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COVID 19 की आपात सेवा की आड़ में गांजे का अवैध कारोबार, आरोपी के मकान से मिला 1 करोड़ रूपये कीमत का गांजा

मकान के भीतर रखे करीब 10 क्विंटल गांजा को जब्त करती पुलिस 
TODAY छत्तीसगढ़  / बिलासपुर पुलिस को गांजा तस्करी और उससे जुड़े ठिकानों की तह तक पहुंचने में आज बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने जिले में नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने की जो मुहीम छेड़ी है उस कड़ी में शनिवार को मिली सफलता जिले की पुलिस के लिए निश्चित ही कई मायनों में ख़ास है। पुलिस ने जिले के तखतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम खपरी में एक पुराने मकान के भीतर रखा करीब 10 क्विंटल से अधिक गांजा बरामद किया है। बरामद किये गए गांजा की बाजार में कीमत एक करोड़ रूपये के आस-पास आंकी जा रही है। सबसे बड़ी बात ये है कि जिस मकान से नशीले पदार्थ का जख़ीरा पुलिस ने जब्त किया है वहां होम्योपैथिक डॉक्टर का बोर्ड लगा हुआ है। इस मामले में पुलिस के हाथ जिस आरोपी के गिरेबान तक पहुंचें हैं वो नशे के अवैध कारोबार की दुनिया का पुराना और शातिर खिलाड़ी है।   

 TODAY छत्तीसगढ़  को पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के पुलिस अधीक्षक को गांजा के अवैध कारोबार की पुख्ता सूचना मिली थी। उस जानकारी के बाद मिले निर्देश पर बिलासपुर पुलिस ने शुक्रवार देर रात से एक शातिर गांजा कारोबारी पर नज़र गड़ा दी। पुलिस को सूचना थी कि मोपका निवासी हरीश साहू स्विफ्ट कार में घूम रहा है। पुलिस ने मोपका से तखतपुर की तरफ जा रहे हरीश का पीछा करना शुरू किया, ग्राम देवरी खमरिया के पास पुलिस ने उसे घेराबंदी कर हिरासत में ले लिया। जांच के दौरान पता चला कि मोपका निवासी हरीश साहू गांजा के अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ पुराना अपराधी है। उसे साल 2016 में भी पुलिस ने पकड़ा था। 

ये वो मकान है जिसके भीतर उड़ीसा से लाकर गांजा डंप किया जाता था  

पुलिस की कड़ी पूछताछ में हरीश ने कई महत्वपूर्ण सुराग दिए जो जिले में नशे के कारोबार पर लगाम लगाने की कोशिश में पुलिस के काम आएंगे। इधर पूछताछ के बाद पुलिस ने शनिवार सुबह तखतपुर पॉलिटेक्लिक कॉलेज के पास ग्राम खपरी में एक खंडहरनुमान मकान पर छापा मार दिया।  मकान के भीतर से पुलिस को 24 बोरी और अलग-अलग बैग में 9 क्विंटल गांजा का जखीरा हाथ लगा, पुलिस ने गांजा बरामद कर आगे की कारवाही शुरू की । पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि जिस मकान से बड़ी मात्रा में गांजा बरामद किया गया है उस मकान को दो साल पहले ही हरीश ने खरीदा था। बरामद किये गए गांजा का बाजार मूल्य करीब एक करोड़ रूपये आंका जा रहा है। 

गांजा का अवैध कारोबार करने वाला हरीश जिस कार में घूम रहा था उस पर एक निजी अस्पताल के नाम का कागज चस्पा है।  वह बकायदा कोविड-19 की आपात सेवा की तख्ती चिपकाकर नशे के अवैध कारोबार को अंजाम देता था। हालांकि आरोपी ने पुलिस को बताया है कि कार उसकी बहन की है जो एक निजी अस्पताल में सेवारत है। बहन को अस्पताल छोड़ देने और वापस ले आने के बाद कार उसी के पास रहती है। 

इसी कार में घूमता था गांजा कारोबारी हरीश 

तखतपुर एसडीओपी रश्मित कौर चावला ने बताया कि कार के आधार पर अब अस्पताल प्रबंधन और उसकी बहन से भी पूछताछ की जाएगी। अभी तक पता चला है कि वह ओडिशा से सब्जियों के साथ पिकअप में गांजा लेकर आता था। मैडम चावला ने बताया कि हरीश क्षेत्र का सबसे बड़ा गांजा कारोबारी है। पुलिस का दावा है कि हरीश के हलख से निकली जानकारिया उन्हें नशे अवैध कारोबार से जुड़े दूसरे आरोपियों तक पहुँचने में मदद करेंगी। 

                                            
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