

एडिशनल SP संजय ध्रुव ने बताया कि फरार काजल की लगातार तलाश की जा रही थी। गोंदिया में उसके होने की सूचना मिलने पर टीम को वहां भेजा गया और 12 जुलाई को उसे पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि काजल अस्पताल से भाग कर इंदिरा मार्केट गई। वहां करीब 2-3 घंटे घूमती रही। उसके बाद शाम 6 बजे रेलवे स्टेशन दुर्ग पहुंची। रात 11 बजे ट्रेन आई तो गोंदिया भाग गई।
पुलिस के मुताबिक गया नगर निवासी किन्नर सोनू सार्थी उर्फ छाया का शव खाली प्लाट में पड़ा मिला था। जांच में पता चला कि सोनू की शिष्य राजीव नगर निवासी काजल उर्फ शंकर (30) पुत्र गंगाराम बुद्धे ने हत्या की थी। काजल ने गुरू सोनू की हत्या करने के बाद शव को रस्सी से बांधा, चादर लपेटा और बोरे में भरकर 29 सितंबर 2019 को घर से 40 मीटर दूरी पर खाली प्लॉट में छोड़कर घर चला गया।