रायपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / छत्तीसगढ़–आंध्र प्रदेश सीमा पर सुरक्षा बलों ने एक बड़े अभियान में नक्सल संगठन के शीर्ष कमांडर और सीसी मेंबर माडवी हिड़मा को मार गिराने का दावा किया है। इस मुठभेड़ में कुल छह नक्सली neutralize किए गए। हिड़मा को बस्तर में नक्सल गतिविधियों का सबसे सक्रिय और खतरनाक चेहरा माना जाता था। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह अभियान नक्सल विरोधी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण सफलता है। इस बड़ी सफलता पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने X पर ट्वीट किया है।
हिड़मा के आतंक का हुआ अंत, बस्तर में लौट रहा है शांति का वसंत...
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) November 18, 2025
छत्तीसगढ़–आंध्र प्रदेश सीमा पर सुरक्षाबलों के सफल ऑपरेशन में शीर्ष नक्सली लीडर और सीसी मेम्बर माडवी हिड़मा सहित छह नक्सलियों का न्यूट्रलाइज होना नक्सलवाद के विरुद्ध हमारी लड़ाई में एक निर्णायक उपलब्धि है। इसके लिए…
हिड़मा की मौत को सुरक्षा बलों ने बड़ा ऑपरेशनल अचीवमेंट बताया। हिड़मा पर कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने का आरोप था और वह पिछले कई वर्षों से सुरक्षा बलों के रडार पर था। अधिकारियों के अनुसार, उसकी निष्क्रियता से बस्तर क्षेत्र में माओवादी नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।
पिछले कुछ महीनों में सैकड़ों नक्सलियों के आत्मसमर्पण, कई शीर्ष कैडरों की गिरफ्तारी और कई सफल अभियानों के बाद सुरक्षा बल यह दावा कर रहे हैं कि बस्तर में नक्सल प्रभाव लगातार कमजोर हो रहा है। केंद्र और राज्य सरकार संयुक्त प्रयासों के तहत क्षेत्र में सुरक्षा कैंपों की स्थापना, पुनर्वास नीति और विकास कार्यक्रमों को तेज गति से आगे बढ़ा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि इन कदमों से लोगों का विश्वास बढ़ा है और गांवों में सामान्य गतिविधियाँ तेजी से लौट रही हैं।
2026 तक नक्सल–मुक्त भारत का लक्ष्य
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि मौजूदा रणनीति और लगातार सफल ऑपरेशन्स को देखते हुए 2026 तक देश को पूरी तरह नक्सल–मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
