चार दिनों की कठिन पूजा-व्रत के बाद कल सोमवार को सुबह उगते सूर्य को अर्ध्य देकर व्रती तोड़ेंगे उपवास
बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / न्यायधानी बिलासपुर की जीवनदायनी अरपा नदी के तोरवा स्थित छठ घाट में व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर देवी 'छठी मैया' की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ की । कल सोमवार को उगते सूर्य को अर्ध्य देकर छठ माई की पूजा का पारम्परिक महापर्व समाप्त हो जायेगा। हर साल की तरह इस बरस भी तोरवा स्थित छठ घाट पर छठ व्रतियों का हुजूम एकत्र हुआ, हालाँकि आज भारत और आस्ट्रेलिया के बीच वर्ड कप का फाइनल मैच होने की वजह से घाट पर उन लोगों की भीड़ नहीं दिखाई पडी जो इस महापर्व में पूजा करने वालों के बीच इकठ्ठे होकर आस्था के इस ऐतिहासिक माहौल के साक्षी बनते हैं।
न्यायधानी बिलासपुर की जीवनरेखा अरपा नदी के तोरवा स्थित स्थायी छठ घाट पर आज शाम आस्थावानों का हजूम एकत्र हुआ। पिछले तीन दिन से व्रत रखकर माँ छठी की पूजा में लीन व्रतियों ने दिन ढ़लते ही डूबते सूर्य को अर्ध्य देकर पूजा की और संतान के अलावा परिवार के सुख-समृद्धि की कामना माता से की। छत्तीसगढ़ में इस महापर्व को लेकर पिछले कई दिनों से व्यापक व्यवस्था की तैयारियां की गई थी। लोक आस्था का यह महापर्व बड़ी ही आस्था के साथ मनाया गया। इस दौरान बिलासपुर जिला और पुलिस प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था रही।
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