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बारिश का कहर : अब तक हिमाचल में 9 लोगों की मौत, मां-बेटे, मैनेजर सहित 7 लापता

 TODAY छत्तीसगढ़  / शिमला /  हिमाचल प्रदेश में दो दिन रेड अलर्ट (Red Alert) के बीच बारिश (Rain) ने जमकर तबाही मचाही है. अब तक 9 लोगों की मौत और 7 लोग लापता हैं. लाहौल में उदयपुर में 7 लोगों की फ्लैश फ्लड में बहने से मौत हुई है, जबकि चंबा (Chamba) में दो मौतें हुई हैं. लाहौल में अब भी तीन लोग लापता हैं और कुल्लू में मां बेटे, युवती और एक शख्स भी ब्रह्म गंगा में बह गया है. मंगलवार शाम से बुधवार रात से लकेर गुरुवार सुबह तक बारिश जारी है. गुरुवार सुबह भी बादल छाए हुए हैं और मौसम खराब बना हुआ हैं.

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मंगलवार देर शाम लाहौल के तोंजिंग नाला, बुधवार सुबह छह बजे कुल्लू के मणिकर्ण के ब्रह्मगंगा नाला की पहाड़ी पर और सुबह साढ़े 6 बजे किन्नौर की रक्षम पंचायत में भारी बारिश हुई है. यहां पर मानों बादल फटा है. लाहौल में आईटीबीपी, एनडीआरएफ और पुलिस ने अब तक सात लोगों के शव बरामद कर लिए हैं. लापता तीन लोगों के लिए सर्च अभियान जारी है. पांच मृतकों में मंडी और जम्मू कश्मीर के लोग शामिल हैं.

कुल्लू में चार लोग लापता

कुल्लू में कसोल के आगे ब्रह्मगंगा नाले में बाढ़ आने से मां पूनम (25) बेटा निकुंज (4) और ब्रह्मगंगा कैंपिंग साइट पर काम करने वाली गाजियाबाद की लड़की वनिता (25) सहित चार लोग बह गए हैं. इनकी तलाश की जा रही है. चंबा में भरमौर-पठानकोट एनएच पर भूस्खलन हटाने में जुटी जेसीबी का हेल्पर बह गया था और अब सुनील कुमार का शव बरामद कर लिया गया है.

क्या कहते हैं सीएम

मंडी जिला के करसोग में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि सभी जिला उपायुक्तों को मौसम की चेतावनी के साथ ही हिदायत जारी कर दी गई है. स्थानीय प्रशासन व स्थानीय लोग आपसी सहयोग से राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. अगले तीन दिन भी मौसम खराब बने रहने की चेतावनी जारी की गई है, जिसके बाद सभी जिला प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा गया है. लोक निर्माण विभाग को सड़क बहाली के लिए पूरी ताकत झोंकने के लिए कहा गया है.

प्रदेश में जीवन थमा

प्रदेश में 5 छोटे-बड़े पुल और 31 मकान क्षतिग्रस्त और 9 ढह गए. 387 छोटी-बड़ी सड़कें बंद हैं. शिमला-कालका रेल ट्रैक पर पेड़ गिरने से रेल सेवा बाधित हो गई. 345 ट्रांसफार्मर बंद हैं, जिससे कई क्षेत्रों में बिजली गुल है. लाहौल के तोंजिंग नाले में बाढ़ के चलते लापता दस लोगों में से सात के शव बरामद कर लिए हैं. तीन लोग रेस्क्यू किए हैं. इनमें एक कुल्लू अस्पताल में भर्ती है. आर्मी जवान मोहन सिंह (38) पुत्र लाल चंद, निवासी छातिंग, उदयपुर को रेस्क्यू किया गया। उसे केलांग अस्पताल ले जाया गया. मंडी जिले की ग्राम पंचायत टकोली के शेर सिंह, रूम सिंह, मेहर चंद और नीरत राम के शव निकाले गए हैं.

धर्मशाला में सबसे ज्यादा 122 मिमी बारिश, ऑरेंज अलर्ट

मंगलवार रात से बुधवार शाम तक सबसे ज्यादा बारिश धर्मशाला में 122 एमएम और सोलन जिले के नालागढ़ में 106 मिलीमीटर रिकॉर्ड हुई. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 29 और 30 जुलाई को भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. तीन अगस्त तक बारिश का पूर्वानुमान है. ऊना में 119, नालागढ में 106, शिमला में 92, कांगड़ा में 91, मंडी में 65, नाहन में 61, सोलन में 54 और कसौली में 33 एमएम पानी बरसा है.  - न्यूज़ 18 

चोरी छिपे किन्नर कैलाश यात्रा पर निकले 11 युवक पुलिस के हत्थे चढ़े


TODAY छत्तीसगढ़  / रिकॉन्गपिओ (किन्नौर) / हिमाचल प्रदेश में कोरोना के चलते धार्मिक यात्राओं पर रोक है, लेकिन लोग फिर भी बाज नहीं आ रहे हैं. सूबे के जिला किन्नौर में प्रशासन ने इस साल भी अधिकारिक तौर पर किन्नर कैलाश यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन फिर भी कुछ लोग चोरी छुपे यात्रा पर जा रहे हैं. किन्नौर पुलिस ने चोरी छुपे किन्नर कैलाश यात्रा पर गए 11 लोगों को पकड़ा है.

एसपी किन्नौर एसआर राणा ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग आदेशों की अवहेलना करके अनधिकृत रूप से किन्नर कैलाश यात्रा पर गए हैं. इस सूचना की छानबीन के लिए पुलिस थाना रिकांगपिओ का एक तीन सदस्यीय दल तलाशी अभियान के लिए किन्नर कैलाश रास्ते की ओर भेजा गया. पुलिस दल ने पाया कि जिला सिरमौर, सोलन और शिमला से संबंधित 11 लोग अनधिकृत रूप से किन्नर कैलाश के समीप टैंट लगा कर रूके हुए थे, जिन्हें पुलिस ने पकड़ा है और रिकांगपिओ लाया गया है तथा इनसे पूछताछ की जा रही है.

क्या कहते हैं एसपी किन्नौर

एसपी किन्नौर ने बताया कि बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को इस विषय में जानकारी देने के लिए किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर दो स्थानों पर पुलिस व गृह रक्षा विभाग के जवान भी तैनात किए गए हैं, परंतु फिर भी कई श्रद्धालु प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करके चोरी छिपे अनधिकृत रास्तों से इस कठिन यात्रा पर जा रहे हैं. बिना प्रशासन व पुलिस की जानकारी के अपने जीवन को भी संकट में डाल रहे हैं. एसपी किन्नौर ने लोगों को आगाह करते हुए कहा है कि किन्नर कैलाश यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है. आदेशों की उलंघना करके कानूनी कार्यवाही के पात्र न बने तथा अपने जीवन को संकट में न डालें. फिलहाल, इन लोगों को डिटेन किया गया है और केस दर्ज नहीं हुआ है. - अरुण नेगी, न्यूज़ 18 

बिलासपुर में 20 लाख रूपये कीमत का वियाग्रा बरामद, एक महिला और युवक गिरफ्तार


TODAY छत्तीसगढ़  / बिलासपुर /  हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में पुलिस टीम को बड़ी कामयाबी मिली है. सदर थाना के पास लगाए हुए नाके के दौरान पुलिस ने उत्तराखंड के एक महिला और युवक से 18 लाख रुपये की हिमालयन वियाग्रा (जड़ी-बूटी) के साथ गिरफ्तार किया है. आरोपी कुल्लू से लेकर यह जड़ी-बूटी उत्तराखंड जा रहे थे. सदर थाना के पास नाके में पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया है.

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पुलिस के अनुसार, बाइक को टक्कर मारने के बाद मंगलवार शाम को पुलिस ने नाका लगाया. कार सवारों पर बाइक को टक्कर मारने का आरोप था. इसलिए पुलिस ने मनाली की ओर से आ रही होंडा सिटी कार को चेकिंग के लिए रोका तो सवार पुलिस को देखकर घबरा गए. पुलिस को शक हुआ और चेकिंग के लिए गाड़ी से नीचे उतारा. गाड़ी की सीट के नीचे एक जड़ी बूटियों से भरा बैग मिला. पुलिस ने पूरी जांच पड़ताल की तो यह जड़ी-बूटी हिमालयन वियाग्रा निकली और बाजार में इसकी कीमत प्रति किलो 20 लाख रुपये आंकी गई है. 900 ग्राम इसका वजह है.

क्या है हिमालयन वियाग्रा

यह एक तरह का जंगली मशरूम है जो कैटरपिलर्स को मारकर उस पर पनपता है. इसे कॉर्डिसेप्स साइनेसिस और जिस कीड़े के कैटरपिलर्स पर ये उगता है. उसका नाम हैपिलस फैब्रिकस है. विभिन्न स्थानों पर इसे अलग-अलग नाम से जाना जाता है. इसे यारचगुम्बा, यत्सा गनबू, यार्त्सा गनबा, यत्सुगुंबू और कीड़ा जड़ी नाम से जानते हैं. 

ताश के पत्तों की तरह पानी में बहती रहीं गाड़ियाँ, भागसू नाग में बादल फटने से हुई तबाही का एक VIDEO

 TODAY छत्तीसगढ़  / धर्मशाला / हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला शहर के भागसू नाग में बादल फटने से तबाही हुई है। धर्मशाला के मकलोडगंज से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित फागसू में सोमवार को सुबह बादल फट गया और इसके चलते पानी का लेवल बढ़ गया। इससे कई घरों और होटलों को नुकसान पहुंचा है। यही नहीं पर्यटकों और स्थानीय लोगों की गाड़ियां भी पानी के तेज बहाव में बह गईं। इस हादसे में दो लोग लापता भी हुए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

कांगड़ा के डिप्टी कमिश्नर निपुन जिंदल ने कहा कि इस घटना में दो लोगों के लापता होने की खबर है। उन्होंने कहा कि हम यह नहीं कह सकते कि यह बादल फटने की घटना है। यह भारी बारिश के चलते बाढ़ आने की घटना है। ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें पानी के बहाव में गाड़ी तबाह हो गईं और नालों में बहती नजर आईं। सोशल मीडिया पर ये वीडियो जमकर वायरल हो रहे हैं और लोग इसे प्रकृति से छेड़छाड़ का परिणाम बता रहे हैं।

बादल फटने की इस घटना के चलते मांझी नदी में पानी का स्तर बढ़ गया है। बता दें कि इन दिनों धर्मशाला में पर्यटकों का जमावड़ा लगा हुआ है और इस बीच यह घटना चिंता को बढ़ाने वाली है। जिस वक्त यह घटना हुई, उस दौरान भी पर्यटकों की भारी भीड़ भागसू नाग और आसपास के इलाकों में मौजूद थी। बता दें कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए लागू हुए प्रतिबंधों में बीते कुछ दिनों में ढील दी गई है और इसके चलते बड़ी संख्या में लोगों ने पहाड़ों का रुख किया है। बीते दिनों ऐसी कई तस्वीरें आई थीं, जिनमें धर्मशाला, शिमला, मनाली और उत्तराखंड के मसूरी समेत कई पर्यटन स्थलों में लोगों की भीड़ देखने को मिली थी।

6 बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के निधन से सियासी घरानों में शोक


TODAY छत्तीसगढ़  / शिमला /  हिमाचल प्रदेश के छह बार के मुख्यमंत्री (Chief Minister) रहे और कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह का निधन हो गया है. लंबी बीमारी के बाद शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC) में बुधवार तड़के 3.40 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. आईजीएमसी के एमएस डॉक्टर जनक राज ने उनके निधन की पुष्टि की है. फिलहाल, उनके पार्थिव शरीर को आईजीएमसी से उनके आवास हॉलीलॉज ले जाया जाएगा और वहां अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. 

जानकारी के अनुसार, सोमवार से वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) वेंटिलेटर पर थे. उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही थी. वीरभद्र सिंह बीते 30 अप्रैल से शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में दाखिल थे. वहां उनका इलाज चल रहा था. इस दौरान उन्हें दूसरी बार कोरोना भी हो गया था. लेकिन उन्होंने कोरोना को मात दे दी थी. बाद में उन्हें कोविड वार्ड से शिफ्ट किया गया था.  वेंटिलेटर पर जाने के बाद वह बेहोशी में थे. 

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वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे हैं. वीरभद्र सिंह यूपीए सरकार में भी केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रह चुके थे. उनके पास केंद्रीय इस्पात मंत्रालय रहा. इसके अलावा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय भी रह चुका है. वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून, 1934 को बुशहर रियासत के राजा पदम सिंह के घर में हुआ. वीरभद्र सिंह वर्ष 1983 से 1990, 1993 से 1998, 1998, फिर 2003 से 2007 और 2012 से 2017 में हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे. लोकसभा के लिए पहली बार 1962 में चुने गए. कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि मैं निशब्द हूं. इसके अलावा, प्रदेश के तमाम नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है.

मोबाईल पर मां से बेटा बोला- 2 से 3 दिन में ठीक होकर घर आऊंगा, 5 मिनट बाद मौत

 Corona deaths in Bilaspur : ग्राम पंचायत दसलेहडा के गांव गोचर का निवासी राजेश कुमार पेशे से ट्रक चालक थे. राजेश 10 मई को हल्का बुखार हुआ था. 11 मई को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तलाई में कोविड 19 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
TODAY छत्तीसगढ़  / बिलासपुर / मां ने सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर कोरोना संक्रमित (Corona Virus) बेटे के साथ करीब पांच मिनट बात की. बीमार बेटे ने मां से कहा कि वह दो-तीन दिन में स्वस्थ होकर घर आ जाएगा, लेकिन उस मां को क्या पता था कि उनकी बेटे से आखिरी बातचीत हो रही है. दिल को झकझोर देने वाला यह मामला हिमाचल के बिलासपुर (Bilaspur) जिले से है.

जानकारी के अनुसार, बिलासपुर जिले के ग्राम पंचायत दसलेहडा के गांव गोचर में मां के फोन काटने के पांच मिनट बाद 8 बजे बेटे की मौत की खबर मिली. ग्राम पंचायत दसलेहडा के गांव गोचर मे करोना संक्रमित शख्स की मंडी के नेरचौक मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई. छत्तीसगढ़ में जोगी शासनकाल में सिंचाई मंत्री रहे शक्राजीत नायक की कोरोना से मौत, उनका पिछले कई दिन से अस्पताल में उपचार चल रहा था।

ग्राम पंचायत दसलेहडा के गांव गोचर का निवासी राजेश कुमार पेशे से ट्रक चालक था. गौरतलब है कि राजेश कुमार 10 मई को हल्का बुखार हुआ था. राजेश कुमार ने 11 मई को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तलाई मे कोविड 19 की जांच करवाई तो वह पॉजिटिव मिले. उसकी हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने घुमारवीं रेफर कर दिया था. मगर राजेश कुमार हालत मे सुधार न होने के कारण चिकित्सकों ने उनको 12 मई को नेरचौक जिला मंडी रेफर कर दिया था. इसके बावजूद उनको बचाया नहीं जा सका. -NEWS 18 

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