![]() |
| फाइल फोटो / टीसीजी न्यूज़ |
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि वर्तमान समय तीव्र डिजिटल परिवर्तन का दौर है, ऐसे में प्रत्येक न्यायिक अधिकारी को आधुनिक प्रौद्योगिकी, ई-संसाधनों और डिजिटल प्लेटफॉर्म के प्रभावी उपयोग में दक्ष होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि आज न्याय व्यवस्था में डिजिटल केस प्रबंधन, वर्चुअल सुनवाई, ऑनलाइन शोध मंच और पेपरलेस कोर्ट जैसी व्यवस्थाएं मुख्य भूमिका निभा रही हैं। न्यायिक सेवा के प्रारंभ में ही लैपटॉप उपलब्ध कराना इस बात का प्रतीक है कि न्यायपालिका अपने अधिकारियों को समयबद्ध, पारदर्शी और जन-अनुकूल न्याय वितरण हेतु सक्षम बनाना चाहती है।
मुख्य न्यायाधीश ने प्रशिक्षु न्यायाधीशों को सलाह दी कि वे इन उपकरणों का उपयोग विधिक अनुसंधान, निर्णय लेखन, केस प्रबंधन और सतत ज्ञान-वृद्धि हेतु करें। उन्होंने नैतिक डिजिटल आचरण, डेटा सुरक्षा और आधिकारिक ई-प्लेटफॉर्म के उचित उपयोग को न्यायिक प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा बताते हुए सतर्कता बरतने की बात कही।
कार्यक्रम में रजिस्ट्रार जनरल सहित उच्च न्यायालय के अन्य रजिस्ट्री अधिकारी भी उपस्थित रहे। लैपटॉप वितरण को न्यायिक दक्षता में सुधार की दिशा में एक सार्थक कदम माना जा रहा है, जो आने वाले समय में न्यायिक अधिकारियों के दैनिक कार्य को और अधिक प्रभावी व सुलभ बनाएगा।
