Slider

कुछ घंटे बाद डूबते सूर्य को अर्ध्य देकर व्रती करेंगे 'छठी मैया' की पूजा, CM बघेल ने दी शुभकामनायें

अब से कुछ घंटे बाद न्यायधानी बिलासपुर की जीवनदायनी अरपा नदी के तोरवा स्थित छठ घाट में श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर देवी 'छठी मैया' की पूजा करेंगे। आस्था के इस लोकपर्व पर व्रतियों के अलावा हजारों आस्थावानों का हजूम देखा जा सकेगा। छत्तीसगढ़ में इस महापर्व को लेकर पिछले कई दिनों से व्यापक व्यवस्था की तैयारियां शुरू हो जाती है। 

 बिलासपुर ।  TODAY छत्तीसगढ़  /  बिहार का सबसे लोकप्रिय त्योहार चार दिवसीय पर्व छठ पूजा के तीसरे दिन आज रविवार की शाम श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर देवी 'छठी मैया' की पूजा करेंगे। अब से कुछ घंटे बाद न्यायधानी बिलासपुर की जीवनदायनी अरपा नदी के तोरवा स्थित छठ घाट में श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर देवी 'छठी मैया' की पूजा करेंगे। आस्था के इस लोकपर्व पर व्रतियों के अलावा हजारों आस्थावानों का हजूम देखा जा सकेगा। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस महापर्व पर सभी प्रदेश वासियों को बधाई, शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

 

छत्तीसगढ़ में इस महापर्व को लेकर पिछले कई दिनों से व्यापक व्यवस्था की तैयारियां शुरू हो जाती है। राज्य के बिलासपुर शहर के अलावा दूसरे अन्य शहरों में भी प्रशासन छठ पूजा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुख्ता इंतज़ामात करता है। बिलासपुर में तोरवा स्थित छठ घाट न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में विशिष्ठ स्थान रखता है। यहाँ अरपा नदी के घाट पर व्यापक सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल के सैकड़ों जवान और अफसर तैनात रहेंगे । इसके अलावा घाट पर चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं जहां चिकित्सक मौजूद रहेंगे ।

भगवान भास्कर की आराधना के इस महापर्व के प्रथम दिन शुक्रवार की प्रातः व्रती अपने परिवार के सदस्यों के साथ अरपा नदी के घाट किनारे पहुंचे तथा स्नान एवं सूर्य उपासना के साथ नहाय-खाय की रस्म पूरी की थी। सूर्य उपासना के इस पावन पर्व पर नहाय-खाय के अगले दिन यानि शनिवार को व्रतियों ने निर्जला उपवास रखकर खरना किया गया और दूध, चावल व गुड़ से बनी खीर एवं रोटी का भोग लगाया गया। 

© all rights reserved TODAY छत्तीसगढ़ 2018
todaychhattisgarhtcg@gmail.com