बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / शहर के शांति नगर में ब्वायफ्रैंड ने महिला व उसके बेटे की हत्या कर दी। इसके बाद शहर से 165 किमी दूर नेतनागर में ले जाकर पेट्रोल डालकर दोनों शवों को जला दिया। एक सप्ताह पूर्व हुई इस वारदात में रायगढ़ पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और बुधवार को लेकर शांति नगर स्थित घटना स्थल पहुँचीं।
मामले का खुलासा करते हुए कल मंगलवार को रायगढ़ एसएसपी सदानंद कुमार ने बताया कि बिलासपुर-झारसुगुड़ा नेशनल हाईवे 49 पर 27 नवंबर की सुबह ग्राम नेतनागर में पैरावट में अधजली महिला व एक बच्चे का शव मिला था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। चेकपोस्ट से पार हुए संदिग्ध एक्सयूवी कार की जानकारी निकाली गई। महिला की पहचान निधि औसरिया (28 साल) और उसके पहले पति के बच्चे पार्थ (5 साल) के रूप में हुई। इस मामले में आरोपी ब्वायफ्रेंड सूरज पिता सुरेश गुप्ता (41 साल) निवासी हिमालया हाइट्स, देवपुरी रायपुर (हाल मुकाम शांति नगर बिलासपुर) को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी से मृतिका के 8 लाख रुपए कीमती सोने-चांदी के जेवरात, ढाई लाख नगद और एक्सयूवी 700 कार जब्त किया है। घटना 25 नवंबर की है। यहां शांतिनगर में किराए के मकान में रहने के दौरान 24 नवंबर को महिला व ब्यायफ्रैंड सुरेश में विवाद हुआ तो अगले दिन 25 नवंबर को दोपहर में सुरेश ने महिला और बच्चे की हत्या कर दी।
इसके बाद शव को ठिकाना लगाने के लिए प्लानिंग की। रस्सी, पेट्रोल, और ओडिनील जैसे सामान खरीदी कर वह बिलासपुर से कार में शव को रखकर निकला। अगले दिन 26 नवंबर की दोपहर तक उसने सूनसान जगह की तलाश की। इसके बाद आधी रात 1 बजे मौके पर पहुंचा महिला व उसके बच्चे के शव को नेतनागर गांव के पास पैरावट में रखकर आग लगा दी। पत्नी को छोड़ गर्लफ्रेंड के साथ रहता था सूरज - आरोपी सूरज गुप्ता ने पुलिस को बताया कि पूर्व में वह रियल एस्टेट कंपनी में काम करता था। क्लाइंट के रुपए की धोखाधड़ी कर उसने रायपुर में काम बंद कर दिया। इसके बाद कंपनी में साथ काम करने वाली विवाहिता महिला निधि औसरिया और उसके बेटे पार्थ के साथ बिलासपुर के शांति नगर में रहने लगा। यहां कुछ दिन बाद से महिला व उसके बीच विवाद होता था।
लाश को ठिकाने लगाने ऐसे बनाया प्लान- आरोपी सूरज ने पहले पेट्रोल, प्लास्टिक व अन्य सामान की व्यवस्था की। इसके बाद शव को एक्सयूवी कार की डिक्की में डालकर रायगढ़ की ओर निकला। 26 नवंबर को दोपहर में सूरज गुप्ता नेतानगर पहुंच गया था। यहां पैरावट रखे स्थान को देखकर रात होने का इंतजार करने लगा। देर रात 1 बजे शव को जलाने के बाद पुलिस को चकमा देने के लिए बार-बार मार्ग बदल-बदलकर अकलतरा होते हुए शांतिनगर पहुंचा। यहां कार को पोर्च पर खड़ी करके रफू चक्कर हो गया।
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