बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / सकरी थाना क्षेत्र के ग्राम चोरभट्ठीखुर्द में जमीन विवाद के चलते हुई हत्या की गुत्थी को पुलिस ने मात्र 24 घंटे में सुलझाकर बड़ी सफलता हासिल की है। बीती रात ग्राम निवासी मनबोध यादव (48 वर्ष) का खून से लथपथ शव भैराबांधा तालाब के पास बरामद हुआ था, जिसके सामने आते ही पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
मृतक के पुत्र मयंक यादव की रिपोर्ट पर सकरी थाना पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए अपराध क्रमांक 956/2025, धारा 103 (1), 61 (2) BNS के तहत हत्या का मामला दर्ज किया। पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और मानवीय सूचना तंत्र का उपयोग करते हुए घटनास्थल के आसपास त्वरित सुराग जुटाए। पुलिस जांच आगे बढ़ी और कुछ ही घंटों में संदेह के आधार पर पुलिस ने गौतमचंद साहू (33 वर्ष), गुलाबचंद साहू (30 वर्ष) और अजय ध्रुव (22 वर्ष) को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पुलिस की माने तो पूछताछ में आरोपियों ने जमीन विवाद को लेकर मनबोध यादव पर टांगिया से हमला कर हत्या करना स्वीकार कर लिया।
सकरी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत चोरभट्ठी खुर्द में बुधवार देर रात एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। गांव के पूर्व सरपंच मनबोध यादव की हत्या कर दी गई। गुरुवार सुबह उनका रक्तरंजित शव चोरभट्ठी कला के पास स्थित तालाब की मेढ़ पर पड़ा मिला, जिसे देखकर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। तत्पश्चात सूचना पुलिस को दी गई।
परिजनों के अनुसार मनबोध यादव बुधवार रात लगभग 8 बजे स्कूटी से घर से निकले थे। देर रात तक उनके न लौटने पर परिजनों ने तलाश शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। सुबह ग्रामीणों ने तालाब की मेढ़ पर उनका खून से सना शव देखा। शव के सिर और चेहरे पर धारदार हथियार के कई वार पाए गए हैं, जिससे हत्या की पुष्टि हुई।
जांच के दौरान पुलिस को मौके से शराब की खाली बोतलें, डिस्पोजल ग्लास और कुछ संदिग्ध वस्तुएं मिली हैं। इनसे यह आशंका गहराई है कि मृतक घटना से पहले कुछ लोगों के साथ बैठे हुए थे और किसी विवाद के बाद उनकी हत्या की गई। मृतक मनबोध यादव की स्कूटी तालाब में पाई गई है। पुलिस का मानना है कि आरोपियों ने हत्या के सबूत मिटाने के उद्देश्य से स्कूटी को पानी में फेंक दिया।
फॉरेंसिक टीम और सकरी थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से मौके की बारीकी से जांच की है। टीम ने खून के नमूने, मिट्टी, पैरों के निशान, और संभावित हथियार के संकेत जैसे अहम सबूत एकत्र किए हैं। साथ ही मृतक की मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल, तथा आसपास के CCTV फुटेज की जांच की गई।
