गाजियाबाद / दिल्ली । TODAY छत्तीसगढ़ / बीमा की 50 लाख रुपये की रकम झटकने के लिए दो दिल्ली के कपड़ा व्यापारियों ने ऐसा षड्यंत्र रचा कि पुलिस भी हैरान रह गई। गढ़मुक्तेश्वर के घाट पर मंगलवार 27 नवंबर को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दो युवक कार में कथित शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे। दोनों ने चिता सजाई, लकड़ियाँ रखीं और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू ही करने वाले थे कि मौके पर मौजूद एक व्यक्ति की नज़र कफ़न पर पड़ी और उसे शक हो गया। संशय दूर करने के लिए जब उस व्यक्ति ने आगे बढ़कर कफ़न हटाया तो देखकर सभी दंग रह गए। चिता पर रखा ‘शव’ कोई इंसान नहीं, बल्कि प्लास्टिक का पुतला था। यह दृश्य देखते ही वहां मौजूद लोग सन्न रह गए। उसी दौरान अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे ग्रामीणों ने भी यह नज़ारा देखा और तुरंत दोनों युवकों को पकड़ लिया।
नौकर के नाम पर कराया था 50 लाख का बीमा
पकड़े गए आरोपियों की पहचान दिल्ली के कपड़ा व्यापारी कमल सोमानी और आशीष खुराना के रूप में हुई है। जांच में खुलासा हुआ कि दोनों ने अपने नौकर के नाम पर 50 लाख रुपये का लाइफ इंश्योरेंस कराया था। योजना के तहत वे पुतले का अंतिम संस्कार करा कर श्मशान की रसीद लेते, जिसे आधार बनाकर नौकर की मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करवाते और फिर बड़े आराम से बीमे की राशि हासिल कर लेते।
श्मशान घाट कर्मियों की सतर्कता से खुला मामला
गढ़मुक्तेश्वर श्मशान घाट कर्मचारी तब शक में पड़े जब व्यापारियों का व्यवहार संदिग्ध लगा। नियम के अनुसार, दाह-संस्कार से पहले जब चादर हटाई गई तो पुतला देखकर सभी दंग रह गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस पूछताछ में व्यापारियों ने कबूल कर लिया कि पूरा खेल बीमा के 50 लाख रुपये पाने के लिए रचा गया था।


