टोक्यो लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
टोक्यो लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

कजाकिस्तान के पहलवान को 8-0 से हराकर भारतीय रेसलर बजरंग पूनिया ने जीता ब्रॉन्ज मेडल

TODAY छत्तीसगढ़  /  टोक्यो / भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia wins bronze) ने पुरुषों की 65 किग्रा फ्रीस्टाइल में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है, जो जारी खेलों के महाकुंभ में भारत का छठा पदक रहा. वैसे ओलिंपिक में बजरंग का यह पहला मेडल है. ब्रॉन्ज मेडल मैच में बजरंग ने  कजाखिस्तान के पहलवान दौलत नियाजबेकोव (Doulet Niyazbekov) को एकतरफा मुकाबले में पटखती देते हुए उन्हें 8-0 से धूल चटा दी. महाकुंभ में अपनी पिछले मुकाबलों से अलग इस बार बजरंग ने शुरुआत से ही अटैकिंग रणनीति को तरजीह दी और आखिर तक इसका साथ नहींं छोड़ा, जिसका उन्हें पूरा फायदा मिला. बजरंग ने कमाल का परफॉर्मेंस किया और दोनों राउंड में विरोधी पहलवान पर हावी रहे. इस जीत के साथ ही कुश्ती में इस ओलिंपिक में दो मेडल आ गए हैं. बजरंग से पहले रवि दहिया ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया है. 

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

पहला गेम (3 मिनट): बजंरग ने बना ली 2-0 बढ़त

बजरंग ने अपनी पिछले मुकाबले के उलट बजरंग ने इस बार कांस्य के लिए कजाखिस्तान के दौलत नियाजबेकोव के खिलाफ अटैकिंग रणनीति अपनायी. इसका फायदा भी भारतीय पहलवान को मिला और उन्होंने जल्द ही एक प्वाइंट लेकर 1-0 की बढ़त बना लीद. इसके बाद बजरंग डबल लेग के लिए गए, पर दौलत ने बजरंग के दांव को बेकार कर दिया, लेकिन बजरंग की अटैकिंग रणनीति जारी रही और प्रतिद्वंद्वी पहलवान की गलती के कारण बजरंग को एक अंक और मिल गया और उन्होंने पहली बाउट 2- 0 से अपने नाम कर ली। 

दूसरा गेम (3 मिनट):  नहीं छोड़ी अटैकिंग रणनीति..और पस्त हो गए दौलत

पहली टक्कर में 2-0 की बढ़त के रथ पर सवार बजरंग पुनिया ने फिर से अटैक बनाते हुए दौलत के पैरों पर बहुत ही मजबूत पकड़ बना ली, लेकिन कजाखिस्तान के पहलवान ने शानदार डिफेंस करते हुए संभावित अंक को टाल दिया. बजरंग ने फिर से सिंगल लेग पकड़ा, लेकिन दौलत फिर से पैर छुड़ाने में कामयाब रहे. बजरंग ने इसके बाद जल्द ही दो अंक और लिया और पुनिया ने 4-0 की बढ़त बनाकर काफी हद तक सुनिश्चित किया कि कांस्य भारत के पास आने जा रही है. और इस बढ़त को बजरंग ने कुछ ही सेकेंड बाद 6-0 कर दिया. बजरंग ने पिछले चार अंक टेक डाउन रणनीति से लिए, लेकिन बस वे दौलत को पलट ही नहीं पाए. इसके बाद बजरंग ने सिंगल लेग रणनीति से दो अंक और लिए और बढ़त भारतीय पहलवान ने बढ़त को 8-0 कर दिया. आखिरी 20 सेकेंड में कजाखिस्तान पहलवान ने कोशिश की, लेकिन दौलत को  सफलता नहीं मिली और बजरंग ने 8-0 से दूसरी बैटल जीतकर भारत के  लिए छठा कांस्य जीत लिया.

सेमीफाइनल में हारे में थे बजरंग

बजरंग पूनिया को सेमीफाइनल में अजरबैजान के पहलवान हाजी अलीव से 12-5 से हार का सामना करना पड़ा था. पूनिया को मेडल का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा था लेकिन सेमीफाइनल में मिली हार ने भारतीय फैन्स को भी काफी निराश किया है.  बजरंग पूनिया के सपोर्ट में योगेश्वर दत्त ने भी ट्वीट कर उन्हें शुभकामनाएं दी है. 

रवि दहिया ने जीता सिल्वर मेडल

इस बार भारतीय रेसलर में रवि दहिया ने कमाल का परफॉर्मेंस करते हुए सिल्वर मेडल जीतने का कमाल कर दिखाया. टोक्‍यो ओलिंपिक खेलों (Tokyo Olympics 2020) में भारत के रेसलर रवि दहिया ने सिल्वर मेडल जीता है. पुरुषों के फ्री स्टाइल 57 किलो रेसलिंग स्पर्धा के फाइनल में हरियाणा के रवि को रूस ओलिंपिक कमिटी के बैनर तले उतरने वाले रेसलर जवुर उगुवेय (Ravi Kumar Dahiya vs Zavur Uguev) से 4-7  हार का सामना करना पड़ा. राज्‍य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की है कि प्रदेश की खेल नीति के अनुसार सिल्‍वर जीतने पर रवि को 4 करोड़ रुपये की नकद राशि, क्लास वन की नौकरी और रियायती दर पर हुड्डा का प्लॉट। 

नीरज चोपड़ा ने खत्म किया 100 साल का इंतज़ार, एथलेटिक्स में दिलाया भारत को पहला 'गोल्ड'

 TODAY छत्तीसगढ़  / टोक्यो / भारत के एथलीट नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचा दिया है। नीरज ने जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में भारत को टोक्यो ओलंपिक में पहला गोल्ड मेडल दिला दिया है। क्वालीफाइंग राउंड की तरह ही नीरज का प्रदर्शन फाइनल में भी बेहद शानदार रहा और उन्होंने एथलेक्टिक्स में मेडल के 100 साल के सूखे को भी खत्म कर दिया है। नीरज ने फाइनल मैच में अपना पहला ही थ्रो 87.03 मीटर का फेंका और गोल्ड की उम्मीद जगा दी। इसके बाद दूसरे प्रयास में नीरज ने 87.58 मीटर का थ्रो फेंककर गोल्ड मेडल पक्का कर लिया।  

नीरज ने इससे पहले क्वालीफाइंग राउंड में भी अपने प्रदर्शन से सनसनी फैला दी थी। उन्होंने टॉप पर रहते हुए पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो फेंका था और 83.65 के क्वालीफिकेशन लेवल को आसानी से पार कर लिया था। नीरज इससे पहले एशियाई खेलों, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुके हैं और यही वजह है कि पूरा देश की निगाहें उनके ऊपर टिकी हुईं थीं। टोक्यो ओलंपिक में यह भारत का पहला गोल्ड मेडल है और अब पदकों की कुल संख्या 7 हो गई है, जिसमें एक गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। रेसलिंग में बजरंग पूनिया ने कजाखस्तान के दौलेत नियाजबेकोव को एकतरफा मुकाबले में हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

नीरज भारत की तरफ से ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले महज दूसरे ही खिलाड़ी हैं। उनसे पहले साल 2008  में अभिनव ब्रिंदा ने निशानेबाजी में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया था। एथलेटिक्स में यह ओलंपिक खेलों में भारत का पहला गोल्ड मेडल है और इसके साथ ही 23 साल के नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया है। नीरज ने अपने पहले दो थ्रो में ही गोल्ड मेडल पक्का कर लिया था। बाकी एथलीटों ने काफी प्रयास किया, लेकिन वह नीरज के 87.58 मीटर के थ्रो को पार नहीं कर सके।  - हिंदुस्तान 


भारतीय महिला हॉकी टीम को ब्रॉन्ज मेडल मैच में ब्रिटेन से मिली शिकस्त, हिन्दुस्तान बोला 'वो दिन दूर नहीं जब भारत की बेटियाँ मेडल लेकर आएंगी'

  TODAY छत्तीसगढ़  /  टोक्यो  / भारतीय महिला हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में ब्रिटेन के हाथों 3-4 से हार का सामना करना पड़ा. टोक्‍यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम चौथे स्‍थान पर रही.  एक समय भारतीय टीम 3-2 से बढ़त बनाए हुए थी, मगर इसके बाद ब्रिटेन ने वापसी की और लगातार दो गोल दागकर भारत पर दबाव बना दिया. मैच के आखिरी सेकंड तक रानी रामपाल की टीम ने भरपूर कोशिश की, मगर चूक गई. ओलंपिक में भारतीय महिला टीम का यह सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन है.  

Tokyo Olympics 2020: भारतीय महिला हॉकी को टोक्यो ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा. लेकिन यह ऐसी हार नहीं, जिस पर रंज हो. भला कितनी बार ऐसा हुआ है कि हमारी हॉकी टीम 0-2 से पिछड़ने के 5 मिनट के भीतर 3-2 की बढ़त बना ले. टोक्यो ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में ऐसा हुआ. वह दिन दूर नहीं जब भारत की बेटियां मेडल लेकर आएंगी.

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'इस टीम पर गर्व है. टोक्यो ओलंपिक्स 2020 में हमारी महिला हॉकी टीम के शानदार प्रदर्शन को हम हमेशा याद रखेंगे. हम महिला हॉकी में बेहद करीब से पदक चूक गए, लेकिन यह टीम नए भारत की भावना को दिखाती है.' 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैच के बाद ट्वीट कर भारतीय महिला हॉकी टीम पर गर्व जताया है. उन्होंने कहा है कि टोक्यो में मिली सफलता कई और बेटियों को हॉकी खेलने के लिए प्रेरित करेगी. पीएम मोदी ने गुरुवार को पुरुष हॉकी टीम की जीत पर भी बधाई दी थी.
टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में भारतीय महिला टीम (Indian Women Hockey Team) भले ही कांस्य पदक से चूक गई हो लेकिन पूरा देश उन्हें सलाम कर रहा है. शुक्रवार को हुए मुकाबले में ब्रिटेन ने भारतीय टीम को 4-3 से हरा दिया. भारतीय टीम ने पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचकर पहले ही इतिहास रच दिया था. इस बीच उद्योगपित आनंद महिन्द्रा (Anand Mahindra) ने कहा है कि उनका (भारतीय महिला टीम) भी वक्त आएगा. उद्योगपति ने कहा कि – ‘आज हमने अंडरडॉग्स को बेरहमी से गुर्राते हुए सुना उनका भी वक्त आएगा. उन्होंने एक ऐसी क्रांति शुरू की है जिसे रोका नहीं जा सकता.’
भारत का इससे पहले ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1980 में था जब महिला टीम चौथे स्थान पर रही थी. उस समय सेमीफाइनल नहीं होते थे और छह टीमों ने राउंड रॉबिन आधार पर खेला था जिनमें से दो फाइनल में पहुंची थी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में ऐतिहासिक प्रदर्शन करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women Hockey Team) की प्रशंसा की है. सीएम योगी ने आज इंग्लैंड के खिलाफ कांस्य पदक के मुकाबले में हारने वाली टीम इंडिया के लिए लिखा है कि मैच हारा, लेकिन मन जीता…टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचने वाली मां भारती की बेटियों का हार्दिक अभिनंदन. जय हिंद ! 
भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women Hockey Team) ने ब्रिटेन के साथ ब्रॉन्ज मेडल के लिए शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन मेडल अपने नाम करने में वह सफल नहीं रह सकीं. हालांकि महिला टीम के इस शानदार प्रदर्शन को फैंस सालों तक याद रखेंगे. टीम का यह ओलंपिक (Tokyo Olympics) में ओवरऑल सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है. अंक तालिका में भारतीय महिला हॉकी टीम चौथे नंबर पर जरूर है, लेकिन भारतीय के दिलों में उन्होंने अहम स्थान बना लिया है. ब्रिटेन से भारत को मिली हार के बाद बॉलीवुड (Bollywood) के किंग खान यानी शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) ने टीम का हौसला बढ़ाते हुए एक ट्वीट किया है.
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के द्वारा मेडल जीतने के बाद लोगों की निगाहें भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women Hockey Team) पर थीं. लेकिन शुक्रवार की सुबह देश को हार के साथ निराशा का सामना किया. लेकिन इस हार के बाद भी टीम का हौसला लोग सोशल मीडिया पर खूब बढ़ा रहे हैं. इस लिस्ट में शाहरुख खान भी शामिल हैं. 
उन्होंने ट्वीट कर कहा- ‘दिल टूटा!!! लेकिन हमारे सिर को ऊंचा रखने के सभी कारण हैं, भारतीय महिला हॉकी टीम ने अच्छा खेला. आप सभी ने भारत में सभी को प्रेरित किया, वही जीत है’.
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी ने शानदार प्रदर्शन किया है. उन्हें मेडल नहीं मिला, लेकिन अपने अंतिम मैच में टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया और ब्रॉन्ज मेडल से चूक गई. हरियाणा सरकार ने अब इन महिला हॉकी खिलाड़ियों पर इनाम की बौछार कर दी है. भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल हरियाणा की 9 बेटियों को 50-50 लाख रुपए के नकद पुरस्कार की घोषणा की गई है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यह घोषणा की और कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम रानी झांसी की तरह अंत तक लड़ी है. हालांकि, उन्होंने उम्दा खेल दिखाया. सीएम ने कहा कि सरकार की ओर से सभी खिलाड़ियों को 50-50 लाख रुपये इनाम दिया जाएगा. 

टोक्‍यो ओलंपिक : बजरंग पूनिया सेमीफाइनल में पहुंचे, ईरान के पहलवान को दी मात

 TODAY छत्तीसगढ़  /  नई दिल्‍ली / बजरंग पूनिया ने 65 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है. टोक्‍यो ओल‍ंपिक में भारत की सबसे बड़ी उम्‍मीद बजरंग ने क्‍वार्टर फाइनल में ईरान के मोर्तेजा चेका को हराया. पहले राउंड में बजरंग 0-1 से पिछड़ रहे थे. दूसरे राउंड में बजरंग ने ऐसा दांव खेला कि वो सीधे सेमीफाइनल में पहुंच गए. इस मुकाबले के बाद पूरे देश की गोल्‍ड की उम्‍मीदें और मजबूत हो गई है.

इससे पहले भारत के इस स्‍टार पहलवान ने किर्गिस्तान के अरनाजर अकमातालिव को मात देकर क्‍वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी. अरनाजर के खिलाफ मुकाबले के पहले राउंड में बजरंग ने 3-1 से बढ़त हासिल कर ली थी. हालांकि दूसरे राउंड में मुकाबला काफी रोमांचक हो गया. आखिरी सेकंड में अरनाजर ने 2 अंक हासिल कर लिए. इसके बाद भारतीय पहलवान ने आखिरी सेकेंड में अंक हासिल करके मुकाबला अपने नाम कर लिया था.

टोक्‍यो ओलंपिक में रवि दहिया कुश्‍ती में भारत को एक मेडल दिला चुके हैं. हालांकि रवि को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था और उन्‍हें सिल्‍वर से ही संतोष करना पड़ा. मगर बजरंग ने देश की गोल्‍ड की उम्‍मीदों को बनाए रखा. 

भारतीय हॉकी टीम का कमाल, 41 साल बाद जीता ओलंपिक में मेडल

TODAY छत्तीसगढ़  /टोक्यो / भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में कमाल का परफॉर्मेंस करते हुए जर्मनी को 4-5 से  हराकर 41 साल बाद मेडल जीतने का कमाल कर दिखाया है. भारत ने आखिरी बार 1980 के मॉस्को ओलंपिक में मेडल जीता था. भारत की जीत के बाद भारत के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने इस जीत को क्रिकेट विश्व कप से भी बड़ा बताया है. ओलंपिक इतिहास में हाॅकी में यह 12 2वां मेडल है. मैच में एक समय भारतीय टीम 1-3 से पीछे थी. इसके बाद टीम ने शानदार वापसी करते हुए मुकाबला जीत लिया. भारत की शुरूआत भले ही खराब रही थी लेकिन बाद में भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त वापसी की और इतिहास रचते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया है.  

भारत की ऐतिहासिक जीत पर भारत के पीएम नरेंद्र मोदी जी ने भी ट्वीट कर इस जीत को कमाल का करार दिया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि इस जीत को हर भारतीय याद रखेगा.  

महिला हॉकी टीम : रोमांचक मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में पहुँची भारत की शेरनियाँ

TODAY छत्तीसगढ़  /  नई दिल्ली / टोक्यो /  जापान के टोक्यो में जारी ओलंपिक खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। टोक्यो ओलंपिक में भारत के पदक जीतने की संख्या अब एक से दो हो गई और ये जल्द ही दो से तीन में तब्दील हो सकती है। सोमवार को भारत के पास तीसरा पदक जीतने का मौका है। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू के रजत पदक जीतने के बाद रविवार को बैडमिंटन प्लेयर पीवी सिंधु ने कांस्य पदक जीता। वहीं, भारतीय महिला हॉकी टीम ने भी पदक जीतने की उम्मीद जगा दी है।

भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला हॉकी टीम के बीच टोक्यो ओलंपिक 2020 का क्वार्टर फाइनल मैच ओआइ हॉकी स्टेडियम की नोर्थ पिच पर खेला गया। मैच के पहले क्वार्टर में दोनों टीम की तरफ से कड़ी प्रतिद्वंदिता देखी गई और कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई। हालांकि, दूसरे क्वार्टर का खेल समाप्त होने के बाद हाफ टाइम में ऑस्ट्रेलिया पर भारत ने 1-0 की बढ़त बना ली। भारत की तरफ से गुरजीत कौर ने एक गोल किया। 

तीसरे क्वार्टर में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई। वहीं, चौथे क्वार्टर में भी दोनों टीमों की तरफ से कोई गोल नहीं हुआ, लेकिन चौथे क्वार्टर में आखिरी के कुछ मिनटों का खेल काफी रोमांचक हुआ, जिसमें भारत की तरफ से गोलकीपर सविता पूनिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पेनाल्टी गोल रोका और भारत को 1-0 से जीत मिली। इसी के साथ टीम ओलंपिक खेलों के इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल तक पहुंचने में कामयाब रही।

भारत ने तीन बार की ओलंपिक गोल्ड विजेता और मौजूदा समय में विश्व की नंबर दो टीम को हराकर सेमीफाइनल तक का सफर तय किया है। भारत ने पहली बार 1980 में ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया था और 6 टीमों वाले खेल में चौथे पायदान पर रही थी। वहीं, 2016 में रियो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम 12वें स्थान पर रही थी और अब सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल हुई है। 

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

भारत की स्टार धाविका दुती चंद सोमवार को यहां ओलंपिक स्टेडियम ट्रैक 2 में महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रहीं। हीट 4 में दौड़ते हुए, दुती ने सीजन की सर्वश्रेष्ठ 23.85 टाइमिंग के साथ समाप्त किया, लेकिन यह अच्छा नहीं रहा, क्योंकि वह 7वें स्थान पर रहीं और परिणामस्वरूप, वह सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही।

क्रिस्टीन म्बोमा ने 22.11 के समय के साथ इस हीट में शीर्ष स्थान हासिल किया, क्योंकि उन्होंने नामीबिया के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ा। यूएसए की गैब्रिएल थॉमस 22.20 के समय के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। प्रत्येक हीट में पहले तीन सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करते हैं और अगले 3 सबसे तेज (सभी सात हीट संयुक्त) भी अंतिम चार में आगे बढ़ते हैं।

भारत को टोक्यो ओलंपिक में तीसरा पदक सोमवार यानी आज चक्का फेंक खिलाड़ी कमल प्रीत कौर दिला सकती हैं, क्योंकि वे सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं और आज उनका सेमीफाइनल मुकाबला होगा। सेमीफाइनल जीतने के साथ ही भारत का एक और पदक पक्का हो जाएगा। इसके अलावा भारतीय महिला हॉकी टीम से भी देश को उम्मीद होगी कि वे अपना क्वार्टर फाइनल जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश करें। 

49 साल बाद भारत सेमीफाइनल में, ब्रिटेन को भारतीय हॉकी टीम ने शिकस्त देकर रचा इतिहास

भारत ओलंपिक में 49 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंची थी. इससे पहले म्यूनिख ओलंपिक (1972) में भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी. हालांकि भारतीय टीम ने 1980 के मॉस्को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था. लेकिन उस दौरान भारत राउंड रॉबिन आधार पर छह टीमों के पूल में दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल का टिकट हासिल किया था. TODAY छत्तीसगढ़  /  भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में 3-1 से जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में एंट्री कर ली है. इस तरह भारत के पदक की उम्मीद काफी बढ़ गई है. हॉकी टीम ने अब तक ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया है और उम्मीद है कि टीम की यह फॉर्म सेमीफाइनल में भी जारी रहेगी. रविवार को दिन भारत के लिए अच्छा रहा. पीवी सिंधु ने चीनी खिलाड़ी को हराकर बैंडमिंटन में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया. TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

रविवार को ओई हॉकी स्टेडियम में खेले गए दिन के पहले मुकाबले में ब्रिटेन को 3-1 से हराकर भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई है. भारत के लिए दिलप्रीत सिंह ने सातवें, गुरजंत सिंह ने 16वें और हार्दिक सिंह ने 57वें मिनट में गोल किया. ब्रिटेन के लिए एकमात्र गोल सैमुएल वार्ड ने 45वें मिनट में किया. सेमीफाइनल में भारत का सामना विश्व चैम्पियन बेल्जियम से होगा, जिसने तीसरे क्वार्टर फाइनल मैच में स्पेन को 3-1 से हराया था. 

दूसरे सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया और जर्मनी की टीमें भिड़ेंगी. जर्मनी ने जहां दिन के पहले मुकाबले में ओलंपिक चैम्पियन अर्जेटीना को 3-1 से हराया वहीं आस्ट्रेलिया ने नीदरलैंड्स को पेनाल्टी शूटआउट के बाद 3-0 से हराया था. 

टोक्यो ओलंपिक : पीवी सिंधु ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया, प्रधानमंत्री ने दी बधाई


TODAY छत्तीसगढ़  / टोक्यो /  पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. उन्होंने चीन की ही बिंग जियाओ को हराकर यह मेडल अपने नाम किया. पीवी सिंधु इस जीत के साथ ही लगातार 2 ओलंपिक मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं. भारतीय स्टार शटलर ने इससे पहले 2016 में रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था.

TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें  

पीवी सिंधु का ब्राॅन्ज मेडल, टोक्यो ओलंपिक में भारत का दूसरा मेडल है. भारत को टोक्यो में पहला मेडल वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने दिलाया है. बॉक्सर लवलीना भी फाइनल में पहुंच गई हैं. वे अब गोल्ड मेडल के मुकाबले में उतरेंगी. अगर वे नहीं भी जीतीं तो सिल्वर मेडल लेकर देश लौटेंगी.

छठी वरीयता प्राप्त पीवी सिंधु और आठवीं वरीयता प्राप्त ही बिंग जियाओ के बीच रविवार को टोक्यो में ब्रॉन्ज मेडल का मुकाबला हुआ. एक दिन पहले ताई जू यिंग से मुकाबला गंवाने वाली पीवी सिंधु रविवार को पूरे लय में नजर आईं. उन्होंने चीन की स्टार शटलर ही बिंग जियाओ को 21-13, 21-15 से हराया. उन्हें यह मुकाबला जीतने में 52 मिनट लगे.

पिछले कुछ मुकाबलों में संभलकर खेलने वाली पीवी सिंधु ने ही बिंग जियाओ के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाया और जबरदस्त स्मैश लगाए. भारतीय शटलर को इसका फायदा भी मिला और उन्होंने शुरुआत से ही बढ़त बना ली. सिंधु ने ज्यादातर स्मैश ही बिंग जियाओ के दायीं ओर खेले, ताकि उन्हें बैकहैंड रिटर्न करना पड़े. ही बिंग जियाओ की बात करें तो उन्होंने नेट्स पर अच्छा खेल दिखाया, लेकिन ओवरऑल खेल में पिछड़ गईं.

बता दें कि 125 साल के ओलंपिक इतिहास में भारत के सिर्फ दो खिलाड़ी ही दो व्यक्तिगत मेडल जीत सके हैं. पीवी सिंधु ऐसा करने वाली भारत की पहली महिला और ओवरऑल दूसरी खिलाड़ी हैं. भारत के लिए पहली बार यह कारनामा सुशील कुमार ने किया था. उन्होंने 2008 में बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल और 2012 में लंदन ओलंपिक में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था.  

मीराबाई ने रचा इतिहास, भारत को दिलाया ओलम्पिक में रजत


TODAY छत्तीसगढ़  / टोक्यो / यहां ओलंपिक में भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने उस दिन पर चांदी की परत चढ़ा दी, जब पिस्टल निशानेबाज सौरभ चौधरी और राइफल ऐस इलावेनिल वलारिवन सहित कुछ सबसे प्रतिभाशाली भारतीय निशानेबाजों ने टोक्यो में प्रतियोगिताओं के पहले पूरे दिन निराश किया। मणिपुर की 26 वर्षीय मीराबाई ने 2016 के रियो ओलंपिक के भूत को 202 किग्रा स्नैच में 87 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 115 किग्रा भारोत्तोलन में कर्णम मल्लेश्वरी के कांस्य के बाद भारोत्तोलन के 69 किग्रा वर्ग में भारत के लिए कांस्य पदक जीता। 2000 सिडनी ओलंपिक में मीराबाई का शानदार प्रदर्शन रहा था, हालांकि 2016 में क्लीन एंड जर्क में तीन प्रयासों में वजन उठाने में विफल रही थीं। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

ओलंपिक में रजत के साथ, मीराबाई ने अब राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई चैंपियनशिप और विश्व चैंपियनशिप में पदक जीते हैं। जिस दिन 19 वर्षीय इक्का 10 मीटर एयर पिस्टल शूटर चौधरी ने नंबर 1 स्थान पर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, स्वर्ण पदक की उम्मीदें जगाते हुए, वह फाइनल में सातवें स्थान पर रहने के लिए टच खो गया, जबकि हमवतन अभिषेक वर्मा नहीं बना सके आठ निशानेबाजों का फाइनल 17वें स्थान पर समाप्त हुआ।

भारतीय पुरुष हॉकी टीम, पूल ए में एक शांत शुरुआत के बाद, जब उन्होंने एक गोल स्वीकार किया, न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-2 से जीत हासिल की और आगामी संघर्षों के लिए खुद को तैयार किया, खासकर रविवार को दुनिया की नंबर 1 टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ। हालांकि, महिला हॉकी टीम ने अपने पहले पूल ए मैच में 1-5 से हारने से पहले पूरे पहले हाफ के लिए नीदरलैंड को वल्र्ड नंबर 1 से मैच करने के बाद प्रशंसकों को निराश कर दिया।

शीर्ष खिलाड़ियों द्वारा पुल-आउट के कारण स्लॉट बनाए जाने के बाद ओलंपिक में अंतिम समय में प्रवेश करने वाले भारतीय टेनिस ऐस सुमित नागल ने 2018 जकार्ता एशियाई खेलों के चैंपियन, उज्बेकिस्तान के डेनिस इस्तोमिन को 6-4, 6-7 (6) से हराया। टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा - अचंता शरथ कमल की जोड़ीदार चीनी ताइपे की लिन यू-जू और चेंग आई-चेंग से 11-8, 11-6 के मिश्रित युगल मैच में हारने के बाद, 6-4 से आगे हैं। , 11-5, 11-4 ने जोरदार वापसी करते हुए यूक्रेन की 20वीं वरीयता प्राप्त मार्गरीटा पेसोत्स्का को हराया। वह अब 1992 के बाद से ओलंपिक में एक राउंड जीतने वाली पहली भारतीय महिला पैडलर हैं।

चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की पुरुष युगल जोड़ी के साथ भारतीय शटलरों का दिन मिलाजुला रहा, उन्होंने ली यांग और वांग ची-लिन की उच्च रैंकिंग वाली चीनी ताइपे की जोड़ी को अपने पहले ग्रुप ए मैच में 21-16, 16-21, 27-25 से हराया, जबकि पुरुष एकल में देश की उम्मीद बी साई प्रणीत को अपने पहले ग्रुप डी मैच में इजराइल की मिशा जि़ल्बरमैन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।

2010 एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज विकास कृष्ण के लिए निराशा थी, जिन्हें 69 किग्रा वर्ग में जापानी अपस्टार्ट सिवोनरेट्स क्विंसी मेन्सा ओकाजावा ने पहले दौर में ही बाहर कर दिया था। खेलों में अकेली भारतीय जुडोका, शुशीला देवी लिकमाबम, पहले दौर में बाहर हो गईं, 32 के दौर में हंगरी की दिग्गज ईवा सेर्नोविच्जकी द्वारा पिन की गई, जबकि रोवर्स, अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह ने भी जोड़ी समाप्त होने के बाद एक भूलने योग्य आउटिंग की थी। लाइटवेट पुरुषों के डबल स्कल्स में शनिवार को पांचवें स्थान पर रहे। रोवर आज  25 जुलाई को रेपेचेज दौर में उतरेंगे और उम्मीद है कि भाग्य उनका साथ देगा। 

© all rights reserved TODAY छत्तीसगढ़ 2018
todaychhattisgarhtcg@gmail.com