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जंगल के भीतर हाथी का सड़ा-गला शव देख चरवाहे ने वन कर्मियों को नींद से जगाया, अंदरूनी क्षेत्रों में नहीं जाते अफसर और कर्मचारी


TODAY
 छत्तीसगढ़  / 
सरगुजा / छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में शुक्रवार को एक नर दंतैल (टस्कर) हाथी का शव मिला है। शव सड़ी-गली हालत में था। आशंका है कि उसकी मौत करीब 10 से 12 दिन पहले हुई होगी। सूचना मिलने के बाद वन विभाग का अमला मौके पर पहुंच गया है। हाथी की मौत का कारण पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट होगा। प्रदेश में एक साल के दौरान 12 हाथियों की मौत हो चुकी है। अफसरों का कहना है कि हाथी किस दल का है, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें    

जानकारी के मुताबिक, प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के दरहोरा बीट के कक्ष क्रमांक 101 में नर हाथी का शव पड़े होने की सूचना वन विभाग को मिली थी। यह इलाका असनापारा व पकनी के बीच के जंगल के क्षेत्र का बताया जा रहा है। हाथी की उम्र करीब 20 से 25 साल के बीच बताई जा रही है। हर बार की तरह चरवाहे से ही विभाग को हाथी के शव की जानकारी मिली। अफसरों का कहना है कि अंदरूनी क्षेत्र के चलते पता नहीं चला। यहां बताना लाज़िमी होगा कि अधिकांश वन क्षेत्रों के भीतरी इलाकों तक न अफसर जाते हैं ना ही कर्मचारी। जंगल के भीतरी  ख़बरें ज्यादातर चरवाहों या फिर ग्रामीणों के माध्यम से ही बाहर तक आ पाती हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ, जंगल के जिम्मेदार अफसर, कर्मचारी चैन की नींद ले रहें हैं और जंगल के भीतर वन्यप्राणी कभी शिकार तो कभी हादसों की मौत मर रहें हैं। 

                                             
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