[TODAY छत्तीसगढ़] / लोकसभा सीट वाराणसी से समाजवादी पार्टी की अोर से नामांकन रद होने के बाद सुप्रीम कोर्ट गए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी तेज बहादुर यादव के मामले की बुधवार को सुनवाई हुई। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण पैरवी कर रहे हैं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को इस मामले में कल तक जांच करने की बात कही है। वहीं इस मामले में आने वाले फैसले का वाराणसी में काफी शिददत से इंतजार किया जा रहा है। अगर सुप्रीम कोर्ट तेज बहादुर को चुनाव लड़ने की अनुमति देता है तो वाराणसी में सपा के लिए दो प्रत्याशी हाेने से काफी समस्या आ जाएगी। वैसे भी कार्यकर्ताओं में दो प्रत्याशी को लेकर नामांकन वाले दिन से ही असमंजस की स्थिति बनी हुई थी।
SC asks Election Commission to examine by tomorrow the plea of former BSF constable Tej Bahadur Yadav against rejection of his nomination from Varanasi Lok Sabha constituency. Samajwadi Party had fielded Tej Bahadur as its candidate against PM Modi from the constituency. pic.twitter.com/SStgD1Wi4h— ANI (@ANI) May 8, 2019
दरअसल पहले निर्दल अपना नामांकदन दाखिल करने वाले तेज बहादुर यादव को स्थानीय सपा पदाधिकारियों के साथ आने के बाद वाराणसी में नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन अचानक पार्टी के नये प्रत्याशी तेज बहादुर यादव को घोषित कर दिया गया था। इस बीच पार्टी से प्रत्याशी शालिनी यादव ने भी पार्टी की ओर से अपना नामांकन दाखिल कर दिया था। वहीं नामांकन जांच के दौरान अपेक्षित जानकारी न देने की वजह से बीएसएफ से बर्खास्त तेज बहादुर यादव का नामांकन जिला निर्वाचन अधिकारी ने रद कर दिया था। इसके बाद वह सुप्रीम कोर्ट इस मामले को लेकर गए हैं। इस बीच तेजबहादुर का वीडियो भी वायरल हुआ जिसमें उन्होंने पीएम को मारने की धमकी भी दी थी।