बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / साप्ताहिक जनदर्शन में मंगलवार (9 दिसंबर 2025) को ग्राम सरगवां, मस्तूरी निवासी अमित कुमार मधुकर द्वारा एक गंभीर शिकायत प्रस्तुत की गई। शिकायत में बताया गया कि गांव के 16 श्रमिक (महिला, पुरुष) और दो बच्चे झारखंड के सेमडेगा जिले में स्थित एक ईंट भट्ठे पर बंधक बनाकर अमानवीय परिस्थितियों में काम कराया जा रहा है। श्रमिकों के साथ मारपीट, छेड़छाड़ और जबरन श्रम कराने की जानकारी भी दी गई। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने मामले को अत्यंत संवेदनशील मानते हुए तत्काल श्रम विभाग को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस, कानूनी कार्रवाई की तैयारी
श्रम विभाग ने शिकायत को तत्काल संज्ञान में लेते हुए संबंधित लेबर ठेकेदार नीलकंठ अंबेडकर को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है।
विभाग ने बताया कि आगामी दिनों में मामले को माननीय श्रम न्यायालय में प्रस्तुत कर अभियोजन की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी।
झारखंड प्रशासन से समन्वय, श्रमिकों को मुक्त कराने की पहल
बिलासपुर जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सेमडेगा जिला प्रशासन (झारखंड) से तुरंत संपर्क कर समन्वय स्थापित किया और श्रमिकों को मुक्त कराने की प्रक्रिया शुरू की।
प्रशासनिक स्तर पर तेज़ कार्रवाई के बाद श्रमिकों को बंधन से छुड़ाया जा सका।
10 दिसंबर की सुबह सभी श्रमिक सकुशल घर लौटे
प्रशासनिक प्रयासों के परिणामस्वरूप 10 दिसंबर की सुबह, सभी श्रमिक—महिला, पुरुष एवं दो बच्चे—सुरक्षित अपने गांव सरगवां, तहसील मस्तूरी वापस पहुंचे।
घर लौटने पर श्रमिकों और उनके परिजनों ने कलेक्टर, श्रम विभाग और जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।




