बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / ईलाज के दौरान लापरवाही बरतने की वजह से मरीज की मौत होने के मामले में लगे आरोप सच पाये जाने पर अपोलो अस्पताल के चार डॉक्टरो के खिलाफ गैर इरादतन हत्या तथा साक्ष्य छुपाने का अपराध दर्ज कर आज उन्हें गिरफ्तार किया गया है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है। करीब सात साल पहले गोल्डी छाबड़ा की इलाज के दौरान हुई मौत पर परिजनों ने अपोलो के चार डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाये थे। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
बता दें कि बिलासपुर के आदर्श कॉलोनी दयालबंद (थाना कोतवाली) में रहने वाले 29 वर्षीय गोल्डी उर्फ गुरविन छाबड़ा (पिता परमजीत सिंह की छाबड़ा) की मृत्यु अपोलो में इलाज के दौरान हो गई थी। गोल्डी की मौत के बाद परिजनों ने अपोलो प्रबंधन और चिकित्सकों के खिलाफ लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया था। इसकी रिपोर्ट सरकंडा थाने में दर्ज करवाई गई थी। शिकायत और परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर सरकंडा पुलिस ने जांच के दौरान मृतक का पोस्टमार्टम सिम्स से करवाया तथा जब्तशुदा पदार्थों का परीक्षण राज्य न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला रायपुर से करवाया गया।
मृत्यु के संबंध में संभागीय मेडिकल बोर्ड छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान बिलासपुर के मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट प्राप्त हुई। जिसमें विशेषज्ञों के द्वारा अपोलो प्रबंधन व डॉक्टरों द्वारा ईलाज के दौरान लापरवाही का उल्लेख किया गया है। डायरेक्ट संचालनालय मेडिकोलोगल संस्थान गृह विभाग द्वारा भी अपोलो अस्पताल द्वारा लापरवाही किए जाने के संबंध में अलग अलग बिंदुओं पर उल्लेख किया गया था।
सभी रिपोर्टों के आधार पर थाना सरकंडा में अपोलो अस्पताल प्रबंधन बिलासपुर एवं संबंधित डॉक्टरों देवेंद्र सिंह, डॉक्टर राजीव लोचन, डॉक्टर मनोज राय, डॉक्टर सुनील केडिया के खिलाफ अपराध क्रमांक 1342/2023 धारा 304 ए, तथा साक्ष्य छुपाने की धारा 201,34 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तार किया गया।