आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में IPS जीपी सिंह भारतीय प्रशासनिक सेवा के ऐसे पहले अफसर हैं जिनके ऊपर राजद्रोह का आरोप लगा है और मामला भी दर्ज किया गया है । राज्य के चर्चित आईपीएस अफसर जीपी सिंह जिस ACB के मुखिया रहे उसी विभाग ने सिंह के पुलिस लाइन स्थति सरकारी बंगले पर एक जुलाई की सुबह 6 बजे छापा मारा था। इसके साथ ही उनके 15 अलग-अलग ठिकानों पर भी एक साथ ACB और EOW ने कार्रवाई की थी। करीब 70 घंटे से भी ज्यादा समय तक चली कार्रवाई के दौरान जीपी सिंह के यहां 10 करोड़ की अघोषित संपत्ति के साथ बंगले के पीछे गटर से डायरी, कुछ फटे हुए पन्ने और एक दर्जन पेन ड्राइव मिली थी।
TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
जीपी सिंह के सरकारी आवास से मिली डायरी के पन्नों और पेन ड्राइव से निकाले गए दस्तावेजों से सरकार विरोधी गतिविधियों के संकेत मिले हैं । ख़बर है कि ACB ने डायरी के पन्ने और पेन ड्राइव से निकाले गए दस्तावेजों का ब्योरा तीन दिन पहले ही पुलिस को सौंप दिया था। कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई के पहले करीब 2 दिनों तक ACB से मिले दस्तावेजों का परीक्षण किया उसके बाद छापे मारने वाली टीम के अफसरों का बयान भी लिया। पुलिस ने मिले दस्तावेजों की जांच और छापा मारने वाली टीम के सदस्यों के बयान के बाद ही राजद्रोह का मामला दर्ज किया है।
मामले से जुडी अन्य ख़बरें -
ADG के अलग-अलग ठिकानों से अब तक 10 करोड़ की सम्पत्ति का खुलासा