे.

रायबरेली के एसपी श्लोक कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मुनव्वर राना के बेटे तबरेज़ के ऊपर हमले की खबर पुलिस की जांच में फर्जी निकली है. जांच के दौरान रायबरेली के दो अपराधी हलीम और सुल्तान पकड़े गए हैं, जिन्होंने यह कबूल किया कि तबरेज़ ने उनसे अपनी कार पर गोली चलवाने कहा था. उनकी कार पर गोली चलवाने के लिए उन्होंने संतोष और शुभम नाम के दो शूटर हायर किए थे. दोनों शूटर भी पकड़ गए हैं, जिन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. इस मामले में तबरेज़ फरार चल रहा है.तबरेज ने पुलिस में केस दर्ज करवाया था कि उनकी कार पर गोली चलाई गई है. उन्होंने चाचा के परिवार पर शक जताया था.  इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. 

घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज और जांच के  बाद पता चला कि  तबरेज ने अपनी पैतृक संपत्ति जितना हिस्सा है, उससे अधिक बेच दी थी. चाचा को जानकारी मिलने के बाद उन्होंने आपत्ति जाहिर की थी. इसे लेकर तबरेज भी परेशान था. तबरेज ने प्लानिंग की कार पर फायरिंग होगी तो चाचा फंस जाएंगे. इसके अलावा वह चुनाव भी लड़ना चाह रहा था तो गाड़ी पर फायरिंग की खबर से उनके मीडिया फुटेज भी मिल जाएगा. उसने हलीम और सुल्तान के साथ पूरी योजना बनाई. दोनों पकड़े जा चुके हैं. 

Ramnath Kovind in Home Village : अपने गांव की माटी को लगाया सर माथे, 'कभी कल्पना नहीं की थी कि देश के सर्वोच्च पद के दायित्व-निर्वहन का सौभाग्य मिलेगा ...'

TODAY छत्तीसगढ़  / कानपुर / राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इन दिनों अपने गृह जनपद कानपुर में हैं। यहां वह अपनी जन्मभूमि कानपुर देहात के परौंख गांव पहुंचे। यहां राष्ट्रपति का अभिनंदन किया गया। इसके बाद वह स्थानीय मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे। 

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वह अजब नजारा था। हर किसी की आंखें थोड़ी देर के लिए नम सी हो गईं, जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी माटी को सर से लगाया। राष्ट्रपति कोविंद इन दिनों अपने गृह जनपद उत्तर प्रदेश के कानपुर में हैं। यहां वह अपनी जन्मभूमि कानपुर देहात के परौंख गांव पहुंचे। यहां राष्ट्रपति का अभिनंदन किया गया।

राष्ट्रपति ने कहा, 'मैंने सपने में भी कभी कल्पना नहीं की थी कि गांव के मेरे जैसे एक सामान्य बालक को देश के सर्वोच्च पद के दायित्व-निर्वहन का सौभाग्य मिलेगा। लेकिन हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ने यह कर के दिखा दिया।'

अपनी जन्मभूमि, अपने गांव पहुंचे राष्ट्रपति भावुक हो गए। उन्होंने कहा, 'मैं कहीं भी रहूं, मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के निवासियों की यादें सदैव मेरे हृदय में विद्यमान रहती हैं। मेरे लिए परौंख केवल एक गांव नहीं है, यह मेरी मातृभूमि है, जहां से मुझे, आगे बढ़कर, देश-सेवा की सदैव प्रेरणा मिलती रही।'

राष्ट्रपति ने कहा, 'मातृभूमि की इसी प्रेरणा ने मुझे हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट से राज्यसभा, राज्यसभा से राजभवन व राजभवन से राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा दिया।'

राष्ट्रपति कोविंद के कानपुर देहात में अपने पैतृक गांव परौंख के दौरे में बाबासाहेब डॉ बीआर आंबेडकर मिलन केंद्र और वीरांगना झलकारी बाई इंटर कॉलेज पहुंचे। यहां उन्होंने एक समारोह को संबोधित किया।

राष्ट्रपति ने कहा कि जन्मभूमि से जुड़े ऐसे ही आनंद और गौरव को व्यक्त करने के लिए संस्कृत काव्य में कहा गया है, जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी अर्थात जन्म देने वाली माता और जन्मभूमि का गौरव स्वर्ग से भी बढ़कर होता है।

प्रेसिडेंट ने कहा कि गांव में सबसे वृद्ध महिला को माता तथा बुजुर्ग पुरुष को पिता का दर्जा देने का संस्कार मेरे परिवार में रहा है, चाहे वे किसी भी जाति, वर्ग या संप्रदाय के हों। आज मुझे यह देख कर खुशी हुई है कि बड़ों का सम्मान करने की हमारे परिवार की यह परंपरा अब भी जारी है।

भारतीय संस्कृति में ‘मातृ देवो भव’, ‘पितृ देवो भव’, ‘आचार्य देवो भव’ की शिक्षा दी जाती है। हमारे घर में भी यही सीख दी जाती थी। माता-पिता और गुरु तथा बड़ों का सम्मान करना हमारी ग्रामीण संस्कृति में अधिक स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है। [एनबीटी ]

दूल्हा जब घोड़ी पर नहीं चढ़ सका तो दुल्हन ने शादी से कर दिया इंकार, बोली - ज़िंदगी बर्बाद होने से बच गई

  TODAY छत्तीसगढ़  /  शाहजहांपुर / जिले के शहर के सदर बाजार स्थित एक मैरिज लॉन में गुरुवार को एक विवाह समारोह था, लेकिन शराब के नशे में चूर दूल्हा बारात चढ़ने के वक्त घोड़ी पर बैठते वक्त कई बार गिरा, शराबी दूल्हे की हालत देख कर दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया। पूरी रात विवाद होता रहा, इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। बाद में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे का सामान वापस कर दिया। दूल्हा बिन दुल्हन बारात लेकर वापस चला गया। लड़की बोली, जिंदगी खराब होने से बच गई।

खुटार निवासी लड़की अपने परिवार वालों के साथ बस से गुरुवार को विवाह के लिए शाहजहांपुर के सदर बाजार स्थित एक मैरिज लॉन में आई थी। शाम को सुभाषनगर से दूल्हा भी बैंड-बाजा बारात के साथ मैरिज लान पहुंचा। यहां द्वाराचार के लिए बारात चढ़ने को थी। दूल्हे को घोड़ी पर बैठना था, लेकिन दूल्हा शराब के नशे में इतना चूर था कि वह घोड़ी पर बैठ नहीं पा रहा था, कई बार गिरा भी। तब यह बात दुल्हन तक पहुंची। दूल्हे को नशे में लड़खड़ाते हुए देख कर दुल्हन का पारा हाई हो गया। 

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दुल्हन ने कहा, जो व्यक्ति अपनी शादी के दिन इतनी शराब पिए है कि उसे होश नहीं है तो वह उसकी जिंदगी की खराब कर देगा। लड़की ने कह दिया कि वह इस शराबी से शादी नहीं करेगी। दुल्हन द्वारा शादी से इनकार किए जाने के ऐलान के बाद हड़कंप मचा गया, लेकिन किसी तरह से दोनों पक्षों ने मिलकर मामले को शांत करा लिया। फिर बारात चढ़ी, द्वाराचार हुआ, इसके बाद लड़खड़ाते हुए स्टेज पर पहुंचे दूल्हे ने दुल्हन के गले में माला भी डाली। बारातियों ने खाना खाया। 

इसके बाद बचे केवल लड़की और लड़के वाले। दुल्हन का मूड बहुत खराब हो चुका था, उसने अपने परिजनों को साफ कह दिया कि वह शराबी से शादी नहीं कर सकती। लड़की के फैसले पर उसके परिजनों ने भी सहमति देकर लड़के वालों से नमस्ते कर ली। लड़के वाले दबाव बनाने लगे तब लड़की वालों ने 112 नंबर डायल कर पुलिस बुला ली। विवाह की आगे की रस्में रोक दी गईं। 

शुक्रवार सुबह उस्मानबाग पुलिस चौकी में दोनों पक्षों की बात पुलिस ने सुनी। फिर यह तय हुआ कि एक-दूसरे को दिया गया सामान दोनों पक्ष वापस कर दें। दूल्हा अपने घर जाए और दुल्हन अपने घर जाए। इस बात पर समझौता हो गया। इंस्पेक्टर अशोक पाल ने बताया कि मुकदमा दर्ज कराने को लड़की वाले तैयार नहीं थे, समझौते पर राजी होकर वह चले गए। - हिंदुस्तान 

आदित्यनाथ बोले - धर्मांतरण करवाने वालों की सम्पत्ति जब्त कर रासुका का मुक़दमा दर्ज करें

 TODAY छत्तीसगढ़  / लखनऊ / धर्मांतरण कराने वाले एक गिरोह के खुलासे के बाद सीएम योगी एक्शन में आ गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच एजेंसियों को धर्मांतरण मामले की पूरी तह में जाने का निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जो भी लोग इस मामले में संलिप्त हैं उनके खिलाफ गैंगस्टर लगाएं, एनएसए में निरुद्ध किया जाए। उनकी प्रॉपर्टी जब्त करने की कार्रवाई की जाए। 

कल लखनऊ में हुई थी गिरफ्तारी

सोमवार को धर्मांतरण करने वाले गिरोह के दो सदस्यों मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी और मोहम्मद उमर गौतम को  यूपी पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने लखनऊ से गिरफ्तार किया था। यह गिरोह मूक बधिर व कमजोर आय वर्ग के लोगों को धन, नौकरी व शादी का लालच देकर धर्म परिवर्तन करने के लिए तैयार करता था।  इस गिरोह को आईएसआई समेत अन्य विदेशी एजेंसियों से फंडिंग की जाती थी। गिरोह ने अब तक देश भर में करीब एक हजार लोगों का धर्मांतरण कराने का खुलासा किया है। उनके कब्जे से विदेशी फंड से जुड़े दस्तावेज़ भी बरामद हुए हैं। एटीएस इनकी छानबीन कर रही है। एटीएस दोनों को अदालत से पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी, ताकि उसके रैकेट का खुलासा हो सके।

धर्मांतरण कराने के बाद शादी भी कराई

एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पत्रकारों को बताया था कि यह गिरोह कई लड़कियों की धर्मांतरण के बाद शादी भी करवा चुका है। गिरोह के सदस्य मोहम्मद उमर गौतम ने खुद भी धर्मांतरण किया था। उसके पिता का नाम धनराज सिंह गौतम है। एटीएस को देश भर के 1000 ऐसे लोगों की सूची मिली है, जिनका इस गिरोह ने धर्मांतरण कराया है। यह संख्या और भी ज्यादा हो सकती है। गिरफ्तार अभियुक्त मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी नई दिल्ली के जामिया नगर इलाके के ग्राम जोगाबाई में रहता है, जबकि उसका सहयोगी मोहम्मद उमर गौतम नई दिल्ली के जामिया नगर इलाके के बाटला हाउस में रहता है। उमर मूल रूप से फतेहपुर का रहने वाला है और उसने 1984 में इस्लाम कबूल कर लिया था। - हिंदुस्तान 

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