चश्मदीद ने क्या कहा -
नदी किनारे पड़ी लाशों को कुतों द्वारा कुतरे जाने वाले दृश्य को एक स्थानीय व्यक्ति ने अपनी आंखों से देखने का दावा किया समाचार एजेंसी एएनआई ने अपनी रिपोर्ट में इस व्यक्ति के हवाले से लिखा में यहाँ पेंटिंग कर रहा था, तभी मैंने यहां कुत्तों को कुछ अधजली लाशें खाते हुए देखा, जिला प्रशासन और नगर पालिका को फौरन इसका संज्ञान लेना चाहिए और जरूरी कदम उठाने चाहिए, यह चिंता का विषय है और मुझे लगता है कि इंसानियत की मौत का चित्र है.
प्रशासन ने क्या कहा -
नगर पालिका के प्रेसिडेंट रमेश सेमवाल ने इस मामले में कहा कि स्थानीय व्यक्तियों से इस तरह की शिकायतें मिलने पर केदार घाट पर अधजली लाशों के क्रियाकर्म और किनारे को धोने के लिए एक व्यक्ति की ड्यूटी लगाई गई है. पिछले कुछ दिनों में हमारे इलाके में मौते बढ़ी और मुझे भी पता चला कि शवों को ठीक ढंग से जलाया नहीं गया। गौरतलब है कि इससे पहले, उत्तर प्रदेश और बिहार में गंगा नदी में लाशों के मिलने संबंधी कई तरह की खबरें लगातार आई थी. यही नहीं, हाल में पिथौरागढ़ में भी नदी में लाशे तैरती हुई देखी गई थी, जिन पर स्थानीय लोगों ने काफी नाराजगी जताई थी और पीने के पानी के दूषित व संक्रमित होने का डर भी जाहिर किया था.