बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / भारत तिब्बत सहयोग मंच के स्वयंसेवकों का जत्था आज अरुणाचल प्रदेश के तवांग के लिए रवाना हुआ। यात्रा पर निकलने से पहले स्वयंसेवकों ने गुवाहाटी स्थित कामाख्या मंदिर में दर्शन-पूजन किया। 19 नवम्बर से यह दल अरुणाचल प्रदेश की ओर प्रस्थान करेगा और भूटान बॉर्डर दाइरॉंग, तवांग होते हुए चीन सीमा पर स्थित बोमडीला तथा तेजपुर तक की यात्रा करेगा।
मंच के प्रदेश महामंत्री दिलेन्द्र कौशिल ने बताया कि यह यात्रा पिछले चौदह वर्षों से निरंतर आयोजित की जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य कैलाश मानसरोवर और तिब्बत को चीनी कब्जे से मुक्त कराने हेतु देशभर में जनजागरण का माहौल तैयार करना है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 400 स्वयंसेवक यात्रा में शामिल हो रहे हैं, जिनमें छत्तीसगढ़ से 22 प्रतिनिधि सम्मिलित हैं।
कौशिल ने जानकारी दी कि भारत तिब्बत सहयोग मंच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अनुसांगिक संगठन है, जिसकी स्थापना वर्ष 1999 में की गई थी। यात्रा में बिलासपुर से वंदेमातरम् मित्र मण्डल के सदस्य भी बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं। इनमें महेंद्र जैन, राजीव नयन शर्मा, प्रणव समदरिया, कुंदन धर, दीवान आदित्य पाण्डेय, नागेश्वर वस्त्रकार, रामकुमार वस्त्रकार, दिनेश जैन और रामप्रकाश लाल प्रमुख रूप से शामिल हैं। यह जत्था आगामी दिनों में विभिन्न सीमांत क्षेत्रों का भ्रमण कर तिब्बत की स्वतंत्रता और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जनजागरण का संदेश देगा।
