TODAY छत्तीसगढ़ / देश के पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी आज पंचतत्व में विलीन हो गए। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें दिल्ली के लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में आखिरी विदाई दी गई। उससे पहले पूरे देश ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े नेताओं ने उन के घर जाकर श्रद्धांजलि दी।
राजनीति के अजातशत्रु प्रणब मुखर्जी का निधन कल शाम हो गया था, वे 84 वर्ष के थे। उन्हें 10 अगस्त को सेना के ‘रिसर्च एंड रेफ्रल हास्पिटल’ में भर्ती कराया गया था। उसी दिन उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। बाद में प्रणब मुखर्जी के फेफड़ों में संक्रमण भी हो गया था। प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गयी है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें -
प्रणब दा को अंतिम विदाई के दौरान उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी और बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी मौजूद रहीं। शवदाह गृह में मौजूद सभी लोगों ने अपने प्रिय नेता की विदाई के दौरान प्रणब दा अमर रहें के नारे भी लगाए। उनके अंतिम संस्कार से पहले उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने सभी प्रक्रियाएं पूरी कीं।
प्रणब मुखर्जी कोरोना पॉजिटिव थे, इसलिए उनके अंतिम संस्कार के दौरान सभी प्रोटोकॉल का पालन किया गया। प्रणब मुखर्जी के शव को लकड़ी के ताबूत में रखा गया और उनके पुत्र भी पीपीई किट पहनकर समस्त क्रियाओं का पालन किया। कोरोना काल के कारण इस अंतिम संस्कार में बहुत ही कम लोग मौजूद रहे।
कल प्रणब मुखर्जी के निधन की जानकारी उनके बेटे ने ट्विटर पर साझा की थी। उन्होंने लिखा, भारी मन से आपको सूचित करना है कि मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी का अभी कुछ समय पहले निधन हो गया। आरआर अस्पताल के डॉक्टरों के सर्वोत्तम प्रयासों और पूरे भारत के लोगों की प्रार्थनाओं और दुआओं के लिए मैं आप सभी को हाथ जोडक़र धन्यवाद देता हूं।’’
राजनीति के अजातशत्रु प्रणब मुखर्जी का निधन कल शाम हो गया था, वे 84 वर्ष के थे। उन्हें 10 अगस्त को सेना के ‘रिसर्च एंड रेफ्रल हास्पिटल’ में भर्ती कराया गया था। उसी दिन उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। बाद में प्रणब मुखर्जी के फेफड़ों में संक्रमण भी हो गया था। प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गयी है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें -
प्रणब दा को अंतिम विदाई के दौरान उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी और बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी मौजूद रहीं। शवदाह गृह में मौजूद सभी लोगों ने अपने प्रिय नेता की विदाई के दौरान प्रणब दा अमर रहें के नारे भी लगाए। उनके अंतिम संस्कार से पहले उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने सभी प्रक्रियाएं पूरी कीं।
प्रणब मुखर्जी कोरोना पॉजिटिव थे, इसलिए उनके अंतिम संस्कार के दौरान सभी प्रोटोकॉल का पालन किया गया। प्रणब मुखर्जी के शव को लकड़ी के ताबूत में रखा गया और उनके पुत्र भी पीपीई किट पहनकर समस्त क्रियाओं का पालन किया। कोरोना काल के कारण इस अंतिम संस्कार में बहुत ही कम लोग मौजूद रहे।
कल प्रणब मुखर्जी के निधन की जानकारी उनके बेटे ने ट्विटर पर साझा की थी। उन्होंने लिखा, भारी मन से आपको सूचित करना है कि मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी का अभी कुछ समय पहले निधन हो गया। आरआर अस्पताल के डॉक्टरों के सर्वोत्तम प्रयासों और पूरे भारत के लोगों की प्रार्थनाओं और दुआओं के लिए मैं आप सभी को हाथ जोडक़र धन्यवाद देता हूं।’’