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CHHATTISGARH HIGH COURT : चारागाह जमीन पर कॉलेज भवन निर्माण, जनहित याचिका खारिज

बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़  /  बालोद जिले के ग्राम भालूकोन्हा भरदाकला में चारागाह जमीन पर कॉलेज भवन निर्माण को लेकर हाईकोर्ट में दाखिल की गई जनहित याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को उचित फोरम में अपील करने की छूट दी है। उस पर 5,000 रुपये की कास्ट भी लगाई है

भालूकोन्हा, भरदाकला के द्रोण कुमार साहू ने इस याचिका के माध्यम से गांव में चारागाह की जमीन पर शासकीय महाविद्यालय भवन के निर्माण का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि इस भूमि पर मौजूद चारागाह और जंगल को नष्ट करने के बजाय, कॉलेज को गांव की अन्य खाली बंजर भूमि पर बनाया जा सकता है। इससे पहले रिट पिटीशन दायर की गई थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। राजस्व मंडल ने भी अपील को निरस्त कर दिया था। इसके बाद पीआईएल के माध्यम से यह मुद्दा हाईकोर्ट में लाया गया। मुख्य न्यायाधीश की डिवीजन बेंच ने मामले की सुनवाई के बाद तथ्यों के आधार पर याचिका खारिज करते हुए याचिकाकर्ता को उचित फोरम में अपील करने की अनुमति दी। 


अनुकम्पा नियुक्ति : DEO ने कहा 'नौकरी करनी है तो रूपये देने होंगे' , जिला शिक्षा अधिकारी समेत तीन निलंबित

TODAY छत्तीसगढ़  / बालोद /  जिला शिक्षा अधिकारी बालोद (DEO) सहित शिक्षा विभाग में पदस्थ लेखपाल और भरदा माध्यमिक स्कूल के शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। सभी के ऊपर अनुकंपा नियुक्ति के लिए एक महिला अभ्यर्थी से 35 हजार रुपए रिश्वत मांगने का आरोप है। मामले की जांच के बाद निलंबन की कार्रवाई की गई है। छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग के अवर सचिव सरोज उईके ने देर मंगलवार शाम आदेश यह जारी किया है।

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जानकारी के मुताबिक, तरुणा बेलचंदन की सहायक ग्रेड-3 के पद पर अनुकंपा नियुक्ति होनी थी। आरोप है कि इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी आरएल ठाकुर, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ लेखपाल महेन्द्र कुमार चंद्राकर और पूर्व माध्यमिक शाला भरदा विकासखंड डोंडीलोहरा में पदस्थ शिक्षक जितेंद्र देशमुख ने 35 हजार रुपए रिश्वत ली थी।

बताया जा रहा है कि, जिला शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति में बिना रिश्वत दिए काम नहीं होता। तरुणा बेलचंदन ने भी अपने पति की मृत्यु के बाद अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन दे रखा था। आरोप है कि DEO ने साफ कह दिया था कि बिना रुपए लिए हम किसी की नियुक्ति नहीं करते है। नौकरी करनी है तो रुपए देने होंगे। तरुणा ने 35 हजार रुपए की व्यवस्था की। उसके बाद उन्हें ज्वाइनिंग लेटर दिया गया।

रिश्वत देकर नियुक्ति की बात शिकायत की शक्ल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक पहुँच गयी । उसके बाद मुख्यमंत्री ने मामले की जांच करने के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए थे। संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग ने पूरे मामले की जांच की। शिकायत सही मिलने पर तीनों कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कारवाही करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।  

मंत्री की रिश्तेदार का क़त्ल, निर्वस्त्र लाश के हाथ-पैर रस्सियों से बंधे थे


 TODAY छत्तीसगढ़  / डौंडी लोहारा / बालोद जिले के डौंडी लोहारा पुलिस स्टेशन इलाके के कोसमी गांव में शनिवार की सुबह अचानक अफरा -तफरी का माहौल देखकर आस-पास के सन्न रह गए। गाँव के भीतर जुटी भीड़ के बीच पुलिस की छानबीन दरअसल हत्या के एक अनसुलझे पहलू को सुलझाने की कोशिश कर रही थी। गाँव में एक घर के भीतर एक महिला का शव पड़ा था, जिसके हाथ-पाँव रस्सियों से बंधे हुए थे और शरीर पर एक भी वस्त्र नहीं था। जाहिर है क़ातिल ने कत्ल से पहले महिला के साथ जोर-जबरदस्ती की होगी। पुलिस हत्या के अनसुलझे पहलुओं पर बारीकी से जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि जिस महिला के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने की कोशिश में पुलिस कसरत कर रही है वह छत्तीसगढ़ राज्य की महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिया की रिश्तेदार है। 

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 मिली जानकारी के मुताबिक मृतिका हेमेश्वरी के घर पर काम करने वाली महिला रोज की तरह शनिवार की सुबह भी काम पर आई मगर दरवाजा अंदर से बंद था। बार-बार खटखटाने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने पड़ोसियों को बताया। शक होने पर ग्रामीणों ने डौंडी लोहारा थाने को खबर दी। पुलिस की टीम पहुंची और दरवाजा तोड़ने पर हत्या का राज खुला। फौरन मौके पर एसपी जितेंद्र सिंह मीणा, डॉग स्कवॉड की टीम, एएसपी डीआर पोर्ते और सीएसपी अलीम खान समेत आस-पास के थानों की टीम भी पहुंची।

डौंडी लोहारा पुलिस को शुरूआती जांच में मृतका हेमेश्वरी नायक के घर के पास लगे बिजली के खंभे में पैर के निशान मिले हैं। आशंका जताई जा रही है कि वारदात को अंजाम देने वाला शख्स उसी बिजली के खम्भे के सहारे पहले छत पर पहुंचा फिर सीढ़ियों के जरिये हेमेश्वरी के घर में घुसा । अंधे कत्ल की तफ्तीश में जुटी पुलिस मौका-ऐ-वारदात पर ऐसे कई एंगल को आधार मानकर वारदात की विवेचना कर रही है ताकि जल्द से जल्द कातिल के गिरेबाँ तक वो हाथ पहुंचा सके। पुलिस इस मामले में ग्रामीणों से भी पूछताछ कर जानकारियां जुटा रही है। पुलिस का दावा है कि घटना को आस-पास के किसी ग्रामीण ने ही अंजाम दिया है। का ही इस वारदात के पीछे हाथ हो सकता है, जिसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

पुलिस को मृतका के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक 47 साल की हेमेश्वरी कोसमी के घर में अकेली ही रहती थी। हेमेश्वरी शिक्षक थी वो पास के सेमरडीह गांव की माध्यमिक शाला में पदस्थ थी। उसने शादी नहीं की थी। परिवार में उसके माता-पिता और भाई का निधन हो चुका है। उसकी एक भाभी है जो शिक्षिका है और वो भिलाई में रहती है।  पुलिस को गांव वालों ने बताया कि मृतिका का ग्रामीणों से अच्छा व्यवहार था, गाँव में भी उसकी किसी से कोई रंजिश नहीं थी।  

                                             

युगों - युगों तक याद किये जायेंगे शहीद वीर नारायण सिंह - बघेल

TODAY छत्तीसगढ़  / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अमर शहीद वीर नारायण सिंह को युगों-युगों तक याद रखा जाएगा। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में वीर नारायण सिंह के एतिहासिक योगदान और उनकी वीरतापूर्वक शहादत को देश हमेशा याद रखेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल  ने मंगलवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में उक्त बातें कहीं। भूपेश बघेल बालोद जिले के गुरूर विकासखण्ड के राजाराव पठार में सर्व आदिवासी समाज द्वारा आयोजित तीन दिवसीय वीर मेला के समापन समारोह में एक विशाल आमसभा को सम्बोधित करते हुए अमर शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान पर विस्तार से कहा । इससे पहले मुख्यमंत्री बघेल ने शहीद वीर नारायण सिंह के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उनकी शहादत को नमन किया।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि गरीबों और किसानों के जीवन में खुशहाली लाना शहीद वीर नारायण सिंह का सपना था। हम सबको मिलजुलकर छत्तीसगढ़ को समृद्ध बनाना है, तभी पुरखों का सपना पूरा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनांचलों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी युवाओं को प्राथमिकता से रोजगार देने के लिए राज्य सरकार ने अनेक बड़े कदम उठाए हैं। बस्तर, सरगुजा तथा बिलासपुर संभाग के लिए कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड के गठन का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा तेंदूपत्ता पारिश्रमिक दर पच्चीस सौ रूपए प्रतिमानक बोरा से बढ़ाकर चार हजार रूपए प्रतिमानक बोरा किया गया है। इससे तेंदूपत्ता संग्राहकों की आमदनी बढ़ेगी। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें 
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर हाल में किसानों से प्रति एकड़ 15 क्विंटल के मान से धान की खरीदी करेगी। इस अवसर पर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, वीरमेला आयोजन समिति के अध्यक्ष व कांकेर विधायक शिशुपाल सोरी, भानुप्रतापपुर विधायक मनोज मण्डावी, कोंडागॉव विधायक मोहन मरकाम, बालोद विधायक संगीता सिन्हा, गुण्डरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरविंद नेताम सहित सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारीगण स्हित बड़ी संख्या में सर्व आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे। वीर मेला परिसर पर सर्व आदिवासी समाज द्वारा आदिम ग्राम संस्कृति विज्ञान सम्मत संरचना को आकर्षक ढंग से प्रदर्शित किया गया था, जिसका मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अवलोकन किया तथा उसकी सराहना भी की। 
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