[TODAY छत्तीसगढ़] / अचानकमार टाइगर रिजर्व के सुरही परिक्षेत्र में वन्यप्राणियों के शिकार के लिए फैलाये गए जाल में आठ लोग खुद फंस गए हैं। टाइगर रिजर्व के सुरही क्षेत्र में गश्त करते वन कर्मियों की मुस्तैदी के चलते नए साल की पहली ही तारीख को आठ लोग गिरफ्तार किये गए हैं जिनके पास से तीर-धनुघ और तार से बनाया गया जाल बरामद किया गया है। आज बुधवार को आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पूछताछ के लिए न्यायिक रिमांड में लेने का आवेदन वन अफसरों ने न्यायालय में प्रस्तुत किया। वन अफसरों की माने तो पकडे गए आरोपियों से शिकार से संबंधित मामलों की और भी जानकारी जुटाई जा सकती है।
विभागीय सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक़ मुंगेली जिले के अचानकमार टाइगर रिजर्व के सुरही परिक्षेत्र में नियमित गश्त के दौरान एक जनवरी की शाम कक्ष क्रमांक 523 R.F. में एक जगह मोटरसाइकिल क्लच तार और अन्य तरह के तार से बना हुआ जाल जमीन में बिछाया गया है। संरक्षित वन क्षेत्र के कोर इलाके में बिछाये गए जाल को देखकर वन्यप्राणियों के शिकार हुआ। वनकर्मियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आस-पास में पूछताछ शुरू की। इस दौरान ग्राम सुरही का रहने वाला चन्दर पिता पंचू सिंह बैगा [25वर्ष] संदिग्ध हालत में दिखाई पड़ा, वन कर्मी को देख चन्दर कुछ हड़बड़ाया। चन्दर को पकड़कर वन अफसरों की मौजूदगी में पूछताछ की गई, शुरुवाती दौर में चन्दर वन्य प्राणियों के शिकार के लिए बिछाए जाल से खुद को अनभिज्ञ बताता रहा। हालांकि सिलसिलेवार हुई पूछताछ में चन्दर बैगा ने शिकार करने के उद्देश्य से जाल बिछाने की बात कबूल करते हुए अपने अन्य आठ साथियों के नाम भी बताये।
चन्दर के बयान और निशानदेही पर वन अफसरों ने लोरमी थाना क्षेत्र के लक्षमण बैगा, मोटू पिता भुरुवा बैगा, सुकलाल बैगा, रामप्रसाद बैगा, छोटू पिता भुरुवा बैगा, शत्रुघन बैगा और जोहन बैगा को गिरफ्तार कर लिया है। पकडे गए सभी आरोपी लोरमी थाना क्षेत्र के ग्राम सुरही के निवासी हैं। जानकारी के मुताबिक़ रेंज के वन अफसर को इस बात की लगातार खबर मिल रही थी की कुछ ग्रामीण जंगल के भीतर वन्यप्राणियों के शिकार की तलाश में रहते हैं। सुचना पर रेंज अफसर ने सह कर्मियों को मुस्तैद कर रखा था।