बलरामपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / जिले के बलरामपुर कोतवाली थाने में गुरुवार की शाम संदेही युवक की फांसी लगाकर ख़ुदकुशी के मामले में मचे बवाल के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कप्तान ने थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और एक आरक्षक अजय यादव को निलंबित कर दिया है।
इस पूरे घटनाक्रम का मामला कुछ इस तरह का है, बलरामपुर कोतवाली थाने में 29 सितंबर 2024 को एक विवाहिता का गुम इंसान क्रमांक 42/2024 कायम हुआ था। जांच के क्रम में पुलिस विवाहिता के पति गुरुचंद मंडल पिता शांतिलाल मंडल उम्र 30 वर्ष को थाने लाकर पूछताछ के नाम से लगातार तीन दिनों से पीटारही थी ऐसा आरोप परिजनों का है। युवक के पिता और गुम महिला के ससुर शांतिलाल मंडल ने ये भी आरोप लगाया है कि 15 दिन पहले भी उन्हें पूछताछ के बहाने बुलाकर पुलिस ने जमकर मारपीट की थी। पिछले तीन दिनों से उनके बेटे गुरुचंद मंडल को थाने पुलिस बेरहमी से पीट रही थी । कल गुरुवार 24 अक्टूबर को करीब 3:00 बजे थाने के बाथरूम में जाकर गुरु चंद मंडल ने अपने गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
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घटना की जानकारी होते ही नाराज लोगों ने थाने और एसपी ऑफिस का घेराव करने के अलावा नेशनल हाईवे पर चक्का जाम कर दिया । गुस्साई भीड़ ने उग्र प्रदर्शन किया, आक्रोशित लोगों ने थाने पर जमकर पथराव कर और कई वाहनों में तोड़फोड़ भी की। बिगड़ते हालात के मद्देनज़र पुलिस ने भीड़ को तीतर– बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज कर दिया। ये हंगामा देर रात तक जारी रहा जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद रूसिया और आरक्षक क्रमांक 1064 अजय यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
आपको बता दें कि इस मामले में जानकारी लेने के बाद रेंज के आईजी अंकित गर्ग ने थाना में संदेही को रखने और पूछताछ के लिए मानवाधिकार आयोग के द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन नहीं करने के चलते थाना प्रभारी और आरक्षक को निलंबित करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक को जारी किए थे।