[TODAY छत्तीसगढ़] / राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कांग्रेस पर अमित शाह ने पलटवार किया है. अमित शाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट झूठ की राजनीति करने वालों के मुंह पर तमाचा है. राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि 'मैं सर्वोच्च अदालत के फैसले का स्वागत करता हूं. सच की जीत हुई. आजादी के बाद एक कोरे झूठ के आधार पर देश की जनता को गुमराह किया गया. यह प्रयास देश की सबसे पुरानी पार्टी ने किया. कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने व पार्टी के फायदे के लिए झूठ की एक नई राजनीति की शुरुआत की.
अमित शाह ने कहा कि 'सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट झूठे आरोप लगाने की राजनीति के मुंह पर तमाचा है. झूठ के पैर नहीं होते हैं. विजय हमेशा सत्य की होती है. सुप्रीम कोर्ट के अंदर अलग-अलग दायर की गई चार याचिकाओं के तहत तीन सवाल उठाए गए थे.निर्णय प्रक्रिया और कीमत और ऑफसेट पार्टनर च्वाइस के रूप में सवाल उठाए गए थे. सीजेई की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच ने स्पष्टता पूर्वक अपना आदेश ओपेन कोर्ट में सुनाया है. कोर्ट ने असंदिग्ध रूप से संतुष्टि व्यक्ति की है. सुप्रीम कोर्ट ने जांच की मांग ठुकरा दी. क्वालिटी और रिक्वायरमेंट को मान लिया है.' अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जब-जब सत्ता में रहती है तब तब घोटाले करती है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बताएं कि आखिर उनके आरोपों के आधार क्या था? आखिर आपने देश की सुरक्षा को खतरे में क्यों डाला? आखिर आपने किसकी सूचना के आधार पर आरोप लगाए? राफेल खरीद के सम्बन्ध में देश की जनता को गुमराह करने और सेना के बीच में सन्देश पैदा करने के लिए राहुल गांधी को देश की जनता से मांफी मांगनी चाहिए. राहुल गांधी देश की जनता को जवाब दें कि वो किस आधार पर देश की जनता को गुमराह कर रहें थे?
राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी ने राहुल गांधी को निशाने पर ले लिया है. शुक्रवार को पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर निशाना साधा. फिर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी पर तंज कसे हैं. जेटली ने कहा कि झूठ का जीवन बहुत छोटा होता है. दो महीने पहले उठे झूठे विवाद का आज अंत हो गया. झूठ अपने निर्माता की विश्वसनीयता को कम करता है. वित्त मंत्री ने बिना नाम लिए कांग्रेस अध्यक्ष को निशाने पर लेते हुए उनके इस्तीफे तक की मांग की. अरुण जेटली ने कहा कि राफेल डील के जरिए राष्ट्र की सुरक्षा के साथ आर्थिक हितों की भी सुरक्षा की गई है. हमने राफेल डील को करते समय उन सभी प्रक्रियाओं का पालन किया है, जिसे करना चाहिए था. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट को सभी दस्तावेज भी सौंपे गए हैं. सभी दस्तावेजों को देखने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस डील को पूरी तरह से सही करार दिया है. राफेल डील में व्यवसायियों को लाभ देने के सवाल पर अरुण जेटली ने कहा कि यह निर्माणकर्ता और व्यवसायी के बीच का मामला होता है. इसमें सरकार बीच में नहीं आती है. उन्होंने कहा कि आज झूठ का पर्दाफाश हुआ है, जो कांग्रेस की तरफ से देश को गुमराह करने के लिए रचा गया था. अगर कांग्रेस कहती है कि हम इस फैसले को नहीं मानते, तो क्योंकि झूठ का निर्माण एक परिवार ने किया है तो क्या ये परिवार सुप्रीम कोर्ट से ऊपर है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मुद्दे पर फिर से मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने, सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आखिर पांच सौ करोड़ के जहाज 1600 करोड़ में क्यों खरीदे गए. जिस दिन जेपीसी की जांच हो गई दो नाम सामने आएंगे मोदी और अनिल अंबानी. राहुल गांधी ने कहा कि सब जानते हैं कि चौकीदार चोर हैं और चौकीदार ने अनिल अंबानी को चोरी कराई.राहुल गांधी ने कहा कि हम तीन चार दिन में प्रेस कांफ्रेंस करते हैं. पर प्रधानमंत्री कोई प्रेस नहीं करते . हम काफ़ी समय से राफ़ेल पर भ्रष्टाचार की बात करते हैं. 526 करोड़ का विमान 1600 करोड़ का क्यों खरीदा गया? ऑफ़सेट पार्टनर का जिम्मा अनिल अंबानी की कंपनी को ही क्यों दिया ? HAL को क्यों नहीं दिया? जबकि हिंदुस्तान में रोजगार की भारी कमी है. फ्रांस के राष्ट्रपति कहते हैं कि सीधे प्रधानमंत्री ने हमें आर्डर दिया, मगर सरकार हमारे सवालों का एक भी जवाब नहीं देती.

