बिलासपुर । TODAY छत्तीसगढ़ / भारत रत्न एवं संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर शनिवार को बिलासपुर स्थित डॉ. आंबेडकर ज्ञान केन्द्र में श्रद्धांजलि एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह वही केंद्र है जहां निर्धन एवं जरूरतमंद विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग दी जाती है। हर वर्ष 6 दिसंबर को डॉ. आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है।
कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब के तैलचित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद उपस्थित पदाधिकारियों, अतिथियों एवं विद्यार्थियों ने दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें नमन किया। कार्यक्रम में प्रो. जी.पी. रात्रे, कमल डहरिया, सी.एस. खांडे, जितेंद्र पाटले, विन्द्राप्रसाद सहित ज्ञान केन्द्र के विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
वक्ताओं ने डॉ. आंबेडकर के भारतीय संविधान निर्माण में योगदान, सामाजिक न्याय की स्थापना, समानता एवं बंधुता के लिए किए गए संघर्ष और उनके अद्वितीय विचारों पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने युवाओं से डॉ. आंबेडकर के आदर्शों को आत्मसात कर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में संवैधानिक मूल्यों और सामाजिक समानता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। ज्ञान केन्द्र द्वारा समय–समय पर डॉ. आंबेडकर के जीवन, विचार और संघर्ष से जुड़ी गतिविधियां आयोजित की जाती हैं, जिनसे विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलती है।
