[TODAY छत्तीसगढ़] / छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शनिवार की सुबह एक परिवार पर कहर बनकर टूटी, बिजली के तारों की चिंगारी से लगी आग ने परिवार के पांच सदस्यों को लील लिया। बताया जा रहा है की शार्ट सर्किट की वजह से एक झोपड़ी में भीषण आग लग गई जिसमें एक ही परिवार के 5 लोग बुरी तरह झुलस गए, जिससे परिवार के मुखिया और दो बच्चों की मौत हो गई है, जबकि पत्नी और मां झुलस गए है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के स्वीपर मोहल्ले का है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक घटना आज सुबह करीब चार बजे की है। कोतवाली क्षेत्र के स्वीपर मोहल्ले में रहने वाले सुदीप के घर में अचानक आग लग गयी। आग की लपटों से बचने की जब तक कोशिश होती तब तक परिवार के सुदीप, दीप और बेटी टुकटुक (5 वर्ष) की झुलसकर मौत हो गई। इस आगजनी में झुलसे परिवार के बाकी सदस्यों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान काव्या (13 वर्ष) के बच्चे की भी मौत हो गई। उपचार के लिए भर्ती कराये गए दो अन्य लोगों का इलाज चल रहा है जिनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। इस घटनाक्रम के बाद मृतक के ससुर का कहना है की उनके घर के सामने ही बेटी और दामाद रहते थे। उन्होंने शार्ट सर्किट से आग लगने की बात को सिरे से खारिज करके इलाके के कुछ संदेहियों पर आरोप लगाया है। उन्होंने बताया की पहले भी 2 बार बेटी-दामाद के घर में आग लगाने का प्रयास किया गया था। स्वीपर मोहल्ले में कुछ नशेड़ी लगातार घूमते है। पीड़ित परिवार के सदस्यों ने पुलिस से मांग की है कि वे इस मामले की जांच आरोपों को आधार पर करें।
पुलिस के अनुसार जहां आग लगी है वह एक छोटी सी झोपड़ी है. घटना के वक्त सभी सोए हुए थे, तभी अचानक आग लगी और वो भाग नहीं पाए. पहली नजर में आग लगने की वजह शार्ट सर्किट ही माना जा रहा है. झोपड़ी में कई प्रकार का तार भी इधर उधर लटका हुआ है। फिलहाल पुलिस इस घटनाक्रम के सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की बात कह रही है।
राजधानी में तड़के सुबह घर में आग लगने से दो बच्चों समेत 3 लोगों की मौत के मामले में पीड़ितों के परिजनों को 12 लाख रुपए दिए जाएंगे. रायपुर उत्तर क्षेत्र से विधायक कलदीप जुनेजा ने कहा कि कलेक्टर निधि से सभी मृतकों को 4-4 लाख रुपए दिए जाने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी कराई जायेगी।