सीबीएसई ने 14 अप्रैल को कोरोना वायरस मामलों में वृद्धि को देखते हुए कक्षा 10 की परीक्षा रद्द करने और कक्षा 12 वीं की परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की थी।
TODAY छत्तीसगढ़ / नई दिल्ली / केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) की 12वीं बोर्ड परीक्षा को कोविड-19 महामारी के चलते रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई 3 जून तक स्थगित कर दी है। केंद्र सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि सीबीएसई व आईसीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने या उसे रद्द करने के संबंध में वह दो दिनों के भीतर फैसला लेगी। सरकार ने अपना फैसला कोर्ट के समक्ष पेश करने के लिए गुरुवार तक का समय मांगा।
शीर्ष अदालत ने पिछले वर्ष जैसी स्थिति देखते हुए मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए टाल दी। कोर्ट में केंद्र का पक्ष रख रहे अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल से पीठ ने कहा, 'कोई बात नहीं। आप निर्णय लें। आप इसके हकदार हैं। यदि आप पिछले साल वाली पॉलिसी से अलग रुख अपना रहे हैं तो आपको इसके लिए ठोस कारण बताना चाहिए।'
आपको बता दें कि शीर्ष अदालत ने 26 जून 2020 को CBSE और CISCE को कोरोना के चलते 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच शेड्यूल परीक्षाएं रद्द करने की इजाजत दी थी और पेपर में मार्क्स देने के सरकार द्वारा सुझाए फॉर्मूले पर मुहर लगाई थी।
अदालत ने दूसरी बार मामले की सुनवाई टाली है। इससे पहले 28 मई को कोर्ट ने सुनवाई 31 मई तक के लिए स्थगित कर दी थी। याचिकाकर्ता ने देशभर में कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति के बीच होने वाली 12वीं परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की है।
आपको बता दें कि एडवोकेट ममता शर्मा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका दायर की गई है। शर्मा ने अदालत से मांग की थी कि केंद्र सरकार, सीबीएसई और आईसीएससीई को निर्देश दिया जाए कि कक्षा 12 की परीक्षाएं कैंसिल की जाएं।