TODAY छत्तीसगढ़ / स्कूल शिक्षा विभाग में बरसों से एक ही जगह पर जमे भाजपा और आरएसएस से जुड़े प्राचार्य और अन्य अफसरों को हटाने के लिए प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया से गुहार लगाई गई है। पुनिया ने इस पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई के लिए कहा है।
कांग्रेस नेता शारिक रईस खान ने प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर दर्जनभर प्राचार्य, डीपीआई और पाठ्य पुस्तक निगम में बैठे अफसरों की सूची देकर शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये अफसर बरसों से एक ही जगह पर जमें हैं, लेकिन उनके खिलाफ कई तरह की शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
कांग्रेस नेता ने यह भी बताया कि इन सभी को पूर्ववर्ती सरकार के मंत्री और प्रभावशाली नेताओं का संरक्षण रहा है। उन्होंने दोनों का ध्यान आकृष्ट कराया कि शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर तबादले हुए, लेकिन उन्होंने विभाग से जुड़े लोगों के सहयोग से अपना तबादला रूकवाने में सफल रहे। शारिक रईस खान ने यह भी कहा कि इन अफसरों की भाजपा के एजेंडे को शिक्षण संस्थाओं के भीतर लागू करने की कोशिश रहती है। कांग्रेस नेताओं की शिकायत को प्रदेश प्रभारी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने राज्य शासन को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की शिकायत की जांच कर कार्रवाई का आग्रह किया है।
कांग्रेस नेता शारिक रईस खान ने प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर दर्जनभर प्राचार्य, डीपीआई और पाठ्य पुस्तक निगम में बैठे अफसरों की सूची देकर शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये अफसर बरसों से एक ही जगह पर जमें हैं, लेकिन उनके खिलाफ कई तरह की शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
कांग्रेस नेता ने यह भी बताया कि इन सभी को पूर्ववर्ती सरकार के मंत्री और प्रभावशाली नेताओं का संरक्षण रहा है। उन्होंने दोनों का ध्यान आकृष्ट कराया कि शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर तबादले हुए, लेकिन उन्होंने विभाग से जुड़े लोगों के सहयोग से अपना तबादला रूकवाने में सफल रहे। शारिक रईस खान ने यह भी कहा कि इन अफसरों की भाजपा के एजेंडे को शिक्षण संस्थाओं के भीतर लागू करने की कोशिश रहती है। कांग्रेस नेताओं की शिकायत को प्रदेश प्रभारी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने राज्य शासन को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की शिकायत की जांच कर कार्रवाई का आग्रह किया है।

