[TODAY छत्तीसगढ़] / डीएम अवस्थी अब छत्तीसगढ़ के पूर्णकालिक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बन गए हैं। लोक सेवा आयोग (पीएससी) ने शुक्रवार की शाम उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी। अवस्थी 1986 बैच के आइपीएस अवस्थी राज्य के 10वें डीजीपी हैं।
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही सरकार ने तत्कालीन डीजीपी एएन उपाध्याय को हटाकर अवस्थी को डीजीपी का अस्थायी प्रभार दिया था। साथ ही उन्हें पूर्णकालिक डीजीपी बनाने का प्रस्ताव पीएससी को भेजा गया था। सरकार ने नियमानुसार अवस्थी के साथ ही आइपीएस संजय पिल्ले और आरके विज के नाम का पैनल भेजा था। वहां से मंजूरी मिलते ही सरकार ने शुक्रवार की देर शाम अवस्थी को पूर्णकालिक डीजीपी बनाए जाने का आदेश जारी कर दिया।
सरकार ने अवस्थी की नियुक्ति के लिए दो वरिष्ठ आइपीएस अफसरों को दरकिनार किया है। इनमें 1985 बैच के उपाध्याय और 1983 बैच के गिरधारीलाल नायक शामिल हैं। हालांकि पूर्ववर्ती सरकार ने भी नायक की वरिष्ठता को दरकिनार कर उपाध्याय को डीजीपी बनाया था। फिलहाल उपाध्याय को पुलिस हाउसिंग बोर्ड और नायक को डीजी नक्सल ऑपरेशन की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही सरकार ने तत्कालीन डीजीपी एएन उपाध्याय को हटाकर अवस्थी को डीजीपी का अस्थायी प्रभार दिया था। साथ ही उन्हें पूर्णकालिक डीजीपी बनाने का प्रस्ताव पीएससी को भेजा गया था। सरकार ने नियमानुसार अवस्थी के साथ ही आइपीएस संजय पिल्ले और आरके विज के नाम का पैनल भेजा था। वहां से मंजूरी मिलते ही सरकार ने शुक्रवार की देर शाम अवस्थी को पूर्णकालिक डीजीपी बनाए जाने का आदेश जारी कर दिया।
सरकार ने अवस्थी की नियुक्ति के लिए दो वरिष्ठ आइपीएस अफसरों को दरकिनार किया है। इनमें 1985 बैच के उपाध्याय और 1983 बैच के गिरधारीलाल नायक शामिल हैं। हालांकि पूर्ववर्ती सरकार ने भी नायक की वरिष्ठता को दरकिनार कर उपाध्याय को डीजीपी बनाया था। फिलहाल उपाध्याय को पुलिस हाउसिंग बोर्ड और नायक को डीजी नक्सल ऑपरेशन की जिम्मेदारी दी गई है।