[TODAY छत्तीसगढ़] / छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल का मंत्रिमंडल गठन होते ही कांग्रेस नेताओं के बीच बगावत सामने आई है. राजिम विधानसभा सीट से विधायक और कांग्रेस के दिग्गज नेता अमितेश शुक्ला ने मंत्री ना बनाए जाने पर खुलकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि, 'मेरा नाम शपथ लेने वाले मंत्रियों में नहीं है. मेरा परिवार नेहरु-गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों के साथ जुड़ा रहा है. मैं उनसे हमेशा न्याय की उम्मीद करूंगा.'
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ में आज कुल 9 मंत्रियों ने शपथ ली है, दो पहले ले चुके हैं। अब तक यह कयास लगाई जा रही थी कि नवनिर्वाचित विधायक व पूर्व पंचायत मंत्री अमितेश शुक्ला को दोबारा कांग्रेस की नई सरकार के मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मंत्री ना बनाए जाने से अमितेश शुक्ला के समर्थक भी खासे नाराज हैं. दरअसल, ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि शुक्ला ने राजिम सीट से छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से जीत दर्ज की है. यही नहीं उनके परिवार और राजिम विधानसभा से कांग्रेस की जीत होने पर सालों से यह रिकॉर्ड रहा है कि जो भी यहां से जीत हासिल करता है, उसे कांग्रेस सरकार में मंत्री पद दिया जाता है. इस क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करते स्व. श्यामाचरण शुक्ल तीन बार अविभाजित मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री रहे. इसके चलते यह क्षेत्र ना केवल कांग्रेस का गढ़ माना जाता है बल्कि प्रदेश कांग्रेस की राजनीतिक में अहम स्थान भी रखता है.
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में शुक्ला चुनाव जीतने के बाद से दिल्ली में थे और राहुल गांधी, पीएल पुनिया सहित कई बड़े नेताओं से लगातार मुलाकात भी की थी पर बात नहीं बनी और उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली.