आज रात प्रेस नोट में एसीबी ने बताया कि जीपी सिंह के करीबी दोस्त एसबीआई की सेजबहार शाखा के ब्रांच मैनेजर मणि भूषण के निवास की तलाशी लेने पर वहां कुछ दस्तावेज मिले हैं और एक करोड़ रुपए के दाम का एक किलो सोने की दो पतियां भी बरामद हुई है। पूछताछ पर मणि भूषण ने बताया कि यह 2 किलो सोना कुछ दिन पहले जीपी सिंह ने उनके पास रखवाया था। रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रितपाल सिंह चंडोक के निवास की तलाशी ली गई, जिसमें उन्होंने बताया कि जीपी सिंह के पिता ने उन्हें कुछ साल पहले संपत्तियों के खरीदी-बिक्री और रखरखाव के लिए पावर ऑफ अटॉनी दी थी। प्रितपाल सिंह से 13 लाख रुपए नगद बरामद हुए और उन्होंने गवाहों के सामने यह बताया कि यह रकम जीपी सिंह की है।
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राजनांदगांव के चार्टर्ड अकाउंटेट राजेश बाफना के ठिकानों पर भी छापे मारे गए और वहां 3000 से अधिक फाइले और दस्तावेज देखे गए और यह जानकारी मिली कि ओपीसी उनकी पत्नी और बेटे के नाम पर 79 बीमा संबंधी दस्तावेज मिले हैं, जिनमें से जीपी सिंह के नाम पर 24 पालिसी है, उनकी पत्नी के नाम, बेटे के नाम पर 32 बीमा पॉलिसी है। एसीबी को एक से अधिक एचयूएफ अकाउंट की जानकारी मिली है जिसमें 6400000 रुपए पाए गए हैं।
जीपी सिंह के परिवारों द्वारा बहुत सी कंपनियों में एक करोड़ से अधिक की स्कम जमा मिली है। जीपी सिंह की पत्नी और बेटे के नाम पर डार में 29 फिक्स्ड डिपॉजिट खातों में 2000000 से अधिक की रकम मिली है। इस परिवार के सदस्यों के नाम पर शेयर और म्यूचुअल फंड में 30000000 से अधिक की राशि लगाई गई है। इस परिवार के लोगों के नाम पर निर्माण और खनिज से संबंधित करीब 5500000 रुपए की गाड़ियां और मशीन मिली है। एसीबी का कहना है कि जीपी सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर राज्य और राज्य के बाहर जमीन मकान और पलेट बड़ी संख्या में खरीदे गए हैं और इनमें ढाई करोड़ से अधिक का निवेश किया गया है। एसीबी ने प्रेस नोट में इन सभी चीजों का खुलासा किया है।