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आरोपी मोती थारवानी की गिरफ्तारी के बाद तारबाहर थाने के भीतर विधायक समर्थक |
आपको बता दें कि 19 जून की दोपहर कांग्रेस कार्यकर्ता मोती थारवानी ने श्रीकांत वर्मा मार्ग पर ड्यूटी कर रहे आरक्षक रामकुमार रजक से न सिर्फ बदसलूकी की बल्कि उसे मारने की कोशिश करते हुए काफी भद्दी गालियां भी दीं। रेलवे क्षेत्र के इस कांग्रेस कार्यकर्ता की हरकतें किसी ने कैमरे में कैद की और वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया। पुलिस के अफ़सरान मामले की जानकारी लगते ही हरकत में आ गए, आरक्षक की वर्दी उतरवाने का रौब झाड़ने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता के खिलाफ गैर ज़मानती धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया। अपराध दर्ज होने की भनक लगते ही आरोपी मोती थारवानी फरार हो गया जिसकी तलाश में बिलासपुर पुलिस पुख्ता सूचना के बाद पिछले दिनों महाराष्ट पहुंची।
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महाराष्ट के नागपुर शहर पहुंची बिलासपुर पुलिस को आरोपी कई बार चकमा देकर ठिकाना बदलने में कामयाब भी रहा लेकिन अंत में उसे कामठी से गिरफ्तार कर बिलासपुर ले आया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद सत्ता पक्ष के विधायक और कुछ स्थानीय लोगों के अलावा सियासी लोगों का जमावड़ा तारबाहर थाने में लग गया। बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय ने पुलिस की कारवाही को एक तरफा कारवाही बताया है। विधायक का कहना है कि कांग्रेस कार्यकर्ता मोती थारवानी घटना के दिन मौके पर अपनी पत्नी के साथ था, सबसे पहले यातायात आरक्षक ने उसके साथ गाली-गलौज की। विधायक का ये भी कहना है कि आरोपी मोती की पत्नी ने भी शिकायत दर्ज करवाई है लेकिन पुलिस इस मामले में एक पक्षीय कारवाही कर रही है।
इधर बिलासपुर पुलिस इस मामले को लेकर बेहद गंभीर है। तारबाहर थाना में सियासी दबाव और रसूख की भीड़ के बीच पुलिस किसी भी तरह से मुरव्वत करने के मूड में फिलहाल दिखाई नहीं दे रही है।
देखिये घटना का वायरल VIDEO -
ये था पूरा मामला - सड़क पर सत्तादल के छुटभैय्ये की गुंडागर्दी, यातायात सिपाही से मारपीट।