
TODAY छत्तीसगढ़ / बिलासपुर, 27 सितम्बर। छत्तीसगढ़ स्टेट बार काउंसिल का चुनाव आगामी 30 सितंबर को होगा। इस बार प्रदेशभर के 23 हजार से अधिक अधिवक्ता मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। चुनाव में कुल 105 प्रत्याशी मैदान में हैं, जो 25 पदों के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। करीब 6 साल बाद यह चुनाव हो रहा है और निर्वाचित परिषद का कार्यकाल 5 वर्ष का होगा।
निगरानी करेगी सुपरीवाइजरी कमेटी
वर्ष 2019 में तत्कालीन परिषद के भंग होने के बाद से पदेन अध्यक्ष महाधिवक्ता और दो सदस्यों की समिति ही संचालन कर रही थी। अब चुनाव कराने की जिम्मेदारी बार काउंसिल ऑफ इंडिया की बनाई सुपरवाइजरी कमेटी को दी गई है, जिसकी अध्यक्षता रिटायर्ड जस्टिस चंद्रभूषण बाजपेयी कर रहे हैं। सचिव अमित वर्मा को मुख्य निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया है।
पांच वरीयता देना अनिवार्य
इस बार मतदान प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। प्रत्येक मतदाता को कम से कम 5 उम्मीदवारों को वरीयता के आधार पर वोट देना अनिवार्य होगा। अधिकतम 25 नाम चुने जा सकते हैं। केवल 5 उम्मीदवारों को वोट देने वाले मतों की वैल्यू अपेक्षाकृत अधिक होगी।
सभी अदालतों में मतदान केंद्र
राज्य के सभी जिला एवं सत्र न्यायालयों तथा सिविल अदालतों में मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों में जिला एवं सत्र न्यायाधीश और न्यायिक मजिस्ट्रेट पीठासीन अधिकारी रहेंगे। बिलासपुर जिला अदालत परिसर में एकमात्र मतदान केंद्र होगा, जहाँ हाईकोर्ट बार के लिए अलग से सूची तैयार की गई है।
सुबह 9 से शाम 5 बजे तक मतदान
मतदान सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। बिलासपुर और रायपुर में लगभग 5-5 हजार अधिवक्ता, दुर्ग में 3 हजार तथा राजनांदगांव में 2 हजार वकील मतदान करेंगे। मतदान के बाद मतपेटियां स्ट्रॉन्गरूम में सुरक्षित रखी जाएंगी।
सबसे युवा प्रत्याशी और फिल्मी रंग
चुनाव में 26 वर्षीय अब्दुल मोईन खान सबसे युवा उम्मीदवार हैं। वहीं अधिवक्ता हिमांशु शर्मा के समर्थन में फिल्म अभिनेता कमलेश सावंत (फिल्म दृश्यम में पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाने वाले) प्रचार कर रहे हैं, जिससे चुनावी माहौल में अलग ही रंग देखने को मिल रहा है।