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मृतक महमूद आलम का बड़ा भाई |
TODAY छत्तीसगढ़ / बैकुंठपुर। कोरिया जिला न्यायालय में काम करने वाले एक भृत्य की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में जिला जज के बंगले में मिली है । मृतक के भाई ने जिला जज पर मानसिक प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाया है और बताया है कि उसे जिला जज के पालतू कुत्ते के पास सोने के लिए मजबूर किया जाता था।
जिला जज ओपी गुप्ता के सरकारी बंगले में न्यायालय के कर्मचारी महमूद आलम की लाश शनिवार की सुबह पाई गई। आनकारी मिली है कि मृतक जिला न्यायालय बैकुंठपुर में भृत्य का काम करता था। मृतक के भाई महफूज आलम ने बताया कि आज सुबह करीब 8.30 बजे जिला जज का ड्राइवर ओमप्रकाश मिंज उसके पास आया और कहा कि जज उसे जरूरी काम से बुला रहे हैं। बंगला पहुंचने पर जज ने बताया कि तुम्हारे भाई महमूद की मौत हो गई है और उसका शव बंगले में पड़ा है। महफूज के मुताबिक जब उसने जाकर देखा तो कुत्ते को बांधने वाली जगह पर उसके भाई की लाश पड़ी हुई थी।
महफूज का कहना है कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने अपने बंगले में कुत्ते की तबीयत खराब होने का हवाला देकर महमूद को तीन दिन पहले अपने घर बुलाया था और दो दिन से वह सरकारी बंगले में ही जज के कहने पर रुक रहा था। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
मृत्यु से पूर्व महमूद ने अपने भाई को बताया था कि जज उसे पालतू कुते के पास जबरन सुलाते थे। उसकी जिंदगी कुत्ते से बदतर हो गई है। आदेश नहीं मानने पर जज उसे नौकरी से निकाल देने की धमकी देते थे। यहां तक उसे छुट्टी भी नहीं मिलती थी। मृतक के भाई ने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से गुहार लगाई है कि उसके भाई के संदिग्ध मौत की सही तरीके से जांच की जाए और उसे न्याय दिलाया जाए।