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गाँव में घुसा मगरमच्छ, देखकर लोगों में हड़कंप। देखें Viral Video

 TODAY छत्तीसगढ़  / नई दिल्ली /  क्या आपने कभी ऐसा मंज़र देखा है, जो डरावना होने के साथ-साथ अद्भुत भी होता है? कर्नाटक के गांव में एक ऐसा ही खौफनाक नजारा देखने को मिला. दरअसल, कर्नाटक के एक गांव में एक मगरमच्छ टहलते हुए आ गया. अब मगरमच्छ का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और कई लोग इसे अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर भी कर रहे हैं.  

समाचार एजेंसी ANI ने भी मगरमच्छ के वीडियो को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. वीडियो में आप देख सकते हैं कि मगरमच्छ किस तरह गांव की गलियों में टहल रहा है. वीडियो के बैकग्राउंड में लोगों के चिल्लाने और घबराने की आवाज़ें भी आ रही हैं. वहीं मगरमच्छ को देखकर कुत्ता भी डर कर भाग जाता है और भौंकने लगता है. लेकिन खास बात यह है कि मगरमच्छ कुत्ते की तरफ देखता तक नहीं है. वहीं, जानकारी के मुताबिक, बाद में मगरमच्छ को फॉरेस्ट ऑफिशियल्स ने पकड़कर नदी में छोड़ दिया था. 

समाचार एजेंसी ANI ने वीडियो को ट्वीट करते हुए कैप्शन में लिखा, "दांदेली के कोगिलबन गांव में टहलता हुआ एक मगरमच्छ मिला. बाद में वन अधिकारियों ने मगरमच्छ को पकड़कर नदी में छोड़ दिया."

इस वीडियो पर अब तक 90 हजार से ज्यादा व्यूज़ आ चुके हैं. 3 हजार से ज्यादा लोग इसे री-ट्वीट कर चुके हैं. इस वीडियो पर लोगों के तरह-तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं. लोग कमेंट सेक्शन में खूब मजे ले रहे हैं.

दवा के लिए 300 किलोमीटर चलाई साईकिल, 10 साल के बेटे का अस्पताल में हो रहा ईलाज

TODAY छत्तीसगढ़  / कर्नाटक में मैसूर जिले के कोप्पलू गांव से एक इमोशनल कर देने कर देने वाली खबर सामने आई है. कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप के चलते कर्नाटक में लॉकडाउन लगाया गया है. परिवहन सुविधा न होने के चलते एक पिता ने अपने 10 साल के बेटे की जान बचाने के लिए 300 किमी का सफर साइकिल पर तय किया है. इसमें उनको तीन दिन का समय लगा. जब लोगों को इसकी जानकारी हुई हर कोई आनंद की हिम्मत को सलाम करने लगा.

45 साल का आनंद एक गरीब मजबूर है उसके बेटे का पिछले 10 सालों से बेंगलुरु के निमहंस अस्पताल में इलाज चल रहा है. आनंद दो महीनों में एक बार निमहंस में बच्चे की दवाइयां लेने आता था. लॉकडाउन की वजह से सब कुछ बंद है इसलिए उसे इतना लंबा सफर साइकिल से तय करना पड़ा.  

कोप्पलू गांव के रहने आनंद दवा लेने के लिए साइकिल से 23 मई को निकले थे और 26 मई को दवाओं के साथ वापस लौटे. डॉक्टर्स ने आनंद से कहा था कि बच्चे के 18 साल से पहले अगर दवाएं बंद कर दीं तो मिर्गी के दौरे पड़ने की आशंका ज्यादा होती है. जब डॉक्टर्स को उसके इतनी दूर साइकिल से आने की बात पता चली तो उन्होंने उसे एक हजार रुपये भी दिए.

आनंद के बेटे के अलावा उसकी एक बेटी भी है, आनंद ने बताया कि लगातार साइकिल चालाने के बाद अब उसकी कमर में काफी दर्द हो रहा था. उसने डॉक्टर से इसकी दवाई ली और वो पहले अच्छा महसूस कर रहा है. 

300 किमी साइकिल चलाकर बेटे के लिए दवा लाने के लिए आनंद की हर कोई तारीफ कर रहा है. सोशल मीडिया पर उनके जज्बे और हिस्मत की तारीफ हो रही है. लोग दूर-दूर से उनसे मिलने आ रहे हैं. ऐसे में कुछ स्थानीय नेता भी मौके पर चौका लगाने से नहीं चूक रहे हैं. कर्नाटक के यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता कोप्पलू गांव आनंद से मिलने पहुंचे और उन्होंने उसे कुछ दवाएं और राशन दिया. जब इन नेताओं की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो कई इन नेताओं को खरी खोटी सुनाने लगे.  - आज तक

छत्तीसगढ़ का मजदूर कर्नाटक में बंधक, मंत्री की पहल पर रिहाई के बाद जल्द होगी घर वापसी

TODAY
 छत्तीसगढ़  / 
 रायगढ़ । उच्च शिक्षा मंत्री उमेश की पहल पर कर्नाटक में बंधक मजदूर परिवारों की जल्द वापसी होगी। ठेकेदार के पास श्रीनिवासपुर पुलिस पहुंची। श्रीनिवासपुर की पुलिस तथा श्रम विभाग की टीम ठेकेदार को पकड़कर उनके बयान दर्ज करते हुए सभी बंधक बनाए गए मजदूरों को रिहा कर करवा दिया है और उन्हें उनके काम के बदले पूरी राशि भी दिलवाई जा रही है। स्थानीय मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार सभी मजदूर कागजी कार्रवाई करने के बाद देर शाम तक श्रीनिवासपुर से रायगढ़ के लिए रवाना हो जाएंगे। ज्ञात हो कि 'छत्तीसगढ़O ने दो दिन पहले कर्नाटक के श्रीनिवासपुर में बंधक बनाए गए मजदूरों को लेकर समाचार प्रकाशित किया था। प्रमुखता से प्रकाशित समाचार के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है। साथ ही साथ प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने भी जिले के कलेक्टर भीम सिंह व पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह से चर्चा करके जल्द ही बंधक बनाए गए मजदरों को वापस उनके गांव बुनगा भेजने के भी दिशा निर्देश दिए हैं। बीते दिनों पुसौर ब्लॉक के बुनगा गांव के एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों के कर्नाटक के कोलार जिले के श्रीनिवासपुर गांव में एक ठेकेदार द्वारा बंधक बना लिए जाने की सूचना मिली थी। उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कलेक्टर भीम सिंह को ग्रामीणों के सकुशल वापसी के लिए निर्देशित किया।
कलेक्टर ने मामले के संज्ञान में आते ही तत्काल कलेक्टर कोलार से बात कर जिले के ग्रामीणों के वहां बंधक बना लिए जाने के बारे में उन्हें अवगत कराया तथा शीघ्र सभी लोगों को रिहा करवाते हुए रायगढ़ भेजने की व्यवस्था का अनुरोध किया। जिसके पश्चात कलेक्टर कोलार ने वहां के श्रम अधिकारी को श्रीनिवासपुर जाकर ग्रामीणों की जल्द रिहाई के लिए कहा। अगले 1 से 2 दिनों जिले के ग्रामीणों की वहां से वापसी हो जाएगी। कलेक्टर ने वहां फंसे ग्रामीणों से भी बात की और उन्हें बताया। स्थानीय प्रशासन को सारी सूचना दे दी गई है उनकी सहायता से सभी ग्रामीणों की जल्द वापसी हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि पुसौर ब्लाक के बुनगा गांव से 6 पुरुष, 6 महिलाएं व 7 बच्चे कर्नाटक के श्रीनिवासपुर गांव एक ठेकेदार के माध्यम से काम की तलाश में कर्नाटक पहुंचे थे। जिन्हें वहां उक्त ठेकेदार द्वारा बंधक बना लिया गया था। पुसौर ब्लाक के पुनीराम, सोनीनाथ सहित अन्य लोगों ने यह जानकारी जिला प्रशासन से साझा की। जिसमें उन्होंने बताया कि गांव के मधुसुदन रजक, पद्मा रजक, दिपेश कुमार, लक्ष्मीकांत रजक, मातेश्वरी, खुशहाल, छीतीज, थकीर रजक, जमुना रजक, मयक, दुर्बल निषाद, पार्वती, प्रियका, संजय कुमार, कुंद्रा बरेल, सोमेस कुमार, जत्तु बाई एवं ओम प्रकाश को कर्नाटक में ठेकेदार द्वारा बंधक बना लिया गया है।

कर्नाटक उपचुनाव: येदियुरप्पा की सरकार बची, नेता प्रतिपक्ष से सिद्धारमैया ने दिया इस्तीफा

TODAY छत्तीसगढ़  / कर्नाटक विधानसभा के 15 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को प्रचंड जीत मिली है। भाजपा ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है। दो सीटों पर कांग्रेस और एक सीट पर निर्दलीय की जीत हुई है। जबकि जनता दल सेक्युलर को उपचुनाव में सभी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। जिन 15 सीटों पर उप चुनाव हुए थे उनमें से 12 कांग्रेस और तीन जेडीएस के पास थीं।

 कांग्रेस को उपचुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने विधानसभा में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में मैं लोकतंत्र और जनादेश का सम्मान करता हूं । मैंने कांग्रेस विधायक दल के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया है। मैंने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी जी को सौंप दिया है। इसके साथ ही कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दिनेश गुंडू राव ने कहा, मैं हार की जिम्मेदारी ले रहा हूं और पार्टी के कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें  

 भाजपा ने चिकबलपुर विधानसभा सीट 34801 मतों से जीत ली है। भाजपा प्रत्याशी डॉ के सुधाकर ने कांग्रेस प्रत्याशी एम अनजानप्पा को हराया। वहीं येलापुर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी एएच शिवराम ने कांग्रेस प्रत्याशी भिमन्ना नाईक को 31408 मतों से पराजित कर दिया है। रानीबेन्नूर विधानसभा सीट से भाजपा के अरुण कुमार ने कांग्रेस प्रत्याशी को 23222 मतों से हराया। विजयनगर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी आनंद सिंह ने 30125 मतों से कांग्रेस प्रत्याशी को मात दी। महालक्ष्मी लेआउट विधानसभा सीट से के गोपालिया ने कांग्रेस प्रत्याशी एम शिवराजू को 54386 मतों से हरा दिया है। वहीं कृष्णाराजपेठ विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी नारायन गोड्डवा ने जनता दल सेक्युलर प्रत्याशी बीएल देवराज को 9731 मतों से हराया है।
कांग्रेस के खाते में सिर्फ दो सीट ही आ सकी है। हुनाशुरू विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी एचपी मंजूनाथ ने भाजपा के एएच विश्वनाथ को  39727 मतों से हरा दिया है। शिवाजी नगर से रिजवान हरशद ने भाजपा प्रत्याशी एम श्रवणा को 13 हजार से ज्यादा मतों से पराजित किया है।
कांग्रेस ने स्वीकारी हार - 
कर्नाटक उपचुनाव के नतीजों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि हमें इन 15 निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाताओं के जनादेश से सहमत होना होगा। लोगों ने दलबदलुओं को स्वीकार कर लिया है। हमने भी हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हमें निराश होना पड़ेगा। ( साभार/ अमर उजाला )

कांग्रेस विधायक ने वन अफसर को कहा 'तुम्हारा हाथ-पैर' काट दूंगा

[TODAY छत्तीसगढ़] / कर्नाटक के कांग्रेस विधायक बीके संगमेश्वरा का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में कांग्रेस विधायक वन अधिकारी को धमकी दे रहे हैं। कांग्रेस विधायक ने अधिकारी को वन भूमि पर एक मंदिर के निर्माण पर आपत्ति करने के लिए चेतावनी दी है । वन अफसर को धमकाते हुए कांग्रेस विधायक ने कहा की वे उसके हाथ- पैर काट देंगे।
दरअसल यह घटना राज्य के भद्रावती क्षेत्र में एक मंदिर के निर्माण से संबंधित है। कुछ ग्रामीण भद्रावती में एक मंदिर का निर्माण करवाना  चाहते थे और उन्होंने 31 दिसंबर को इसके लिए वन भूमि पर आधारशिला भी रखी थी। हालांकि एक वन अधिकारी ने मंदिर के निर्माण पर कथित तौर पर आपत्ति जताई और कहा कि वन भूमि पर किसी भी तरह का निर्माण करने के लिए पहले अनुमति लेनी होगी। इसके बाद ग्रामीणों ने विधायक बीके संगमेश्वर से संपर्क किया और उनकी मदद मांगी।


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